मीरा कुमार का जीवन परिचय | Meira Kumar Biography In Hindi 79 वर्षीय मीरा कुमार लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष रह चुकी है| 2017 राष्ट्रपति चुनाव के लिए UPA गठबंधन ने इन्हें अपना राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया था.
पांच बार लोकसभा सदस्य चुनी जा चुकी मीरा कुमार दलित समुदाय से आती हैं| कांग्रेस की अनुभवी नेत्री होने के साथ ही अच्छी शुद्ध हिंदी वक्ता भी हैं|
बायोग्राफी में उनके अब तक के जीवन सफर के बारे में विस्तार से जानेगे.
मीरा कुमार का जीवन परिचय Meira Kumar Biography In Hindi
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद से उनका मुकाबला था, जिनमें उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था.
बिहार की बड़ी दलित नेता होने के साथ-साथ लोकसभा अध्यक्ष के रूप में उनका कार्यकाल सराहनीय रहा था|
first Women speaker of lok sabha Meira Kumar Hindi
मीरा कुमार का जन्म 31 मार्च 1945 को सासाराम बिहार में हुआ था| उपनिवेशिक भारत में सासाराम का क्षेत्र बंगाल का हिस्सा था|
अब तक पांच बार लोकसभा सदस्य रह चुकी मीरा कुमार वर्ष 2009 में सत्ता पक्ष और विपक्ष के समर्थन से निर्विरोध लोकसभा अध्यक्ष चुनी गईं थी|
मीरा कुमार के पता का नाम श्री जगजीवन राम जी हैं जो भारत के उप प्रधानमन्त्री रह चुके हैं| इनकी माँ इंद्राणी देवी समाज सेवक हैं|
मीरा कुमार एक बड़ी दलित नेत्रि हैं| इन्होने हारानी गायत्री देवी गर्ल्स पब्लिक स्कूल से आरम्भिक शिक्षा प्राप्त की|
इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए कई शैक्षिक संस्थानों का रुख किया जिनमे वेलहम कन्या स्कुल,दिल्ली विश्वविध्यालय, महारानी गायत्री देवी पब्लिक स्कुल, मिराडा हाउस, इन्द्रप्रस्थ कॉलेज आदि|
Meira Kumar family
मीरा कुमार ने कला वर्ग में ma किया हैं, इसके अतिरिक्त इन्होने कानून की पढ़ाई की मगर कभी वकालत के अभ्यास के लिए नही गयी|
ये हिंदी और भोजपुरी के अतिरिक्त अंग्रेजी स्पेनिश, संस्कृत की अच्छी जानकार हैं| ये अच्छी हिंदी लेखिका भी हैं. इन्होने कई कविताए और कहानियो की पुस्तके भी लिखी हैं
जो प्रकाशित हो चुकी हैं| इनका विवाह उच्चतम न्यायालय के विरिष्ट वकील मंजुल कुमार साथ हुआ था| इनके एक बेटा और दो बेटी हैं जिनका नाम अंशुल, स्वाती, देवगना हैं|
इनके एक भाई भी हैं जिनका नाम सुरेश कुमार हैं| स्वच्छ छवि की इस महान नेत्री का राजनितिक करियर कुछ इस प्रकार हैं|
Meira Kumar Political career
मीरा कुमार अब तक पांच बार सांसद बन चुकी हैं. इन्होने राजनितिक जीवन की शुरुआत 70-80 के दशक से की| इनका चुनावी क्षेत्र संसाराम ही हैं|
1984 में राष्ट्रिय कांग्रेस की टिकट पर मीरा कुमार ने लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत गईं| इसके बाद Meira Kumar को कांग्रेस की राष्ट्रिय महासचिव बनाया गया|
इसके बाद 1996 में ये दूसरी बार सांसद बनी| मीरा कुमार के राजनितिक करियर का तीसरा पहर में 1998 में फिर से सांसद बनी| इसके बाद चौथी बार ये 2004 में लोकसभा का चुनाव लड़ी और जीत गईं|
वर्ष 2009 में इन्हे लोकसभा के अध्यक्ष पर के लिए चुना गया| वर्ष 2017 में मीरा कुमार को यूपीए द्वारा अपना राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया हैं,17 दलों के समर्थन के बाद क्या नतीजे आएगे| देखना बाकी हैं|
2012 में पाक मिडिया को दिए गये भाषण में उनकी उर्दू जुबान सुनकर पूरा पाकिस्तान सन्न हो गया था| मीरा कुमार भारतीय विदेश सेवा में नौकरी कर चुकी हैं| मीरा कुमार 2014 के लोकसभा में अपने गृह जिले से हार गयी थी|
यूपीए सरकार में सामाजिक न्याय मंत्री के पद पर काम कर चुकी हैं| पहला लोकसभा चुनाव बिजनौर से 1985 में लड़ा| ब्रिटेन में भारत के राजदूत के पद पर मीरा कुमार रह चुकी हैं|