शशि थरूर जीवन परिचय Shashi Tharoor Biography In Hindi भारत के इतिहास में अब तक बहुत सारे ऐसे राजनीतिज्ञों ने कदम रखा है जिन्होंने एक नई दिशा को आगे बढ़ाते हुए कार्य को सफल बनाया है।
कई बार हम इतिहासकारों और राजनीतिज्ञों के माध्यम से भी एक नई दिशा के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और उनसे अपने जीवन में भी मार्गदर्शन लिया जा सकता है।
आज हम जिस राजनीतिज्ञ के बारे में बात कर रहे हैं वह हैं शशि थरूर।
शशि थरूर जीवन परिचय Shashi Tharoor Biography In Hindi
आज हम आपको शशि थरूर के बारे में संपूर्ण जानकारी देंगे जिसे आप भी उनके जीवन से अवगत हो सकें।
कौन है शशि थरूर?
शशि थरूर केरल के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हैं जिन्होंने कांग्रेस पार्टी को आगे लाने का कार्य किया है। फिलहाल वे केरल में तिरुअनंतपुरम के सांसद के रूप में कार्य कर रहे हैं और इसी क्षेत्र से लगातार उन्होंने दो बार चुनाव भी जीता है।
उन्होंने राजनीति अपने हिसाब से तय की है जिससे आगे भी उनके जीवन से मार्गदर्शन लिया जा सकता है।
जन्म
शशि थरूर का जन्म 9 मार्च 1956 को लंदन में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री चंद्रन थरूर है और माता का नाम श्रीमती लिली थरूर है।
उनकी पत्नी का नाम स्वर्गीय सुनंदा थरूर था और उनके दो पुत्र भी हैं। उनका जन्म लिली के मलयाली नायर परिवार और केरल के पकड़ के चंद्र थरूर में हुआ था। बचपन से ही उन्हें अपने माता पिता का प्यार मिला और वे लाडले रहे।
शिक्षा
शशि थरूर ने अपनी स्कूली शिक्षा अमेरिका में प्राप्त की थी और आगे की शिक्षा उन्होंने विदेश में रहकर ही पूरी की। 1965 में मोंटफोर्ट स्कूल यार कोड में उन्होंने पढ़ाई की और उसके बाद कैंपियन स्कूल में रहकर भी उन्होंने अपनी पढ़ाई को पूरी किया।
1971 में उन्होंने कोलकाता के सेंट जेवियर के कॉलेजिएट स्कूल में पढ़ाई भी की थी और साथ ही साथ सेंट स्टीफन कॉलेज दिल्ली से इतिहास में स्नातक की डिग्री प्राप्त की थी।
इसके बाद 1975 में “फ्लेचर स्कूल ऑफ लॉ एंड डिप्लोमेसी “में एमए और पीएचडी की डिग्री प्राप्त की। उनके लिए यह पल गौरवान्वित करने वाला था जहां उनके परिवार के सदस्यों ने भी उनका भरपूर योगदान दिया।
शशि थरूर का राजनैतिक जीवन
अपने राजनैतिक जीवन को शुरू करने के लिए उन्होंने कांग्रेस पार्टी का चुनाव किया जहां 2009 में उन्हें केरल के तिरुअनंतपुरम में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव को लड़ा और उसके बाद उन्होंने बड़ी जीत भी हासिल की।
इस बड़ी जीत के बाद लोगों ने यह कहना छोड़ दिया कि वह विदेशी है और विदेश से पढ़ाई करके आए हैं। उसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उन्हें राज्यमंत्री के रूप में चुना इसके बाद से ही उन्होंने कई प्रकार के सेवाओं को लागू करते हुए अपना राजनैतिक कैरियर आगे बढ़ाया।
एक बार जीत होने के बाद 2014 में भी शशि थरूर ने तिरुवनंतपुरम से चुनाव जीता, जहां पर उन्होंने भारी मतों से जीत हासिल की इसी प्रकार से धीरे-धीरे उन्होंने अपने राजनीतिक सफर को आगे बढ़ाया और मार्च 2017 में थरूर ने कोलकाता में ही विक्टोरिया मेमोरियल को भारत में अपने शासन के दौरान होने वाले यूनाइटेड किंगडम के अत्याचारों पर एक परिवर्तन करने के लिए बुलाया था।
इस तरह से उन्होंने मंत्री पद में रहते हुए कई प्रकार के बदलाव करने की कोशिश की जिन्हें विरोधियों द्वारा पसंद भी किया गया लेकिन कई बार उनकी रणनीतियों को नकार भी दिया गया था।
व्यक्तिगत जीवन
शशि थरूर का व्यक्तिगत जीवन काफी पेचीदा रहा। शशि थरूर की पहली पत्नी तिलोत्तमा मुखर्जी थी जो कि न्यूयॉर्क में एक प्रोफेसर हैं उनके दो बेटे कनिष्क और ईशान हैं। दोनों बेटे अपने अपने तरीके से अपनी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और दोनों ही अब अमेरिका में निवास करते हैं।
इसके बाद शशि थरूर ने संयुक्त राष्ट्र में काम कर रही एक कनाडाई राजनीतिक crista gills से शादी की। जहां उन्होंने बहुत जल्द ही उससे तलाक ले लिया.
