नारायणी देवी वर्मा की जीवनी | Biography of Narayani Devi Verma In Hindi

Biography of Narayani Devi Verma In Hindi | नारायणी देवी वर्मा की जीवनी महिला स्वतंत्रता सेनानी श्रीमती वर्मा का अल्पायु में ही विवाह माणिक्यलाल वर्मा जी के साथ हो गया था.

वे किसानों, दलितों तथा गरीबों के हितों की लड़ाई में वर्मा की सहयोगिनी बनी. इन्होने भीलों में शिक्षा के प्रचार का कार्य भी किया. 14 नवम्बर 1944 को इन्होने भीलवाड़ा में महिला आश्रम भी खोला. साल 1970 से 76 तक ये राज्यसभा सांसद भी रही.

नारायणी देवी वर्मा की जीवनी | Biography of Narayani Devi Verma In Hindi

नारायणी देवी वर्मा की जीवनी | Biography of Narayani Devi Verma In Hindi
पूरा नामनारायणी देवी वर्मा
जन्म
जन्म स्थानरामसहाय भटनागर
जीवन साथीमाणिक्यलाल वर्मा
पहचानमहिला स्वतंत्रता सेनानी
जेल1942
स्थापनामहिला आश्रम संस्था
मृत्यु12 मार्च, 1977

माणिक्यलाल वर्मा की सहधर्मिणी नारायणी देवी का जन्म मध्यप्रदेश के सिंगोली गाँव में रामसहाय भटनागर के यहाँ हुआ. बारह वर्ष की अल्पायु में ही वे माणिक्यलाल वर्मा के साथ विवाह बंधन में बाँध दी गई.

किसानों व आम जनता पर राजा जागीरदारों के अत्याचार देखकर माणिक्यलाल वर्मा ने आजीवन, किसानो, दलितों व गरीबों की सेवा का संकल्प लिया तो नारायणी देवी इस व्रत में उनकी सहयोगिनी बनी.

माणिक्यलाल वर्मा के जेल जाने पर परिवार के लालन पोषण के साथ ही नारायणी देवी ने घर मोहल्लों में जाकर लोगों को पढ़ाना एवं शोषण के खिलाफ महिलाओं को तैयार करने के कार्य किये.

नारायणी देवी वर्मा अपनी सहयोगिनियों के साथ घर घर जागृति का संदेश पहुचाती और लोगों को बेगार, नशा एवं बाल विवाह के विरुद्ध आवाज उठाने एवं संगठित होकर कार्य करने की प्रेरणा देती रही.

1939 ई में प्रजामंडल के कार्यों में भाग लेने के कारण उन्हें जेल भी जाना पड़ा. उन्होंने डूंगरपुर रियासत में खड्लाई में भीलों के मध्य शिक्षा प्रसार द्वारा जागृति पैदा करने का कार्य किया.

1942 के भारत छोड़ों आंदोलन में भाग लेने के कारण नारायणी देवी को पुनः जेल जाना पड़ा. 1944 ई में वे भीलवाड़ा आ गई और यही से 14 नवम्बर 1944 को महिला आश्रम संस्था की स्थापना की.

यहाँ प्रौढ़ शिक्षा व प्रसूति गृह का संचालन भी किया. 1952-53 ई में महिलाओं के उत्थान के लिए कार्य करते हुए वे 1970 से 1976 ई तक राज्यसभा की सदस्य रहीं. 12 मार्च 1977 को उनकी मृत्यु हो गई.

इनके नाम से भीलवाड़ा के विजय सिंह पथिक नगर में एक नारायणी देवी वर्मा महिलाओं टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज हैं.

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