सूचना प्रौद्योगिकी पर निबंध | Essay On Information Technology In Hindi

नमस्कार दोस्तों आज का निबंध सूचना प्रौद्योगिकी पर निबंध Essay On Information Technology In Hindi पर दिया गया हैं.

इस निबंध में हम सूचना प्रोद्योगिकी क्या है इसके प्रकार लाभ उद्देश्य आदि को सरल भाषा में जानेंगे.  class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 Students के लिए इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का यह निबंध दिया गया हैं.

सूचना प्रौद्योगिकी निबंध Essay On Information Technology In Hindi

सूचना प्रौद्योगिकी निबंध Essay On Information Technology In Hindi

प्रस्तावना– प्राचीनकाल से ही मनुष्य दूरस्थ व्यक्ति से सम्पर्क के अनेक प्रकार के उपायों को काम में लाता रहा हैं.

आदिम जन जातियों में ढोल या नगाड़ो की सांकेतिक ध्वनियों अथवा सींग के बाजों द्वारा संदेश दिए जाते थे. शांति के संदेशवाहक कबूतरों ने भी संवाद वाहक की भूमिका निभाई,

धीरे धीरे एक व्यवस्थित डाक प्रणाली का विकास हुआ. वैज्ञानिक प्रगति के साथ साथ अनेक संचार उपकरणों का अविर्भाव हुआ और अब हम दूर संचार के नाम से एक क्रांतिकारी संचार तन्त्र के विकास व स्थापना में जुटे हुए हैं. तार टेलीग्राफ से इंटरनेट तक की यह विकास यात्रा बड़ी रोचक और रोमांचक रही हैं.

दूरसंचार की आवश्यकता– आज मानवीय गतिविधियाँ इतनी बहुसंख्यक और संकुल हो चुकी हैं कि सम्पर्क के सामान्य साधन अक्षम और अपर्याप्त सिद्ध हो गये हैं.

सामान्य व्यक्ति से लेकर समाज के विभिन्न वर्गों के लोग दूरसंचार पर आश्रित हो गये हैं. दूरसंचार ने विश्व को चमत्कारित रूप से छोटा कर दिया हैं.

संसार के किसी भी कोने में घटित महत्वपूर्ण घटना को सर्वविदित कराने में में दूरसंचार की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध हो चुकी हैं.

दूरसंचार के प्रमुख साधन– विज्ञान ने आज हमें दूरसंचार के विविध साधन उपलब्ध करा दिए हैं. टेलीफोन, मोबाइल फोन रेडियो, टेलीविजन, फैक्स, संचार उपग्रह, इंटरनेट आदि उपकरणों ने सूचनाओं के आदान प्रदान के क्षेत्र के अनंत विस्तार देने के साथ साथ बड़ा सुगम और सुलभ बना दिया हैं.

भारत में दूरसंचार का महत्व– सारा विश्व आज दूरसंचार क्रांति से गुजर रहा हैं. भारत भी उससे अछूता नहीं हैं. आज भारत में दूरभाष को व्यापक बनाने में बी एस एन एल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है तथा उसे गाँव गाँव तक पहुचाने में सफलता प्राप्त की हैं.

स्वचालित एक्सचेंज प्रणाली के आगमन से दूरसंचार में क्रांति आई हैं. इसके अतिरिक्त कदम कदम पर पी सी ओ बूथ तथा प्रत्येक जेब में मोबाइल उपलब्ध हैं. इस दिशा में मोबाइल फोन का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण हैं.

आज बीएसएनएल, रिलायंस, आइडिया, वोडाफोन, टाटा इंडिकॉम, एयरटेल, युनिनोर, ऐरसल, MTS आदि अनेक कम्पनियां मोबाइल फोन सुविधा उपलब्ध करा रही हैं.

कुछ दिन पहले ही 3G सेवा का अधिकार दूरसंचार कम्पनियों को मिल गया हैं. मोबाइल पर विडियो कांफ्रेसिंग तथा लाइव टीवी देखना भी सम्भव हो गया हैं.

दूरसंचार क्रांति का प्रभाव और भविष्य– दूरसंचार के क्रांतिकारी प्रसार ने भारत के जन जीवन को गहराई से प्रभावित किया हैं, साधारण गृहस्थ से लेकर व्यवसायी, चिकित्सक, वैज्ञानिक और प्रशासन तंत्र सभी इससे लाभान्वित हो रहे हैं.

इस क्रांति का प्रभाव बड़ा दूरगामी सिद्ध होगा. इससे शासन प्रशासन में शीघ्रता, चुस्ती और पारदर्शिता आएगी. राष्ट्रीय एकता पुष्ट होगी. भारत का विश्व की आर्थिक शक्ति बनने का सपना भी दूरसंचार की सर्वसुलभता पर निर्भर हैं.

