जन्म पर सुविचार उद्धरण अनमोल वचन | Birth Quotes In Hindi

जन्म पर सुविचार उद्धरण अनमोल वचन | Birth Quotes In Hindi : जन्म एक जीवन की शुरुआत होती हैं, और जन्म के सम्बन्ध में यह भी सत्य है कि जो जन्म लेगा उसकी मृत्यु निश्चित हैं.

जन्म के सम्बन्ध में ऐसी ही सच्चाईयां आज हम जन्म पर सुविचार (Birth Quotes) या  Quotes On Birth में आपके समक्ष कुछ अनमोल वचन प्रस्तुत कर रहे हैं. आपसे निवेदन है कि यदि आपके पास भी इस तरह के जन्म कोट्स हो तो हमारे साथ शेयर करे.

जन्म पर सुविचार उद्धरण अनमोल वचन | Birth Quotes In Hindi

1#. मनुष्य रोते हैं, उन्हें जीवित और शिकायत करते हैं, उन्हें मौत मिलती है।


2#. मृत्यु की तरह, जन्म प्रकृति का रहस्य है। (Like death, birth is a mystery of nature.)


3#. जन्म लेकर हम मरते हैं हमारा अंत आरम्भ के अनुसार परिणाम हैं.


4#. मनुष्य प्रत्येक पल मरता है और प्रत्येक पल जन्म लेते हैं.


5#. मनुष्य पहली बार जन्म लेते हैं और गिरते हैं।


6#. बालक ज्ञानी होता है, क्योंकि वह जन्म लेने तक रोता हैं.


7#. नववर्ष के दिन सभी का जन्मदिन होता है


8#. जन्म पर गिफ्ट से अधिक गिफ्ट देने वाले से प्यार करो.


9#. अगर आप किसी को जन्म दिन के अवसर पर उपहार देना चाहते है तो उन्हें आत्म विश्वास दीजिए इससे बड़ा कोई उपहार नही हैं.


10#.हर वर्ष अपने जन्मदिन पर आपको एक नए जीवन का शुभारम्भ करने का अवसर मिलता है.


11#. जन्म से कोई महान नहीं होता है महान बनने के लिए कुछ शुरुआत करनी आवश्यक हैं.


12#. हर रात, जब मैं सोने जाता हूँ, मैं मर जाता हूँ,
और अगली सुबह, जब मैं उठता हूँ, मेरा पुनर्जन्म…


13#. मेरे पिता ने मुझ पर भरोसा किया और एक सबसे अच्छा गिफ्ट दिया.


14#. फूलो ने अमृत का जाम भेजा है, सूरज ने गगन से सलाम भेजा है,
मुबारक हो आपको आपका जनम दिन, तहे-दिल से हमने ये पैगाम भेजा है।

जन्म पर सुविचार

जीवन का सत्य अगर मृत्यु है तो जन्म भी शाश्वत सत्य है। जो मरेगा वो जन्म भी अवश्य लेगा।


मनुष्य का जन्म उसकी उपस्थिति की पहचान है कि संसार में ईश्वर की कृति मनुष्य विद्यमान है और अपने जन्म लेने की महत्ता अपने कार्यों से दर्शित करता है।


जन्म लेने वाला रोते रोते जन्म लेता है और संसार से इत्तेफाक कर धीरे धीरे अन्य भावनाओं से परिचित होता जाता है।


मनुष्य का जन्म अपने आप में महत्वपूर्ण होता है क्योंकि मनुष्य ईश्वर की कृति है जो खूबसूरत ही होती है लेकिन गलत रंग भर के मनुष्य स्वयं को बिगाड़ता है।


मनुष्य की पहचान उसके जन्म से नहीं होती है क्योंकि जन्म मनुष्य की स्वाभाविक क्रिया है लेकिन कर्मों का लेखा जोखा मनुष्य स्वयं निर्मित करता है। अतः मनुष्य जन्म से नहीं अपने कर्मों से महानता के गुण को प्राप्त करता है।


मनुष्य का जन्म उसे एक नया संसार देता है जहाँ वह अपना पूरा व्यक्तित्व निखारता है और सम्पूर्ण दुनिया से इत्तेफाक करता है एवं जीवन की सच्चाई से अवगत होता है।


