15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर भाषण निबंध : 15 August Independence Day Speech In Hindi 2024

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर भाषण निबंध : 15 August Independence Day Speech In Hindi 2024– 78 वें स्वतन्त्रता दिवस सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामना. हमारे इस राष्ट्र्पर्व पर दिल्ली के राजपथ चौराहे पर राष्ट्रिय कार्यकम आयोजित किया जाना हैं. हम क्यों मनाते हैं. 15 अगस्त,

आजादी का क्या अर्थ होता हैं, क्या महत्व हैं. इस निबंध में हम विस्तार से अध्ययन करने जा रहे हैं. बहरहाल पूरा देश आजादी के जश्न समारोह की तैयारियों में जुटा हैं, इस कार्यक्रम में एक विदेशी मेहमान मुख्य अतिथि के रूप में शरीक होंगे.

देश की आन बान और शान यानि भारतीय सेना के तीनों अंगो की शानदार परेड का आयोजन और माननीय प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी के जोशीले भाषण दिल को मंत्रमुग्ध कर जाते हैं,

यहाँ आपकों स्वतंत्रता दिवस (indian independence day) पर हिंदी में निबंध उपलब्ध करवा रहे हैं, जिन्हें आप अपने स्कुल के कार्यक्रम में बोल सकते हैं.

15 अगस्त पर भाषण निबंध : 15 august speech in hindi 2024

15 अगस्त पर भाषण निबंध : 15 august speech in hindi 2024

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5 lines on independence day In Hindi

गुलामी और परतन्त्रता का महत्व वही समझ पाते हैं, जिन्होंने इसे भोग हैं अथवा इसकी खातिर बलिदान दिया हैं. यातनाए सही हैं. आज हम स्वतंत्र हैं, जो चाहे वो कर सकते हैं जिधर चाहे जा सकते हैं.

न्याय के लिए अदालत जा सकते हैं, संतुष्टि ना होने पर उपरी अदालत में अपील कर सकते हैं. मगर कल्पना कीजिए, काश यही स्थति पूर्ण विपरीत हो जाए कानून, न्याय और प्रशासन किसी एक वर्ग की पैठू बन जाए तो क्या होगा. वही होगा जो सतावर्ग चाहेगा.

15 अगस्त का दिन भारत के इतिहास का महत्वपूर्ण दिन हैं. वर्ष 1947 में इसी दिन हमे 200 वर्षो तक की गोरों की गुलामी से निजात मिली थी. इसी उपलक्ष्य में हम प्रतिवर्ष 15 अगस्त को आजादी दिवस मनाते हैं.

76वें स्वतन्त्रता दिवस के इस अवसर पर उन हजारों स्वतन्त्रता सैनानियो को श्रदांजली अर्पित करते हैं. जिन्होंने भारत की स्वतन्त्रता की खातिर हसते-हसते अपने बलिदान दे दिया था. ऐसें वीर शहीदों को देश शत-शत नमन करता हैं.

भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम जिन्हें 1857 की क्रांति भी कहा जाता हैं, मंगल पांडे की चिंगारी से 14 अगस्त के भारत-विभाजन के बिच की 100 वर्षो की अवधि का संघर्ष का ही नतीजा हैं, आज हम स्वतंत्र हैं. आजादी का अर्थ होता हैं- पूर्ण स्वतन्त्रता. यह व्यक्ति का प्राथमिक अधिकार समझा जाता हैं.

मगर कुछ शक्तिशाली अथवा शातिर लोगों के समूह द्वारा अपनी शक्ति का नाजायज उपयोग कर किसी कमजोर राष्ट्र को अपना उपनिवेश बनाकर उनका आर्थिक राजनितिक और सांस्कृतिक शोषण की परिपाटी की शुरुआत यूरोप से हुई. जिनके चंगुल में भारत सहित विश्व के कई देश वर्षो तक फसे रहे.

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15 अगस्त 2024 स्वतंत्रता दिवस भाषण – 2

भगतसिंह, सुभाषचन्द्र बोस, चन्द्रशेखर आजाद, तात्या टोपे, झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई जैसे हजारो शहीद देशभक्तों की वीरतापूर्ण कहानी और पराक्रम के बल पर ही भारत को आजादी में मिल सकी थी. वे माताए धन्य हैं, जिन्होंने ऐसे वीर सपूतों को जन्म दिया. अपने घर-परिवार की परवाह किये बिना.

स्वतन्त्रता आन्दोलन का साथ थामा और मौत को गले लगाने से नही हिचके. सर फरोश की तमन्ना अब हमारे दिल मैं हैं ,दिखना हैं जोर कितना बाजुए कातिल में जैसी प्रेरणादायक पक्तियाँ प्रत्येक नवयुवक का खून उबाल देती थी.

29 मार्च, 1857 के दिन भारत के पहला स्वतन्त्रता सेनानी मंगल पांडे को ब्रिटिश सरकार ने राजद्रोह के आरोप में फांसी की सजा दे दी गईं थी. इसी घटना के प्रतिरोध और अन्य सामाजिक राजनितिक कारणों के फलस्वरूप 1857 की क्रांति की शुरुआत हुई थी.

गोरी सरकार की दमनकारी निति ने इस आन्दोलन को एक साल के भीतर पूरी तरह दबाने में तो सफल रही. मगर आजादी की इस चिंगारी ने प्रत्येक भारतीय के मन में इस सरकार के विरुद्ध आक्रोश और देशप्रेम की भावना पैदा कर दी.

भारत की स्वतंत्रता के पीछे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का महत्वपूर्ण योगदान रहा. उन्हें सत्य और अहिंसा पर आधारित असहयोग आन्दोलन, भारत छोड़ो आन्दोलन, नमक सत्याग्रह, चम्पारण खेड़ा का आन्दोलन के परिणाम स्वरूप अंग्रेज सरकार को मजबूर होकर भारत की स्वतन्त्रता की घोषणा करनी पड़ी.

200 वर्षो तक सता पर काबिज अंग्रेज सरकार को भारत से भगाने की बड़ी कीमत इस देश के लोगों ने चुकाई, जिनमे कठोर कारावास, काले पानी की सजा, अमानवीय यातनाए और हजारों नवयुवको को फांसी की सजा दी गईं थी.

जलियावाला बांग हत्याकांड, लाहौर में लाठीचार्ज लालाजी की हत्या, भगतसिंह को फांसी, भारत-पाकिस्तान का विभाजन, 1946-47 में हिन्दू मुस्लिम दंगे जैसे जख्म हिंदुस्तान हमेशा याद रखेगा.

15 अगस्त पर हमारा योगदान

आज हम स्वतंत्र हैं, हमें अपने भारत को फिर से सोने की चिड़िया और विश्वगुरु बनाना हैं. ब्रिटेन में 20 लाख से अधिक भारतीय रहते हैं. यह वक्त हैं हमारे उत्पीडन के बदले का वक्त बदल चूका हैं.

हमे मानसिक रूप से उन कातिलों से बदला लेना हैं जिन्होंने हमे 200 वर्षो तक गुलाम बनाए रखा. आजादी के 75 साल बाद भी हमारे देश की अधिकतर आबादी अपनी बुनियादी वस्तुओं की पहुच से दूर हैं, इस सच्चाई को छुपाकर हम कैसे कह सकते हैं.

कि भारत एक सुपर पॉवर हैं. हमे अपने वतन को उस मुकाम तक पहुचाने में माननीय प्रधानमन्त्री कों समर्थन देना चाहिए. एक भारतीय होने के नाते हमे अपने देश के विकास कार्यो में सहयोग के लिए समय पर टैक्स का भुगतान कर, सरकारी योजनाओं में सहयोग करके, भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ने में हमे आगे आना होगा.

जय हिन्द. जय भारत

15 अगस्त पर भाषण – 78वाँ स्वतंत्रता दिवस 2024 भाषण 4

15 अगस्त पर भाषण – 78वाँ स्वतंत्रता दिवस 2024: यह दिन हैं हमारे गौरव का हमारी आजादी का जब देशभर में देशभक्ति का जूनून उमड़ पड़ा हैं.

हम बात कर रहे हैं हमारे 76वाँ 15 अगस्त पर भाषण की. 15 अगस्त 2024 के दिन पूरा देश तिरंगे को सलामी देते हुए, एक बार फिर उन लोगों को उनके बलिदान को याद करेगे, जिनके कारण आज हम आजाद हैं.

15 अगस्त पर भाषण के इस लेख में सभी स्टूडेंट्स मित्रों के लिए सरल भाषा में हिंदी निबंध उपलब्ध करवा रहे हैं. जिन्हें आप 15 अगस्त पर भाषण बोल सकते हैं/पढ़ सकते हैं.

आदरणीय देवतुल्य गुरुजनों, अभिभावक गण और पिता तुल्य इस कार्यक्रम में पधारे ग्रामीणों . आज हम हमारे देश भारत के एक बहुत बड़े दिन को मनाने के लिए यहाँ पहुचे हैं.

यह दिन हमारे लिए गौरव और आनन्द का दिन हैं, आज ही दिन सन 1947 में हमारे स्वतन्त्रता सैनानियो के त्याग, बलिदान और देशभक्ति के परिनामस्वरूप 200 वर्षो के लम्बे सघर्ष के बाद आजादी मिली थी.

अगर हम कहे 15 अगस्त के दिन हमने अंग्रेजो से आजादी छिनकर हासिल की, अथवा कीमत चुकाकर हासिल की तो कुछ भी गलत नही होगा.

आज का दिन हमारे लिए हर्ष और उल्लास का दिन तो हैं ही साथ ही साथ आज का दिन उन स्वतन्त्रता सैनानियो को याद करने का भी हैं. जिन्होंने अपने देश के लिए जान की बाजी लगा दी थी.

उनमे वीर शहीद भगतसिंह,तात्या टौपे, सुभाषचन्द्र बोस, चन्द्रशेखर आजाद, लक्ष्मी बाई,खुदीराम बोस जैसे अनेक क्रांतिकारियों ने अपनी मातृभूमि की आजादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान कर दिया था.

आज हम आजाद भारत के नागरिक हैं. तभी हम यह कल्पना भी नही कर सकते कि अंग्रेजो ने हमारे पूर्वजो पर किस तरह अत्याचारों की बाढ़ ला दी थी. एक लम्बे  समय तक की बंधी गुलामी की इन बेडियों को आज से 75 वर्ष पूर्व तोड़ा जा चूका हैं.

आज हमे अपने भारत पर गर्व हैं, तो उन शहीदों की वजह से. एक गुलाम देश बुझदिल लोगों पर कोई गर्व नही करता. मगर हमारे जाबाजों ने अंग्रेजो की तोप गोलियां खाकर भी किसी को भारत की वीर भूमि पर यह संदेह पैदा नही होने दिया.

दूसरी तरफ यदि हमारे देश की वर्तमान स्थति पर नजर डाले तो शर्म से कहना पड़ता हैं, आज भी हम पूर्ण रूप से स्वतंत्र नही हैं, भले ही हमारे स्वतन्त्रता सेनानियों ने हमे गोरों से मुक्त कर दिया.

मगर हमारे आलचीपन और अकर्तव्यपरायणता के कारण आज हम भ्रष्टाचार, गरीबी, अशिक्षा, बेरोजगारी, राजनीती का निम्न स्तर, सामाजिक बुराइयों में किसी न किसी तरह इनके गुलाम हैं, उसी का नतीजा हैं.

आबादी के लिहाज से विश्व का दूसरा सबसे बड़ा देश होने के बावजूद ये हमारी ताकत नही बन पाई.

अपने देश को इन सभी समस्याओं से स्वतंत्र कराने के लिए सभी नागरिकों को आगे आना होगा, आज हम यह प्रतिज्ञा करे कि कोई भी ऐसा कार्य जिसमे हमारे देश समाज का अहित हो जैसे रिश्वत देना या लेना, गंदगी फैलाना, भेदभाव करना, असामाजिक प्रवर्ती के लोगों को सहयोग न तो करेगे, न ही किसी को करने देगे.

क्युकि भगतसिंह, सुभाषचन्द्र बोस पराधीन भारत के सैनानी थे. मगर आज हमे आजाद भारत के सिपाही बनकर देश के भीतर रहते हुए प्रत्येक समस्या से हमे लड़ना होगा.