अंत में अगस्त 2010 में केरल के पकड़ जिले के एक गांव से रहने वाली सुनंदा पुष्कर के साथ विवाह किया था जहां 17 जनवरी 2014 को उनकी तीसरी पत्नी सुनंदा पुष्कर का निधन हो गया।
शशि थरूर द्वारा लिखी गई पुस्तकें
शशि थरूर ने कई सारी रचनाओं के माध्यम से अपने दिल की बात बताने की कोशिश की है जिनमें से कुछ मुख्य रचना के बारे में हम आपको जानकारी दे रहे हैं-
- The great Indian novel (1989)
- Show business ( 1992)
- Reasons of state (1982)
- Riot (2001)
- Nehru,The invention of India (2003)
- Pax India (2012)
- Book less in Baghdad(2005)
- Why I am Hindu
उनके द्वारा लिखी गई किताबें चर्चा का विषय रही है जहां उन्होंने अपनी हर किताब में देश के अलग-अलग मुद्दों के बारे में जानकारी दी है और जिसे राजनीति के गलियारों में भी चर्चा का विषय माना जाता रहा है।
शशि थरूर की कुछ अलग शख्सियत
जबसे शशि थरूर राजनीति में आए हैं, तब से ही उनके बारे में कुछ ऐसा कहा जाने लगा है जिसकी वजह से उनकी शख्सियत अलग नजर आती है।
ऐसे में कभी-कभी तो उन्हें यह भी कहा जाता है कि उन्हें कांग्रेस में नहीं बल्कि भाजपा में होना था और कभी तो यह भी कहा जाता है कि वह सही आदमी नहीं है राजनीति के लिए।
शशि थरूर की विचारधारा और दृष्टिकोण अन्य पार्टियों के सदस्यों से बिल्कुल अलग होती है जहां वे स्वतंत्र रूप से अपनी बेबाक राय देते हैं और अपना एक अलग दृष्टिकोण लोगों तक पहुंचाते हैं।
ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि उन्होंने खुद की एक अलग शख्सियत बना कर रखी है ताकि उनकी अलग पहचान बन सके हालांकि कुछ लोगों को उनकी यह पहचान बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगती और उनका विरोध करने लगते हैं।
शशि थरूर लोकप्रिय हुए ट्विटर पर
आज के समय में अपनी किसी भी बात को कहने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया जाता है और लोगों द्वारा भी भरपूर पसंद किया जाता है।
अगर शशि थरूर की बात की जाए तो साल 2013 में उन्हें ट्विटर पर सबसे ज्यादा लोकप्रियता मिली थी और बहुत से भारतीय नेताओं ने भी उन्हें फॉलो किया था।
ऐसा इसलिए हुआ था कि वे हर मामले में अपनी बेबाक राय रखते थे और खुलकर हर मामले में बात किया करते थे। हालांकि 2014 के बाद से उनका यह रिकॉर्ड प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम हो चुका है।
सोशल मीडिया पर बनाए जा रहे हैं इनके मीम्स
शशि थरूर इसके अलावा सोशल मीडिया पर इसलिए भी छाए होते हैं क्योंकि कई सारी महिलाओं के साथ उनका नाम जोड़ा जाता है और मीम्स तैयार किए जाते हैं।
हाल ही में कुछ दिनों से ही उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर महिलाओं के साथ ली गई सेल्फी को वायरल होते देखा जा रहा है। ऐसे में हमेशा ही वे सोशल मीडिया में छाए रहते हैं और कहीं ना कहीं से सुर्खियां बटोर ही लेते हैं।
शशि थरूर को ज्ञान है इन भाषाओं का
वैसे तो इन्होंने अपनी पढ़ाई देश के बाहर भी की है लेकिन 4 भाषाओं में उनकी पकड़ मजबूत मानी जाती है जिनमें मुख्य रुप से हिंदी, अंग्रेजी, फ्रेंच और मलयालम है। ऐसा इसलिए संभव हो पाया है कि वे अब तक अलग-अलग जगह पर रहते थे इस वजह से वे इन सभी भाषाओं को आसानी से बोल पाने में माहिर माने जाते हैं।
इसके अलावा कई बार उनके अंग्रेजी के ज्ञान को भी चर्चा का विषय माना जा सकता है जिसमें वह अपने वाक्यों,कंपोजिशन, शब्दों के चयन को लेकर चर्चा में रहते हैं। वे ऐसे शब्दों का इस्तेमाल धड़ल्ले से कर लेते हैं जिनके बारे में कोई दूसरा व्यक्ति सोच भी नहीं सकता है।
शशि थरूर ने दिया अपने आलोचकों को कड़ा जवाब
शशि थरूर ने हमेशा अपने विरोधियों को बेबाक तरीके से जवाब देने की नीति अपनाई हैं। एक बार जब लालकृष्ण आडवाणी को जन्मदिन की बधाई देने पर उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था तब भी उन्होंने लोगों को ट्वीट के जरिए करारा जवाब दिया था और उन्हें उनके सभ्यता के बारे में याद दिला दिया था।
