रेलवे कुली पर निबंध Essay on The Indian Coolie In English And Hindi

रेलवे कुली पर निबंध Essay On The Indian Coolie In English And Hindi: नमस्कार फ्रेड्स आपका स्वागत हैं आज के लेख में हम भारतीय रेलवे के कुली के विषय पर निबंध लेकर आए हैं.

एक परिश्रमजीवी के रूप में कुली का जीवन उनका संघर्ष आज के लेख में अलग अलग शब्द सीमा में दिया गया हैं.

रेलवे कुली पर निबंध Essay On Coolie In English And Hindi

रेलवे कुली पर निबंध Essay on The Indian Coolie In English And Hindi

Coolie is a hard work community, in the Railway yard, Coolie spends their whole life to carries luggage, and passengers & accessories. on basis of very low salary, 

The Indian Coolie works hards, Essay on The Indian Coolie for students helps to improve her knowledge about Indian railway coolie life, his house, dress, and his work. this Hindi and English language

short Essay on The Indian Coolie is prepared for classes 6, 7, 8, 9 the standard students read out, and if you like then please share with friends.

10 line short Essay on The Indian Coolie In English Language

Introduction- the man who carries the luggage of passengers at a railway station is called a coolie (meaning in English). he is seen at almost all the railway stations.

his house-  his house is very small. sometimes small quarters are given to them by the railway department. some live in tin sheds. sometimes two or three families live together.

his dress- a coolie is a poor man. so he put on a simple dress. he wears a red shirt and white pajamas. He wears ret turban or cap on his head. he ties a brass badge on his arm. this badge with a number on it is given to him by the railway department.

coolie work- a coolie is a hard-working man. he works hard day and night. he does not earn much. at the railway station, he is found sitting at the entrance of the station. so he carries the luggage of the passengers to the platform.

sometimes he risks his life when he has to load the luggage in moving the train. he also helps the passengers to get in. he tries to find a good seat for them.

he guides them to the right train and platform. he knows the timings of the arrival and departure of all trains. we cannot do without him.

रेलवे कुली पर निबंध (Essay on The Indian Coolie In Hindi)

परिचय– जो लोग रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के सामान ढोते है, उन्हें कुली कहा जाता है. ये लगभग भारत के हर रेलवे स्टेशन के अंदर आपकों देखने को मिल जाएगे.

कुली का घर- इनका घर बहुत छोटा है। कभी-कभी रेलवे विभाग द्वारा उन्हें छोटे क्वार्टर दिए जाते हैं। कुछ टिन शेड में रहते हैं। कभी-कभी दो या तीन परिवार एक साथ रहते हैं।

उसकी पोशाक– एक कुली एक गरीब साधारण आदमी होता है। तथा यह सरकार द्वारा निर्धारित वेशभूषा में ही रहते है. इनकी ड्रेस में लाल रंग का कुर्ता व इसके नीचे सफ़ेद रंग का पायजामा पहना रहता है. पुरुष कुली द्वारा सिर पर टोपी अथवा पगड़ी पहनी रहती है.

इनकी बाजू पर एक पीतल धातु का बैज लगा रहता है, जिस पर रेलवे विभाग द्वारा उन्हें जारी किये गये विशेष नम्बर लिखे होते है.

कार्य – एक कुली कठिन काम करने वाला आदमी है। वह कठिन दिन और रात काम करता है। वह ज्यादा कमाता नहीं है। रेलवे स्टेशन पर, वह स्टेशन के प्रवेश द्वार पर बैठा देखा जा सकता है। तथा यह यात्रियों के माल को सम्बन्धित स्थान तक पहुचाने का कार्य करता है.

कई बार चलती हुई रेलगाड़ी में भी इन्हें सामान लोढ़ करना पड़ता है, इस कारण एक कुली का जीवन जोखिम भरा होता है. इसके अतिरिक्त यह यात्रियों के लिए अच्छी सीट खोजना और उन्हें उस स्थान पर ले जाकर बिठाने का कार्य भी करता है.

अनजान लोगों के लिए कुली गाइड का कार्य भी करता है, यह यात्रियों का माल ढ़ोने के साथ साथ उन्हें सही ट्रेन व प्लेटफोर्म के बारे में भी जानकारी प्रदान करता है. उन्हें सभी आने और जाने वाली गाड़ियों का टाइम टेबल याद रहता है, जो यात्रियों को बहुत मदद पहुचाता है.

