रोहित शर्मा का जीवन परिचय | Rohit Sharma biography in Hindi

क्रिकेटर रोहित शर्मा का जीवन परिचय | Rohit Sharma biography in Hindi भारत एक ऐसा देश है, जहाँ क्रिकेट को सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है. तथा खेला जाता है.

हर भारतीय एक सफल क्रिकेटर बनने के ठान लेता है, पर कुछ ही लोग इंटरनेशनल क्रिकेट तक का सफर तय कर पाते है.

भारत के सफल और लोकप्रिय क्रिकेटर में से एक है रोहित शर्मा,जिन्हें रो हिट और हिट मैंन शर्मा के नाम से भी जाना जाता हैं. आज की जीवनी में हम रोहित के जीवन और क्रिकेट करियर के बारे में जानेगे.

रोहित शर्मा का जीवन परिचय | Rohit Sharma biography in Hindi

पूरा नामरोहित शर्मा 
उपनामHITMAN, रो, शर्मा
जन्म30 अप्रैल 1987
आयु34 वर्ष
पिता का नामगुरुनाथ शर्मा
माता का नामपूर्णिमा देवी
पत्नी रितिका सजदेह 2016
धर्महिन्दू
नागरिकताभारतीय
व्यवसायक्रिकेटर
पर्दापण2007 (अंतर्राष्ट्रीय)
आईपीएल टीममुंबई (वर्तमान)
कोचदिनेश लाड

आज हम भारत के धाकड़ बल्लेबाज रोहित शर्मा जिन्होंने अपनी गरीबी से किस प्रकार एक सफल क्रिकेटर बनने का सफ़र तय किया. रोहित शर्मा के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे.

आज के क्रिकेट का उभरता सितारा तथा भारतीय क्रिकेट टीम की रीड की हड्डी बना खिलाडी रोहित शर्मा एक गरीब परिवार से थे. जिन्होंने अपनी मेहनत लग्न और दृढ़ ईच्छा शक्ति से इस मुकाम तक पहुंचे.

रोहित शर्मा आज भारत के ओपनर बल्लेबाज है, जो अपनी तेज तरार बल्लेबाजी के लिए विश्व प्रसिद्ध है. रोहित के नाम कुछ ऐसे भी रिकॉर्ड है, जो शायद कोई बल्लेबाज नहीं तोड़ पाएगा. जिसमे एक 264 रनों की पारी.

भारतीय टीम के इस महान खिलाडी का जन्म 30 अप्रैल 1987 को ब्राह्मण परिवार में पिता गुरुनाथ तथा माता पूर्णिमा देवी के घर हुआ. इनका जन्म स्थल नागपुर महाराष्ट्र था. रोहित बचपन के अभावो के कारण अपने दादा के पास बोरीवली चले गए.

रोहित का शुरूआती जीवन अभावो में बिता और रोहित के पास विद्यालय की फ़ीस भरने के पैसे भी नहीं थे. जिस कारण रोहित अपने दादा और चाचा के पास रहता था. पर रोहित को बचपन से ही पढाई से ज्यादा खेलने का शौक था.

रोहित बचपन से क्रिकेट के दीवाने थे. और हर समय गली के बच्चो के साथ क्रिकेट खेलते थे. और शिक्षा भी ग्रहण करते थे. पर रोहित की प्रतिभा की निहारकर उनके चाचा ने उन्हें आकदमी में दाखिला दिलाने की ठानी.

घरेलू क्रिकेट करियर

1999 में मात्र 12 वर्ष की आयु में रोहित शर्मा को प्रसिद्ध स्वामी विवेकानंद क्रिकेट अकेडमी में भर्ती करवा दिया. इस अकेडमी में दाखिला लेने के लिए रोहित के पास फ़ीस नहीं थी.

रोहित की प्रतिभा को देखते हुए. अकेडमी के कोच दिनेश लाड ने रोहित को स्कालरशिप शिप दिलाकर चार साल के लिए मुफ्त अभ्यास का मौका दिया. जो रोहित शर्मा के जीवन का टर्निंग पॉइंट रहा.

