Essay on My Sister in Hindi – मेरी बहन पर निबंध

Essay on My Sister in Hindi : दोस्तों आपका स्वागत करता हूँ आज मैं आपके लिए मेरी बहन पर निबंध लेकर आया हूँ, हरेक व्यक्ति को अपनी प्यारी बहिना से लगाव होता है.

यदि आप बहिन (My Sister) पर शोर्ट लॉन्ग एस्से निबंध भाषण अनुच्छेद कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9,10 के स्टूडेंट्स के लिए बहन निबंध 100, 200, 250, 300, 400 और 500 वर्ड्स में खोज रहे है तो हम आपकों सरल भाषा में निबंध विभिन्न सीमा में उपलब्ध करवा रहे है.

Essay on My Sister in Hindi

Essay on My Sister in Hindi

प्यारे साथियों (स्टूडेंट्स & किड्स) आज के निबंध में हम मेरी प्यारी बहन, बहिन पर निबंध सरल शब्दों में बता रहे है. यदि आप छोटी कक्षाओं के स्टूडेट्स है तो इस निबंध को आप परीक्षा के लिए भी याद कर सकते है यहाँ विभिन्न शब्द सीमा में कुछ निबंध दिए गये है.

My Sister Essay In Hindi 100 Words

जीवन रूपी गाड़ी के शानदार सफर में कुछ ही लोग होते है जो हमारे अच्छे बुरे समय में साथी बनकर रहते हैं. अमूमन वे खून के रिश्ते से जुड़े ही होते हैं. बहिन भी उन्ही में से एक हैं, हमारे झूले झूलने के सफर से बुढ़ापे तक की यात्रा में बहन एक सुख दुःख की भागीदार की तरह सभी अवसरों पर साथ होती हैं.

मेरी बहन ईश्वर प्रदत्त उपहार है. छोटी मुझसे दो वर्ष छोटी है बेहद मासूम और नटखट बहन का नाम दिव्या है, वह हमारे हर पल को हंसने योग्य बना देती हैं.

वह हर बात पर मुस्करा देती है उसकी हंसी सभी के दिलों को छू जाती हैं. परिवार में हम भाई बहिन मिलजुलकर रहते है. मेरी बहन जितनी हंसमुख है उतनी ही गुस्सैल एवं जिद्दी भी हैं.

वह छोटी सी बात पर भी जिद्द करने पर अपनी बात को मनवाकर ही मानती हैं. घर में सबसे छोटी होने के कारण सभी उससे अपार स्नेह रखते हैं. इस साल वह छठी कक्षा में पढ़ रही है. जितनी वह शरारती है उतनी मेधावी भी हैं. मैं भगवान को ऐसी बहिन देने के लिए धन्यवाद देता हूँ, मेरी कामना है कि वह सदा बस यूँ ही हंसती मुस्कराती एवं जिद्द करती रहे.

दीदी पर निबंध My Sister Essay In Hindi 300 Words

मानव को एक सामाजिक प्राणी कहा जाता है जो परिवार तथा समाज के बीच जीवन जीता हैं. परिवार के सभी सदस्यों के साथ उनके घनिष्ठ रक्त सम्बन्ध होते हैं.

भाई, बहिन, माता, पिता आदि रिश्तें जीवन में निर्वहन करने होते हैं. मेरा अपना एक छोटा एकल परिवार है जिसमें माता पिता के अतिरिक्त एक भाई और एक बड़ी बहिना है जिन्हें दीदी कहकर पुकारता हूँ.

दीदी मुझसे चार वर्ष बड़ी है. हम सभी भाई बहिनों में बड़ी होने के कारण वह बचपन से हमारी हर कार्य में मदद करती हैं. मैंने स्कूल जाना अपनी बहिन के साथ ही शुरू किया था.

आज मेरी बहिन अध्यापिका है वह मेरे लिए गुरु, पथ प्रदर्शक एवं सच्चे सखा के रूप में जीवन में प्रत्येक अहम निर्णय में मेरी मदद किया करती हैं.

मेरी बहिन सुशील, सुंदर, सुशिक्षित एवं विनम्र स्वभाव की है, वह बडो का सम्मान करती हैं. मेरे माता पिता का सबसे अधिक ख्याल वही करती हैं. स्कूल के दिनों से ही वह पढ़ने में बहुत मेधावी थी. स्कूली शिक्षा पूर्ण करने ही दीदी ने सरकारी सेवा में एक शिक्षिका के रूप में अपनी सेवाएं देती हैं.

