चुनाव का दृश्य पर निबंध | Essay on Election Scene In Hindi

Essay on Election Scene In Hindi आपका स्वागत है दोस्तों आज चुनाव का दृश्य पर निबंध भाषण अनुच्छेद पैराग्राफ यहाँ बता रहे हैं.

स्कूल स्टूडेंट्स जो कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के विद्यार्थियों को कई बार परीक्षा में चुनावी स्थल (इलेक्शन बूथ) के दृश्य व्यू पर निबंध लिखने को कहा जाता हैं.

आप इस शोर्ट मतदान दिवस पर लिखे चुनावी दृश्य निबंध का उपयोग कर सकते हैं.

चुनाव का दृश्य पर निबंध | Essay on Election Scene In Hindi

Essay on Election Scene In Hindi

चुनाव का आशय

भारत विश्व का सबसे विस्तृत लोकतान्त्रिक राष्ट्र हैं. लोकतांत्रिक व्यवस्था में इलेक्शन का अर्थ चुनावों में अपनी दावेदारी पेश करने वाले उम्मीदवारों में से अपनी पसंद के व्यक्ति के पक्ष में समर्थन देना.

प्रजातंत्र शासन में सरकार की सर्वोच्च सत्ता जनता में निहित रहती हैं. प्रत्येक वयस्क को अपना मत देने का अधिकार होता है, वह अपना मत देकर जनप्रतिनिधि को चुनता है.

हमारे मत के उपयोग से ही समस्त चुनावों लोक सभा, राज्य सभा, पंचायत व नगर निकाय के प्रतिनिधियों का चुनाव होता हैं.

लोकतंत्र में चुनाव का महत्व

लोकतंत्र क्या है और इसमें चुनावों का क्या महत्व है इसे समझने के लिए अमरीकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन का कथन पर्याप्त हैं. उनके अनुसार लोकतंत्र जनता का जनता के लिए और जनता द्वारा किये जाने वाले शासन का नाम हैं.

जिस देश में लोकतंत्र व्यवस्था होती है वहां केंद्र से लेकर राज्य एवं स्थानीय निकाय की सरकार बनाने के लिए चुनाव की प्रक्रिया को अपनाया जाता हैं.

चुनाव के माध्यम से ही वयस्क नागरिक जिन्हें मताधिकार प्राप्त है वे अपने मत का उपयोग करते हुए जन प्रतिनिधि को चुनते है.

इन्ही जन प्रतिनिधियों के बहुमत से केंद्र, राज्य एवं स्थानीय निकाय की सरकारों का निर्माण होता हैं, अतः कहा जा सकता है कि चुनाव ही लोकतंत्र की नींव हैं. इससे ही शासन में जनता की भागीदारी सुनिश्चित होती हैं.

चुनाव के दिनों में दिखाई देने वाला दृश्य

आम दिनों से हटकर चुनाव के दिनों का माहौल पूरी तरह से बदला हुआ लगता हैं. जहाँ तक नजर जाती हैं राजनीतिक दल एवं नेताओं के समर्थन का आव्हान करते बड़े बड़े बेनर पोस्टर और होल्डिंग लगे रहते हैं. बड़े बड़े पंडालों में राजनेताओं की सभाएं, सड़कों पर रेलियाँ और जुलुस भाषण आदि के कार्यक्रम चलते रहते हैं.

संचार के सभी माध्यमों में वोट देकर समर्थन करने की बात सभी दल के नेता करते हैं. गाँव गाँव एवं घर घर राजनेता एवं उनकी पार्टी के कार्यकर्ता जाने लगते हैं. जनसंपर्क के माध्यम से वे अपने नेता के पक्ष में वोट करने की अपील करते हैं.

बड़ी बड़ी चौपाल, हाट बाजार, बस अड्डे एवं पानी के घाटों पर भी लोग बस राजनीतिक चर्चाओं में लिप्त नजर आते हैं. बस हो या चाय की दूकान जहाँ चार लोग इकट्ठे हो गये बस उनकी जुबान पर चुनावों की ही बात रहती हैं.

लोग अपने विवेक एवं अनुभव के आधार पर किसी की जीत व हार के अनुमान लगाते हैं. चुनाव के नजदीक आते ही सुबह से शाम तक बस हर ओर चुनावों का जोर शोर सुनाई पड़ता हैं.

मुख्य राजनीतिक पार्टियाँ एवं मतदान दिवस

छोटे स्तर से लेकर केन्द्रीय स्तर के चुनावों में देश एवं राज्य के सभी छोटे बड़े राजनीतिक दल भाग लेते हैं. कई निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनावों में अपना भाग्य आजमाते हैं.

भारत में मुख्य रूप से बीजेपी, कांग्रेस, द्रमुक, अन्ना द्रमुक, एसपी, बीएसपी, कम्यूनिस्ट पार्टी, शिवसेना, अकाली दल, आरएलपी, तृणमूल कांग्रेस, वीएचपी और जेडीयू मुख्य दल हैं.

मतदान का दिन लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव माना जाता हैं. मतदान की पूर्व निर्धारित तिथि से पूर्व ही चुनाव आयोग एवं प्रशासन द्वारा चुनाव बूथ पर सुरक्षा एवं लोगों के लिए मतदान करन, जल, छाया आदि की व्यवस्था की जाती हैं. प्रत्येक चुनाव में सवेरे सात बजे से ही मतदान शुरू हो जाता हैं.

दूर दूर से लोग विभिन्न साधनों एवं पैदल चलकर ही वोट डालने के लिए बड़ी संख्या में घरों से निकलते हैं. बूथ में स्त्री पुरुषों को वोट देने के लिए अलग अलग कतारों में खड़े होकर अपनी बारी का इन्तजार करना होता हैं. चुनावी स्थल की सुरक्षा के लिए पुलिस निगरानी रखती हैं तथा चुनावी अधिकारी मतदाताओं को वोट दिलवाते हैं.

वोटिंग स्थल पर एक चुनाव अधिकार वोट डाल चुके स्त्री पुरुषों के बाएँ हाथ की ऊँगली पर अमिट स्याही से निशाँ लगाते है ताकि कोई भी अवैध तरीके से दुबारा मतदान के लिए न आए.

इस तरह बारी बारी से सभी मतदाता मतदान दिवस पर वोटिंग स्थल पर अपना मत देते हैं. मतदान के दिन ही चुनावी मैदान में खड़े सभी प्रत्याशियों का भाग्य मतपेटी में बंद हो जाता है उनकी हार जीत का निर्णय मतगणना के दिन ही होता है.

उपसंहार

लोकतांत्रिक देशों में चुनाव का दृश्य एक उत्सव जैसा होता हैं. पांच या छः सालों में यह एक दिन होता है जब जनता अपने प्रतिनिधियों को चुनकर सरकार में भेजती है और एक लोकप्रिय सरकार का निर्माण करते हैं.

सभी नागरिकों का यह दायित्व है कि उन्हें निस्वार्थ होकर अपने मताधिकार का उपयोग करना चाहिए.

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आशा करता हूँ दोस्तों चुनाव का दृश्य पर निबंध Essay on Election Scene In Hindi का यह निबंध भाषण आपकों पसंद आया होगा. चुनाव दृश्य पर दिया गया निबंध आपकों पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करे.

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