रोहित की आर्थिक सहायता देने वाले दिनेश लाड वहा के कोच थे, रोहित ने दिनेश लाड को अपना कोच बनाया. और दिन रात मेहनत की. रोहित शुरुआत में स्पिनर थे. जो काफी प्रभावी गेंदबाजी करते थे.

अकेडमी में सबसे श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले गेदबाजो में रोहित का नाम अग्रणी था, पर कोच दिनेश लाड ने रोहित की प्रतिभा को पहचानकर उन्हें एक बल्लेबाज के तोर पर खेलने के लिए कहा इस पर रोहित ने जमकर अभ्यास किया.

कोच के कहने पर रोहित ने अपने बल्लेबाजी पर ध्यान दिया. और कुछ समय बाद ही एक मैच के लिए रोहित को ओपनर के तोर पर उतारा गया. इस मैच में रोहित ने धाकड़ बलेबजी करते हुए. रिकोर्ड़तोड़ शतकीय पारी खेली.

इस मैच के बाद रोहित शर्मा को ओपनर के रूप में बलेबाज करने लगे. लगातार कई सालो की मेहनत के चलते 2005 में रोहित को घरेलु क्रिकेट में खेलने के लिए मौका मिला. जिसमे रोहित ने एक से बढ़कर एक पारी खेली और कई शतक भी जड़े.

2006 की रणजी ट्रोपी में रोहित को मुंबई की टीम ने ख़रीदा और इस साल रोहित ने मुंबई के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दिया जिस कारण मुंबई टीम रणजी की चैम्पियन बनी. इस टूर्नामेंट में रोहित ने गुजरात के खिलाफ अपना पहला दोहरा शतक भी जड़ा.

रोहित शर्मा के घरेलु क्रिकेट के प्रदर्शन से प्रभावित होकर रोहित को भारतीय A टीम के लिए खेलने का मौका मिला. फिर इस सफर में रोहित कुछ खास नहीं कर सकें. इसके बाद घरेलु क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन बनाए रखा

अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट

अच्छे प्रदर्शन के कारण 2007 में रोहित को आयरलैण्ड की टीम के खिलाफ रोहित ने डेब्यू किया. पर इस मैच में रोहित की बैटिंग नहीं आई. क्योकि रोहित निछले क्रम के बलेबाज की भूमिका निभा रहे थे.

डेब्यू के बाद रोहित को साऊथ अफ्रीका के खिलाफ खेलने का मौका मिला. जहा रोहित ने 50 रन बनाकर भारतीय टीम को टूर्नामेंट में सेमीफाइनल तक का सफर तय करने में भूमिका निभाई.

रोहित ने पाकिस्तान तथा आस्ट्रेलिया जैसी टीमो के खिलाफ अपना बेहतर प्रदर्शन दिखाया जिस कारण इनका नाम भारतीय टीम में सुमार हुआ. पर कुछ समय ख़राब प्रदर्शन के कारण रोहित की जगह नए खिलाडियों को मौका मिला जिसमे विराट कोहली तथा सुरेश रैना थे.

2009 की रणजी ट्रोपी में रोहित ने 309 की शानदार पारी खेली तथा अन्य मैचो में बेहतर प्रदर्शन किया. जिस कारण रोहित एक बार फिर चयनकर्ता के सामने आ खड़े हुए. पर इस बार के मौको में भी रोहित ने निराश किया. जिस कारण रोहित को 2011 के विश्वकप में मौका नहीं मिला.

2013 में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ सुरेश रैना की अगुवाई में रोहित को मौका मिला. इस बार रोहित को खुद को साबित करना था. जिसमे रोहित ने पहले और दुसरे मैचो में लगातर 2 शतकीय पारी खेलकर भारतीय टीम में जगह बना ली.

सचिन तेंदुलकर के जन्म दिन पर सचिन ने सन्यास लिया इस मैच में रोहित ने शानदार शतक जमाया और इस मैच को यादगार मैच बनाया. इस सीरिज में रोहित को मैन ऑफ़ द सीरिज का आवार्ड दिया गया.

