काल किसे कहते हैं परिभाषा, भेद और उदाहरण | Kaal in Hindi Grammar

काल किसे कहते हैं परिभाषा, भेद और उदाहरण | Kaal in Hindi Grammar हिंदी व्याकरण में कई सारे ऐसे  वाक्य बोध होते हैं जिनके बारे में हमें निश्चित रूप से जानकारी नहीं होती है और हम अपने  वाक्य  को कहीं ना कहीं गलत बना बैठते हैं|

ऐसे में आज हम आपको हिंदी व्याकरण के मुख्य “काल” के बारे में जानकारी देंगे जो निश्चित रूप से ही आपके लिए फायदेमंद है क्योंकि हम कई बार  काल  की वजह से ही सही तरीके से वाक्य बना नहीं पाते हैं और हमें कठिनाई होती है|

काल किसे कहते हैं परिभाषा, भेद और उदाहरण | Kaal in Hindi Grammar

आज हम आपको “काल” से संबंधित जानकारी देंगे  जिनसे आपको भविष्य में किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी|

काल क्या है?

हिंदी व्याकरण के अनुसार जब भी हम  क्रिया  के किसी भी रूप में कार्य करते हैं या फिर कार्य होने के बारे में बात करते हैं,  तब क्रिया  के इस रूप को “काल” कहा जाता है।

इसके माध्यम से हम किसी भी वाक्य की अवस्था के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं और साथ ही साथ उसके बारे में हम निश्चित रूप से ही वाक्यों में जगह भी निर्धारित कर सकते हैं|

काल के मुख्य प्रकार—

मुख्य रूप से काल तीन प्रकार के होते हैं जिन्हें हम संस्कृत भाषा में भी  पढ़ते  हैं।

  1. भूतकाल
  2. वर्तमान काल
  3.  भविष्य काल 

भूतकाल क्या है?

क्रिया का वह रूप जहां पर बीते हुए समय के बारे में बात की जाती है या फिर बीते हुए किसी भी वाक्यांश के बारे में पता चलता है, वहां पर हम उसे भूतकाल कहते हैं|  

भूतकाल के माध्यम से हम हमें प्राचीन काल की की जानकारी प्राप्त होती है, जो आज से कई साल पहले गुजर चुकी थी|

उदाहरण 

  1. मैंने कल फिल्म देखी थी|
  2.  पिछले साल हम पचमढ़ी गए थे|
  3. राधा कल अपने काम पर जा रही थी|
  4.  पापा ने कल मुझे नई ड्रेस ला कर दी थी|

जिस वाक्य में भी आप आखिर में   थी, थे,था  शब्दों का उपयोग करते हैं, वहां पर भूतकाल माना जाता है।

भूतकाल के प्रकार—

मुख्य रूप से भूतकाल छह प्रकार के होते हैं, 

i] सामान्य भूतकाल— ऐसी क्रिया जिसमें भूतकाल में क्रिया के किसी भी सामान्य रूप से बीते हुए समय का संकेत का उल्लेख होता है उसे हम सामान्य भूतकाल की श्रेणी में रखते हैं| 

यह भूतकाल की सामान्य अवस्था होती है जो मुख्य रूप से उपयोग में आती है|  उदाहरण के रूप में

  • नाना मेरे लिए बिस्किट लाए|
  •  मैंने कल डांस किया|
  •  खिलाड़ी खेलने चले गए|
  •  मैं कल सहेली के घर गई|

 इन सब  वाक्य  से ही  सामान्य भूतकाल की जानकारी मिलती है जिनका हम बोल चाल की भाषा में बहुत बार उपयोग करते आए हैं|

ii] आसन्न भूतकाल— ऐसी क्रिया जिसमें  किसी भी कार्य के निकट या   पास में ही भूत काल की घटना संपन्न हुई हो, उसे आसन्न भूतकाल कहा जाता है| 

कई बार हम आसन्न भूतकाल में  कुछ गड़बड़ी कर बैठते हैं, ऐसे में हमें इसे सही प्रकार से समझने की आवश्यकता है|  उदाहरण के रूप में–

  • मैंने होमवर्क किया है|
  •  मैं कुछ देर पहले ही गांव से आया हूं|
  •  नाना ने मुझे एक कविता सुनाई है| 

 इन सभी   वाक्यों में हमें आसन्न भूतकाल दिखाई देता है और हम इसे आसानी से ही समझ सकते हैं|

iii] पूर्ण भूतकाल— ऐसी क्रिया जिसमें किसी भी कार्य को खत्म हुए काफी वक्त बीत चुका हो, वह पूर्ण भूतकाल के अंतर्गत आता है।

पूर्ण भूतकाल सामान्य रूप से वर्षों पुराना भी हो सकता है जिसे हम  सामान्य  रूप से देखते और पढ़ते आए हैं|  उदाहरण के रूप में–

  • वह 2 साल पहले कश्मीर जा चुका था|
  •  हमें आजादी 15 अगस्त 1947 को प्राप्त हुई थी|
  •  जब  वह आया था, तब उसका बेटा बहुत छोटा था|