मनुष्य जन्म से अच्छा या बुरा नहीं होता है बल्कि समाज से इत्तेफाक करके ही बचपन से लेकर बड़े होने तक उसके संस्कार, कार्य, व्यवहार, सोच आदि उसे अच्छा या बुरा बनाते हैं।


जो इस संसार में जन्म लेगा उसकी मृत्यु होना भी सच है इसलिए खुद पर घमंड नहीं करना चाहिए। घमंड कभी जीवन को सार्थकता नहीं देता बल्कि मुश्किल राह की ओर ले जाता है।


मनुष्य का जन्म लेना जितना सच है उतना ही सच है मनुष्य जन्म का कई रहस्यों से जुड़ना जो विभिन्न तथ्य समक्ष लाते हैं।


हर साल मनुष्य अपने जन्म की खुशी मनाता है। अपनी उम्र बढ़ने की सत्यता को प्रमाणित करता जाता है। 


मनुष्य के जन्म पर उसके लिए दुआएँ माँगना अपनों की पहचान है एवम् शुभचिंतक के अच्छे हृदय का व्यवहार है। जन्म मनुष्य को विशेष अहसास कराता है कि उसके जन्म का दिन महत्वपूर्ण है।


मनुष्य अपने जन्म पर संसार में कदम रखता है और अपने नवीन जीवन को शुरू करने की ओर अग्रसर होता है।


मनुष्य को उसके जन्म पर तोहफा देना खुशी देता है और तोहफे में वस्तुओं के साथ साथ आत्मविश्वास का रूप प्रदान करना उसके जीवन के लिए हितकारी होता है।


समाज में जो भेदभाव की कुप्रथा दिखती है जिसका संबंध लोग जन्म से जोड़ते हैं जबकि जन्म से कोई छोटा बड़ा, ऊंँच नीच आदि जैसी कोई बात नहीं होती है, सब सामाजिक मनुष्य की बनाई रीति होती है।


जन्म के वक्त मनुष्य अच्छा, पवित्र, सच्चा और खूबसूरत ही होता है। किसी को उसके जन्म के आधार पर नकारात्मक रूप से परिभाषित नहीं किया जा सकता है।


जन्म के आधार पर किसी के परिवार की पूर्ण पहचान नहीं की जा सकती है।


जन्म के द्वारा ही मनुष्य को संसार में आने का और अपने आप को साबित करने का मौका मिलता है।


मनुष्य को अपने जन्म देने वाले माँ बाप का आदर करना चाहिए। ईश्वर की आराधना स्वरूप ही होता है उनका आदर करना।


जन्म से किसी का आंकलन नहीं किया जा सकता है। भविष्य ही मनुष्य की वास्तविकता सामने लाता है।


ऐसा माना जाता है कि मनुष्य का जन्म बड़ी मुश्किल से मिलता है इसलिए अपने जन्म को सार्थक बनाना चाहिए।


मनुष्य का इस संसार में जन्म लेना ही काफी नहीं होता है बल्कि जन्म लेने का कोई ध्येय भी होना चाहिए।


मनुष्य का सौभाग्य होता है कि किसी को जन्म के वक्त माँ बाप का साथ मिलता है और किस्मत का खेल होता है कि किसी को मांँ बाप का साथ नहीं मिलता है।


मनुष्य इस संसार में जन्म की खुशी मनाता है, आपस में खुशियाँ बाँटता है और जन्म के दिन को विशिष्ट  संज्ञा दी जाती है।


मनुष्य के जन्म के अनुसार उसकी राशियाँ ज्ञात की जाती है जिसे उसके भाग्य एवं कर्मों से भी छोड़ा जाता है।


पारिवारिक संदर्भ में किसी के जन्म पर जश्न होते हैं तो किसी के जन्म पर शांति छा जाती है, सब वक्त और हालात की करामात होती है।


कुछ मनुष्यों में जन्म से ही अनेक प्रतिभाएँ जन्म लेती हैं जिन्हें ईश्वरीय तोहफे के रूप में जाना जाता है।


इस संसार को संसार का रूप प्रदान करने के लिए मनुष्य के साथ-साथ पशु पक्षी आदि सजीव निर्जीव सबका जन्म होता है।


मनुष्य का संसार में सिर्फ जन्म होता है जन्म लेने के बाद ही मनुष्य अपनी मंज़िल पाता है। अपने जीवन से अंधेरा दूर करता है। समाज के संपर्क में आकर ही मनुष्य सामाजिक तथ्यों को जान समझ पाता है।