बंदूक के सहारे के बिना कई ऐसे हजारो कार्य हो सकते हैं, जिनके द्वारा हम अपने देश की उन्नति में योगदान कर सकते हैं, एक व्यक्ति बहुत कुछ कर सकता हैं गांधीजी भी तो अकेले थे.

मगर उनके विचार और सोच का अनुसरण करने वालों की संख्या लाखों करोड़ों में थी. फिर क्यों न हम कुछ ऐसा कर जाएं जिससे देश और समाज में एक नई मिशाल के तौर पर ऐसे लोगों का मार्गदर्शन कर सकते हैं.

इन्ही शब्दों के साथ मै अपने 15 अगस्त पर भाषण (15th August speech on Independence Day) यही विराम देना चाहुगा. ये लेख आपकों अच्छा लगा हो तो अपने मित्रो के साथ शेयर जरुर करे. 75वाँ स्वतंत्रता दिवस की सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ

15 अगस्त पर भाषण Speech On 15th August 2024 In Hindi

कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 के वे सभी स्टूडेंट्स जो स्वतंत्रता दिवस पर भाषण स्पीच प्रस्तुत करना चाहते हैं उनके लिए यह लेख उपयोगी साबित होगा.

मैं आशा करता हूँ आपकों लेख में दी गई समस्त जानकारी पसंद आई होगी. यदि आपकों ये लेख पसंद आए तो अपने फ्रेड्स के साथ जरुर शेयर करें.

आज हम यहाँ हमारे राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर भाषण उपलब्ध करवा रहे हैं. वे  विद्यार्थी जो इस अवसर पर विद्यालयी कार्यक्रम में इस अवसर पर कुछ बोलना चाहे अथवा भाषण देना चाहे,

विशेष तौर पर उन्ही के लिए आज यह यह विस्तृत लेख तैयार किया गया हैं. यहाँ पर 15th August Speech पर बिलकुल सरल और आसानी से समझ आने वाली भाषा में लिखा गया यह भाषण आपकों अपनी प्रस्तुती को और बेहतर ढंग से देने में मदद करेगा.

15 अगस्त भाषण 2024

सभी आदरणीय अध्यापक,प्रधानाचार्य और मेरे साथ पढने वाले भाइयो और बहिनों, सबसे पहले तो आप सभी को 75 वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई. हम सभी जानते हैं, आज हम अपने एक एतिहासिक दिवस को मनाने के उदेश्य से इस प्रागण में एकत्रित हुए हैं.

आज का दिन भारत के इतिहास का यादगार दिन हैं साथ ही हमारे इतिहास में इस दिन को सुनहरे पन्ने में दर्ज किया जा चूका हैं.

आज ही के दिन 15 अगस्त 1947 को हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और वीर सपूतों के तक़रीबन 100 सालों के स्वतंत्रता संग्राम के फलस्वरूप इसी दिन गोरों की गुलामी से मुक्त होकर भारत एक स्वतंत्र राष्ट्र बना. इसीलिए 15 अगस्त को हम प्रतिवर्ष भारत के स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं.

आज से 71 वर्ष पहले 15 अगस्त के ही दिन अंग्रेजो ने भारत छोड़ा था. स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात भारत दुनिया में स्वतंत्र देश के रूप में अपने कानून और विदेश निति अस्तित्व में आई.

नागरिको को सभी लोकतान्त्रिक अधिकार दिए गये जो इससे पूर्व तक नही थे. आज इस स्वतंत्र भारत की भूमि पर पैदा होने वाला इंसान स्वय को भाग्यशाली मानता हैं. इसकी वजह हमारे हजारो वीरो की शहादत हैं.

न जाने हमारी कितनी पीढियों ने अंग्रेजो की दासता सही उनके क्रूर और अत्याचारी रेवैये के बिच नरक की जिन्दगी के दिन बिताए. आज हम स्वतंत्र हैं. इसलिए कल्पना तक नही कर सकते कि गुलामी क्या होती हैं.

करीब 9 दशक तक चलने वाले भारतीय आजादी के संग्राम की शुरुआत मेरठ के युवा क्रन्तिकारी और सैनिक मंगल पांडे ने 1857 में की थी.

1857 से 1947 तक चले इस संघर्ष में अनगिनत देश भक्तो ने अपना सारा जीवन राष्ट्र को समर्पित कर दिया. भारत के स्वतंत्रता सेनानियों की सूची पर नजर डाले तो इसमे चन्द्रशेखर आजाद, भगत सिंह, खुदीराम बोस, रास बिहारी बोस, नेताजी सुभाषचन्द्र बोस, बाल गंगाधर तिलक जैसे नाम हैं जिन्होंने अपने परिवार घर को छोड़कर कम उम्र में ही सघर्ष करते हुए अपना बलिदान दे दिया था.

इस दौरान कुछ ऐसे व्यक्तित्व और शख्सियत सामने आए जिन्हें युग पुरुष भी कहा जाए तो अतिश्योक्ति नही होगी, चन्द्रशेखर आजाद, भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु ने अंग्रेजो के दिल में पहली बार भय इस कदर भर दिया कि उन्हें यकीन हो गया कि अब भारत पर शासन चलाना बेहद मुश्किल हैं.

नेताजी सुभाषचन्द्र बोस द्वारा विदेशी सहायता से बहुत बड़ी फौज लाकर अंग्रेजो के दांत खट्टे करने इस काल की अद्वितीय घटना थी.

वही शांति और अहिंसा के पुजारी बापू द्वारा सत्य की राह से अंग्रेजो को मुश्किल में डालना और आखिर में हिन्दुस्थान छोड़ने पर मजबूर करना बड़ी एतिहासिक घटनाएँ रही .

आज हम बहुत सूखी और हर क्षेत्र में अग्रणी हैं तो इसकी वजह हमारे वे पूर्वज हैं, जिन्होंने बिना कुछ खाए पिए अंग्रेजो के अत्याचार का साहस के साथ मुकाबला करते हुए हमे स्वतंत्र भारत विरासत के रूप में दिया.

आज हम शिक्षा, खेल, तकनिकी क्षेत्र में कई बड़ी महाशक्तियो से मिलों आगे निकल चुके हैं. इसकी वजह हमारी स्वतंत्रता हैं. विश्व शांति, खेल, आर्थिक विकास और ग्लोबल पोलिटिक्स में हमारा प्रतिनिधित्व दुनियाभर को रास आ रहा हैं.

दुनिया के सबसे बड़े लोकतान्त्रिक राष्ट्र के जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हमे अपने कर्तव्यो और अधिकारों का सही उपयोग करते हुए भारत को विकास के पथ पर आगे ले जाना हैं.

15 अगस्त 2024 भाषण 6

विद्यालय प्रागण में पधारे समस्त विद्वान गुरुजनों और मेरे प्यारे भाइयों और बहिनों, सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई. यह हम सभी जानते हैं कि 15 अगस्त 2024 को हम अपना 78 वाँ आजादी दिवस मनाने जा रहे हैं.

देशभर में इस दिन स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम बड़ी धूमधाम से बनाया जा रहा हैं. आज ही के दिन 15 अगस्त 1947 को हमारा भारत देश अंग्रेजो की 200 वर्षो की दासता से मुक्त होकर स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में अस्तित्व में आया. इस ऐतिहासिक दिन को यादगार बनाने के लिए हम इसे स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं.

भारतीय जनता ने लम्बे समय तक ब्रिटिश सरकार के अत्याचारी शासन को सहा 1947 से पहले हमे कुछ करने के कोई अधिकार नही थे. हमारे पूर्वज वही कर सकते थे. जो अंग्रेजी हुकूमत चाहती थी.

आज हम पूर्ण स्वतंत्र हैं, इसका श्रेय हमारे उन लाखों वीर शहीदों को जाता हैं. जिन्होंने आजादी के इस पावन पर्व के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी थी.

15 अगस्त का दिन हर भारतीय बड़े उत्साह के साथ मनाता हैं. यह दिन हमे हर बार उन लोगों महापुरुषो की याद दिलाता हैं, जिनकी बदौलत हमे आजादी प्राप्त हुई.

मिली इस स्वतंत्रता के बदले उन जवानों ने अपने घर परिवार को त्यागकर सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र की सेवा में अर्पित कर दिया. आज हम अंदाजा नही लगा सकते कि हमे पूर्वजो ने किस तरह का जीवन जिया,

उन्हें पढने लिखने में अपनी इच्छानुसार कोई कार्य करने की स्वतंत्रता नही थी. तुलसीदास जी ने ठीक ही कहा था’ पराधीन सपनेहु सुख नाहि:” मै भारत माता के उन सपूतों को शत शत नमन करता हु, जिन्होंने अंग्रेजो के क्रूर शासन को सहते हुए भारत की स्वतंत्रता की अलख जगाए रखी.

भारत की स्वतंत्रता में असंख्य स्वतंत्रता सेनानीयों ने अपना योगदान दिया जिनमे महात्मा गाँधी, जवाहर लाल नेहरु, लाला लाजपत राय, विपिनचंद्र पाल, चन्द्रशेखर आजाद, सुभाषचन्द्र बोस, भगतसिंह ये ऐसे वीर थे, जिन्होंने अपनी आने वाली पीढियों तथा भारत के सुनहरे भविष्य के लिए अपना पूरा जीवन राष्ट्र को समर्पित कर दिया था.

गुलामी के कटु अनुभवो से सबक लेते हुए हमारे राजनेताओ ने भारत में लोकतान्त्रिक शासन की स्थापना के सम्बन्ध में सभी की एक राय थी. इसी दिशा में 26 जनवरी 1950 को भारत का सविधान लागू किया गया, जिन्हें हम गणतन्त्र दिवस के रूप में मनाया जाता हैं.

वैसे भारत की आजादी में सभी ने अपना योगदान दिया, जिनमे एक थे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी. सत्य और अहिंसा के सिद्दांतो एवं आंदोलनों द्वारा आमजनता में स्वदेश प्रेम की अलख जगाते हुए,

अंग्रेजो द्वारा भारत में अधिक समय तक अपनी सता बनाए रखना दूभर कर दिया था. इन्होने पांच बड़े राष्ट्रिय आन्दोलन किये जिनमे 1942 में छेड़ा गया भारत छोडो आन्दोलन मुख्य था. इस आन्दोलन के दौरान महात्मा गांधी ने करो या मरो का नारा दिया था. भारतीय जनता पर इसका व्यापक असर पड़ा था.

15 अगस्त के उपर स्पीच भाषण 2024 स्कूल स्टूडेंट्स के लिए, 15th August Speech In Hindi

मुख्य अतिथि महोदय, प्रधानाचार्य जी समस्त विद्वान गुरुजनों, पधारे सभी मेहमानों और मेरे साथ पढ़ने वाले भाइयों और बहिनों, सभी को 15 अगस्त की हार्दिक बधाई और शुभकामना.

आज हम सभी अपना 78वाँ स्वतंत्रता दिवस मनाने के उपलक्ष्य में यहाँ एकत्रित हुए हैं. 15 अगस्त के दिन प्रत्येक भारतीय के लिए उत्साह और उमंग का दिन हैं.

राष्ट्र अपना 78 वाँ 15 अगस्त मना रहा हैं. हर वर्ष की भांति ध्वजारोहण के साथ ही उन तमाम राष्ट्रभक्तो को सलामी देने का अवसर हैं. जिनकी बदौलत आज हम स्वतंत्र हैं, तथा सीना ठोक के कहते हैं.

मुझे भारतीय होने पर गर्व हैं. आज मै 15 अगस्त पर दो शब्द बोलना चाहुगा, निवेदन हैं यदि कोई भूल या त्रुटी हो तो प्लीज क्षमा कर देना.

आज से तक़रीबन 75 वर्ष पहले 14-15 अगस्त की मध्यरात्रि को हमे स्वतंत्रता मिली थी.आजादी के पहले सवेरे पंडित नेहरु जी द्वारा दिल्ली के लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराकर भारत की जनता को ऐतिहासिक भाषण दिया था.

नेहरु जी के शब्द कुछ इस तरह थे’ आधी रात को पूरी दुनिया सो रही हैं, भारत अपनी आजादी के सुनहरे भविष्य के सपने देखता जाग रहा हैं. विविध धर्मो तथा जातियों में बटा ये देश आज भी अपनी अक्षुण्णता बनाए हुए हैं, विविधता में एकता की पहचान हमे विश्व के अन्य राष्ट्रों की तुलना में श्रेष्ट हैं.

