रजत शर्मा का जीवन परिचय Rajat Sharma Biography In Hindi

रजत शर्मा का जीवन परिचय Rajat Sharma Biography In Hindi दोस्तों रजत शर्मा को कौन नहीं जानता है, लगभग हर कोई शख्स जो टेलीविजन पर खबरें दैनिक रूप से देखता हो वह रजत शर्मा से जरूर वाकिफ होगा।

रजत शर्मा एक जाने माने जर्नलिस्ट और इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर इन चीफ भी है । रजत शर्मा न्यूज़ ब्रॉडकास्ट एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के प्रेसिसडेंट भी है ज्यादातर लोग उन्हें उनके शो “आप की अदालत” के कारण उन्हें जानते है ।

रजत शर्मा का जीवन परिचय Rajat Sharma Biography In Hindi

रजत शर्मा का जीवन परिचय Rajat Sharma Biography In Hindi

ऐसे तो रजत शर्मा को हर कोई जनता है उनकी शानदार पर्सनालिटी, आप की अदालत में तीखे सवाल और आत्मविश्वास से भरे हुए रजत शर्मा के चेहरे पर तैरती मुस्कान उनके व्यक्तित्व को मजबूत और प्रभावशाली बना देती है।

पर हम यहाँ रजत शर्मा के जीवन, उनके बचपन , उनसे जुड़ी वो कहानी बतायेगे जो बहुत कम लोग जानते है और रजत शर्मा की कहानी सुनने के बाद आप एक बात तो अपने मन में बिठा ही लोगे कि जिनको जीतना होता है वो ये नहीं देखते की आगे कितना कठिन रास्ता है, उनके पास कुछ भी नहीं है, न ही ये सोचते की मेरे पास पैसे या संसाधन तो है ही नहीं ,

मैं ये सब कैसे कर पाऊंगा , ना ही घबराते है, बस धीरे धीरे और दृढ निश्चय करके मेहनत करते जाते है और अपने सपने को रोज सवारते जाते है , उनकी जीतने की ज़िद्द के आगे हर मुसीबत धीरे धीरे दम तोड़ती जाती है । और फिर ऐसी सफलता मिलती है की दुनिया देखती रह जाती है । कुछ ऐसी ही कहानी है रजत शर्मा की, चलिये शुरू करते है रजत शर्मा की जीवनी –

रजत शर्मा की व्यक्तिगत जानकारी इतिहास

वास्तविक नाम – रजत शर्मा
पेशा – पत्रकारिता
जन्मदिन – 18 फरवरी 1957
बीवी का नाम – ऋतू धवन
घर – सब्जी मंडी, दिल्ली
शिक्षा – एम कॉम

बहुत गरीबी में गुजरा बचपन

रजत शर्मा का जन्म 18 फरवरी 1957 को दिल्ली के सब्जी मंडी क्षेत्र में हुआ । इनके परिवार में 6 भाई और एक बहन थी, वह माता पिता के साथ एक छोटे से कमरे में रहते थे ।

अगर आपको ये कहा जाये कि ये छोटा सा कमरा 10 बाय 10 का ही था तो आप में से कुछ लोग कहेगे कि इतने छोटे कमरे में इतने लोग एक साथ रह ले ये संभव ही नहीं है पर वो रहते थे आप सोच सकते हो कितनी गरीबी में गुजरा होगा उनका बचपन ।

बचपन की अधूरी फिल्म बदल गयी रजत शर्मा की जिंदगी

जब रजत शर्मा छोटे थे । तब उस ज़माने में बहुत कम टीवी होते थे और रजत का परिवार तो बहुत गरीब था । पर बच्चे रजत को टीवी देखना अच्छा लगता था । वे अपने पड़ोस में किसी के घर टीवी देखने जाते थे ।

