10 Lines on Raksha Bandhan in Hindi – रक्षा बंधन पर १० लाइन एस्से २०० वर्ड्स

10 Lines on Raksha Bandhan in Hindi – रक्षा बंधन पर १० लाइन एस्से २०० वर्ड्स: आप सभी को भाई बहिन के पर्व Raksha Bandhan 2023 की हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं.

few / some lines About Raksha Bandhan In Hindi के लेख को राखी की जानकारी छोटा निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के रूप में उपयोग कर सकते हैं.

10 Lines on Raksha Bandhan in Hindi

10 Lines on Raksha Bandhan in Hindi 2020
Raksha Bandhan 2023 in India
Raksha Bandhan 2023 Date30 अगस्त 
Raksha Bandhan Shubh Muhurat 2023सुबह 5:50 से शाम 6:03 बजे तक 
Raksha Bandhan Mantra 2023येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः । तेन त्वां अभिबध्नामि१ रक्षे मा चल मा चल ।।
  1. रक्षाबन्धन महत्वपूर्ण हिन्दू त्योहार हैं. यह श्रावण पूर्णिमा को मनाया जाता हैं.

2. रक्षा बंधन शब्द का अर्थ रक्षा के लिए बंधन से होता हैं.


3. इस पर्व को श्रावणी, ऋषि तर्पण, राखी आदि नामों से भी जानते हैं.


4. प्राचीनकाल में इस दिन शिष्य गुरु के पास स्वाध्याय के लिए जाते थे.


5. भाई बहिन के प्रेम एवं आपसी बंधन को यह पर्व दर्शाता हैं.


6. रक्षा बंधन के दिन बहिन भाई का मुहं मीठा कर तिलक लगाकर राखी बांधती हैं.


7. वर्ष 2023 में राखी की डेट 30 अगस्त हैं.


8. इससे जुड़ी कथाएँ कर्मावती व हुमायूं का प्रसंग पढ़ने को मिलता हैं.


9. उत्तर भारत खासकर पंजाब हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश में रक्षाबन्धन धूमधाम से मनाते हैं.


10. कही कही इस दिन पेड़ों के राखी बाँधने की परम्परा भी हैं.

रक्षाबंधन पर निबंध हिंदी Essay About Raksha Bandhan For Class 1, 2,3 4, 5, 6 In 10 Lines

भारतीय संस्कृति में त्योहारों और उत्सवो का बड़ा महत्व है हिन्दू धर्म में तो महीने के सभी दिनों कोई न कोई तीज त्योहार अवश्य होता हैं.

रक्षा बंधन भी इसी तरह का एक महत्वपूर्ण हिन्दू त्यौहार है यह श्रावण माह की पूर्णिमा तिथि को पुरे देश में एक साथ ही मनाया जाता है.

रक्षा और बंधन इन दो शब्दों पर पड़े पर्व के नाम का शाब्दिक अर्थ होता है रक्षा का बंधन. इसे कई स्थानों पर रक्षा पर्व या राखी के नाम से भी जानते है.

इस पर्व के अवसर पर बहिनें अपने भाइयों की राखी बाँधने के लिए उनके घर जाती हैं तथा तिलक और मुहं मीठा करवाकर उन्हें राखी का धागा बांधती हैं. भाई उस पवित्र धागे के बंधन के साथ ही बहिन की रक्षा और उनके सम्मान को बचाने का प्रण लेता हैं.

भगवान भोलेनाथ को समर्पित सावन के महीने की आखिरी तिथि को भाई और बहिन के पवित्र रिश्ते पर आधारित यह मंगल कारी पर्व मनाया जाता हैं.

राखी का धागा भाई बहिन के रिश्तों को अधिक मजबूत करने के साथ ही जिम्मेदारियों का अहसास भी दिलाता हैं. बहिन भगवान भोलनाथ से अपने भाई की दीर्घायु की कामना करती है.

राखी के कुछ दिन पूर्व से ही बाजारों में चहल पहल बढ़ जाती हैं. दुकाने रंग बिरंगी राखियों और मिष्ठान आदि से सुसज्जित हो जाया करती हैं.

भारत में विगत सदियों से यह उत्सव मनाया जाता रहा है. धार्मिक ग्रंथों में इस दिन के महत्व से जुडी कई कहानियां पढने को मिलती हैं.

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