विश्व के सबसे बड़े गणतन्त्र के रूप में भारत के लोग एकता और भाईचारे के साथ कार्य करते हुए देश को विकास की नईं उंचाइयो तक लेकर जा रहे हैं.

आजादी के बाद भारत ने विकास की अच्छी गति पकड़ी हैं. इस समयकाल के दौरान कई युद्ध व आंतरिक घटनाओ का सामना भी सभी देशवासियों ने बहादुरी से किया हैं.

आज भी राष्ट्र पर आने वाली किसी विपति के जवाब में पूरा देश एक स्वर में खड़ा हो उठता हैं. क्युकि हमे कड़ी मेहनत और बड़ा खामियाजा चुकाकर प्राप्त की गईं, स्वतंत्रता को अक्षुण बनाए रखना हैं.

आज का दिन उन वीर शहीदों को याद करने का दिन हैं, साथ ही 15 अगस्त के दिन आज हम यह प्रतिज्ञा करे एक शिक्षित और जिम्मेदार नागरिक के रूप में मेरे भारत के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करुगा.

मे अपने अधिकारों का सदुपयोग करते हुए इमानदारी और मेहनत के सिद्दांतो पर चलते हैं, भारत को फिर से विश्व गुरु और सोने की चिड़िया के पद पर प्रतिष्टित करना हैं.

स्वतंत्रता दिवस 2024 का भाषण Speech On 15th August 2024 In Hindi in 500 words

मुख्य अतिथिगण समस्त विद्वान गुरुजनों और मेरे छोटे-बड़े भाइयो और बहिनों सर्वप्रथम आप सभी को 15 अगस्त की हार्दिक बधाई एवंम शुभकामनाएँ.

आज हम सभी अपना 76 वाँ स्वतंत्रता दिवस मनाने के उपलक्ष्य से यहाँ एकत्रित हुए हैं. मै उन सभी अध्यापक गण को धन्यवाद कहना चाहुगा. जिन्होंने मुझे 15 अगस्त अपर भाषण देने की अनुमति प्रदान की.

आज मै हमारे इस राष्ट्रिय पर्व यानि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपनी बात रखने जा रहा हु. कोई भूल हो तो क्षमा कीजिएगा.

आज हम यह जानने की कोशिश करे कि हम स्वतंत्रता दिवस क्यों मना रहे हैं, किसकी वजह से मना रहे हैं. तो एक ही उत्तर होगा.

हमारे हजारो स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग और बलिदान के रूप में मिली इस बेशकीमती आजादी के इस दिन को 15 अगस्त के रूप में मनाते हैं. भारत आज स्वतंत्र हैं, तो इसका श्रेय उन हजारों देशभक्तों को जाता हैं. जिन्होंने अपने साहस के दम पर भारत माता की गुलामी की बेड़ियों को तोड़ा. ‘

भाग्यवधु से एक प्रतिज्ञा की थी’में हमारे स्वतन्त्रता सेनानियों ने प्रतिज्ञा की थी. कि वे अपने जीवन के हितों को छोड़कर अपनी आने वाली नस्लों को स्वतंत्र और शांतिपूर्ण भारत देगे.

उन्ही के त्याग के कारण आज हम कहते हैं, मेरा भारत महान. किसी गुलाम राष्ट्र के नागरिकों को अपने वतन पर गर्व नही होता हैं. मगर हमारे देशभक्तों ने इस कलंक को धोकर हमे आजाद हिन्दुस्थान भेंट किया.

आज का दिन ऐसे वीर जवानों को याद करने का दिन हैं. जिन्होंने वतन की खातिर हँसते-हँसते अपनी जान कुर्बान कर दी थी. लम्बे सघर्ष के बाद 15 अगस्त 1947 को भारत अंग्रेजो के चंगुल से मुक्त हुआ.

और इसी दिन को भारत के स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाने का निश्चय किया. आजादी की पहली सुबह पंडित जवाहरलाल नेहरु ने लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराकर आने वाले दिनों में सभी भारतीयों को एक स्वतंत्र देश के नागरिक बनने की बधाई दी थी. हर वर्ष दिल्ली के राजपथ चौराहे पर विशाल परेड का आयोजन किया जाता हैं.

जहाँ राष्ट्रिय कार्यक्रम में प्रधानमन्त्री, विदेशी अतिथि सहित राष्ट्र के बड़े नेता और अधिकारी इस अवसर पर सम्मलित होते हैं.

इस दिन भारतीय सेनाओं द्वारा परेड, 21 तोपों की सलामी तथा हवाई जहाजों द्वारा अन्तरिक्ष में तिरंगा फहराने व करतब मुख्य आकर्षण का केंद्र होता हैं.

दिल्ली के अतिरिक्त 15 अगस्त के दिन प्रत्येक भारतीय शहर, गाँव तथा नुक्कड़ चौराहों पर तिरंगा गगन में फहराता और एक ही स्वर में सारे जहाँ से अच्छा हिंदोस्ता हमारा की गुज दसों दिशाओं से सुनाई पड़ती हैं.

स्वतंत्रता दिवस पर भाषण Speech Independence Day 2024 In Hindi

15 अगस्त 1947 को हमे आजादी मिली थी. उसके बाद से आज तक हम विकास के सभी क्षेत्रो में अच्छी रफ़्तार से आगे बढ़ रहे हैं.

इसी का परिणाम हैं कि दुनिया के किसी हिस्से में कोई भारतीय रहता हैं तो गर्व से कहता हैं, हम हिंदुस्थानी हैं. यही छोटी-छोटी चीजे दिखाती हैं हमे अपने माधुरेवतन से कितना प्रेम हैं.

आधी रात को स्वतंत्रता;
भोर पर जाएं;
एक छोटी सी गति से कम;
एक छोटी सी बहुत ज्यादा और प्रतिबंधों;
लेकिन कभी नहीं उदास;
नहीं खड़े करने के लिए झिझक;
यात्रा के लिए जारी;
भोर जीतने करते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर भाषण कक्षा 5 के लिए Independence Day 2024 Speech In Hindi

भारत की आजादी को हासिल करने के लिए तक़रीबन 100 वर्ष का खुनी संघर्ष करना पड़ा. लाखों लोगों ने अपने वतन की खातिर अपनी जान कुर्बान कर दी थी.

आज स्वतंत्रता दिवस 2024 के इस अवसर पर ऐसे वीर सपूतों को सच्चे दिल से नमन करता हू. जिन्होंने अपने स्वार्थ को सीधा करने के लिए बुद्द की भूमि कही जाने वाली इस भारत-भूमि पर मानवता का कत्लेआम शुरू कर दिया था, ऐसे अत्याचारियों के विरुद्ध के आजादी के रखवाले अपना सीना तानकर खड़े हो जाते थे.

वो अहिंसा की मूरत जो चले तो अकेले थे, मगर कुछ ही कदम पर उनके पीछे जुलुछ उमड़ चूका था. एक लाठी के सहारे चलने वाले उसी इंसान को समझने में कमजोरी कर दी थी.

कि सत्य और अहिंसा जैसी बातों में कितना दम हो सकता हैं. राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी, हजारो स्वतन्त्रता सैनानी, साहित्यकारों, समाजसुधारको के सयुक्त प्रयासों से आखिर भारत देश की जनता जाग उठी, इसका नतीजा था. ब्रिटेन के सपने तार-तार जो भारत को आने वाले कई सैकड़ो वर्षो तक गुलाम रखना चाहते थे.

जब भी इस भारत भूमि की जनता मूड में आई हैं, कोई विदेशी ताकत आँख भी नही उठा सकी हैं, भले ही आज हम राज्यों भाषाओ और धर्मो में विभाजीत हैं, हमारी एक ही पहचान हैं,

हम भारतीय हैं, हमारे सभी भारतीय भाई-बहिन हैं. हमे फिर से एक होना होगा, फिर से जनता के मूड को जगाना होगा. क्युकि भले ही आज हम स्वतंत्र हैं, हमारे शासक हमारे द्वारा ही चुने जाते हैं. मगर स्थति बड़ी विकट हैं.

75 साल पहले तो एक ही समस्या थी. वो थे, अंग्रेज मगर आज हम भीतरी और बाहरी समस्याओ से ग्रस्त हैं. कभी सीमा पर तो कभी हमारे द्वारा पनपाई गईं, समस्याए खड़ी हो जाती हैं.

इस वीर भूमि पर जन्म लेने वाला एक पुरुष नारी एक योद्धा होता हैं, भले ही समय बदलाव के साथ स्थ्तियाँ बदल गईं हो. मगर समस्याओं का इजाफा हुआ हैं.

सीमा पर जाकर दुश्मन की गोली झेलना ही देशभक्ति नही हैं, हम हमारे देश में रहकर भी अपने व्ययसाय नौकरी के करते हुई भी राष्ट्र निर्माण में बहुत बड़ा योगदान दे सकते हैं.

चाहे रिश्वत खोरी हो या बढती आबादी, स्वच्छता, अशिक्षा, देश के दुश्मनों को समर्थन ऐसे हजारो विषय हो सकते हैं. जिनमे हम सक्रिय रूप से भूमिका निभाकर इस देश की जनता को जाग्रत कर सकते थे.

जब जनता मूड में आती हैं, तो संग्राम होता हैं, हमे फिर से देश के भीतर इस समस्याओ के विरुद्ध सयुक्त लड़ाई करनी होगी.

स्वतंत्रता दिवस भाषण कैसे लिखे- Independence Day Speech Hindi 2024

15 अगस्त 2024 स्वतंत्रता दिवस भाषण कैसे लिखे

मेरे प्यारे भाई-बहिनों समस्त विद्वान गुरुजनों और स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर इस प्रांगन में पधारे समस्त नगरवासियों.

सबसे पहले आप सभी को स्वतंत्र भारत के 76 वे स्वाधीनता दिवस की बहुत-बहुत बधाई. इस पावन पर्व पर अपनी बात रखने से पूर्व उन असंख्य वीर को सादर प्रणाम करता हु. जिनके अदम्य साहस और वीरता की खातिर आज हम आजाद हैं, और हमारे आजादी दिवस का जश्न मना रहे हैं.

आज का दिन- (स्वतंत्रता दिवस भाषण)

200 वर्ष के लम्बे अरसे की गुलामी के बाद 15 अगस्त 1947 को भारत देश आजाद हुआ थे. इन सैकड़ो वर्षो की गुलामी में हमारे पुरखों ने गोरी सरकार के अमानवीय बर्ताव और अत्याचार को सहन करना पड़ा था.

इन्ही अति के कारण वीर जवानों में क्रांति का बारूद भर दिया था.देश के इस दिन की खातिर कई वीर जवान देशभक्तों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी थी. इसी दिन हमे आजादी मिली इस कारण 15 अगस्त को ही स्वतंत्रता दिवस मनाने हैं.

योगदान

अंग्रेजो के इसी अत्याचारी व्यवहार से त्रस्त होकर इस देश की जनता ने एकजुट होकर स्वाधीनता का झंडा गाड़ दिया था. देशभर में अंग्रेज विरोधी माहौल बनाने में महात्मा गाँधी, भगतसिंह, झासी की रानी, आजाद, बोस जैसे क्रन्तिकारी नेताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही.

दूसरी तरफ नरमपंथी नेताओं ने सत्य और अहिंसा के दम पर अंग्रेजो के दात खट्टे किये.1857 की क्रांति से विभाजन तक हुए सभी सत्याग्रहो तथा आंदोलनों में लाखों मातृभूमि के सपूतों ने अपनी जान कुर्बान की थी.

इनकी वीरता के भय से कायर अंग्रेजो ने आखिर हिंदुस्तान छोड़ दिया. और 15 अगस्त 1947 को हमने स्वतंत्रता हासिल कर ली.

स्वतंत्रता दिवस भाषण- वार्षिक कार्यक्रम

आजादी की पहली सालगिरह से आज तक हम अपना स्वतंत्रता दिवस ख़ुशी और उल्लास के साथ मनाते आ रहे हैं.

आज के दिन देशभर के सभी राजनितिक सांस्कृतिक और शैक्षिक संस्थानों पर तिरंगा फहराकर राष्ट्रगीत गाया जाता हैं, उन वीर शहीदों को श्रद्धांजलि और मिष्ठान वितरण के साथ स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम मनाया जाता रहा हैं.