2013 की चैम्पियन ट्रोपी में रोहित और शिखर धवन को भारतीय टीम की ओपनिंग का भार सौपा जिसे इन्होने बखूबी निभाया. इस ट्रोपी में भारत की टीम ने सेमीफाइनल तक का सफ़र तय किया. जिसमे रोहित ने अहम भूमिका निभाई थी.

रोहित शर्मा ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ दोहरा शतक लगाकर कई विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किये. इस पारी में रोहित ने 16 छक्के लगाए. जो कि एक पारी में सर्वाधिक है.

2015 में रोहित न अविश्वसनीय कारनामा कर दिखाया. श्रीलंका के खिलाफ रोहित ने वनडे क्रिकेट के इतिहास की सबसे अधिक रनों की पारी खेल दी. रोहित ने इस मैच में 264 रन बनाए. जिसे आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है.

इस साल अफ्रीका के खिलाफ रोहित ने T-ट्वेन्टी में शतकीय पारी खेलकर तीनो फोर्मेट में शतकीय पारी खेलने वाले विश्व के दुसरे बलेबाज बन गए. 2015 के विश्वकप में रोहित ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. पर ये विश्वकप भारत नहीं जीत सका.

2017 में रोहित ने एक बार फिर श्रीलंका के खिलाफ दोहरा शतक लगाकर तीन बार दोहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए. 2019 के विश्वकप में रोहित में रोहित ने पांच शतक जड़े. जो एक विश्वकप में सबसे ज्यादा है.

आईपीएल करियर

रोहित शर्मा वर्तमान में मुंबई टीम के कप्तान है. तथा इन्होने अपनी टीम को सबसे ज्यादा बार आईपीएल चैम्पियन बनाया है. रोहित 2008 से मुंबई का हिस्सा है, रोहित का प्रदर्शन आईपीएल में कुछ इस प्रकार रहा.

  1. आईपीएल 2008:- मैच 13 404 रन, 4 अर्द्ध शतक,श्रेष्ठ स्कोर 76, 19 छक्के तथा 38 चौके.
  2. आईपीएल 2009:- 16 मैच 362 रन, 1 अर्द्ध शतक, श्रेष्ठ स्कोर 52, 18 छक्के तथा 22 चौके.
  3. आईपीएल 2010:- 16 मैच 404 रन 3 अर्द्ध शतक 73 श्रेष्ठ स्कोर 73, 14 छक्के तथा 36 चौके.
  4. आईपीएल 2011:- 16 मैच 372 रन 3 अर्द्ध शतक 87 श्रेष्ठ स्कोर 13 छक्के तथा 32 चौके.
  5. आईपीएल 2012:- 17 मैच 433 रन 3 अर्द्ध शतक 109 श्रेष्ठ स्कोर 18 छक्के तथा 39 चौके. (1 शतकीय पारी)
  6. आईपीएल 2013:- 19 मैच 538 रन 4 अर्द्ध शतक 79 श्रेष्ठ स्कोर 28 छक्के तथा 25 चौके. (कप्तान)
  7. आईपीएल 2014:- 15 मैच 390 रन 3 अर्द्ध शतक 59 श्रेष्ठ स्कोर 16 छक्के तथा 31 चौके  (कप्तान)
  8. आईपीएल 2015:- 16 मैच 482 रन 3 अर्द्ध शतक 98 श्रेष्ठ स्कोर 21 छक्के तथा 41 चौके. (कप्तान)
  9. आईपीएल 2016:- 14 मैच 489 रन 5 अर्द्ध शतक 85 श्रेष्ठ स्कोर 16 छक्के तथा 49 चौके. (कप्तान)
  10. आईपीएल 2017:- 17 मैच 333 रन 3 अर्द्ध शतक 67 श्रेष्ठ स्कोर 9 छक्के तथा 31 चौके. (कप्तान)
  11. आईपीएल 2018:- 14 मैच 286 रन 2 अर्द्ध शतक 94 श्रेष्ठ स्कोर 12 छक्के तथा 25 चौके. (कप्तान)
  12. आईपीएल 2019:- 15 मैच 405 रन 2 अर्द्ध शतक 67 श्रेष्ठ स्कोर 10 छक्के तथा 52 चौके. (कप्तान)
  13. आईपीएल 2020:- 12 मैच 332 रन 3 अर्द्ध शतक 80 श्रेष्ठ स्कोर 19 छक्के तथा 27 चौके. (कप्तान)
  14. आईपीएल 2021:- 7 मैच 250 रन 1 अर्द्ध शतक 63 श्रेष्ठ स्कोर 11 छक्के तथा 18 चौके. (कप्तान)