उस समय दूरदर्शन पर मूवी 2 भाग में आती थी पहला भाग शनिवार को और अगला भाग रविवार को आता था रजत शर्मा शनिवार को पड़ोसी के घर मनोज कुमार की “शहीद’ फिल्म का एक भाग देखकर आये और बड़ी बेसब्री से रविवार का इंतज़ार किया और जब रविवार को पडोसी के घर गए तो पड़ोसी ने दरवाजा बंद कर लिया और रजत शर्मा बिना मूवी देखे ही रोते-रोते अपने घर आये ।

रजत शर्मा को ऐसे रोते देख उनके पापा ने उनके रोने का कारण पूछा तो रजत ने पूरी बात बताई। तब उनके पापा ने रजत को कहा की “बेटा तुम किसी दूसरे को टीवी पर देखने के लिए किसी तीसरे के घर जाते हो अगर तुममे दम है तो तुम खुद कुछ ऐसा काम करो कि तुझे टीवी पर देखने के लिए लोग आये ”

ये बात रजत शर्मा के दिलो दिमाग में छाप गयी और रजत ने इतनी कठिन मेहनत करके ऐसा काम कर दिखाया कि ना केवल उनको देखने के लिए लोग टीवी पर आते है बल्कि इनके बहुत बड़े- बड़े लोग, हीरो, नेता, बिज़नेसमैन सभी फैन भी है ।

स्कूली शिक्षा

1963 में ” सनातन धरम मिडिल स्कूल ” से इन्होने अपनी शिक्षा की शुरुआत की । इनके पास न ही बिजली की सुविधा थी, न ही पानी की सुविधा । खाने को कभी मिलता था तो कभी नहीं ।

छोटी उम्र में ही रजत को ये बात समझ आ गयी थी कि इस गरीबी और तंगहाल जिंदगी से निकलने का एक ही रास्ता है और वो है पढाई । इसलिए रजत सब्जी मंडी के पास वाले रेलवे स्टेशन के लैंप पोस्ट के नीचे बैठ कर पढ़ते थे ।

पैदल रहा कॉलेज का सफर

रजत बचपन से ही पढाई में होशियार थे, पर पैसो की तंगी हमेशा रहती थी । 1971 में उन्होंने करोल बाग़ में रामजस कॉलेज में पढाई जारी राखी पर पैसो की तंगी होने के कारण वो बस की फीस नहीं दे पाते थे और फिर इस कारण हर दिन वो पैदल सब्जी मंडी से कैरोल बाग़ का सफर करते थे।

अरुण जेटली के रूप में मिला दोस्त

1974 में उन्होंने कॉमर्स की पढाई के लिए श्रीराम कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स में दाखिला लिया । अभी तक उनकी तंगहाली चल रही थी यहाँ पर उनके पास फीस देने के पैसे भी नहीं थे.

यहाँ पर उनकी फीस देने में मदद की उनके एक सीनियर ने जो बाद में भारत के फाइनेंस मिनिस्टर बने । उनका नाम था -अरुण जेटली । धीरे धीरे अरुण जेटली के साथ यही से उनकी दोस्ती बहुत अच्छी हो गयी ।

11 महीने जेल में रहे रजत शर्मा

रजत शर्मा पढ़ने में तो काफी अच्छे थे । इसके अलावा उनको बहस करने , वाद विवाद करने और जबरदस्त भाषण देने में भी महारत हासिल थी ।

इंदिरा गाँधी की सरकार के विरुद्ध भ्र्ष्टाचार और गलत तरीके से सरकार चलाने के खिलाफ जयप्रकश नारायण ने स्टूडेंट को लेकर एक आंदोलन चलाया जो “जेपी मूवमेंट” के नाम से जाना जाता है इस आंदोलन में रजत शर्मा भी कूद पड़े थे।

परंतु 1975 में आपातकाल लग गया और आंदोलनकारियों को पकड़ कर जेल में डाल दिया गया । इनमे रजत शर्मा भी थे और फिर तिहाड़ जेल में 11 महीने अपनी जिंदगी के रजत शर्मा ने बिताए ।