उपसंहार– दूरसंचार और सूचना प्रोद्योगिकी निरंतर सुधार और विस्तार की ओर अग्रसर हैं. सूचना के नवीनतम साधनों ने डाक व्यवस्था का महत्व समाप्त सा कर दिया है.

मोबाइल फोन ने पत्र लेखन को इतिहास की वस्तु सा बना दिया है. देखना हैं कि दूरसंचार के क्षेत्र में और कौन से चमत्कार सामने आते हैं.

भारत में आधुनिक सूचना प्रौद्योगिकी पर निबंध Information Technology Essay In Hindi

वर्तमान में नवीनतम वैज्ञानिक आविष्कारों का युग है. आज मानव ने ऐसें ऐसें यंत्र बना लिए है, जिनके द्वारा वह अपने शयन कक्ष में बैठे ही जान सकता है.

यह कंप्यूटर के आविष्कार का क्रांतिकारी परिणाम है कि एक छोटे से मोबाइल फोन से आप न केवल संदेश अपितु अति गोपनीय दस्तावेज की फोटोकॉपी इच्छित व्यक्ति तक सेकंडो में पंहुचा सकते है.

कंप्यूटर क्रांति क्र कारण सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सर्वाधिक प्रगति हुई है और इसका अब हर क्षेत्र में उपयोग हो रहा है.

भारत में सूचना क्रांति (Information revolution in India)

हमारे देश में सन 1984 से कंप्यूटर निति की घोषणा की गई. इसी घोषणा से देश में देश में कंप्यूटर क्रांति का सूत्रपात हुआ. इलेक्ट्रोनिक आयोग के तत्वाधान में दिल्ली में राष्ट्रीय सूचना केंद्र स्थापित किया गया, जिनमें कंप्यूटर साइबर 630 लगाया गया.

इस केंद्र से दिल्ली के अनेक विभागों के निदेशालय के कंप्यूटर जोड़े गये, साथ ही राज्यों की राजधानी एवं मुख्यालयों को सुपर कंप्यूटर के माध्ग्य्म से इस प्रकार जोड़ा गया ताकि वह आदान प्रदान में शीघ्रता एवं गोपनीयता बनी रहे.

इसी प्रकार रेलवे, डाक विभागों, राष्ट्रीयकृत बेंको, विविध शिक्षणाल्यों एवं तकनिकी संस्थानों को दूर संचार उपग्रह सेवा के द्वारा सूचना तन्त्र का विकास किया गया.

इसके साथ ही विद्यालयों एवं महाविद्यालयों आदि में कंप्यूटर शिक्षा को ज्ञान गंगा चैनल द्वारा प्रभावी दंग से प्रारम्भ किया गया. इन सब प्रयासों से आज भारत में सूचना प्रौद्योगिकी का तीव्रगति से विकास हो रहा है.

सूचना प्रौद्योगिकी का विकास (Development of information technology)

सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में पिछले एक दशक में जो क्रांति आई, उसका प्रभाव स्पष्ट दिखाई देने लगा है. आज कंप्यूटर के एक छोटे से पुश बटन को दबाकर विश्व के किसी भी कोने से सम्पर्क कायम किया जा सकता है.

इससे इंटरनेट, वेबसाइट आदि के द्वारा त्वरित गति से संदेशों का आदान-प्रदान करना तथा अनेक बातों की जानकारी हासिल करना आसान हो गया है.

अब सूचना प्रौद्योगिकी दैनिक कार्य प्रणाली से लेकर चिकित्सा, स्वास्थ्य, कृषि, बैंकिग, बीमा के साथ साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी व्यापक परिवर्तन का आधार बनती जा रही है.

सूचना प्रौद्योगिकी से लाभ (Benefits of Information Technology)

सूचना प्रौद्योगिकी के आविष्कार से अनेक लाभ है. सबसे अधिक लाभ समाचार पत्रों एवं दूरदर्शन के विविध चैनलों को सुचना के आदान-प्रदान एवं प्रसारण के क्षेत्र में हुआ है.

इसके बाद बड़े औद्योगिक परिसरों एवं सरकारी उपक्रमों को इससे काफी लाभ हुआ है और उनमे कार्य कुशलता में वृद्धि हुई है.

इसी प्रकार शिक्षा के क्षेत्र में भी सूचना प्रौद्योगिकी से नवीन क्रांति आ गई है. नविन वैज्ञानिक अनुसंधानो नवीनतम यंत्रो आदि के संचालन एवं विकास में सूचना प्रोद्योगिकी का विशेष अवदान दिखाई दे रहा है.

