जायरा वसीम की जीवनी | Zaira Wasim Biography Hindi

Indian film actress Zaira Wasim Biography Hindi-जायरा वसीम भारतीय बाल कलाकार हैं, घाटी के तनाव भरे हालातों से निकलकर कला के इस क्षेत्र में जायरा ने आमिर खान की दंगल फिल्म 2016 से अपनी पहचान बनाई हैं, मात्र 15 वर्ष की आयु में इन्होने सजीदा अभिनय किया .

जायरा का जन्म जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के एक मुस्लिम परिवार में 23 अक्तूबर 2000 को हुआ था. जायरा वसीम की आयु (zaira wasim age) 16 वर्ष हैं |

इनके माता-पिता का नाम Zarqa Wasim, ज़ाहिद वसीम जिनका सम्बन्ध कश्मीर से हैं, अपने अभिभावकों की इच्छा के विरुद्ध उन्होंने बॉलीवुड में काम किया. जायरा ने अभी तक एक ही फिल्म दंगल में काम किया जिनके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक एक्ट्रेस का खिताब प्राप्त कर चुकी हैं |

Zaira Wasim Hindi Biography

Zaira Wasim Biography Hindi

ये अभी श्रीनगर की पाल इंटरनेशनल अकेडमी में अध्ययन कर रही हैं, अभिनय के साथ-साथ यह पढ़ाई में मेधावी छात्रा हैं, राज्य 10th बोर्ड मेरिट सूचि में स्थान प्राप्त कर चुकी हैं. इन्होने दसवी में 90 प्रतिशत से अंक प्राप्त किये थे |

इनकी पहली हिंदी फिल्म दंगल थी. जिनमे इन्होने महावीरसिंह फोगाट की बेटी गीता फोगाट के बचपन की भूमिका निभाई थी. बड़ी मशक्त के बाद उन्हें इस फिल्म में काम करने का अवसर मिला | इनके माता-पिता नही चाहते थे कि हमारी बेटी नाच गाने का काम करे |

जायरा वसीम की फिल्मे और पसंद

गीता फोगाट के अभिनय के लिए इन्हे चुना गया. जब कास्ट टीम शूटिंग स्थल पर पहुची तो वह वहां नही आई इस पर दंगल की टीम इनके घर गईं मगर Zarqa Wasim, ज़ाहिद वसीम ने अपनी बेटी को फिल्मों में काम करवाने से साफ़ इनकार कर दिया |

आखिर जायरा की तमन्ना पूरा करने का काम स्कुल के प्रिंसिपल ने किया. इन्होने काफी मशक्कत के बाद इन्हें जायरा वसीम को काम करने के लिए माता-पिता को राजी कर लिया गया. यहाँ उन्हें अन्य बाल कलाकारों से मिलने का अवसर मिला जिनमे दंगल की अन्य कलाकार फातिमा सना शेख, सानया मल्होत्रा इनके साथ थी.

Zaira Wasim Wiki In Hindi

इस फिल्म में काम करने के लिए उन्हें 6-7 महीने तक कुश्ती का कठिन प्रशिक्षण लेना पड़ा. आखिरकार जब उन्होंने फिल्म में जो दावपेंच अजमाए हैं. उससें देखकर यही लगता हैं, यह भी किसी कुश्ती पहलवान से कम नही हैं.

गीता फोगाट की भूमिका निभाने के लिए इन्हे अपने बाल कटवाने पड़े थे, जो इन्हें बेहद प्रिय थे. बालों को हटाने के बाद जब पहली बार अपना चेहरा देखा तो यह फुट-फुटकर रोई . भले ही कम उम्र में इन्होने अच्छी पहचान बना ली हो, लेकिन विरोधियो के ट्रोल का भी सामना करना पड़ा. पिछले वर्ष जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती के साथ ली गईं एक फोटो जब फेसबुक पर अपलोड की तो लोगों ने बहुत बवाल मचाया जायरा वसीम विवाद से परेशान होकर अपनी फोटो सोशल मिडिया से हटानी पड़ीं |

दंगल में काम करने के बाद इन्हें कई टीवी एडवरटाइज में काम करने का मौका मिला , पिछले साल टाटा स्काई और माइक्रोसॉफ्ट के कई विज्ञापन में दिखी. अच्छी लोकप्रिय कलाकार होने के बावजूद इनका फ्रेंड सर्कल छोटा हैं , एक्टिंग के अलावा इन्हे गाने का भी शौक हैं. अच्छी गिटार बजाती हैं |

इनकी ऊचाई 5’2 फिट वजन 55 KG हैं, इनके परिवार में एक बडें भाई हैं जिनका नाम Zoraiz Wasim हैं जारिया अभी तक अविवाहित हैं इनके शौक इस प्रकार हैं, एक्टिंग,गाना,संगीत सुनना,पढना,खेलना यह मुस्लिम धर्म अनुयायी हैं |

करियर (Career Films Awards)

ज़ायरा वसीम अल्पायु में ही पर्दे पर अपने करियर की शुरुआत कर चुकी थी, वर्ष 2015 में रिलीज हुई आमिर खान की ब्लाक बस्टर फिल्म दंगल इनकी करियर की पहली फिल्म थी. जिसमें इन्होने हरियाणवी पहलवान गीता फोगाट की भूमिका को बेहद सुंदर ढंग से पर्दे पर उतारा थे, इसके लिए इन्हें बहुत वाहवाही भी मिली.

जायरा अपनी पहली फिल्म के साथ ही बोलीवूड की सबसे उम्दा कलाकारों में गिनी जाने लगी. उनकी यह फिल्म न केवल बोक्स ऑफिस पर खूब चली बल्कि इसके लिए उन्हें कई अवार्ड भी मिले.

जायरा ने अपनी दूसरी फिल्म भी आमिर खान के साथ ही की, इनकी दूसरी मूवी सीक्रेट सुपरस्टार थी, यह भी बॉक्स ऑफिस पर काफी प्रभावी रही. इस फिल्म में जायरा एक मुस्लिम लड़की की भूमिका में थी. इनका यह एक्ट बेहतरीन था इसके लिए उन्हें बेस्ट ऐक्ट्रेस का फिल्म फेयर आवार्ड भी दिया गया था. जायरा वसीम के करियर की तीसरी फिल्म ‘द स्‍काई इज़ पिंक हैं.

फ़िल्मी जगत से दूरी

साल 2019 में दंगल गर्ल जायरा वसीम ने बॉलीवुड को अलविदा कह दिया. चंद फिल्मों में काम करने के बावजूद उसे अपार लोकप्रियता मिली.

अपने फिल्मी करियर को स्वेच्छा से खत्म करते हुए जायरा ने सोशल मिडिया पर लिखा था कि फिल्मों में आने की वजह से वह अपने खुदा और इस्लाम से दूर हो गई थी. वह अपने इस काम से खुश नहीं थी जो उसे ईमान से दूर कर रहा था.

भारतीय सिनेमा में एक कम ही उदहारण देखने को मिलते है, जहाँ एक एक्टर या एक्ट्रेस अपनी स्वेच्छा से इस पेशे को छोड़ने की इच्छा जाहिर करते है. ऐसे कर इन्होने अपने धर्म को अपने पेशे से उपर रखकर अपनी संस्कृति को जिन्दा रखा.

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