सचिन तेंदुलकर का जीवन परिचय | Sachin Tendulkar Biography In Hindi

सचिन तेंदुलकर का जीवन परिचय | Sachin Tendulkar Biography In Hindi भारत में क्रिकेट को विशेष दर्जा प्राप्त है, जहां लोगों को क्रिकेट खेलना और देखना दोनों ही बहुत पसंद आता है।

क्रिकेट के इस खेल में समयानुसार ऐसे कई सारे खिलाड़ी हमें मिलते हैं जो देश में अपना नाम रोशन करते हुए आगे बढ़ते हैं और जिन्हें लोगों का भी भरपूर प्यार प्राप्त होता है।

ऐसे में आज हम आपके सामने ऐसे महान क्रिकेट खिलाड़ी के बारे में बात करने जा रहे हैं जिन्हें देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी भरपूर प्यार और सम्मान प्राप्त हुआ है, यह खिलाड़ी हैं सचिन तेंदुलकर।

सचिन तेंदुलकर का जीवन परिचय Sachin Tendulkar Biography In Hindi

आज हम आपको सचिन तेंदुलकर के बारे में विस्तृत से जानकारी देंगे, ताकि आपको हर जानकारी प्राप्त हो सके।

पूरा नाम सचिन रमेश तेंदुलकर 
क्रिकेट नाम मास्टर ब्लास्टर, गॉड ऑफ़ क्रिकेट,लिटिल मास्टर 
आँखों का रंग भूरा 
कोच रमाकांत आचरेकर 
पसंदीदा शॉटस्टेट ड्राइव 
नागरिकता भारतीय 
होमटाउन मुंबई, महाराष्ट्र 
धर्म हिन्दू 

कौन है सचिन तेंदुलकर?

सचिन तेंदुलकर को भारतीय क्रिकेट जगत में भगवान का दर्जा हासिल है जहां उन्होंने अपने बल्लेबाजी से अपने प्रशंसकों की संख्या बढ़ाई है और लगातार देश के लिए नए-नए कीर्तिमान को स्थापित किया है, तो वही उन्होंने कई प्रकार के कीर्तिमान को हासिल करके युवा वर्ग को भी प्रोत्साहित करने का कार्य किया है। 

आज भी हम सभी सचिन तेंदुलकर का नाम गर्व के साथ लेते हैं और हमेशा उनका मार्गदर्शन क्रिकेट जगत में मायने रखता है। 

जन्म

देश के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रैल 1973 को मुंबई में हुआ था। उनके पिता का नाम रमेश तेंदुलकर और माता का नाम रजनी तेंदुलकर है।

वही उनके भाई का नाम अजीत तेंदुलकर और नितिन तेंदुलकर तथा बहन का नाम सविता  तेंदुलकर है। उनका जन्म एक महाराष्ट्रीयन ब्राह्मण परिवार में हुआ था।

शिक्षा

इनकी प्रारंभिक शिक्षा बांद्रा के ही इंडियन एजुकेशन सोसायटी के इंग्लिश स्कूल से हुई थी। हालांकि उनकी रूचि पढ़ाई में कम और क्रिकेट में ज्यादा थी जहां उन्होंने बचपन से ही क्रिकेट पर ध्यान लगाकर रखा हुआ था।

उनकी क्रिकेट के  लिए बढ़ती हुई रूचि को देखते हुए रामाकांत अचरेकर के कहने पर ही उन्हें मुंबई के ब्रिज शारदाश्रम विद्या मंदिर में दाखिला दिया गया।

साथ ही साथ उन्होंने मुंबई के खालसा कॉलेज में भी एडमिशन लिया और फिर बीच में ही उन्होंने कॉलेज को छोड़ते हुए क्रिकेट जगत में आने की बात सोची जिसमें वे कामयाब भी रहे थे।

सचिन तेंदुलकर की शादी

सचिन तेंदुलकर की शादी 24 मई 1995 को हुई उनकी पत्नी का नाम अंजली तेंदुलकर है, जो पेशे से एक डॉक्टर है। दोनों की लव मैरिज है और दोनों की मुलाकात एक दोस्त के घर में हुई थी।

