नकल विरोधी कानून पर निबंध | Essay On Anti Copying Law In Hindi

आज का निबंध नकल विरोधी कानून पर निबंध Essay On Anti Copying Law In Hindi पर दिया गया हैं.

अकादमिक, बोर्ड परीक्षाओं से लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं तक नकल की प्रवृत्ति हमारे शिक्षा तंत्र में दीमक की तक बैठ चुकी हैं.

नकल को रोकने के लिए बनाए गये कानूनों और उपायों पर आज का निबंध दिया गया हैं.

नकल विरोधी कानून पर निबंध Essay On Anti Copying Law In Hindi

नकल विरोधी कानून पर निबंध | Essay On Anti Copying Law In Hindi

आज के भौतिक युग से बहुत से लोग कम मेहनत कर शीघ्र ही चीज हासिल करना चाहते है. वे ऐसे सुगम मार्ग की तलाश करते है जहाँ सफलता प्राप्त करने के लिए अधिक मेहनत नही करनी पड़े.

इसके लिए वे अनैतिक मार्ग अपनाने के लिए भी तैयार रहते है. ऐसी ही प्रवृति कुछ विद्यार्थियों में पनप रही है. वे मेहनत करना नही चाहते है तथा यह सोचते है कि परीक्षा में नकल करके सफलता प्राप्त कर लेगे.

वे ऐसा सोचते है कि नकल करने का कोई ऐसा नया तरीका अपनाएगे जो किसी की पकड़ में नही आएगा तथा वे परीक्षा में सफल हो जाएगे.

ऐसे विद्यार्थियों को यह भान नही होता है कि अनैतिकता की बुनियाद पर बनी इमारत बहुत अधिक दिन तक खड़ी नही रह सकती है, एक न एक दिन धराशायी हो ही जाती है.

नकल विरोधी कानून | Essay on Copy Prevention

ऐसे विद्यार्थी नकल कर एक या दो परीक्षाओं में सफल हो सकते है. परन्तु वे केवल नकल के सहारे अपने लक्ष्य को नही पा सकते है. वे नकल कर कुछ कक्षाएं भले ही उतीर्ण कर ले परन्तु नकल के सहारे प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त नही कर सकते है.

इस प्रकार अन्तोत्गत्वा उन्हें भी पता नही होता है कि नकल करने के दौरान यदि वे पकड़े गये तो कठोर कानून के तहत उनके विरुद्ध अपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाएगा. उन्हें अदालत में पेशियों पर जाना पड़ेगा तथा उनका पूरा जीवन बर्बाद हो जाएगा. उनके माथे पर ऐसा कलंक लग लगेगा कि वे कभी भी अच्छी नौकरी नही पा सकेगे.

राजस्थान में परीक्षाओं में नकल व अनुचित साधनों की रोकथाम के लिए वर्ष 1992 में एक कड़ा कानून बनाया गया है. जिसका नाम है- राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों पर रोक) अधिनियम.

इस अधिनियम में परीक्षाओ के दौरान नकल एवं अनुचित साधनों की रोकथाम के लिए कठोर प्रावधान किये गये है. इस कानून के दायरे में परीक्षार्थियों, परीक्षार्थियों की मदद करने वाले, प्रश्न पत्र बनाने वालों आदि सभी को सम्मलित किया गया है.

इस अधिनियम में अनुचित साधनों का दायरा बहुत व्यापक रखा गया है. जिससे नकल करने के हरसंभव तरीके इसकी हद में आ सकते है. इसमे प्रश्नपत्र को हल करने के लिए प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी प्रकार की सहायता लेना, लिखित या प्रिंटेड सामग्री रखना शामिल है.

इसमे टेलीफोन, वायरलेस या अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण या गैजेट की सहायता लेने को शामिल किया गया है. प्रश्न पत्रों को आउट करना, उनकी चोरी करना, अनाधिकृत रूप से उन्हें अपने पास रखना, नकल करने में किसी की सहायता करने को भी इसमे अपराध बनाया गया है.

ऐसे व्यक्ति जिन्हें परीक्षा आयोजन का दायित्व सौपा है, उनकी यह जिम्मेदारी निर्धारित की गई है कि वे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रश्न पत्र या परीक्षा के बारे कोई सुचना या जानकारी किसी को नही देगे. इसका उल्लघंन करने पर उन्हें भी दंडित करने का प्रावधान किया गया है.

इस अधिनियम में परीक्षा में नकल करने या कराने, अनुचित साधनों का प्रयोग करने पर तीन वर्ष तक के कारावास तथा दो हजार रूपये तक के जुर्माने का प्रावधान है.

नकल करने वाले छात्र के विरुद्ध अपराधिक प्रकरण तो दर्ज किया ही जाता है, उसे विद्यालय या कॉलेज से भी निष्कासित कर दिया जाता है.

इस अधिनियम के तहत दंडनीय अपराध अजमानती एवं संज्ञेय अपराध है, अर्थात नकल के मामले की सूचना मिलने पर पुलिस द्वारा प्रथम सूचना रिपोर्ट जिसे हम एफ आई आर भी कहते है दर्ज की जाती है तथा आरोपी को गिरफ्तार किया जा सकता है.

