बेलपत्र क्या है इसका उपयोग महत्व एवं इसकी सम्पूर्ण जानकारी | Bel Patra In Hindi

बेलपत्र क्या है इसका उपयोग महत्व एवं इसकी सम्पूर्ण जानकारी | Bel Patra In Hindi-तीन दल तीन प्रमुख देवताओं-ब्रह्मा, विष्णु, महेश का द्योतक हैं।

तीन दल तीन लोकों को बताते हैं। बेल पत्र के तीन दल तीन प्रमुख महादेवियों-महालक्ष्मी, महासरस्वती और महाकाली के भी द्योतक हैं।

भगवान शिव के त्रिशूल में भी तीन फल (Bel Patra)हैं जिसमें तीनों लोकों का संहार करने की सामर्थ्य है। तीन दल से तीन प्रमुख ऋतुओं सर्दी, गर्मी, बरसात का ज्ञान होता है।

तीन दल देश की तीन पवित्र नदियों-गंगा, यमुना, सरस्वती के भी द्योतक हैं।

बेलपत्र क्या है इसका उपयोग महत्व Bel Patra In Hindi

बेलपत्र क्या है इसका उपयोग महत्व एवं इसकी सम्पूर्ण जानकारी | Bel Patra In Hindi

बेलपत्र क्या है (Bel Patra Kya Hai)

बिल्व/ बेलपत्र से सामान्यत सभी लोग वाकिफ होते है. जो हमारे देश में बहुतायत पाया जाता है. जिन्हें कई अन्य नाम शाण्डिल्रू (पीड़ा निवारक), श्री फल, सदाफल या बिल्व भी कहते है.

ये ऊँचे पहाड़ी क्षेत्रों में मुख्यत पाया जाता है. प्रायद्वीपीय देशों में इसकी उपज सर्वाधिक होती है. धार्मिक महत्व में इसको भगवान् शिव से जोड़कर देखा जाता है.

कहते है. बेलपत्र की जड़ो में भगवान् शिव वास करते है. इस कारण इस पेड़ को कई शिवालयों के पास देखा जा सकता है. इसके सफेद फूलों की सुगंध बेहद मनमोहक होती है तथा इन्ही फूलों से अप्रैल महीने में बेलपत्र के फल आते है.

बेलपत्र का महत्व (The importance of Belptr)

कहते है बेलपत्र के बिना भगवान् शिव की अराधना पूरी नही होती है. कलश तथा पूजा सामग्री के साथ इन तीन श्रंखला वाले पत्तों को रखा जाता है.

‘ॐ नमः शिवाय’ के जप के साथ इस बेलपत्र से शिव को जल चढाने से भक्तो की सभी मनइच्छा पूर्ण होती है. तथा आने वाले तमाम संकटो से छुटकारा मिल जाता है.

ज्योतिष के जानकारों की मानें तो कई बार इसके विधिवत प्रयोग न करने पर भगवान् शिव कोपित भी हो सकते है. तथा कोई बड़ा अनिष्ट भी झेलना पड़ सकता है.

इसके लिए बेलपत्र का प्रयोग करते समय ध्यान रखे ये हमेशा तीन पत्तियों के साथ बिना टूटी फूटी व छेद रहित चिकनी पतिकाएं होनी चाहिए. तथा इसे बिना जल के अधर्य समर्पित नही किया जाना चाहिए. इसके सही प्रयोग से विवाह नौकरी में सफलता तथा कई अनिष्ट रोगों से भक्तो को छुटकारा मिल जाता है.

बेलपत्र का वैज्ञानिक नाम (Belptr scientific name)

इसका वानस्पतिक नाम Aegle marmelos (ऐग्ले मार्मेलोस) है. बेलपत्र के रासायनिक संगठन में इसके भीतरी भाग को खाने के उपयोग में लिया जाता है.

एल्केलाइड नामक खनिज लवक इसमे बहुतायत मात्रा में होते है. इसके अलावा वसा और भस्म की मात्रा भी पाई जाती है.

बेलपत्र के लाभ फायदे Benefits Of Belpatra In Hindi

बेलपत्र के रस तथा पत्तियों के काढ़ा का उपयोग कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ के लिए उपयोग किया जाता हैं. घर मे अगर किसी को तेज बुखार है तो मरीज को बेल की पत्तियों का काढ़ा पिलाने से राहत मिलती हैं.

कोई जहरीला जीव जैसे मधुमक्खी बर्र ततैया आदि काट ले तो उस स्थान पर बेलपत्र का रस लगाने से राहत मिलती हैं. बेल पत्र के वृक्ष में वातावरण में मौजूद अशुद्धियो को सोखने की क्षमता होती हैं.

दिल के मरीजों के लिए यह रामबाण इलाज का काम करता हैं. बेलपत्र का काढ़ा पीने से रक्त संचरण ठीक ढंग से चलता है दिल को मजबूती मिलती है ह्रदयघात की सम्भावनाएं कम होती है तथा श्वास सम्बन्धी समस्याओं में भी मददगार हैं.

बवासीर के रोगियों को इस समस्या को खत्म करने में भी बेलपत्र की जड़ का चूर्ण राहत देता है. इसकी जड़ के बने चूर्ण का सुबह शाम मिश्री के साथ सेवन करने से समस्या को दूर किया जा सकता है इसके अलावा मुहं पर छाले आदि होने की स्थिति में इसकी पत्तियों का सेवन लाभदायी हैं.

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