 इन सभी  वाक्यों से उन बातों के बारे में पता चलता है, जो  आज से कई वर्षों पहले  बीत चुकी हो|

iv] अपूर्ण भूतकाल — ऐसी क्रिया जिसके अंतर्गत इस बात के बारे में पता चलता हो कि कोई भी कार्य भूतकाल में शुरु हो चुका हो  और  उसकी समाप्ति की कोई भी सूचना प्राप्त ना  हुई हो,  वह प्रायः अपूर्ण भूतकाल के अंतर्गत आती है| उदाहरण के रूप  मैं–

  • अनीता खाना खा रही थी|
  •  बच्चे नाच रही  थे|
  • राहुल सब्जी खरीदने गया था|
  •  मैंने उसे आने को कहा था|

 इन सभी वाक्यों को अपूर्ण भूतकाल के अंतर्गत रखा जाएगा क्योंकि इनमें कार्य के समाप्त होने के बारे में ज्ञान नहीं प्राप्त होता है|

V] संदिग्ध भूतकाल— यह भूतकाल की ऐसी क्रिया के रूप में सामने आता है जिसमें हमें वह कार्य वाक्यों का भूतकाल में होने पर संदेह हो उससे प्रायः संदिग्ध भूतकाल कहा  जाता है| 

कई बार हम अपनी बातों में भी संदिग्ध भूतकाल का उपयोग किया करते हैं|  उदाहरण के रूप में–

  • पंकज गोवा  गया होगा|
  • मीरा  ट्यूशन गई होगी|
  • वे क्रिकेट खेल रहे  होंगे|

इन सभी वाक्यों में हमें  भूतकाल के संदिग्ध होने के बारे में जानकारी मिलती है जो हम आमतौर पर इस्तेमाल करते हैं|

Vi] हेतु हेतु मद भूतकाल— यह भूतकाल की ऐसी क्रिया है, जिसके माध्यम से हम इस बात की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं कि भूतकाल में कोई कार्य हो सकता था किंतु किसी अन्य कार्य की वजह से वह कार्य पूरा नहीं हो पाया, उसे हेतु हेतु  मद  भूतकाल कहा जाता है।  उदाहरण के रूप में—

  • अमित थोड़ी और अगर मेहनत करता तो निश्चित रूप से ही वह सफल हो सकता था|
  •  अगर मैं दिल्ली जाती तो, वहां पर कुतुब मीनार देख लेती|
  •  अगर वर्षा ऋतु हो जाती तो निश्चित रूप से ही फसल अच्छी हो जाती| 

 इन सभी बातों से हमें हेतु हेतु  मद भूतकाल के बारे में जानकारी मिलती है,  जिसमें एक  क्रिया  दूसरे पर निर्भर नजर आ रही है और ऐसे में पहली क्रिया भी पूरी नहीं हो पाती है|

वर्तमान काल क्या है? 

 क्रिया का ऐसा रूप जहां पर  उस समय चल रहे कार्य के बारे में जानकारी प्राप्त हो और वर्तमान रूप से होने वाली प्रतिक्रिया प्राप्त हो, उसे वर्तमान काल कहा जाता है।

उदाहरण

  1. नेहा गाना गा रही है|
  2.  राजू  खेलने  जाता है|
  3.  आज क्या खाना बना है?
  4.  मैं सिलाई कर रही हूं|

 इन सभी बातों में क्रिया के वर्तमान समय में होने का आभास हो रहा है, ऐसे में यह सभी क्रियाएं वर्तमान काल की क्रियाएं कहलाती हैं|

वर्तमान काल के प्रकार—

वर्तमान काल तीन प्रकार के होते हैं–

I] सामान्य वर्तमान काल— यह ऐसी क्रिया है जिसके माध्यम से वर्तमान काल में होने वाली किसी भी क्रिया के बारे में सामान्य रूप से ही पता चल सके उसे सामान्य वर्तमान काल कहा जाता है। हिंदी व्याकरण में इनका विशेष योगदान माना जाता है। उदाहरण के तौर पर–

  • राधा  पढ़ती है|
  •  मैं गाना गाता हूं|
  •  मम्मी खाना बनाती है|

 ऐसे वाक्य  जिन  वाक्य  के आखिरी में हमें   ती है,  ता हूं,  ती है  का बोध होता हो, वे सभी सामान्य वर्तमान काल के अंतर्गत आते हैं।

Ii]  अपूर्ण वर्तमान काल— सामान्य रूप से काल के बारे में जानकारी प्राप्त करते समय  इस  काल  का उपयोग किया जाता है।

यह ऐसी क्रिया है जिसके माध्यम से इस बात की जानकारी होती है कि  वर्तमान काल में कोई कार्य शुरू हो चुका है और अभी तक वह कार्य चल रहा है उसे अपूर्ण  वर्तमान  काल कहा जाता है|   उदाहरण के तौर में—