इससे रोजगार के अवसर भी बढ़े है तथा विशालतम दूर संचार नेटवर्क स्थापित करने से हमारे देश को अत्यधिक लाभ हो रहा है.

संक्षेप में कहा जा सकता है कि कंप्यूटर के आविष्कार से सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अभूतपूर्व क्रांति आई है. भारत सहित पूरे विश्व में सूचना प्रौद्योगिकी को इस तरह अपनाया जा रहा है.

जिससे सम्पूर्ण विश्व छोटा पड़ता जा रहा है. विश्व के सॉफ्टवेयर उद्योग में भारत का योगदान उतरोतर बढ़ता जा रहा है. इस तरह हम इससे दूर संचार के क्षेत्र में आश्चर्यजनक प्रगति हो रही है.

Most Powerful People In Technology टेक्नोलॉजी के सबसे ताकतवर लोग

वैसे तो IT की क्रांति किसी एक इंसान के कंधे पर सवार होकर नहीं आई हे. लाखों लोगों का Vision और उनकी मेहनत लगी हे. क्रांति को इस मुकाम तक लाने में.

फिर भी कुछ चेहरे ऐसे हे, जो ओरों से अलग दीखते हे. इन चमकते चेहरों में करनी की पटकथा लिखी हे और उसे Hit बनाया हे.

Microsoft के Bill Gates या Apple के स्टीव जॉब्स के योगदान को इस नजरिये से देखा जा सकता हे. आज हम आपको Technology की दुनिया के सबसे ताकतवर लोगों से रूबरू कराएँगे,

जो World Wide Web, Blogging, Portal, Social Sites, Software, Hardware आदि में क्रांति को आगे बढ़ा रहे हे.

शेरिल सैंडबर्ग

Facebook का नाम सब जानते हे और यह भी जानते हे की इसे मार्क जुकरबर्ग ने Start किया हे. आज वे इस कम्पनी का चेहरा हे. लेकिन कम्पनी की चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, CEO शेरिल सैंडबर्ग का Vision और उनकी मेहनत इस कम्पनी को आगे बढ़ा रही हे.

इसमें कोई संदेह नहीं हे की दुनिया की सबसे लोकप्रिय Social Sites को आगे बढाने और नए-नए प्रयोग करने में शेरिल की बहुत बड़ी भूमिका हे.

टीम कुक

Apple में टीम कुक ने लीजेंडरी स्टीव जॉब्स की जगह ली हे. जॉब्स ने जिस तरह से तकनीक को बदला था, उसकी मिशाल मुश्किल हे. लोग Technology को कैसे देखें और कैसे उसका इस्तेमाल करे यह नजरिया जॉब्स ने बदला था.

उनकी जगह लेना मुश्किल हे, लेकिन कुक ने उनकी जगह को भरा हे. जॉब्स को श्रदांजली के तौर पर उन्होंने कई उत्पाद लौंच किये हे. iphone 5s के बाद iphone 6, iphone 6 plus और एप्पल वाच लौंच किया हे. वे जॉब्स की विरासत को आगे बढ़ा रहे हे.

लैरी पेज

दुनिया की सबसे पॉवरफुल और लोकप्रिय Search Engine Google की सह संस्थापक और CEO हे लैरी पेज. 2012 में उनकी निजी सम्पति 20 अरब डॉलर से ज्यादा थी और वे अमेरिका के सबसे धनी लोगों की सूचि में 13 वें नंबर पर थे.

जेफ़ बेजोस

दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन शौपिंग कम्पनी Amazon के संस्थापक जेफ़ बेजोस ने अभी दुनिया के सबसे अमीर आदमी बिल गेट्स को कुछ घंटो के लिए पीछे छोड़ दिया था. यह कम्पनी भारत में सबसे बड़ा कारोबार कर रही हे.

जेफ़ वेनर

दुनिया की सबसे मशहूर लोकप्रिय Social Sites में से एक हे Linkedin के CEO हे वेनर. दो सो देशों में 20 करोड़ से ज्यादा रजिस्टर्ड User इस कम्पनी के हे. वेनर Yahoo के साथ काम कर चुके हे.

पाल ओटेलिनी

इंटेल के अध्यक्ष और CEO हे ओटेलिनी. उन्होंने 1974 में इस कम्पनी को ज्वाइन किया था. वे अभी Google के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर में भी हे. दुनिया भर के डिवाइस में लगने वाले माइक्रोप्रोसेसर का सबसे बड़ा हिस्सा इंटेल से बन कर जाता हे.

लैरी एलिसन

लैरी दुनिया की मशहूर कम्पनी Oracle के को फाउंडर हे. उनकी सम्पति 41 अरब डॉलर की हे. उनके नेतृत्व में ओरेकल कंप्यूटर हार्डवेयर और एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कम्पनियों में से एक बनी हे.

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