घर में माँ को रसोई, साफ़ सफाई आदि में हाथ बटाती है. प्रत्येक राखी पर वह मेरे लिए सुंदर राखी लाती है तथा मैं भी बदले में अपनी बहिन के लिए कीमती उपहार लाता हूँ.

भाई बहिन हम दोनों बचपन में कई बार झगड़ जाया करते थे, मगर बड़े होने पर धीरे धीरे हमारी यह आदत कम होती चली गई हैं. प्रत्येक बच्चें के लिए एक बहिन होना मतलब उनको अच्छी गुरु, मार्गदर्शिका, स्नेही मित्र मिल जाने जैसा हैं.

Essay on My Sister in Hindi – मेरी बहन पर निबंध ( 500 words )

हरेक परिवार में बहन कुछ ख़ास होती है. मेरे बड़ी बहन हैं जो उम्रः में मुझसे चार वर्ष बड़ी हैं. बेहद सुंदर प्यारी शांत एवं विनम्र स्वभाव की हैं. उनका नाम राधा है तथा हम सभी भाई बहिन प्यार से उन्हें राधा दीदी कहकर पुकारते है.

वह इतिहास में एम ए की पढ़ाई करने के बाद व्याख्याता के रूप में हमारे गाँव के आदर्श विद्यालय में शिक्षण कार्य करवाती हैं. उम्रः में बड़ी होने के कारण हम उनका सम्मान करते है तथा उनकी प्रत्येक सलाह को मानते हैं.

मुझे अपनी दीदी से बेहद लगाव हैं. हर किन्ही को भगवान छोटी या बड़ी बहिन अवश्य दे. क्योंकि वह एक सच्ची मार्गदर्शिका मित्र एवं शिक्षक होती हैं. परिवार में जब भी मेरे साथ कोई खड़ा नहीं होता है तो मेरी बहिन ही साथ देती हैं.

जब भी मैं कुछ गलत करता हूँ तो वह प्यार से मुझे सही गलत का एहसास कराती हैं. वाकई वह एक मनोवैज्ञानिक की तरह सभी के स्वभाव, आदतों से अच्छी तरह परिचित हैं. कई बार मुझे लगता है कि वह मेरे से ज्यादा मुझकों वह जानती हैं.

जब कभी माँ घर पर नहीं होती है तो वह माँ की भूमिका में हमारी देखभाल करती हैं. प्यार से हमें पढाती है खरीददारी के लिए वह मुझे अपने साथ बाजार ले जाती हैं.

मेरे लिए सबसे विश्वसनीय मित्र है जिन्सें मैं अपनी हर बात शेयर करता हूँ तथा वह मुझे एक सच्चे सलाहकार के रूप में मदद करती है तथा कुछ अच्छा करने की प्रेरणा देती हैं. स्कूल के कार्य में वह कई बार मेरा हाथ बंटाती है तथा मम्मी पापा की डांट से भी बचाती हैं.

दीदी स्कूल से लौटने के बाद हमारी साथ बैठकर पढ़ती है तथा बाद में माँ की मदद करती हैं. मुझे बहन के हाथ से बने पकोड़े बेहद पसंद है वह जितनी कुशल अन्य कार्यों में है उतनी ही व्यंजन बनाने में भी हैं. बचपन में दीदी गुस्सा व जिद्द करती थी मगर बड़े होने के बाद मैंने उनके स्वभाव में ये आदतें कभी नहीं देखी हैं.

वह जिस सिद्धत से अपने कर्तव्यों को पूरा करती है वह मेरे लिए भी बड़ी प्रेरणा हैं. वह स्कूल जाते समय भी स्कूटी पर घुमाकर मुझे विद्यालय छोड़ती है जब कभी दीदी घर से बाहर रहती है मुझे उसकी चिंता हमेशा सताती हैं.

मेरी बड़ी बहन की कई अच्छी आदते मुझे प्रेरित करती है सभी के साथ मिलकर रहना, प्रेम से व्यवहार करना, सदा सत्य बोलना उनकी विशेषताएं हैं.

मुझे अपनी माँ का नया अवतार बहन में दीखता है वह उतनी ही मधुर, शांत, धैर्यवान, लग्नशील तथा कर्तव्यपरायण हैं. मैं अपने जीवन में उनके जैसा बनने का प्रयास करता हूँ ताकि सभी के दिलों में रह सकू. मैं भगवान से प्रार्थना करता हूँ कि दीदी हमेशा खुश रहे तथा हमारे जीवन में उनका प्यार यूँ ही बना रहे.