शादी के बाद सचिन तेंदुलकर की बेटी सारा तेंदुलकर का जन्म 12 अक्टूबर 1997 को हुआ और फिर बेटे अर्जुन तेंदुलकर का जन्म हुआ।

सचिन के जीवन में क्रिकेट का आगमन

सचिन तेंदुलकर को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था और इसीलिए वे हर समय क्रिकेट को ही महत्व दिया करते थे। जब कभी उनसे पढ़ाई की बात की जाती थी तो वह वहां से हट जाते थे और अपने दोस्तों के साथ जाकर क्रिकेट खेलने लगते थे। 

ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि सचिन के जीवन में क्रिकेट का आगमन छोटी आयु से ही हो चुका था जब उन्होंने क्रिकेट को ठीक से समझा भी नहीं था।

जैसे-जैसे उनकी उम्र बढ़ती गई तो उनके भाई अजीत तेंदुलकर ने उनके अंदर की प्रतिभा को पहचानते हुए उनका एडमिशन क्रिकेट एकेडमी में कराने का सोचा जहां उनके पिता रमेश तेंदुलकर ने भी उनका साथ दिया।

सचिन तेंदुलकर के पहले क्रिकेट गुरु

सचिन तेंदुलकर ने बहुत छोटी उम्र से ही क्रिकेट को अपना बना लिया था। 12 वर्ष की उम्र में ही उन्हें क्रिकेट एकेडमी में प्रवेश दिया गया, जहां उनके पहले गुरु रमाकांत आचरेकर थे

जिन्होंने उनकी क्रिकेट  क्षमता को समझते हुए उन्हें क्रिकेट में आगे आने के लिए उत्साहित किया। साथ-साथ उन्हें बहुत अच्छे तरीके से क्रिकेट की ट्रेनिंग दी जिससे उनका चयन अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय टीमों में हो सके।

सचिन तेंदुलकर का करियर ग्राफ

सचिन ने बहुत ही कम उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था। जब वह सिर्फ 16 वर्ष के थे, जब उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेल कर लोगों का दिल जीत लिया था और उन्होंने इस मैच में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया जिसकी वजह से विदेश और देश में भी उनका नाम होने लगा।

सन 1988 में  राज्य स्तरीय मैच में खेलते हुए उन्होंने करियर का पहला शतक बनाया था, जो उनके करियर का माइलस्टोन साबित हुआ था और उनके इस बेहतरीन प्रदर्शन को क्रिकेट के बेहतरीन लोगों के द्वारा सराहा भी गया था।

इसके अलावा उन्होंने 1990 में अपने जीवन का पहला टेस्ट मैच भी खेला था जो कि उनके जीवन का बेहतरीन मैच साबित हुआ जिसमें उन्होंने शतक बनाकर रिकॉर्ड बना लिया था।

सचिन तेंदुलकर की नाकामयाब कप्तानी

हम सभी सचिन को एक बेहतरीन क्रिकेटर के रूप में जानते हैं लेकिन उन्होंने अपने क्रिकेट करियर में भी कुछ नाकामयाबी झेली है।

सन 1996 में सचिन तेंदुलकर को टीम इंडिया का कप्तान बना दिया गया था जहां उन्होंने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और लगभग 2 सालों के बाद उन्हें कप्तानी के पद से हटा भी दिया गया था।

इसके बाद 1999 में उन्हें दोबारा से कप्तान बनाया गया लेकिन उनकी कप्तानी से कोई खास असर नहीं पड़ा जिसमें उन्होंने चार टेस्ट मैच में बहुत ही कम रन बनाए थे। जिसके बाद उन्हें कप्तानी के पद से हटा दिया गया था।

सचिन तेंदुलकर का विभिन्न मैचों में आगमन

हालांकि सचिन तेंदुलकर ने विभिन्न मैचों में आगमन बहुत जल्दी कर लिया था, जिनके बारे में हम आपको विस्तृत से जानकारी देंगे।