शशि थरूर ने कभी किसी से ना डरते हुए अपनी बात को रखा है और यही वजह है कि आलोचकों को भी उन्होंने कड़ा जवाब देते हुए अपना राजनीतिक सफर आगे बढ़ाया है।
शशि थरूर के अफेयर की अफवाहें भी सुनाई दी राजनैतिक गलियारों में
ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि शशि थरूर का नाम हमेशा किसी ना किसी महिला मित्र के साथ जुड़ता ही रहा है। ऐसे में जब उन्होंने तीसरी शादी सुनंदा थरूर के साथ की थी,
तो उसके कुछ ही दिनों बाद उनका नाम खूबसूरत पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार के साथ जुड़ा था जहां उनका अफेयर होने की बात जोर पकड़ने लगी थी। ऐसा माना जा रहा था कि वह उनसे किसी प्रोग्राम के दौरान मिले थे और जहां से उनके बीच दोस्ती शुरू हो चुकी थी।
हालाकि बात ज्यादा बढ़ जाने पर उन्होंने मेहर के साथ प्यार को सिर्फ एक अफवाह बताया था और जिसके लिए उन्होंने ट्विटर पर भी गहरी पर प्रतिक्रिया जाहिर की थी लेकिन इन सब में उनकी पत्नी सुनंदा ने पत्रकार मेहर पर आरोप लगाया था कि वह उनके पति के साथ लगातार जुड़ी हुई हैं और फ़्लर्ट कर रही हैं।
ऐसे में शशि थरूर की निजी जिंदगी लोगों के सामने आ चुकी थी जहां पर इस घटना के बाद उनकी पत्नी सुनंदा बीमार हो चुकी थी और अस्पताल में उन्हें भर्ती कराना पड़ा था।
कुल संपत्ति
राजनैतिक गलियारों में हमेशा शशि थरूर को अमीर राजनीतिज्ञ के रूप में देखा जाता है, जहां उन्हें लोकसभा के सांसद के रूप में प्रतिमाह ₹1,00000 का वेतन मिलता था तो उनकी कुल संपत्ति लगभग 112 करोड रुपए बताई गई थी।
इसके अलावा उनका जो घर कोचीन में स्थित है उसकी कीमत लगभग ₹27 लाख है और तिरुवनंतपुरम में उनके एक घर की कीमत ₹60 लाख बताई गई है।
इसके अलावा यह भी कहा जा रहा था कि उनकी पत्नी सुनंदा थरूर के पास कनाडा में एक घर है जो लगभग 4 करोड रुपए का है और दुबई में ₹95 करोड़ के 12 अपार्टमेंट भी हैं।
शशि थरूर के पास कारों की संख्या
ऐसा माना जाता है कि संपत्ति के अलावा शशि थरूर कारों के मालिक हैं जहां हरियाणा में उनके नाम पर पंजीकृत लगभग 50 लाख की कार हैं और दुबई में भी 9 लाख की एक कार उनके पास है।
जब दिल्ली की अदालत ने किया था शशि थरूर को आरोप मुक्त
17 जनवरी 2014 की रात को थरूर की पत्नी सुनंदा थरूर को होटल के कमरे में मृत पाया गया था। ऐसे में उनके ऊपर यह आरोप लगाया गया था कि उन्होंने अपनी पत्नी को आत्महत्या के लिए उकसाया है।
लेकिन विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल ने यह सुनवाई करते हुए आदेश पारित किया था कि उनकी पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत होटल में किसी अज्ञात कारण से हुई है और इस वजह से शशि थरूर को आरोप मुक्त कर दिया गया था।
ट्विटर पर करते आ रहे हैं कई दिनों से ट्वीट
शशि थरूर अपने मनोभावों को व्यक्त करने के लिए ट्विटर पर ट्वीट करते नजर आते हैं। जब भी कोई नई चीज देखते हैं,तो उसको भी ट्वीट करके साधा जरूर करते हैं और किसी प्रेरणादायक स्टोरी को भी इसी माध्यम से साझा करना आवश्यक मानते हैं।
थोड़े थोड़े दिनों में ही आपको इनका ट्वीट नजर आ जाएगा जो कहीं ना कहीं गहरी छाप छोड़ कर जाता है।
ऐसे तो कई नेता हमारे राजनीतिक क्षेत्र में आते हैं लेकिन कुछ नेता ऐसे होते हैं जो अपने तौर-तरीकों और हाव-भाव की वजह से जाने जाते हैं।
ऐसे में शशि थरूर को भी लोग उनके अलग अंदाज की वजह से जानते हैं और पहचानते हैं जहां उनका सामना विरोधियों से भी होता है और ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है जो उन्हें प्यार करते हैं।
हमने इस लेख के माध्यम से इनके जीवन में घटित मुख्य पहलुओं पर प्रकाश डाला है। उम्मीद करते हैं आपको हमारा ये लेख पसंद आएगा इसे अंत तक पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।