FAQ

Q. बहन भाई का रिश्ता कैसा होता हैं?

Ans: आपसी नोक- झोक, लड़ाई झगड़े, रूठने मनाने से लेकर आपसी स्नेह और परम मित्र का रिश्ता होता हैं.

Q. बड़ी बहन को क्या कहा जाता हैं?

Ans: भारतीय समाज में बड़ी बहन को दीदी कहकर सम्बोधित किया जाता हैं.

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आशा करता हूँ दोस्तों “Essay on My Sister in Hindi” का यह निबंध आपकों पसंद आया होगा. बहिन पर निबंध, मेरी बहन पर निबंध, प्यारी बहिना का निबंध आपकों पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करे.

One comment

  1. हरेक परिवार में बहन कुछ ख़ास होती है. मेरे बड़ी बहन हैं जो उम्रः में मुझसे चार वर्ष बड़ी हैं. बेहद सुंदर प्यारी शांत एवं विनम्र स्वभाव की हैं. उनका नाम राधा है तथा हम सभी भाई बहिन प्यार से उन्हें राधा दीदी कहकर पुकारते है वह इतिहास में एम ए की पढ़ाई करने के बाद व्याख्याता के रूप में हमारे गाँव के आदर्श विद्यालय में शिक्षण कार्य करवाती हैं. उम्रः में बड़ी होने के कारण हम उनका सम्मान करते है तथा उनकी प्रत्येक सलाह को मानते हैं.
    मुझे अपनी दीदी से बेहद लगाव हैं. हर किन्ही को भगवान छोटी या बड़ी बहिन अवश्य दे. क्योंकि वह एक सच्ची मार्गदर्शिका मित्र एवं शिक्षक होती हैं. परिवार में जब भी मेरे साथ कोई खड़ा नहीं होता है तो मेरी बहिन ही साथ देती हैं. जब भी मैं कुछ गलत करता हूँ तो वह प्यार से मुझे सही गलत का एहसास कराती हैं. वाकई वह एक मनोवैज्ञानिक की तरह सभी के स्वभाव, आदतों से अच्छी तरह परिचित हैं. कई बार मुझे लगता है कि वह मेरे से ज्यादा मुझकों वह जानती हैं.

    जब कभी माँ घर पर नहीं होती है तो वह माँ की भूमिका में हमारी देखभाल करती हैं. प्यार से हमें पढाती है खरीददारी के लिए वह मुझे अपने साथ बाजार ले जाती हैं. मेरे लिए सबसे विश्वसनीय मित्र है जिन्सें मैं अपनी हर बात शेयर करता हूँ तथा वह मुझे एक सच्चे सलाहकार के रूप में मदद करती है तथा कुछ अच्छा करने की प्रेरणा देती हैं. स्कूल के कार्य में वह कई बार मेरा हाथ बंटाती है तथा मम्मी पापा की डांट से भी बचाती हैं.

    दीदी स्कूल से लौटने के बाद हमारी साथ बैठकर पढ़ती है तथा बाद में माँ की मदद करती हैं. मुझे बहन के हाथ से बने पकोड़े बेहद पसंद है वह जितनी कुशल अन्य कार्यों में है उतनी ही व्यंजन बनाने में भी हैं. बचपन में दीदी गुस्सा व जिद्द करती थी मगर बड़े होने के बाद मैंने उनके स्वभाव में ये आदतें कभी नहीं देखी हैं. वह जिस सिद्धत से अपने कर्तव्यों को पूरा करती है वह मेरे लिए भी बड़ी प्रेरणा हैं. वह स्कूल जाते समय भी स्कूटी पर घुमाकर मुझे विद्यालय छोड़ती है जब कभी दीदी घर से बाहर रहती है मुझे उसकी चिंता हमेशा सताती हैं.

    मेरी बड़ी बहन की कई अच्छी आदते मुझे प्रेरित करती है सभी के साथ मिलकर रहना, प्रेम से व्यवहार करना, सदा सत्य बोलना उनकी विशेषताएं हैं. मुझे अपनी माँ का नया अवतार बहन में दीखता है वह उतनी ही मधुर, शांत, धैर्यवान, लग्नशील तथा कर्तव्यपरायण हैं. मैं अपने जीवन में उनके जैसा बनने का प्रयास करता हूँ ताकि सभी के दिलों में रह सकू. मैं भगवान से प्रार्थना करता हूँ कि दीदी हमेशा खुश रहे तथा हमारे जीवन में उनका प्यार यूँ ही बना रहे.

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