राष्ट्रिय आयोजन

स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली के लाल किले पर तिरंगा फहराने की परम्परा 1947 में पंडित नेहरु द्वारा शुरू की गईं थी, जो आज तक अनवरत रूप से जारी हैं.

इस राष्ट्रिय कार्यक्रम को देखने के लिए राजधानी और आस-पास के क्षेत्र के लोगों का हुजूम उमड़ पड़ता हैं. कार्यक्रम की शुरुआत में शहीदों को श्रदाजली के साथ ही राष्ट्र के नाम सम्बोधन प्रधानमन्त्री देगे.

हमारा कर्तव्य

आज हम स्वतंत्र भारत में जी रहे हैं, हमारा पहला कर्तव्य हैं, कि बड़ी देरी और बड़ी कीमत चुकाकर प्राप्त की गईं भारत की स्वतंत्रता, अखंडता की रक्षा करे.

कुछ ऐसा कर दिखाए जिससे पुरे देश का सर दुनियाभर में ऊँचा उठे, देश के विकास कार्यो में मदद करे. देश की समस्याओं को अपनी समस्या समझकर व्यक्तिगत रूप से अपना योगदान दे. हमे अपने आपसी गिलाव को भूलकर राष्ट्रहित में कार्य करते हुए, इसे आगे ले जाना हैं.

जय हिन्द जय भारत

स्वतंत्रता दिवस पर भाषण Independence Day Speech In Hindi 2024

स्वतंत्रता दिवस पर भाषण Independence Day Speech In Hindi 2024नमस्कार दोस्तों आपका हार्दिक स्वागत हैं, आप सभी को 78 वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं.

यदि आप इंडिपेंडेंस डे स्पीच 2024 की खोज कर रहे हैं तो यह लेख आपके लिए हैं यहाँ सरल भाषा में स्वतंत्रता का भाषण निबंध 2024 स्टूडेंट्स के लिए सरल भाषा में दिया गया हैं.

स्वतंत्रता हमारा जन्मसिद्ध अधिकार हैं, इसके बिना जीवन निअर्थ हैं. किसी दुसरे के गुलाम रहकर व्यक्ति कभी सूखी नही रह सकता और न ही अपनी इच्छाओ के अनुसार कार्य कर सकता हैं.

प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में स्वतंत्रता का बड़ा महत्व हैं. यदि सैकड़ो सालों की दासता के बाद स्वतंत्रता प्राप्त हो तो उसका कद कई गुना तक बढ़ भी जाता हैं.भारत लगभग 900 साल तक गुलाम रहा, जिन पर विदेशी शासकों ने शासन किया.

अत: हम 15 अगस्त 1947 को पूर्ण स्वतंत्र हुए. आज हम विश्व में ताकतवर देशो में गिने जाते हैं तो इसकी एक वजह हमारी स्वतंत्रता हैं.

इसी स्वतंत्रता प्राप्ति के उपलक्ष्य में सभी भारतवासी प्रतिवर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता मनाते हैं, यह परम्परा पिछले 70 सालों से चली आ रही हैं. वर्ष 2024 में हम अपना 78वाँ स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहे हैं. यह हमारा राष्ट्रिय पर्व है.

हमारे इतिहास में कई बार विदेशी आक्रमणकारियो ने भारत पर आक्रमण किया, यहाँ के शासकों राजाओं ने कई बार पराजित किया तो कई बार वे विजयी होकर भारत के शासक भी बने.

जिनमे शक हुण, फ़्रांसिसी, मुंगल आदि. मगर ये शासक भारत में आने के साथ ही यहाँ की सभ्यता और संस्कृति के साथ पूरी तरह घुल मिल गये और भारतीय जनता के सेवक के रूप में शासन चलाते रहे.

अठारहवी सदी में जब अंग्रजो ने भारत में कुछ हिस्सों पर अधिकार जमाया,तो यहाँ के लोगों को गुलामी का अहसास पहली बार हुआ|

अब तक सभी विदेशी आक्रमणकारियों ने भारत को अपना देश स्वीकार कर यहाँ शासन किया था, किन्तु अंग्रेजो ने पर अधिकार करने के बाद अपने देश इंग्लैड की भलाई के लिए इसका पूरा-पूरा शोषण करना शुरू किया|

उन्नीसवी शताब्दी में जब अंग्रेजो ने मुगलों का शासन को उखाड़कर सम्पूर्ण भारत पर अपना राज्य स्थापित किया तो उनके पीछे अपने स्वय हित जुड़े हुए थे.

दिन ब दिन उनके लूट और अत्याचार के किससे बढ़ने लगे, इसी का नतीजा था भारतीय जनमानस पूरी तरह गरीबी के मकड़ी जाल में फसता हुआ अंग्रेजी शासन के गुलाम हो गया.

इन्ही गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने के लिए यहाँ के उत्साही नवयुवको ने अपनी स्वतंत्रता का बिंगुल छेड दिया. 1857 से अगले 90 वर्षो तक स्वतंत्रता के इसी जूनून में अनगिनत देशभक्तों ने अपनी जाने वतन के लिए कुर्बान कर दी,

हजारो देशभक्तों ने कालकोठरियों में अपनी अधिकतर साल व्यतीत किया. काले पानी और सलाखों के पीछे अमानवीय यातना सहते रहने का यह चक्र 15 अगस्त 1947 तक अनवरत रूप से चलता रहा.

इस स्वतंत्रता के सघर्ष में अनगिनत लोगों ने अपने घर परिवार को छोड़कर अपने वतन के लीये मिटने का सकल्प कर चुके थे.

नेताजी सुभाषचन्द्र बोस, भगतसिंह, झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई, चन्द्रशेखर आजाद, महात्मा गाँधी, सरदार पटेल, राजगुरु, तिलक, पंडित नेहरु ऐसे हजारो नाम जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम को आगे बढाया और भारत को स्वतंत्र करवाकर ही दम लिया.

जब भारत ने अपनी स्वतंत्रता का सवेरा 15 अगस्त 1947 को देखा तो तत्कालीन प्रधानमन्त्री श्री जवाहरलाल नेहरु ने दिल्ली के लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराकर आज के दिन 15 अगस्त को ही भारत के स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाने की परम्परा की शुरुआत हुई थी.

जो विगत 76 सालों से निरंतर चली आ रही हैं. स्वतंत्रता दिवस के दिन प्रतिवर्ष भारत के प्रधानमन्त्री द्वारा दिल्ली के लाल किले से तिरंगा झंडा फहराया जाता हैं,

21 वी सदी के उपलक्ष्य में 21 तोपों द्वारा तिरंगे को सलामी दी जाती हैं. साथ ही देशभर में कई रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं.

इस स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर देश के राजनेता, फिल्म अभिनेता, अधिकारी और देश के विद्यार्थी इस दिवस पर भाषण देकर अपने शहीदों के वचनों को फिर से दोहराते हैं. स्वतंत्रता दिवस हमारा राष्ट्रिय पर्व हैं. स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रभर में राजकीय अवकाश होते हैं.

सरकारी एवं निजी विद्यालयों सहित कार्यालयों, में इस दिन ध्वजारोहण के साथ कई रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाते हैं. स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशभर के लोगों में उत्साह और उमग से भरा रहता हैं. विभिन्न खेल प्रतियोगिताओ पर भी आयोजन करवाया जाता हैं. देशवासी एक दुसरे को बधाई प्रेषित कर शुभकामना देते हैं.

हमारे स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के पश्चात् विभिन्न क्षेत्रो में अच्छा काम करने वाले नागरिको,युवाओं,महिलाओं और विद्यार्थियों को सम्मानित कर उनका उत्साह बढाया जाता हैं.

साथ ही कार्यक्रम की समाप्ति पर मिष्टान वितरण का कार्यक्रम भी होता हैं.हमारे पहले स्वतंत्रता दिवस पर भाषण देते हुए पंडित नेहरु ने कहा था. जब रात 12 बजे पूरी दुनिया सो रही होगी,

मगर भारतीय लोग अपनी आजादी की पहली घड़ी का इन्तजार कर रहे हैं. ऐसा समय बहुत कठिन हैं. आज हम पराधीन राष्ट्र से स्वतंत्र भारत में प्रवेश कर रहे हैं. हमारा भारत एक दिन फिर से प्रगति करेगा. आज नेहरु का यह कथन सत्य साबित होने जा रहा हैं.

आजादी प्राप्ति के तीन वर्ष बाद तक हम अंग्रेजी शासन द्वारा बनाए गये नियम कायदों पर चल रहे थे. मगर बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर और अन्य बुद्दिजीवीयों के अथक प्रयास के परिणामस्वरप 26 जनवरी 1950 को हमारा सविधान पुरे देश में लागू कर दिया गया.

इस एतिहासिक दिवस को हम गणतन्त्र दिवस के रूप में मनाते हैं. सही मायनों में हमारे गणतन्त्र बनने के पश्चात् हमे पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त हुई.जो देश हमेशा एक रहा हैं, वो अखंड रहा हैं,

यही वजह हैं हम अलग-अलग धर्म जाति क्षेत्र और भाषी होने के उपरांत पहले अपने को भारतीय समझते हैं. यही हमारे देश की एकता हैं, जो अन्यत्र दुर्लभ हैं. हमारी इसी एकता के दम पर आज तेजी से आगे बढ़ रहे हैं,

हमारे दुश्मन मुल्क बस हमारी एकता को तोड़ने में लगे हैं. जिनके इरादे हमेशा की तरह पस्त कर आगे बढ़ना हम प्रत्येक भारतीय का कर्तव्य हैं. यही हमारी स्वतंत्रता का महत्व हैं. आज भी कई लोग ऐसे हैं, जो पैसे के लिए अपने देश को बेच डालते हैं,

जिनमे राजनेता हो या देश के भीतर रहने वाले देशद्रोही कही भी दंगा फसाद या आतंकी हमले की फिराक में रहते हैं. हमारा दायित्व हैं

कि ऐसे गद्दारों के खिलाफ जाति धर्म पन्थ क्षेत्र सर्वस्व भूलकर ऐसे लोगों को दंडित करे और अपनी एकता की तरफ नजर उठाने वाली प्रत्येक बुरीनजर को हमेशा के लिए समाप्त कर दे.

भारत का इतिहास इस बात का हमेशा प्रमाण देता आया हैं, कि भिन्न-भिन्न जाति धर्म और भाषा के लोग एक साथ एकता के साथ रहते चले आए हैं. यहाँ कई विदेशी जातिया भी आई मगर हमारे देश की संस्कृति की सुन्दरता में सदा-सदा के लिए यही बस गईं.

एक भारतीय होने के नाते हमे अपनी इस परम्परा का पालन करते रहना हैं इसे और सुद्रढ़ बनाना हैं. इनमे स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रिय पर्व हमे बार बार इन बातों को याद दिलाता रहेगा. जय हिन्द जय भारत मित्रों स्वतंत्रता दिवस  15 अगस्त 2022 पर भाषण का ये लेख आपकों कैसा लगा,

शिक्षकों के लिए स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर भाषण Independence Day Speech For Teachers 2024 In Hindi

शिक्षकों के लिए स्वतंत्रता दिवस भाषण Independence Day Speech For Teachers 2024 In Hindi Primary And Upper Primary School Teacher Speech Bhashan On 15 August 2024.

सभी सज्जनों को 15 अगस्त अर्थात 78वें भारतीय स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हैं.  यहाँ हम स्वतंत्रता दिवस भाषण 2024 का यहाँ हम बता रहे हैं. यह कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के लिए भाषण नीचे दिया गया हैं.

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जैसा कि हम सभी जानते हैं, 15 अगस्त भारत का स्वतंत्रता दिवस हैं, इसी दिन हमे अंग्रेजो से आजादी प्राप्त हुई थी. इस ऐतिहासिक दिन को यादगार बनाने के लिए प्रतिवर्ष 15 अगस्त को देशभर में राजकीय अवकाश के साथ आजादी दिवस जश्न बड़े-उल्लास के साथ मनाया जाता हैं.