इस तरह रजत शर्मा राजनीति के साथ – साथ चलते रहे और साथ में अपने बोलने की क्षमता और ज्ञान को ओर निखारते गए ।

गरीबी और संघर्ष के बाद शानदार करियर

साल 1982 में रजत शर्मा पत्रकारिता की दुनिया में आ गए और उन्होंने ट्रेनी रिपोर्टर के तौर पर अपनी पहली कहानी ऑनलुकर मैगज़ीन के लिए लिखी और उन्हें इस कहानी को लिखने के लिए 300 रुपये मिले ।

पत्रकारिता में मेहनत से काम करने के कारन उनका 1884 में परमोशन हुआ और वो चीफ ब्यूरो बन गए और अगले ही साल वे एडिटर बन गए।

रजत शर्मा 1989 से 1992 तक ” The  Daily ” के एडिटर रहे । और पत्रकारिता में शानदार काम करते रहे ।

1995 में उन्होंने भारत के पहले प्राइवेट न्यूज़ बुलेटिन की शुरुआत की । इससे पहले ऐसा नहीं होता था । प्राइवेट न्यूज़ बुलेटिन के कारण टेलीविज़न न्यूज़ के क्षेत्र में निष्पक्षता और स्वतंत्रता आयी और ये भारतीय टीवी और मीडिया के इतिहास में बहुत बड़ा बदलाव लेकर आया ।

रजत ने अपनी बीवी ऋतू धवन के साथ शुरू किया अपना खुद का प्रोडक्शन, जिसका नाम  इंडिपेंडेंट न्यूज़ सर्विस रखा गया । इंडिया टीवी में रजत शर्मा ने इतना बेहतरीन काम किया कि इंडिया टीवी को वह एक अलग ही मुकाम पर ले गए।

आप की अदालत ने दिलाई बड़ी पहचान

चलिए इस शानदार शो की शुरुआत की कहानी पर बात करते लेते है क्यों कि ये शो बहुत ज्यादा फेमस रहा और इस शो ने रजत शर्मा को खूब शोहरत और नाम दिलाया ।

दरअसल एक दिन रजत शर्मा की ” ज़ी नेटवर्क” के चेयरमैन सुभाष चंद्र और गुलशन ग्रोवर से मुलाकात के दौरान उनके दिमाग में एक ख्याल आया की क्यों ना इंटरव्यू बिलकुल उसी तरीके से किया जाये जिस तरह अदालत में सुनवाई होती है उन्होंने इस ख्याल के बारे में सुभाष और गुलशन ग्रोवर को बताया।

और कुछ दिन बाद सुभाष ने उन्हें बुलाकर एक अदालत की तरह इंटरव्यू लेने की बात कही और इस तरह 1993 फरवरी में लालू प्रसाद यादव के साथ आप की अदालत का पहला इंटरव्यू लिया ।

रजत शर्मा के इस टीवी शो आप की अदालत में भारत के मशनूर नेता , बिजनेसमैन , एक्टर , खिलाडी और जाने माने लोग आते है और इतने सालो बाद भी आप की अदालत को और रजत शर्मा को लोग बेहद पसंद करते है क्यों की रजत शर्मा इस इंटरव्यू में वो तीखे और खतरनाक सवाल पूछते है जिन सवालो के जवाब देने से नेता , हीरो या खिलाडी बचते रहते है ।

साल 2014 में चुनाव के बिलकुल पहले रजत शर्मा ने नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू आप की अदालत में लिया इस इंटरव्यू ने टॉप के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए ।

कुछ लोगो का कहना है की नरेंद्र मोदी की इस चुनाव में जीत के पीछे आप की अदालत में दिए गए इस इंटरव्यू का बहुत बड़ा योगदान था क्यों की इस इंटरव्यू को टीवी दिखने वाले लोगो में कम से कम 70% लोगो ने देखा ।