Coolie par nibandh 500 words

फिलहाल तो अब रेलवे स्टेशन पर कुली काफी कम ही दिखाई देते हैं क्योंकि अब लोग खुद ही अपना सामान उठाते हैं परंतु आज भी ऐसी कई जगह है जहां पर बिना कुली के यात्रियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। 

खासतौर पर तो ऐसे यात्री काफी ज्यादा परेशान होते हैं जो बूढ़े या फिर बुजुर्ग होते हैं क्योंकि उनके अंदर अपने वजनी सामान को उठाने की शक्ति नहीं होती है। ऐसी अवस्था में उनका तारणहार बन कर के हमारे कुली भाई आते हैं।

कुली सिर्फ रेलवे स्टेशन पर ही नहीं बल्कि बस अड्डों के आसपास भी मौजूद होते हैं। जो कुली होते हैं यह अधिकतर ऐसे परिवार से संबंध रखते हैं जिनकी आर्थिक स्थिति या तो गड़बड़ होती है या फिर ठीक-ठाक ही होती है।

कुछ कुली ऐसे होते हैं जो मुश्किल से मुश्किल दसवीं कक्षा पढ़ पाते हैं वहीं अधिकतर कुली अनपढ़ ही होते हैं और ऐसी अवस्था में अपना गुजारा चलाने के लिए यह कुली का काम करते हैं।

कुली की पहचान उनके ड्रेस से होती है। रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर कहीं-कहीं पर कुली लाल रंग की ड्रेस पहनते हैं वहीं कहीं कहीं पर कुली सामान्य कपड़े ही पहन कर रखते हैं।

जो लोग रजिस्टर्ड कुली होते हैं उनकी शर्ट की जेब पर एक बिल्ला नंबर होता है जिसके जरिए उनके पहचान होती है वहीं कई जगह पर अनरजिस्टर्ड कुली भी काम करते हैं।

हमारे कुली भाइयों का मुख्य काम होता है ऐसे लोगों को सहायता प्रदान करना जो यात्रा करने के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य में जाते हैं और इसके लिए वह ट्रेन या फिर बस का इस्तेमाल करते हैं। 

यात्रा करने के दरमियान हम अपने आवश्यक सामान ले जाने के लिए बैग का इस्तेमाल करते हैं। कई बार जब हम रेलवे स्टेशन या फिर बस अड्डे पर उतरते हैं तो सामान को ढोने के लिए हम कुली को ढूंढते हैं।

यह बिल्कुल सुरक्षित तौर पर हमारे सामान को एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाने का काम करते हैं और इसके बदले में थोड़े से पैसे हम से प्राप्त करते हैं। इसके जरिए यह अपना और अपने परिवार का जीवन यापन करते हैं।

कुली का काम सिर्फ यात्रियों के सामान को इधर से उधर ले जाने तक ही सीमित नहीं होता है। कई बार यह अनजान लोगों की सहायता भी करते हैं। ऐसे कई मामले देखे गए हैं जब कुली भाइयों ने रेलवे स्टेशन पर किसी यात्री को सही ट्रेन की जानकारी दी है अथवा उन्हें चोर और लुटेरों से बचाने का काम भी किया है।

कुली रेलवे स्टेशन के बाहर तो काम करते ही हैं साथ ही यह कभी-कभी ग्राहक के आग्रह पर रेलवे स्टेशन के अंदर खड़ी ट्रेन में भी उनके सामान को पहुंचाते हैं। इसके अलावा यह अगर कोई यात्री बस के जरिए यात्रा कर रहा है तो उसके सामान को बस के बिल्कुल ऊपर रखने का काम भी करते हैं।

कुल मिलाकर देखा जाए तो यह हर प्रकार से अपने ग्राहक को संतुष्ट करने का काम करते हैं। हालांकि आज भी ऐसे कई लोग हैं जो कुली भाइयों को हिकारत भरी निगाहों से देखते हैं और इन्हें छोटा इंसान मानते हैं।

हालांकि यह बात बिल्कुल गलत है। हर आदमी को इज्जत के साथ काम करने का अधिकार है क्योंकि कोई भी काम छोटा या फिर बड़ा नहीं होता है।

अगर आप भी किसी कुली भाई को देखें तो उनके साथ प्यार भरा व्यवहार करें क्योंकि यह मेहनत से पैसे कमाते हैं ना कि कोई गलत काम करके। लोगों की सहायता करने वाले और लोगों को सही जानकारी देने वाले कुली भाइयों को हमारी तरफ से लाख-लाख बार प्रणाम।

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उम्मीद करता हु, मित्रों Essay on The Indian Coolie In English And Hindi | रेलवे कुली पर निबंध में दी गई जानकारी आपकों अच्छी लगी होगी.

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