नमस्कार मित्रों संयुक्त परिवार का अर्थ व परिभाषा Joint Family Meaning Definition In Hindi आज के आर्टिकल में हम संयुक्त परिवार के बारे में पढ़ेगे.
यहाँ विद्वानों द्वारा जॉइंट फॅमिली की परिभाषा अर्थात डेफिनिशन तथा मीनिंग यानि अर्थ को विस्तार से समझने का प्रयास करते हैं.
संयुक्त परिवार अर्थ परिभाषा Joint Family Meaning Definition In Hindi
joint family meaning: संयुक्त परिवार एक वह समूह है जिसमें माता पिता, पति पत्नी, भाई बहिन पुत्र पुत्री आदि रहते हैं. वयोवृद्ध पुरुष ही परिवार का मुखिया होता हैं.
संयुक्त परिवार के सभी सदस्य एक ही मकान में एक साथ रहते हैं तथा सभी का भोजन एक ही रसोईघर में बनता हैं. परिवार की सम्पति में सभी पुरुष सदस्यों का समानाधिकार होता हैं.
संयुक्त परिवार एक आर्थिक इकाई हैं. संयुक्त परिवार धर्म और सामाजिक क्रियाओं का केंद्र होता हैं. कुलदेवता की पूजा में परिवार के सभी लोग भाग लेते हैं.
कानून की दृष्टि में संयुक्त परिवार की मान्यता के लिए सम्मिलित सम्पति और आय, सम्मिलित निवास, सम्मिलित रसोई, सम्मिलित स्वामित्व और कुछ अधिकारों तथा कर्तव्यो का समन्वय आवश्यक माना गया हैं. भिन्न भिन्न समाजशास्त्रियों ने संयुक्त परिवार की भिन्न भिन्न परिभाषाएँ दी हैं.
संयुक्त परिवार की परिभाषा Joint Family Definition In Hindi
श्रीमती इरावती कर्वे के अनुसार
संयुक्त परिवार उन लोगों का समूह हैं जो साधारणतः एक ही छत के नीचे रहते हैं, जो एक ही रसोई में बना हुआ भोजन करते हैं.
जो सामान्य सम्पति रखते हैं, जो परिवार के सामान्य पूजा पाठ में भाग लेते हैं और जो एक दूसरे से किसी न किसी प्रकार के बन्धुत्व सम्बन्ध से सम्बन्धित होते हैं.
आई पी देसाई के अनुसार
हम उस गृह को संयुक्त परिवार कहते हैं, जिसमें एकाकी परिवार से अधिक पीढ़ियों के सदस्य रहते हो और जिसके सदस्य एक दूसरे से सम्पति, आय और पारस्परिक अधिकारों तथा कर्तव्यों द्वारा सम्बद्ध हो.
बुलेटिन ऑफ़ दी क्रिश्चयन इंस्टीट्यूट फॉर दी स्टडी ऑफ सोसायटी के अनुसार
संयुक्त परिवार से हमारा अभिप्रायः उस परिवार से है जिसमें कई पीढ़ियों के सदस्य एक दूसरे के प्रति पारस्परिक कर्तव्यपरायणता के बंधन में बंधे रहते हैं.
ए डी रोस के अनुसार संयुक्त परिवार की परिभाषा
हिन्दू फॅमिली इन इट्स अर्बन सेटिंग में लिखा हैं कि संयुक्त परिवार मनुष्यों का वह समूह हैं जो सामान्यतः एक प्रकार के बन्धुत्व सम्बन्धों से होते हैं,
जो एक महान में भी रहते हों और जिनका संगठन एक प्रकार के कर्तव्य और अधिकार, भावना एवं सत्ता के प्रतिमान से सम्बद्ध हो. इस प्रकार रोस के साथ साथ रहना संयुक्त परिवार की आवश्यक शर्त नहीं बताई.
श्री मुल्ला की परिभाषा
क़ानूनी दृष्टिकोण से श्री मुल्ला के अनुसार संयुक्त परिवार में वे सब व्यक्ति आ जाते है जो एक सामान्य पूर्वज के वंशज हैं. ऐसे परिवार में वे सब सम्बन्धी ही, बल्कि विवाह सम्बन्धों के आधार पर बनने वाले सदस्य भी पाए जाते हैं.
ये सभी सदस्य न केवल सम्पति के दृष्टिकोण से बल्कि पूजा और भोजन के दृष्टिकोण से भी अलग रहें, परन्तु इनमें सम्पति का विभाजन नहीं हुआ हैं तो ऐसे परिवार कानूनी दृष्टिकोण से संयुक्त परिवार ही कहलाते हैं.
उपर्युक्त परिभाषाओं से यह ज्ञात होता हैं कि संयुक्त परिवार एक वह समूह हैं जिसमें माता, पिता, दादा दादी, बच्चों के बच्चे, एक सामान्य निवास स्थान, एक सामान्य रसोईघर, एक सामान्य कोष, एक सामान्य धर्म, एक सामान्य पितृ पूजा में विश्वास करते हैं.