  1. वन डे इंटरनेशनल क्रिकेट में उन्होंने 18 दिसंबर 1989 में पहला मैच खेला था, जो इंडिया और पाकिस्तान के बीच में खेला जा रहा था।
  2. इसके अलावा टेस्ट मैच उन्होंने 15 नवंबर 1989 को खेला था जिसे इंडिया और पाकिस्तान के बीच खेला गया था।
  3. आज के समय की लोकप्रिय ट्वेंटी-20 क्रिकेट को उन्होंने 1 दिसंबर 2006 से शुरुआत की थी जिसे इंडिया और साउथ अफ्रीका के बीच में खेला गया था।

सचिन तेंदुलकर के मुख्य अचीवमेंट

सचिन तेंदुलकर ने अपने जीवन में कई प्रकार की उपलब्धियों को हासिल किया है जिसमें उन्होंने कई रिकॉर्ड को तोड़ते हुए करियर को बेहतर बनाया है और कई प्रकार के मुख्य अचीवमेंट भी प्राप्त किए हैं।

आज हम आपको उन अचीवमेंट के बारे में जानकारी देंगे जिनके माध्यम से अपने करियर को नई दिशा में ले जाने के लिए कामयाब बन सके।

  1. सचिन को खेल जगत में मिलने वाला “अर्जुन अवार्ड” 1994 में दिया गया।
  2. इसके अलावा उन्हें “विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर” और “राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड” 1997 में प्रदान किया गया।
  3. सचिन तेंदुलकर को “पद्मश्री अवार्ड” 2019 में दिया गया “महाराष्ट्र भूषण अवार्ड” 2001 में दिया गया था।
  4. इसके अलावा उन्हें ” इंडिया आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट अवॉर्ड 2012″ में दिया गया और “पीपल्स चॉइस अवॉर्ड 2010” में दिया गया था।
  5. सचिन को क्रिक्रेट जगत में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए 2008 में “पद्म विभूषण” से भी सम्मानित किया गया है।
  6. इसके अलावा उन्हें “कैस्ट्रॉल इंडियन क्रिकेटर ऑफ द ईयर 2011” में और “विजन इंडिया आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट अवॉर्ड 2012” में दिया गया था।
  7. इसके अलावा देश का सबसे सम्मानित अवार्ड “भारत रत्न” भी उन्हें 2013 में प्रदान किया गया है जो हम सभी के लिए गौरवान्वित करने वाला पल साबित हुआ।

अनसुनी बातें

आज तक सचिन तेंदुलकर के बारे में हमने कई सारी बातों को सुना है और जाना भी है लेकिन आज हम कुछ ऐसे अनसुनी बातों के बारे में जानकारी देंगे जो  आपके लिए नई होंगी।

  1. जब वे क्रिकेट की ट्रेनिंग ले रहे थे, उसी समय से ही विनोद कांबली उनके गहरे मित्र हुआ करते हैं। दोनों ने साथ में ही अपने करियर की शुरुआत की और आज भी दोनों अच्छे दोस्त माने जाते हैं।
  2. सचिन तेंदुलकर को बचपन से ही टेनिस खेलने का बहुत शौक था लेकिन धीरे-धीरे उनका शौक क्रिकेट की तरफ जाने लगा और उन्होंने अपना करियर भी क्रिकेट में ही बनाया है।
  3. ऐसा सुनने में आता है कि सचिन तेंदुलकर की बेटी सारा तेंदुलकर की आवाज बहुत अच्छी है और वह गाना भी बहुत मीठा गाती हैं लेकिन सचिन की कभी भी म्यूजिक में रुचि नहीं रही है।
  4. वैसे तो सचिन तेंदुलकर क्रिकेट में अपना भाग्य आजमा चुके हैं लेकिन इसके अलावा उनका एक मुंबई में बेहतरीन  रेस्टोरेंट है जिसका नाम “तेंदुलकर” है।
  5. उन्होंने अपनी प्रतिभा को दोनों हाथ से जाहिर किया है जहां वह अपने दाहिने हाथ से बैटिंग और बॉलिंग का इस्तेमाल करते थे और बाएं हाथ से कुछ भी लिखने का कार्य किया करते हैं।
  6. सचिन को स्मोकिंग करने की आदत नहीं है लेकिन वह थोड़ा-थोड़ा अल्कोहल का सेवन कर लेते हैं लेकिन सिर्फ खास मौकों पर ही।
  7. सचिन के जीवन से प्रेरणा लेते हुए कई प्रकार की किताबे लिखी गई है, जो युवा वर्ग के लिए मार्गदर्शन का कार्य कर सकते हैं।