देशभर के सभी कार्यालयों और सरकारी एवं निजी शिक्षण संस्थाओ, विद्यालयों में परेड और व्यायाम के साथ ही 15 अगस्त के सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होता हैं,

मुख्य अतिथि, प्रधानाध्यापक, विशिष्ट अध्यापकों के अतिरिक्त मेधावी विद्यार्थी इस अवसर पर भाषण, कविता, गीत और अपनी प्रस्तुती देते हैं. यहाँ  आपकों शिक्षकों के लिए स्वतंत्रता दिवस भाषण उपलब्ध करवाया जा रहा हैं. यदि आप शिक्षक हैं तो इस भाषण को अपनी आवाज दे सकते हैं.

शिक्षकों के लिए स्वतंत्रता दिवस भाषण

मुख्य अतिथि महोदय, प्रधानाध्यापक/ संस्था प्रधान, मंच पर विराजमान सभी अतिथि गणों, साथीगण और प्यारे विद्यार्थियों, आज हम सब अपना 78 वाँ स्वतंत्रता दिवस मनाने के उपलक्ष्य में यहाँ एकत्रित हुए हैं.

मै अपने भाषण की शुरुआत से पूर्व आपकों सभी को 15 अगस्त की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ.

15 अगस्त 1947 का दिन हमारे इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण दिवस है. इसी दिन लाखों देशप्रेमियो के एक शताब्दी तक लम्बे संघर्ष के बाद भारत को आजादी प्राप्त हुई थी.

इसीलिए हम हर साल 15 अगस्त को मानते आ रहे हैं. सिर्फ 15 अगस्त की तैयारी करना, ध्वजारोहण, कार्यक्रमों का आयोजन भर इस दिन का उद्देश्य नही हैं.

आज हम स्वतंत्र हैं इसकी वजह हमारे असंख्य शहीदों का बलिदान, और उनकी देशभक्ति और भारत के भविष्य के सपने को साकार करना.

आज हम आज़ाद हैं, यह: आजादी कभि छिनने ना देगे
इस तिरगे की शान: को हम कभी झुकने ना देगे
जो कोई आख उठाएगा जो मेरे हिन्दुस्थान की तरफ
उन आँखों को हम फिर इस दूनिया देखने नहीं देगे

जब भी अंग्रेजी हुकूमत का नाम जेहन में आता हैं, तो कई नाम हमारे पटल पर यकायक ही आ जाते हैं, भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम 1857 के हीरों और भारत में आजादी की अलख जगाने वाले मंगल पांडे जिनमे से एक थे. जिन्हें बिर्तानी हुकूमत ने 8 अप्रैल सन 1857 को फांसी दे दी थी.

हालाँकि उन्हें हुई सजा के मुताबिक फांसी की सजा 18 अप्रैल को दी जानी थी. चर्बी युक्त कारतूसो के उपयोग के कारण इन्होने इसका विरोध किया और सैन्य विद्रोह के साथ ही भारत की आजादी का संग्राम शुरू किया था.

जो 14 अगस्त की अर्धरात्रि को भारत-पाक विभाजन के साथ ही भारत को स्वतंत्रता प्राप्त हुई और अंग्रेज भारत छोड़कर चले गये. इन 90 वर्षो की अवधि में अंग्रेजो ने हमारे पूर्वजो असहनीय अत्याचार किये.

दूसरी तरफ हजारो-लाखों की संख्या में नवयुवको ने अपना घर-परिवार त्यागकर भारत की आजादी की खातिर अंग्रेजी शासन के विरुद्ध विरोध का झंडा खड़ा किया और साहस और जज्बे के साथ लोहा लेते हुए अपनी जान तक दे दी.

भारत के स्वतन्त्रता सेनानियों में झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई, तात्या टोपे, भगत सिंह, महात्मा गाँधी, सुभाषचन्द्र बोस, चन्द्रशेखर आजाद, महात्मा गाँधी ऐसे असंख्य देशभक्त थे जिन्होंने भारत के भविष्य के लिए हंसते हंसते अपनी जान वतन पर कुर्बान कर दी थी.

इस सम्बन्ध में राष्ट्रकवि दिनकर की ये पक्तियाँ उपयुक्त हैं.

अँधा चकाचोध का मारा:
क्या जाने ईतिहास बेसहारा
जो चढ गये पुष्प बेदी पर
लिए बिना गरदन का मोळ:
कलम आज उनकी जय :बोल।”

आज का दिन सभी भारतीयों के लिए गर्व का दिन हैं हमारे पूर्वजो की अथक मेहनत और अंग्रेजी शासन के क्रूर अत्याचार को सहने के बावजूद हमे स्वतंत्रता उपहार स्वरूप भेट की.

आज हम सभी स्वतंत्र भारत के नागरिकों का कर्तव्य हैं, अपने पूर्वजो के सपने का भारत का सपना सच कर दिखाए, हमारे देश को विकास के पथ पर तेजी से आगे ले जाए.

हमे अपने गणतन्त्र को और अधिक मजबूत बनाने के साथ ही साथ राष्ट्र के सामने उपस्थित विकट समस्याओं का मिलकर सामना करने का सकल्प ले. एक भारतीय नागरिक होने के नाते हमारा यह फर्ज बनता हैं,

कि जाति धर्म क्षेत्र से ऊपर उठकर उन समस्याओं का मजबूती से सामना करते हुए देश को आगे तक ले जाए. एक नागरिक होने के तौर पर हम अपने राष्ट्र की प्रगति और अखंडता में बड़ा योगदान दे सकते हैं.

दुश्मन मुल्क के वे लोग या जो पक्षधर हैं, इसी देश का अनाज खाते हैं, यही की हवा में सांस् लेते हैं, जबकि दुश्मन मुल्क के लिए काम करते हैं,

ऐसे गद्दारों की पहचान कर उन्हें सबक सिखाने के अतिरिक्त आज के समय में चाइनीज सामान से भारतीय बाजार अटा पड़ा हैं, एक सच्चे भारतीय होने के नाते हमे इन उत्पादों का बहिष्कार करते हुए. स्वदेशी वस्तुओ को अपनाने का सकल्प लेना चाहिए.

गुज रहा हर देश में भारत का नगाड़ा
चमक रहा आसमान में हमारा सितारा
आज के दिन आओ मिलकर करें दुआ
बुलदी पर लहराता रहे तिरंगा अपना 

आज गाँधी और बुद्ध की शिक्षाओं पर चलते हुए शांतिपूर्ण तरीके से देश के विकास के साथ साथ विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधि, खेल, अन्तरिक्ष और विज्ञान के क्षेत्र में तकनिकी के क्षेत्र में सक्रिय रूप से अपना योगदान देकर देश की उन्नति और विकास में महत्वपूर्ण योगदान कर सकते हैं.

Independence Day Speech For Students In Hindi 2024 – विद्यार्थियों के लिए स्वतंत्रता दिवस भाषण

विद्यार्थियों के लिए स्वतंत्रता दिवस भाषण Independence Day Speech For Students In Hindi Language 2022 On 15 August Students Kids Children Of Primary And Upper Primary School. Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के बच्चों के लिए हम स्वतंत्रता दिवस भाषण 2024

यहाँ बता रहे हैं. 76 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हम भारत वासीयों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं. इस दिन स्कूल कॉलेज में आयोजित इंडिपेंडेंस डे शोर्ट लॉन्ग स्पीच बोलने के  लिए कहा जाता हैं ऐसे में आप इस लेख की मदद से अच्छा भाषण तैयार कर सकते हैं.

Hello Friends, Here Is Independence Day Speech For Students In Hindi, We Congrate You Very Happy Independence Day 2024 To You,

In This Post We Sharing 15 august speech in Hindi school Kids And Students. We Are Fully Try To Give You Proper And Simple 15 august independence day speech Hindi language for School Students.

स्वतंत्रता दिवस 2024 Par Bhashan

सुप्रभातम्, आप सभी को मेरा नमस्ते. मंच पर विराजमान मुख्य अतिथि महोदय प्रधानाचार्य महोदय समस्त विद्वान् गुरुजनों एव मेरे साथ पढ़ने वाले भाइयों और बहिनों.

आज पन्द्रह अगस्त है, भारत को इस दिन आजादी प्राप्त हुई थी.  इस कारण  हम इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में हर साल मनाते हैं. 15 अगस्त के दिन देशभर में राजकीय अवकाश होता हैं तथा समस्त जगहों पर तिरंगा फहराकर देशभक्ति के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं.

हमारे विद्यालय की भांति ही देश के सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों महाविद्यालयों में स्वतंत्रता दिवस के दिन शान से तिरंगा फहराते हैं और शहीदों को याद किया जाता हैं.

इस अवसर पर स्कूल के नन्हें मुन्हे बच्चे व्यायाम परेड, निबंध, भाषण देशभक्ति कविताएँ शायरी आदि प्रस्तुत किये जाते हैं. मैं कक्षा 8 का विद्यार्थी स्वतंत्रता दिवस भाषण के माध्यम से अपने विचार प्रकट करने जा रहा हूँ.

हम हर साल 15 अगस्त के दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं, क्या कभी हमनें पीछे झांककर यह जानने का प्रयास किया, कि इसे हम क्यों मनाते हैं.

इस दिन ऐसा क्या खास हुआ था जिस साल दर साल याद किया जाता हैं. भारत की उत्सव परम्परा के नयें विषय के रूप में 15 अगस्त को भी सम्मिलित कर लिया गया.

भारत में ग्यारहवीं सदी तक देशी राजाओं का शासन था, हमने इतिहास में जाना हैं कि पृथ्वीराज चौहान दिल्ली के अंतिम हिन्दू सम्राट थे.

तराइन के दूसरे युद्ध में चौहान की हार और गौरी की जीत से भारत में विदेश शासन की शुरुआत हो गई थी. आप सोच रहे होंगे, इन प्रसंगों का हमारे स्वतंत्रता दिवस से क्या वास्ता.

मैं आपका ध्यान उन तथ्यों की तरफ ले जाना चाहता हूँ जो हमें साल दर साल गलत बताएं जाते रहे हैं. कि भारत को 200 वर्षों की गुलामी के बाद 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता मिली थी.

यह सरासर झूठी एवं बेबुनियाद बात हैं. भारत की गुलामी का दौर तो 1192 से ही आरंभ हो गया था.

गौरी, खिलजी, ऐबक, तुर्क, मुगल, पुर्तगाली अंग्रेज सैकड़ों जातियों ने भारत पर शासन किया. ये भारतीय जनता व देशी शासकों के लिए गुलामी का दौर नहीं था तो क्या था.

17 वीं शताब्दी में जहांगीर के समय अंग्रेज भारत में आए और व्यापार को माध्यम बनाकर उन्होंने भारत की सत्ता को हथिया ली.

ये घटनाएं बस नहीं हैं, ये हमारा अतीत है और हमारे स्वर्णिम भविष्य के लिए हम अपने इतिहास की भूलों व साजिशों को भली भांति जाने तभी हमारे सपनों के एक भारत का निर्माण हो सकेगा.

जब अंग्रेजों ने भारत में कदम रखा तो दिल्ली की सत्ता पर मुगल थे. दक्षिण पश्चिम भारत में छोटे छोटे देशी राज्य थे.

अंग्रेजों के लिए भारतीय राजाओं से युद्ध कर सत्ता पाना असम्भव था, अतः उन्होंने फूट डालनी शुरू की तथा राजाओं को आपस में लडवाकर उन्हें कमजोर कर स्वयं सत्ता के स्वामी बन बैठे थे.

मुगल और अंग्रेज दोनों विदेशी थे.  मगर दोनों  के मध्य एक मूलभूत अंतर यह था कि अंग्रेजों का उद्देश्य भारत में सत्ता स्थापित करना नहीं था. बल्कि भारत की सम्पति को लूटकर ब्रिटेन भेजना चाहते थे, जो उन्होंने अपने पहले दिन से शुरू कर दिया था.

एक सौ नब्बे वर्ष के अंग्रेजी साल ने भारत की दुर्दशा यह कर दी कि 20 वीं सदी आते आते सोने की चिड़िया कहलाने वाले भारत वर्ष के लोग अब भूख से मरने लगे. अनाज उपजाने वाले किसान कर्जदार होकर आत्महत्याएं करने को मजबूर हो गये. नौकरी के नाम पर भारतीयों के लिए कुछ नहीं था.

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मैं उन अमर शहीद क्रांतिकारियों को झुककर नमस्कार करता हूँ, जिसकी वजह से 10 हजार प्राचीन भारतदेश अपने अस्तित्व को बचा पाया.