रोहित शर्मा के रिकॉर्ड

  • एक विश्वकप में सबसे ज्यादा 5 शतक लगाने का रिकॉर्ड.
  • एकदिवसीय क्रिकेट में तीन दोहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज.
  • एक पारी में सबसे ज्यादा रन (264) बनाने वाले खिलाडी.
  • अपने डेब्यू टेस्ट में लगातर दो शतक लगाने वाले दुसरे बल्लेबाज.
  • एक साल में (2019) सबसे ज्यादा (77) छक्के लगाने वाले खिलाडी.
  • ओपनर द्वारा एक वर्ष में सबसे ज्यादा शतक (10) बनाने का रिकॉर्ड.
  • अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में गेल और अफरीदी के बाद सबसे ज्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड.
  • टी ट्वेंटी में सबसे ज्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड.
  • एक पारी में आस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे ज्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड.
  • अपनी कप्तानी में मुंबई को सबसे ज्यादा चार बार आईपीएल का ख़िताब जिताने वाले पहले कप्तान बने.
  • श्रीलंका के खिलाफ रोहित ने टी ट्वेंटी क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने के कारनामा भी किया.
  • एकदिवसीय क्रिकेट में कप्तान के तौर पर दोहरा शतक लगाने वाले सहवाग के बाद दुसरे खिलाडी बने.
  • तीनो फॉरमेट में शतक लगाने वाले बल्लेबाज बने.
पुरस्कार
  • 2015 अर्जुन पुरस्कार.
  • 2020 राजीव गाँधी खेल रत्न
  • 2019 श्रेष्ठ वनडे प्लेयर ऑफ़ द ईयर

भारतीय T-20 कप्तान के रूप में

टी ट्वेंटी विश्वकप के दौरान ही विराट कोहली ने कप्तानी छोड़ने की घोषणा कर दी थी, कोहली के बाद रोहित शर्मा अब टी ट्वेंटी फोर्मेट में भारतीय टीम की कमान संभालेगे. हिटमैंन इससे पूर्व कई मौकों पर टीम का नेतृत्व कर चुके हैं.

नवम्बर 2021 में न्यूजीलैंड के भारत दौरे पर तीन टी ट्वेंटी मैच की सीरिज कप्तान के रूप में पहली सीरिज हैं. रोहित – द्रविड़ की जोड़ी आने वाले कुछ सालों तक भारतीय क्रिकेट के मुख्य चेहरा रहेगे.

रोहित शर्मा का इस फोर्मेट में कप्तान रहते खुद की बैटिंग रिकॉर्ड न केवल बेहतरीन हैं बल्कि आईपीएल में ये अपनी टीम मुंबई इंडियंस को 5 बार टाइटल भी जितवा चुके हैं.

न्यूजीलैंड के साथ कप्तान के रूप में खेली टी ट्वेटी सीरिज में भारत को 3-0 से एकतरफा जीत दिलाई थी.

एकदिवसीय कप्तान बने रोहित

दिसम्बर 2021 में BCCI ने भारतीय क्रिकेट टीम के एकदिवसीय फोर्मेट में कप्तान रोहित शर्मा को बनाया हैं. अब वनडे और टी ट्वेंटी के कप्तान के रूप में हिटमैन दिखेगे. साथ ही रोहित अब टेस्ट क्रिकेट में भी उपकप्तान बनाए गये हैं.

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