खास बातें

मनपसंद खाना-मटन बिरयानी, मटन करी, बैगन भरता, कीमा पराठा, क्रैब मसाला, सुशी।
मनपसंद फिल्मशोले, कमिंग टू अमेरिका
मनपसंद जगहन्यूजीलैंड और मसूरी
मनपसंद खेलक्रिकेट, लॉन टेनिस
मनपसंद एक्टरअमिताभ बच्चन, आमिर खान, नाना पाटेकर
मनपसंद एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित
मनपसंद रंग नीला
मनपसंद गायक किशोर कुमार, लता मंगेशकर
मनपसंद क्रिकेट मैदान सिडनी
मनपसंद संगीतकार सचिन देव बर्मन, बप्पी लहरी

कुछ मुख्य विवाद

वैसे तो सचिन तेंदुलकर को मुख्य बल्लेबाज के रूप में जाना जाता है लेकिन इसके बावजूद भी उनसे जुड़े कुछ विवाद भी है.

2001 में सौरव गांगुली ने उन पर बाल टेंपरिंग करने का आरोप लगा दिया था जिसके बाद उन पर कुछ मैचों का प्रतिबंध भी लगा था। लेकिन बाद में यह विवाद सुलझता नजर आया, जब यह  साफ हो चुका था कि सचिन तेंदुलकर पूरी तरह से बेगुनाह हैं।

सन 2002 में जब उन्होंने सर डॉन ब्रैडमैन का रिकॉर्ड तोड़ा था, तो उन्होंने सचिन को फेरारी 360 स्पोर्ट्स कार गिफ्ट में की थी, उस समय उन पर यह आरोप लगाया गया था कि उन्होंने रिश्वत देकर इंपोर्ट ड्यूटी को माफ कर आया है। जिसमें इंपोर्ट ड्यूटी 1 करोड़ रुपए थी।

वे एक जाने-माने सितारे हैं ऐसे में उनके खास दोस्त उनके लिए कुछ स्पेशल करना चाहते हैं। सन 2010 में जब उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के डिजाइन का बर्थडे केक कट किया था.

उस समय भी उन पर आरोप लगा था कि वह राष्ट्रीय ध्वज का अपमान कर रहे हैं। हालांकि पार्टी उनके दोस्तों ने ही प्लान की थी और केक  का आईडिया भी उन्हीं का था।

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इस प्रकार से आज हमने आपको सचिन तेंदुलकर का जीवन परिचय Sachin Tendulkar Biography In Hindi के बारे में जानकारी दी है जो कि आपने कम ही पढी़ होगी या सुनी होगी।

एक प्रकार से सचिन तेंदुलकर को युवा वर्ग का मार्गदर्शक के रूप में जाना जाता है जिन्होंने हमेशा देश के बारे में सोचा है और हमेशा अपने खेल की तरफ ध्यान केंद्रित किया है।

इन्होंने भी अपने जीवन में कड़ा संघर्ष किया है और अपने आप को स्थापित किया। इसी प्रकार से युवा वर्ग भी संघर्ष करके खुद को स्थापित करते हुए आगे बढ़ सकते हैं.

अपने भविष्य को एक नई दिशा दे सकते हैं। उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आएगा इसे अंत तक पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।

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