सर यदि अंग्रेज भारत में पचास साल और ठहर जाते तो इस देश का नामो निशाँ मिट जाता. वैसे भी हम अपनी संस्कृति, इतिहास, परम्पराओं एवं प्राचीन साहित्य को काफी हद तक गंवा सकते हैं.

महोदय, मैं क्षमा चाहता हूँ एक स्टूडेंट्स होने के नाते मुझे इस तरह की बात नहीं करनी चाहिए, मगर मेरे दिल में यह बात हर बार दुखती हैं. हम कहते हैं हमारा देश 15 अगस्त 1947 के दिन ब्रिटिश राज से पूर्ण रूप से स्वतंत्र हो गया था. तो आज उन अंग्रेजों की विरासत को हम क्यों सम्भाल रहे हैं.

सही मायनों में विरासत अपने पूर्वजों की देन होती हैं, इसलिए मैं उसे गुलामी का कंलक ही कहूँगा जिसे हम अपने सिर पर बोझे की तरह ढोए जा रहे हैं.

भला हमारे देश का अंग्रेजी से क्या लेना देना, मैं भाषाई ज्ञान का शत्रु नहीं हूँ, हाँ यदि किसी को अधिक से अधिक भाषाओं का ज्ञान हो तो अच्छी बात हैं मगर यह बात अन्य भारतीय भाषाओं या फ्रेंस, रसियन के साथ क्यों नही.

आजादी के सात दशक बाद भी क्या मेरा देश अपनी भाषा से नहीं चल सकता, क्या हम इतनी गहरी मानसिक गुलामी में चले गये हैं कि हमारा अंग्रेजी के बिना कोई काम नहीं चलता.

भारत के न्यायालय देख लो, उच्च शिक्षा का क्षेत्र देख लो,  संसद  की चर्चा देख लीजिए. कई बार ये लगता हैं कि ये लोग हमारा नहीं किसी और देश के प्रतिनिधि हैं. न्यायपालिका ऐसा लगती हैं कि वह ब्रिटेन जैसे देशों से हमारे देश को खैरात में दी गई हैं हम बस 70 सालों से उसे परम्परा के रूप में आगे बढ़ा रहे हैं.

मैं यह भी मानता हूँ कि यदि हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं हो सकती तो यह भारत के लोगों का निर्णय ही समझूंगा. मगर कोई भी भारतीय भाषा गुजराती, पंजाबी, तमिल, तेलगू, मलयालम, मराठी, बंगाली, भोजपुरी, उड़िया हमारी 150 से अधिक भाषाओँ में क्या कोई ऐसी भाषा नहीं जो इस कलंक को मिटा सके.

मुझे यह कहने में कोई झिझक नहीं हैं कि मेरे देश में आज भी बड़ी तादाद में अंग्रेजों की औलादे हैं जिन्हें वे अपने साथ ले जाना भूल गये थे. कोई भी इसको नकार नहीं सकता, क्योंकि सर लोकसभा और राज्यसभा में आज भी अंग्रेजों की संतानों के प्रति निधित्व के लिए एंग्लो इंडियन सदस्यों का मनोनयन जारी हैं.

विद्यार्थियों के लिए स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त भाषण 2024

प्यारे दोस्तों आजादी के पर्व के मौके पर आज हम जश्न मना रहे हैं. इस दिन को पाने के लिए भारत ने बड़ा मूल्य चुकाया हैं, ऐसा नहीं था कि अंग्रेजों को ऐसा लगा कि हमने बहुत शासन कर लिया अब भारत को रातो रात आजादी दे दी गई.

भारत को स्वतंत्रता मिली नहीं बल्कि यह अंग्रेजों से छिनकर ली गई थी. देश के क्रांतिकारी नवयुवकों के कारनामों ने उनको यह एहसास करा दिया कि अब जान बचानी हैं तो भारत छोड़ना होगा. तब जाकर भारत 15 अगस्त के दिन स्वतंत्र हुआ था.

आज ही के दिन भारत के लोगों ने आजादी के सूरज की पहली किरणों को देखा था. पहले स्वतंत्रता पर्व पर देश के प्रथम प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरु ने लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया था. इसी परम्परा के चलते 15 अगस्त के दिन भारत के माननीय प्रधानमंत्री राष्ट्रीय ध्वज को लाल किले से फहराते हैं.

आज की सच्चाई यह हैं कि हमारे लिए स्वतंत्रता या आजादी एक शब्द मात्र हैं जिसे कभी हम लिबर्टी, इंडिपेंडेंस या फ्रीडम के रूप में परिभाषित करते हैं. आज से 70 साल पहले हमारे पूर्वजों के लिए आजादी का मतलब था एक सुनहरा सपना, जिसमें वे अपने तरीके से काम कर सकेगे, जो चाहे वो कर सकेगे. अपने देश व समाज के निर्णय व विकास में उनकी भागीदारी होगी.

यह वजह थी कि स्वराज के लिए 1857 से 1947 तक 90 वर्षों की इस लड़ाई में भारत के लाखों वीर सेनानियों ने अपने जीवन को राष्ट्र के लिए अर्पित कर दिया था. आजाद, भगतसिंह, सुभाष बोस, रानी लक्ष्मी बाई जैसे शूरमाओं ने जिस भारत का सपना देखा था, क्या आज हम उनके बलिदान को सार्थक कर पाए हैं, यह हमारे लिए चिंतनीय विषय हैं.

15 August Speech In Hindi 2024 स्वतंत्रता दिवस पर भाषण

15 August Speech In Hindi: आज के इस हम अपने पाठकों के लिए 15 August पर हिंदी भाषा में सरल भाषण Speech उपलब्ध करवा रहे हैं.

इस भाषण का उपयोग आप अपने विद्यालय कॉलेज या किसी संस्थान के India Independence Day 2024 कार्यक्रम में प्रस्तुत कर सकते हैं. मुख्यतः कक्षा 12 तक के स्कूली छात्र-छात्राओ ध्यान में रखते हुए यह 15 August स्पीच तैयार किया गया हैं.

मंच पर उपस्थित मुख्य अतिथि महोदय, प्रधानाचार्य जी, समस्त शिक्षक गण और मेरे साथ पढ़ने वाले प्यारे भाईयो और बहिनों. सबसे पहले आप सभी को भारत के 76 वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई. इसी महान राष्ट्रिय त्योहारों को मनाने बाबत आज हम सब यहाँ एकत्रित हुए हैं.

15 अगस्त का दिन प्रत्येक भारतीय के लिए ख़ुशी और गर्व का दिन हैं. 15 अगस्त 1947 के दिन ही भारत अंग्रेजो के शासन से लम्बी लड़ाई के बाद स्वतंत्र हुआ था. इसी उपलक्ष्य में हम प्रतिवर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं. आज पूरा भारत अपना 71वाँ स्वतंत्रता दिवस मना रहा हैं.

15 अगस्त का दिन प्रत्येक भारतवासी के लिए महत्वपूर्ण दिन हैं. जिन्हें विश्व इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जा चूका हैं.

आज ही के दिन जब पूरी दुनिया सों रही थी, पंडित नेहरु ने दिल्ली के लाल किले से ऐतिहासिक भाषण दिया था. भारतीय जनमानस आजादी के नये सवेरे की बाट देख रहे थे.

सैकड़ो वर्षो की गुलामी के बाद हमारा देश सन सतालीस में आजाद हुआ. देशवासियों की अथक मेहनत और लग्न से आज भारत विश्व का सबसे बड़ा गणतन्त्र राष्ट्र हैं. देश के सिपाही हर मुशीबत झेलने को तैयार हैं. आज विभिन्न धर्मो के लोग प्रेम से भारत में रहते हैं, यही विविधता में एकता हमारी पहचान हैं.

हर वर्ष हर्षोल्लास से पुरे देश में 15 अगस्त मनाया जाता हैं. यह दिन हमे उन स्वतंत्रता सेनानियों को बार-बार याद दिलाता हैं. जिनकी अथक मेहनत और जज्बे के कारण भारत आजाद हुआ,

और आज हमे पूर्ण स्वतंत्रता हैं. ये हमारे वीर शहीदों की अमानत हैं विरासत हैं. जिसके कारण आज प्रत्येक भारतीय चाहे जहाँ पढ़, लिख सकता हैं, आ जा सकता हैं तथा नौकरी कर सकता हैं.

आजादी से पूर्व भारतीयों को कुछ भी अपनी इच्छा से करने की अनुमति नही थी. जो अंग्रेज चाहते थे, उनके हुक्म का पालन करना हमारे पूर्वजो की मजबूरी थी.

15 अगस्त को हम स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं, इस दिन विशेष तौर पर उन वीर शहीदों का स्मरण करना चाहिए. जिनकी बदौलत आज हम स्वतंत्र हैं सुरक्षित हैं.

ब्रिटिश सता को भारत से उखाड़ना इतना आसान नही था. मगर तमाम परेशानियों को झेलते हुए अपनी जान हथेली पर लेकर वो लड़े, सुनहरे भारत के भविष्य की खातिर.

आज तेजी से बढ़ रहे भारत के राष्ट्र निर्माण और स्वतंत्रता में सबसे अहम योगदान हमारे स्वतंत्रता सेनानियों का था. हम और हमारी आने वाली पीढियाँ हमेशा उनके ऋणी रहेगी.

हमें अपने महापुरुषों के बताए रास्ते पर चलते हुए देश को नई ऊँचाइयों तक ले जाना हैं. हमारे प्रेरक देशभक्त हमेशा हमारे दिलों में रहेगे, आज के दिन हमे उन वीरों को सलामी देनी चाहिए.

15 अगस्त न सिर्फ एक जश्न का दिन हैं, बल्कि हमारे उन देशभक्तों और महापुरुषों को याद करने का सुनहरा अवसर भी हैं. जिन्होंने अपने घर-परिवार एशो आराम सब कुछ त्यागकर अपने सम्पूर्ण जीवन भारत माता के कदमों में अर्पित कर दिया.

इन्ही के जीतोड़ प्रयासों के फलस्वरूप ही अंग्रेज 200 वर्षो तक शासन करने के बाद भारत से भागे थे. हमे ऐसे नेशनल हीरोज को अपना आदर्श मानते हुए उन्हें महत्व देना चाहिए.

हमारे स्वतंत्रता सेनानियों में सुभाषचन्द्र बोस, भगतसिंह, लाला लाजपत राय, विपिनचंद्र पाल, महात्मा गाँधी, राजगुरु, चन्द्रशेखर आजाद, झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई ऐसे हजारों नाम हैं.

ये हमारे देश की आजादी के कर्णधार थे. जिन्होंने अपने बचपन और जवानी के दिन जेलों में गुजारे और जीवनपर्यन्त अंग्रेजो से लोहा लेते रहे. हम स्वतंत्र भारत में जन्मे इस कारण हम उस दासता और गुलामी की कल्पना नही कर सकते हैं.

जो हमारी कई पीढियों ने झेली थी. आजादी के 75 साल बाद आज हम विश्व की सबसे तेजी से उभरती ताकत के रूप विख्यात हैं. हर भारतीय विश्व के कोने-कोने में सम्मानित हैं.

सुभाषचन्द्र बोस भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने अंग्रेजो के अत्याचार सहने के बाद गांधी वादी विचारों को त्यागकर अंग्रेजो से आर-पार की जंग की योजना बनाई थी और जापान व् अन्य दक्षिण एशियाई देशों की मदद से आजाद हिन्द फौज से अंग्रेजो के पाँव फूला दिए थे.

भारतभूमि हमारी जन्मस्थली तो हैं, ही हमे इसे अपनी कर्मस्थली भी बनानी हैं. एक स्वतंत्र राष्ट्र के नागरिक होते हुए, हमे अपने देश को आगे ले जाना हैं. हमे भारतीय होने पर गर्व हैं. हर भारतीय शान से कहता हैं, मेरा भारत महान. हमे अपने तन, मन, धन से इस देश को आगे तक ले जाना हैं.

Independence Day In Hindi Language 15 August 2024 Best Essay Speech Importance History

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Here We Bring Essay Speech Importance History Independence Day In Hindi,  School Students And Kids Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 12. आप सभी को  स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई,  शुभकामनायें

आज के लेख में हम 15 अगस्त 202के आजादी दिवस के अवसर पर हिंदी निबंध, भाषण आपके साथ यहाँ साझा कर रहे हैं. आशा करते हैं. इंडियन इंडिपेंडेंट डे में दी जानकारी आपकों पसंद आएगी.