मनुष्य का जन्म जीवन का आरंभ होता है और उसका अंत उसकी मृत्यु से होता है यही जीवन का सच है।


इस संसार में मनुष्य को अपने अपने माँ बाप की कद्र करनी चाहिए क्योंकि उन्हीं की बदौलत व्यक्ति का जन्म होता है।


हर दिन सुबह उठने पर मनुष्य का पुनः जन्म होता है अगर वह जीवित होता है क्योंकि मौत तो कभी भी आ सकती है जिसका कोई निश्चित समय नहीं होता है।


एक मनुष्य के लिए आज़ादी उसके पुनर्जन्म समान है क्योंकि गुलामी जीते जी मार देती है।


भारत के प्रति अपने देश भक्ति के लिए समर्पित मनुष्य को यही आशा रहती है कि वह जब भी जन्म ले भारत का सुपुत्र बनकर ही जन्म ले।


किसी किसी मनुष्य में जन्मजात प्रतिभाएँ ऐसी होती हैं जो अद्भुत होती हैं जो अन्य मनुष्य से हटकर एक अलग पहचान देती हैं।


कुदरत का करिश्मा ही है कि मनुष्य का जन्म भी होता है और जुड़वे के रूप में मनुष्य एक शक्ल के होते हुए दो शरीर में जन्म लेते हैं।


भारत माँ पर न्यौछावर होने वाला क्रांतिवीर हमेशा भारत माँ की कोख से ही जन्म लेना चाहता है।


मनुष्य का जन्म अपने अंदर अनेक रहस्यों को समाए हुए है जो कई जिज्ञासा उत्पन्न करता है।


एक सदाचार व्यक्ति अपने जन्म के कर्तव्यों को निभाता है एवं अपनी जिम्मेदारियों पर खरा उतरता है।


इस दुनिया में मनुष्य का जन्म अनेक चुनौतियों को भी जन्म देता है जो धीरे-धीरे ही समक्ष आती हैं जिसका सामना करना मनुष्य पर निर्भर करता है कि वह अपने जन्म को काबिल बनाता है या निरर्थक कर देता है।


मनुष्य की गुलामी उसके लिए हथकड़ी है और आज़ादी मनुष्य का अधिकार है एवं अपने अधिकार को प्राप्त करना मनुष्य का जन्मसिद्ध अधिकार है।


दुनिया में रहते हुए मनुष्य समाज में बसता है जहाँ मनुष्य के जन्म पर अनेक बातें कही जाती है कोई शुभचिंतक स्वरूप मानी जाती हैं तो किसी के लिए नकारात्मक बातें कही जाती हैं जबकि मनुष्य जन्म से अच्छी बातों का ही अधिकारी होता है।


मनुष्य को जीवन में अनेक असफलताओं से गुज़रना पड़ता है लेकिन इन असफलताओं से घबराकर अपना धीरज नहीं खोना चाहिए क्योंकि यह असफलताएँ अनेक सकारात्मक मार्ग खोल देती हैं।


कुछ रिश्ते जन्म के होते हैं लेकिन कुछ रिश्ते अपनेपन के भी होते हैं।


मनुष्य को अपने जन्म पर यह सीख मिलती है कि ईश्वर ने एक और साल की जिंदगी बक्श दी है जिसे सुनहरा और बेहतरीन बनाना चाहिए।


ईश्वर जन्म के माध्यम से मनुष्य को एक सुनहरा अवसर देते हैं कि दुनिया में आकर वह दुनिया में अपने लक्ष्य को पूरा करे और दुनिया के लिए गर्व साबित हो।


मनुष्य का जन्म अनेक संभावनाओं को जन्म देता है जिसे पूर्ण मनुष्य समय के साथ करता है और यह मनुष्य  पर निर्भर करता है कि अपना जन्म सार्थक बनाए या व्यर्थ कर दे।

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आशा करता हु मित्रों आपकों जन्म पर सुविचार उद्धरण अनमोल वचन | Birth Quotes In Hindi का यह आर्टिकल पसंद आया होगा, यह लेख आपकों कैसा लगा कमेंट कर हमें जरुर बताएं, अच्छा लगा हो तो शेयर करे, आपके पास भी इस तरह के कोट्स हो तो हमें भेजे.

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