  • वे सभी पूरियां बना रहे हैं|
  •  सौम्या  लिख रही है|
  •  वर्षा नाच रही है|

 इन सभी  वाक्य  से अपूर्ण वर्तमान काल की जानकारी प्राप्त होती है, जहां पर कार्यों के खत्म होने का कोई भी अंदेशा भी जताया जाता है|

Iii] संदिग्ध वर्तमान काल—- यह वर्तमान काल की मुख्य इकाई के रूप में देखा जाता है, जहां पर किसी भी क्रिया  के स्वरूप को वर्तमान काल की क्रिया होने पर संदेह जताया जाता हो, उसे संदिग्ध वर्तमान काल कहा जाता है|  उदाहरण के तौर  पर 

  • कविता पेपर लिखती होगी|
  •  रमेश नल चलाता होगा|
  •  टीना पढ़ाई करती होगी|

 इन सभी वाक्यों के अंत में  ता होगा,  ती होगी  आता है, वे सभी संदिग्ध वर्तमान काल के अंतर्गत आते हैं|

भविष्य काल क्या है? 

भविष्य काल वह होता है जिसमें क्रिया के आने वाले समय का पता चलता हो और साथ ही साथ भविष्य की योजनाओं का भी उल्लेख किया जाता हो उन्हें भविष्य काल कहा जाता है।

उदाहरण 

  • हम सभी पार्क घूमने जाएंगे|
  •  पंकज 2 साल बाद घर वापस आएगा|
  •  वह इस किताब को  देखेगा|
  •  हम शादी में जाएंगे|

भविष्य काल के प्रकार 

मुख्य रूप से भविष्य का तीन प्रकार के होते हैं जिन्हें हम अलग-अलग क्रियाओं में उपयोग किया करते हैं–

I] सामान्य भविष्य काल—  यह वह काल है जिसके अंतर्गत  क्रिया में सामान्य रूप से भविष्य में कार्य होने का बोध होता हो उसे  सामान्य  भविष्य काल कहा जाता है। उदाहरण के तौर पर–

  • शिवम खाना खाएगा|
  • बच्चे   गार्डन  जाएंगे|
  •  वह  ट्यूशन जाएगी|

 ऐसे वाक्य जिनके अंत में  गा,गे, गी आता है,  वे सभी सामान्य भविष्य काल के अंतर्गत आते हैं|  ऐसे वाक्यों का उपयोग हम हमेशा करते हैं और इनके बारे में सही जानकारी रखते हैं|

Ii] संभाव्य  भविष्य काल— इसके अंतर्गत  क्रिया  से आगे कार्य होने का अंदेशा हो, और आने वाले समय में भी ऐसा ही कुछ अंदेशा हो वहां पर  संभाव्य भविष्य काल उपयोग होता है| उदाहरण के तौर पर—

  • शायद मैं कल ट्यूशन पढ़ाने नहीं आ पाऊंगी|
  •  मुझे लगता है कि टेस्ट में मुझे अच्छे नंबर मिल जाएंगे|
  •  शायद आज बारिश होगी|
  •  हम लोग शायद 2 सप्ताह के बाद शादी में जाने वाले हैं|

इस प्रकार के वाक्य जिनमें भविष्य की क्रियाओं का सही तरीके से कोई अंदाजा नहीं होता और ना ही उनके बारे में हम सही प्रकार से जिक्र कर पाते हैं उन्हें  संभाव्य भविष्य काल के अंतर्गत रखा जाता है।

Iii] हेतु हेतु मद भविष्य काल—- जिस क्रिया के अंतर्गत एक कार्य हमेशा किसी दूसरे कार्य पर निर्भर होता है और इस बात की पुष्टि  नहीं हो पाती हो कि पहला कार्य पूर्ण हो पाएगा या नहीं| ऐसे में हेतु हेतु मद भविष्य काल माना जाता है। उदाहरण के तौर पर–

  •  अगर तुम मेहनत करोगे तभी हम अपना घर बना पाएंगे|
  • अगर मेरे पापा की छुट्टियां  होंगी, तो हम लोग घूमने शिमला जाएंगे|
  •  अगर मेरे परीक्षा में ज्यादा नंबर आएंगे तो मम्मी न्यू ड्रेस लेकर देंगी|

 इन सभी वाक्यों में एक क्रिया दूसरे के ऊपर निर्भर आती है जिससे इस बात की निश्चिंता होती है कि हेतु हेतु मद भविष्य काल उपयोग किया जा रहा है|

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इस प्रकार से आज हमने आपको विभिन्न प्रकार के  “काल किसे कहते हैं परिभाषा, भेद और उदाहरण Kaal in Hindi Grammar” के बारे में जानकारी दी है जिसके अंतर्गत हम अपने वाक्यों को देखते और पढ़ते हैं।

कई बार हम इनके विभिन्न  प्रकार की  जानकारी नहीं रखते हैं, ऐसे में आज हमने आपको “काल” के सभी प्रकारों के बारे में जानकारी दी है जिससे आप सही तरीके से वाक्यों का वर्णन कर सके| उम्मीद करते हैं आपको हमारा ये लेख पसंद आएगा| 

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