15 August 2024 Independence Day In Hindi Language: अग्रेजों की 200 साल की गुलामी के बाद हमारा भारत देश आज ही के दिन 15 अगस्त 1947 के दिन स्वतंत्र हुआ था. भारत के अनगिनत वीरों के सर्वोच्च बलिदान की बदौलत  हमें यह आजादी का दिवस मनाने का अवसर मिल रहा हैं.

आज सम्पूर्ण भारत हर्षोल्लास के साथ अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा हैं. हर भारतीय का सीना आजादी के इस पर्व पर गर्व से चौड़ा हो जाता हैं. दुनियां भर में बसने वाले प्रत्येक भारतीय को मेरी  ओर तरफ से स्वतंत्रता दिवस (Happy Independence Day) की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें.

Importance Of Independence Day In Hindi

Independence Day 15 August 2024 Importance In Hindi: प्रत्येक आजाद कौम व मुल्क के लोगों को  अपने अतीत पर गर्व होता हैं. हम भारत के लोग भी भारत के इतिहास, परम्परा एवं संस्कृति के प्रति गहरा लगाव रखते हैं.  

देश की खातिर जान नौछावर कर देने वाले देशभक्तों से अपने वतन से जुड़ी हर शिनाख्त प्यारी होती हैं. 15 अगस्त के दिन ही हमारा भारत आजाद हुआ, हमारी पीढ़ियाँ गुलामी के उस दौर, अंग्रेजों की यातनाएं तथा स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद रख सके, 

इसी लिए स्वतंत्रता दिवस को राष्ट्रीय उत्सव के रूप में मनाते हैं. हर भारतवासी के लिए स्वतंत्रता दिवस का बड़ा महत्व हैं.

Indian Independence Day Celebration 2024 In Hindi Language In India

15 August 2024 Indian Independence Day Celebration: स्वतंत्रता दिवस भारत का सबसे बड़ा पर्व हैं यह जम्मू कश्मीर से कन्याकुमारी, गुजरात से आसाम तक बड़ी धूमधाम से सेलिब्रेट किया जाता हैं.

देशभर में इस दिन राजकीय अवकाश होता हैं, इसके उपरान्त भी सभी सरकारी कार्यालयों स्कूल, कॉलेज, डाकघर, रेलवे स्टेशन, कलेक्टर ऑफिस से लेकर गाँव सभा भवन तथा सभी बैंक प्रतिष्ठानों में तिरंगा झंडा फहराया जाता हैं.

सभी प्राथमिक माध्यमिक विद्यालयों में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं. भाषण, निबंध, काव्य, पोस्टर, खेल तथा वाद विवाद प्रतियोगिताओं के आयोजन होते हैं.

राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम राजधानी दिल्ली में तथा सभी राज्यों की राजधानी शहर में राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम होते हैं. भारत के सभी दूतावासों में भी इस दिन तिरंगा फहराया जाता हैं.

What Is History Of Independence Day In Hindi

Independence Day 15 August 2024 History In Hindi Itihas: आज हम सभी गर्व करते हैं भारतीय होने पर इस भारतीयता का इतिहास बेहद प्राचीन हैं.

दस हजार वर्ष पुराना भारत देश 10 वीं सदी तक संसार के शक्तिशाली देशों में से  एक था, मगर गुलामी के बड़े एक दौर ने सब कुछ अस्त व्यस्त कर दिया. अधिकतर लोगों का मानना हैं कि  भारत  190 वर्षों  तक पराधीन रहा और 15 अगस्त को उन्हें स्वतंत्रता मिल गई. यह इतिहास की गलत बयानी नहीं है तो और क्या,

तराईन के दूसरे युद्ध में चौहान की हार के साथ ही भारत पर विदेशियों की सत्ता स्थापित हो गई थी. कभी तुर्क, मुगल, पुर्तगाली फ़्रांसिसी, अरब अंग्रेज किस किस कौम ने यहाँ सत्ता ने पाई इस लिहाज से भारत 1947 से पहले नौ सौ वर्षों तक विदेशियों का गुलाम रहा था.

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत 1857 की क्रांति से हुई थी, जब मेरठ छावनी से मंगल पांडे ने अपने साथियो के साथ विद्रोह का बिगुल बजा दिया था. आजादी का यह संग्राम देश के कई भागों में सालों तक चलता रहा,

कई कारणों से 1857 की क्रांति भारत को स्वतंत्रता नहीं दिला सकी, रानी लक्ष्मी बाई, तात्या टोपे, नाना साहब, भगत सिंह, चन्द्र शेखर आजाद, सुभाष बोस, महात्मा गांधी, प्रताप सिंह बारहठ जैसे हजारों स्वतंत्रता सैनानियों ने अपने जीवन को राष्ट्र के लिए समर्पित कर भारत को अंग्रेजों से स्वतंत्र कराया था.

Essay Speech On Independence Day In Hindi Language

स्वतंत्रता दिवस पर भाषण, स्वतंत्रता दिवस पर निबंध, 15 अगस्त पर निबंध, 15 अगस्त पर भाषण Independence Day Nibandh, Bhashan In Hindi: प्यारे मित्रों और दोस्तों वन्दे मातरम भारत माता की जय,  आज हम  सभी  हमारे राष्ट्रीय पर्व 15 अगस्त के दिन को मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं

यह हमारे लिए हर्ष एव उल्लास का दिन हैं क्योंकि यही 15 अगस्त का दिन था जब हमारे लाखों स्वतंत्रता सेनानियों एवं रंबाकुबारों के परम लक्ष्य की प्राप्ति हुई थी,

इस दिन  मेरा भारत अंग्रेजों  के चंगुल से आजाद राष्ट्र बना था. इस दिन ने यहाँ बसने वाले 17 करोड़ लोगों को अपना संविधान बनाने, अपनी सरकार बनाने व अपनी इच्छा से श्वास लेने जीने काम करने आदि की स्वतंत्रता प्रदान की थी

अंग्रेजों का दौर भारतीय जनता के लिए बड़ी विपदा के से कम नहीं था. व्यापार के लिए ब्रिटेन से भारत पहुंचे गोरों ने सदियों तक अपना उपनिवेश बनाएं रखा.

15 अगस्त का दिन हर भारत वासी के लिए न सिर्फ एक ऐतिहासिक विजय को सेलिब्रेट करने का अवसर हैं बल्कि  यह  हमारें कर्तव्यों, स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान, तथा उनके सपने के भारत की याद भी दिलाता हैं.

हालांकि उन वीरों ने जिस भारत की कल्पना की थी, वह तो 1947 में ही विभाजित हो गया मगर हमारा दायित्व बनता हैं हम भारत के भूक्षेत्र इसकी एकता अखंडता संस्कृति, सभ्यता आदि की अपनी जान देकर भी रक्षा करे.

तभी सच्चे अर्थों में स्वतंत्रता दिवस जैसे  कार्यक्रमों को मनाने   सही अर्थ नहीं सकेगा. भारत की सीमाओं की रक्षा तो हमारे बहादुर वीर जान देकर भी करेगे,

मगर आंतरिक दुश्मनों तथा देशद्रोहियों से देश को बचाना हम में से प्रत्येक नागरिक का पहला कर्तव्य हैं, इसी संदेश के साथ मैं अपनी वाणी को विराम देता हूँ.    थैंकयूँ.

स्वतंत्रता दिवस कैसे मनाया जाना चाहिए?

स्वतंत्रता दिवस कैसे चाहिए मनाने का तरीका 15 अगस्त को क्या करे, स्वतंत्रता दिवस कैसे मनाते हैं: 15 अगस्त का दिन हर देशवासी के लिए प्राणों से प्रिय हैं. स्वतंत्रता दिवस मनाने का मतलब यह नहीं कि स्कूल जाए झंडा फहराए देश भक्ति के भाषण नारे गीत आदि गाएं, 

ना ही सोशल मिडिया पर फोटो चित्र, कोट्स, शायरी पोस्ट करने भर से नहीं हैं हम अपने राष्ट्र के लिए इस दिन क्या महत्वपूर्ण योगदान देने का संकल्प ले सकते हैं. यह अधिक अहम हैं. 

जैसे एक दिन के लिए साफ़ सफाई का अभियान बूढ़े लोगों की मदद करना, हमेशा सत्य की राह पर चलना, औरों की मदद करना, देश के लिए जरुरत पर सबसे आगे रहने आदि कार्यों से हम इस दिन को और अधिक महत्वपूर्ण बना सकते हैं.

स्वतंत्रता दिवस पर भाषण – 15 August Independence Day Speech in Hindi 2024

सभी प्यारे भारत वासियों को 78 वें स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2024 की शुभकामनाएं. स्वतंत्रता दिवस जिन्हें आजादी दिवस भी कह सकते हैं. यह दिन हमें उन वीरों की याद दिलाता हैं,

जिनके साहस एवं बलिदान के कारण ही भारत को स्वतंत्रता मिली. दिल्ली के रेड फोर्ट पर इस दिन राष्ट्रीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाता हैं, प्रधानमंत्री भाषण देते हैं. स्वतंत्रता दिवस के लिए भाषण, स्वतंत्रता दिवस का स्पीच (भाषण)- Independence Day Speech in Hindi.

15 अगस्त के दिन देशभर में विभिन्न सांस्कृतिक एवं देशभक्तिपुरें कार्यक्रम होते हैं, बच्चे व शिक्षक भाषण बोलते हैं. हर कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के लिए स्वतंत्रता दिवस पर अच्छा भाषण तैयार करना पड़ता हैं. शिक्षक  भाषण देते हैं

स्वतंत्रता दिवस भाषण – 15 August 2024

सम्मानित मंच पर विराजमान सभी विद्वान् गुरुजनों, मुख्य अतिथि महोदय, माताओं सज्जनों और प्यारे भाई और बहिनों.

जैसे कि आप सभी परिचित हैं आज 15 अगस्त को सम्पूर्ण हिंदुस्तान अपना 78 वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा हैं. 15 august 1947 की तारीख को हमारे देश को गुलामी की दास्ता से छुटकारा मिला था. इसी कारण हम स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त के दिन ही मनाते हैं.

भारत का स्वतंत्रता दिवस इस महान देश का एक राष्ट्रीय त्यौहार हैं, जिन्हें कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और गुजरात से लेकर असम तक सभी भारतीय ख़ुशी के पर्व के रूप में मनाते हैं.

भारत को अपनी स्वतंत्रता की प्राप्ति के लिए अंग्रेजों से लम्बा संघर्ष करना पड़ा था. अतः वीर जवानों क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान से हमें ये आजादी मिली हैं.

हमारे देश के महान विचारकों तथा बुद्धिजीवियों ने 15 अगस्त के दिन ही तिरंगा फहराकर इसे भारत के स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाने की प्रथा शुरू की थी. गौरतलब हैं कि इसी नदी रावी नदी के तट पर पहली बार भारतीय ध्वज फहराया गया हैं.

15 अगस्त 1947 के दिन हमें यह बहुमूल्य धरोहर रूपी आजादी मिली थी. एक स्वतंत्र राष्ट्र बनने के लिए भारत का अपना एक संविधान तैयार किया गया तथा इसी संविधान ने देश के नागरिकों को समस्त प्रकार के अधिकार व कर्तव्य प्रदान किये.

कभी वक्त मिले तो 1947 से पहले के भारत के इतिहास के पन्नों को खंगाले तो हमें उन अंग्रेजों के अत्याचारों की कहानियाँ अवश्य पढ़ने मिलेगी. जिन्होंने 200 सालों तक हमारे पूर्वजों का शोषण किया उन्हें तरह तरह से यातनाएं दी जाती थी. धन्य हैं हमारे भाग जो हमें इस स्वतंत्र भारत भूमि पर जन्म मिला.

उस नजारे को देखकर भी भय लगता होगा, जब किसी को फांसी पर लटकाया जाता हैं. वों भारत के इतिहास के दर्दनाक लम्हे ही थे, जब हमारे लोगों की सभा को गोलियों से भून दिया जाता था.

भगतसिंह मात्र 23 साल के थे, जब उन्हें अपने दो अन्य साथियों के साथ फ़ासी दे दी गई थी.