इस इंटरव्यू के अंदर रजत शर्मा ने बेहद जोरदार सवाल पूछे और नरेंद्र मोदी जी ने उन सवालो के ठीक ठीक जवाब देकर अपनी जीत की राह आसान कर ली थी ।

2 दिसंबर 2014 का दिन भी काफी ऐतिहासिक रहा क्यों कि इस दिन आप की अदालत ने अपने 21 साल पुरे किये । और इस ख़ुशी में आप की अदालत के सेट में जो शो लोगो ने देखा उसका उनको खूब सालो से इंतज़ार था पर कभी किसी शो मूवी या रियल में ऐसा नजारा देखने को नहीं मिला ।

दरअसल इस दिन इस समारोह के हिस्सा बने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, बड़े बड़े बिज़नेस मैन, मशहूर गायक , समाज सेवक , टीवी जगत के डायरेक्टर , प्रोडूसर और तीनो खान एक साथ आमिर खान, सलमान खान और शाहरुख़ खान को एक साथ एक स्टेज पर कभी किसी ने नहीं देखा था ।

तो इस बात से आप को अंदाजा लग ही गया होगा की रजत शर्मा कितने प्रभावशाली और सुलझे हुए इंसान है कि इनसे रिस्ता रखना हर किसी के लिए खुशकिस्मती है।

ऐसे शानदार व्यक्तित्व के धनी रजत शर्मा को हर कोई प्यार करता है हर कोई इनसे मिलना चाहता है और ये सब इन्होने पाया है अपनी कड़ी मेहनत और पढाई के दम पर ।

अवार्ड्स

  • शर्मा को साल 2014 में तरुण क्रांति अवार्ड से नई दिल्ली में सम्मानित किया गया ।
  • साल 2015 में पत्रकारिता के श्रेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए भारत के राष्ट्रपति के द्वारा उन्हें पदमभूषण award से भी नवाजा गया है l
  • इनको उनके शो आप की अदालत के लिए कई बार बेस्ट एंकर अवार्ड से सम्मानित किया गया है एवम इंडियन टेलीविज़न अकेडमी लाइफटाइम अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है ।

वाद – विवाद

जैसा की आपने पढ़ा है जेपी मूवमेंट के दौरान उन्होंने अपनी युवावस्था में कांग्रेस की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ आंदोलन किया। इसके अलावा कॉलेज के दिनों में भी वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक सघ के बहुत ही सक्रीय कार्यकर्त्ता रहे है । इसके अलावा अरुण जेटली के साथ भी इनके दोस्ताना सम्बन्ध रहे है ।

और कई बार देखने में आता ही की वो साफ़ तौर पर भारतीय जनता पार्टी के एजेंडों का खुले तौर पर समर्थन करते हुए नजर आते है । रजत शर्मा को निष्पक्षता नहीं रखने के कारण बहुत बार आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है ।

खूब सारे पत्रकार और टीवी रिपोर्टर रजत शर्मा का नरेंद्र मोदी का साफ तौर पर समर्थन करने के लिए इनकी खुले तौर पर आलोचना करते है ।

रजत शर्मा के बारे में अनकही और दिलचस्प बाते

  • रजत ने ऍम कॉम करने के बाद जनार्दन ठाकुर के साथ शोधकर्ता के रूप में काम किया फिर उन्होंने ही उन्हें पत्रकारिता में काम करने के लिए प्रेरित किया ।
  • शर्मा की शादी टीवी निर्माता ऋतू धवन से 1997 में हूई ।
  • रजत को पत्रकारिता के क्षेत्र में 2015 में भारत सरकार के द्वारा पदम्भूषण से सम्मानित किया गया ।
  • 1975 में जेपी मूवमेंट के दौरान उनको गिरफ्तार किया गया और वो 11 महीने जेल में भी रहे ।

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