भारत की आजादी का संघर्ष 1857 में ही शुरू हो गया था. मेरठ छावनी के मंगल पांडे ने इसकी शुरुआत की थी. कई बड़े नाम रानी लक्ष्मी बाई तात्या टोपे, आजाद जैसे हजारो लाखों वीरों ने अपने घर को छोड़ भारत माता की स्वतंत्रता के लिए अपनी जिंदगी खफा दी, ऐसे वीरों को आज याद करने का दिन हैं.

अहिंसा व सत्य के पुजारी बापू ने भारत में रहकर अंग्रेजो को चैलेज किया तो हमारे नेताजी शुभाषचन्द्र बोस ने विदेशों में भारतीयों को एकत्र कर वतन की आजादी की खातिर फौज तैयार की थी.

15 august 1947 का वो लम्हा जब नेहरु जी लाल किले पर तिरंगा फहरा रहे थे, तो उन्होंने देश की जनता से दो टुक भाषण किया था, उन्होंने कहा था- “जब आज पूरी दुनिया सो रही हैं मगर हिंदुस्तान अपने आजादी के नये सवेरे के इंतजार में हैं.”

महात्मा गांधी जैसे महापुरुष सदियों में देखने को नही मिलते हैं, आपसी प्रेम भाव तथा समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर वतन की आजादी के लिए लड़ने वाले इन महान देवता की वजह से आज समूचा हिंदुस्तान आजाद हैं.

वर्तमान समय में भारत को देखा जाए तो चाहे आर्थिक क्षेत्र हो शिक्षा का क्षेत्र हो या तकनीक की बात की जाए, हम अनवरत रूप से आगे ही बढ़ रहे हैं. एक औटोमिक पॉवर होने के साथ साथ खेलकूद के मैदान के हर कौने में तिरंगा लहराता देख हर भारतीय का छिना गर्व से चौड़ा होना यही हमारी देशभक्ति हैं.

भले ही हमें आजाद हुए 75 साल ही हुए हो, आज हम दुनियां के सबसे बड़े लोकतंत्र में जी रहे हैं.

भारत की स्वतंत्रता का यह दिवस बार बार हमें अपने कर्तव्य अपने पूर्वजों के बलिदान एवं उनके द्वारा हमें सुपुर्द जिम्मेदारियों और सपनों को पूरा करने का संदेश भी देता हैं.

हम स्वतंत्र राष्ट्र के नागरिक होने के नाते हमें न सिर्फ अपने अधिकारों का उपभोग करना चाहिए बल्कि अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करना चाहिए.

धन्यवाद, जय हिन्द ! जय भारत ! वंदेमातरम्

15 August 2024 Independence Day Speech in English

August 15 is the day that everyone is waiting for. Whether on children or students or big people, everyone celebrates on August 15th.

At the same time, on August 15, something like something you want to talk about and your thoughts on August 15. If you have to give a speech on Independence Day on August 15, 2024 , then you will definitely see our post today.

India will celebrate Independence Day on August 15, 2024, If you speak on Student Independence Day speech Looking for it is a perfect place.

Speech can be given to your school, college, or office on August 15. Many schools are searching for children’s speech on Independence Day because freedom schools should be celebrated in every school across the country.

In schools and colleges, there may be a speech contest between students. So each participant in the speech contest wants a good speech. And not just students,

but in schools and colleges and primary teachers also have to give 15 august speech in Hindi. And in the office, there is also a speech on 15th August Independence Day.

So you can see the speeches from August 15th below. Here we have also given the 15th of August in the Hindi for the school. You can see it.

15 August Speech in English 2024

“Chief Guest, Principal, Good morning for teachers and my dear friends. I wish you all a very Happy Independence Day! Today, I have got a chance to speak on Independence Day,

I feel honored to be myself. August 15 has always been so special to us that one day we remember all the glory of our country because we remember the efforts of the Indian freedom fighters fighting the struggle, revolt, and Indian independence.

Independence Day of India not only reflects India’s independence from the rule of the British Raj, but it also shows the power of this country. And it shows that when he unites all the people of this country.

The country has only progressed daily and is on its way to becoming a superpower. Before the completion of four years of India’s independence, we strengthened the country by making it a Republic with the beginning of the Constitution,

which makes the whole world tilt. We are a country of vast diversity, and our unity makes us a strong nation. From technology to agriculture,

we are one of the world’s top countries, and there is no one going back because we are always on the move to grow and improve.

Today, as we recall all the achievements of our country on Independence Day, we do not forget our soldiers. Thanks to our brave soldiers, we can live peacefully in their country due to them because we know that they always live there to protect us.

They keep us safe from threatening terrorist forces to India. Let us be inspired by our soldiers and work together to make our country a better place to live. No country is right,

and we also have drawbacks. On this Independence Day 2021, we promise our work as citizens to make our country great.

I once again want to thank you for listening to your speech carefully and I would like to thank all of you for your speaking in front of everyone. And I want to give you a chance to talk. Jai Hind! I salute you, Mother!

15 August Speech In Hindi For School Kids And Children

15 अगस्त 2024 के दिन का सभी को इंतजार रहता हैं. Independence Day Speech In Hindi For School पर 15 अगस्त के दिन स्कूल के बच्चों के बच्चें यदि कुछ भाषण स्पीच बोलना चाहे

तो हमारा 15 अगस्त स्पीच हिंदी फॉर स्कूल का यह लेख आपकों सशक्त अभिव्यक्ति अवसर देगा. इस आर्टिकल की मदद से आप अच्छा छोटा बड़ा 76वाँ स्वतंत्रता दिवस भाषण 2024 को तैयार कर बोल सकते हैं.

यहाँ पर दिए 15 august speech in hindi से आप 15 ऑगस्ट भाषण प्रतियोगिता में सम्मिलित होकर स्कूल में अच्छा भाषण देने में सफल हो सकते हैं. १५ अगस्त स्पीच इन हिंदी फॉर स्कूल की मदद से स्टूडेट्स अच्छे भाषण की पूर्व तैयारी कर सकते हैं.

Happy Independence Day To All Students And Teachers Geare Occasion For Indian In To Celebrate 15 August Ceremony In Her School, 15 August Speech In Hindi For School Is Prepare For Students, Kids, And Teachers Point of View.

Takes Help OF This the short speech on 15th August Students They Read In Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 And Searching For 15 August Speech In Hindi In 100, 200, 250, 300, 400 And 500 Words Short Bhashan (Speech) On Independence Day 2024.

भारत का 15 अगस्त पर हिंदी भाषण- सुप्रभात, परम आदरणीय मुख्य अतिथि महोदय, प्रधानाध्यापक महोदय, मेरे समस्त विद्वान् गुरुजनों मेरे साथ पढ़ने वाले भाइयों बहिनों एवं बड़ी संख्या में आस-पास से पधारे हुए ग्रामीण मेहमानों आप सभी 15 अगस्त 2024, भारत के 78 वें स्वतंत्रता दिवस की बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं.

15 अगस्त हमारा एक राष्ट्रीय पर्व हैं, जिसे मनाने के लिए हम सभी यहाँ एकत्रित हुए हैं. आज ही दिन सन 1947 को हमारे भारत देश को अंग्रेजों की दास्ता से स्वतंत्रता मिली थी.

सैकड़ों वर्षों के संघर्ष एवं हजारों शहीदों के बलिदान के उपरांत मिली यह आजादी हमारे लिए बहुमूल्य हैं, जिसे अक्षुण्ण बनाएं रखना हम सभी भारतीयों का पहला कर्तव्य हैं.

हमारे देश में जितना महत्व धार्मिक व सामाजिक त्योहारों का हैं कही उससे अधिक स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस का हैं. सभी धर्मों सम्प्रदायों के लोग आपसी मतभेद को भूलकर इन्हें हर्षोल्लास के साथ आज मना रहे हैं.

इस दिन गोरो को भारतीयों के संघर्ष के आगे मजबूर होकर भारत की सत्ता छोड़कर इंग्लैंड जाना पड़ा था. इसी ऐतिहासिक दिवस को यादगार बनाने के लिए हम प्रतिवर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं.

15 अगस्त का हम सभी के लिए बड़ा महत्व हैं, क्योंकि इस दिन को देखने के लिए अनेकोनेक भारतीय स्वतंत्रता सैनानियों ने अपने राष्ट्र की स्वतंत्रता के लिए अपना बलिदान दिया था.

अनेक लोगों ने उनके द्वारा दी गई प्रताड़ना को झेला, मगर अपने लक्ष्य को बिना बदले वे निरंतर भारत की आजादी के लिए संघर्ष करते रहे, उनकी कड़ी मेहनत और बलिदान के उपरांत भी भारत 15 अगस्त के दिन स्वतंत्रता प्राप्त कर सका.

स्वतंत्रता दिवस अन्तर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय, राज्यीय एवं स्थानीय स्तर पर बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता हैं. इस दिन देश के महामहिम प्रधानमंत्री महोदय दिल्ली के लाल किले से तिरंगा फहराते है और राष्ट्रीय कार्यक्रम में देश के लोगों को सम्बोधित करते हैं.

देश की राजधानी के साथ साथ सभी राज्यों की राजधानी में भी 15 अगस्त कार्यक्रम का आयोजन बड़े धूमधाम के साथ किया जाता हैं. राज्यों के प्रशासनिक अधिकारी व जनप्रतिधि इन दिन जनता को अपनी सरकार के जनकल्याणकारी कार्यक्रमों एवं योजनाओं का ब्यौरा देते हैं.

विभिन्न स्तरों पर अच्छा कार्य करने वाले लोगों को इस दिन सरकार के द्वारा सम्मानित किया जाता हैं. हर छोटे से छोटे नगर, गाँव व विद्यालय में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम का आयोजन होता हैं,

राष्ट्रीय ध्वज का आरोहण, राष्ट्रगान, सांस्कृतिक कार्यक्रम, स्वतंत्रता दिवस पर भाषण एवं देशभक्ति गीत इनके आकर्षण के केंद्र होते हैं.

भाषण 2

स्वतंत्रता दिवस पर भाषण- समस्त विद्वान गुरुजनों एवं सम्मानित मंच को मेरा सादर प्रणाम, हम सभी आज राष्ट्रीय पर्व 15 अगस्त को मनाने के उपलक्ष्य में यहाँ एकत्रित हुए हैं, आज मैं 15 अगस्त पर छोटा भाषण प्रस्तुत करने जा रहा हूँ.

इस दिन को एक उत्सव के रूप में मनाने के पीछे का इतिहास अधिक प्राचीन नही हैं, हम जानते है कि 190 सालों की अंग्रेजों की गुलामी के बाद अन्तः भारत 15 अगस्त 1947 को एक नया स्वतंत्र, संप्रभु गणराज्य बना था. पिछले 75 साल से हम इस दिन को एक महान ऐतिहासिक दिन के रूप में मनाते आ रहे हैं.

15 अगस्त के सवेरे देश के पहले प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरु का ऐतिहासिक भाषण हुआ था, उनकें शब्द कुछ इस तरह थे, जब पूरी दुनिया सो रही थी तब भारत के लोग जग रहे थे.

यानि अपनी स्वतंत्रता के लिए अंग्रेजों से लोहा ले रहे थे. विविधता में एकता का सर्वोत्तम उदाहरण पेश करने वाला भारत आजादी के बाद निरंतर तेज गति से विकास के पथ पर अग्रसर हैं.

15 अगस्त का यह दिन हमें अपने स्वतंत्रता सैनानियों एवं उन सैकड़ों शहीदों की याद दिलाता हैं जिनके बलिदान की बदौलत हम स्वतंत्र हो पाए हैं. एक वो दिन थे,

जब भारतीयों को खाने पीने, पढ़ने लिखने, आने जाने यहाँ तक कि बोलने की आजादी भी नही थी. आज हमारा संविधान अपने नागरिकों को सभी अधिकार देता हैं,

तथा उनकी पालना को भी प्रबंधित करता हैं. हमारी इस अमूल्य स्वतंत्रता रूपी धरोहर का श्रेय महात्मा गाँधी, सुभाषचंद्र बोस, लाला लाजपत राय, भगतसिंह, चन्द्रशेखर आजाद जैसे सैकड़ों फ्रीडम फाईटर को जाता हैं. आज हमें उन महान देशभक्तों को सच्चे दिल से सलामी देनी चाहिए.

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