विद्यार्थियों को चाहिए कि वे लक्ष्य प्राप्ति के लिए कोई शोर्टकट को अपनाने के स्थान पर मेहनत करे, अपनी क्षमताओं को विकसित करे और नैतिकता के मार्ग पर चले.

ऐसा करने पर वे अवश्य ही अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकेगे, स्वयं एक अच्छा नागरिक बनेगे अपने देश व समाज को उन्नति के सौपानों पर आरोहित कर सकेगे.

About Copyright Law And Limitations क्या है कॉपीराइट कानून और इसकी सीमायें

Copyright का मतलब होता है किसी की चीज पर अपना हक जाताना. हम बोद्दिक सम्पदा को भौतिक रूप से ताला लगाकर सुरक्षित नहीं रख सकते है, लेकिन कानून का ताला जरुर इसकी रक्षा करता है.

आज की इस पोस्ट में, में आपको Copyright के बारे में बताऊंगा. आईये जानते है Copyright क्या होता है, इसकी सीमायें क्या है, इसके लिए क्या कानून है और कब इसका उल्लंघन नहीं होता है.

What Is Copyright क्या है कॉपीराइट?

Copyright कानून के तहत कोई भी व्यक्ति या संस्था अपनी मौलिक रचना, फिल्म, कोई संगीत, ऑडियो, विडियो या कोई लेख को क़ानूनी रूप से पंजीकृत कर सकता है. Copyright लेने के बाद उसका उस पर कानूनन अधिकार होता है.

इस स्थिति में बिना रचनाकार या लेखक की अनुमति के रचना को प्रसारित, प्रचारित या इस्तेमाल करना अपराध की श्रेणी में आता है.

Copyright  कानून के तहत अपराधी को एक साल तक की जेल हो सकती है. Copyright के उल्लंघन के मामले में क्षतिपूर्ति का दावा भी किया जा सकता है.

Why Is Copyright Required क्यों जरुरी है कॉपीराइट?

कई बार मूल रचनाकार को ही पता नहीं चलता है और कोई तीसरा व्यक्ति उसकी रचना को अपने नाम से प्रचारित करने लगता है. ऐसे में लेखक को सिद्ध करना होता है की असली रचनाकार वही है.

Copyright नहीं करवाने पर कोर्ट में इसे सिद्ध करना मुश्किल हो जाता है. इसलिए अपनी रचना को सुरक्षित रखने के लिए इसका Copyright करवाया जाता है.

When Does Copyright Violate कब होता है कॉपीराइट का उल्लंघन

अगर कोई व्यवसाहिक उपयोग के लिए किसी की बौद्दिक सम्पदा का इस्तेमाल करता है, तो यह निश्चित तौर पर कानून का उल्लंघन है, लेकिन अगर ज्ञानप्रसार के लिए इसका गैरव्यवसाहिक इस्तेमाल हो रहा है, तो चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. इसे निम्न Example से समझ सकते है.

  • अगर कोई कवि किसी सार्वजानिक आयोजन में किसी अन्य कवि की रचना का पाठ करे और उस दौरान वह मूल कवि का भी जिक्र करे तो यह Copyright कानून का उल्लंघन नहीं है. हाँ, अगर इस दौरान वह लोगों से इसके लिए पैसा लेता है, तो यह कानूनन सही नहीं है.
  • किसी ने फेसबुक पर कुछ लिखा और कोई व्यक्ति उसका संकलन या संपादन करके अपने नाम से प्रकाशित करवा देता है, तो भी यह Copyright का उल्लंघन है. हालाँकि इस मामले में मूल लेखक को इसके सबुत देने होते है.
  • किसी अनाधिकृत स्त्रोत जैसे टोरेंट आदि से फिल्म या गाने डाउनलोड करना Copyright के उल्लंघन के साथ ही IT कानून का भी उल्लंघन है.
  • गूगल से फोटो इस्तेमाल नहीं की जा सकती.
  • किसी गाने को व्यवसाहिक उपयोग के लिए जैसे रेडियो, टीवी आदि पर चलाने पर रचनाकार को Roylti Payment देनी होती है. बिना सुचना के ऐसा करना कानूनन गलत है.
  • अगर कोई व्यक्ति किसी सेलेब्रिटी की तस्वीर का इस्तेमाल करता है या फिर व्यापार बढाने के लिए गाने या तस्वीर का इस्तेमाल करता है, तो यह Copyright का उल्लंघन है.
  • किसी आभूषण डिजाइनर ने कोई आभूषण डिजाइन किया है और उसे देखकर कोई और हुबहू वैसा ही आभूषण बनाकर उसका प्रचार-प्रसार करने लगे, तो यह भी कानून का उल्लंघन है.

When does copyright violate कब नहीं होता है कॉपीराइट का उल्लंघन

Copyright कानून की धरा 52 के अंतर्गत निजी इस्तेमाल कानून का उल्लंघन नहीं है, लेकिन उसका सार्वजानिक प्रसार नहीं किया जा सकता है.

अगर किसी लेखन, शायरी या कविता के कुछ अंश समीक्षा के उद्देश्य से या रिपोर्ट या लेख को समझाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है तो यह निष्पक्ष व्यवहार के दायरे में आएगा.

आमतौर पर लेखक या रचनाकार का उसकी रचना पर मरने के 60 साल बाद भी उस पर  क़ानूनी अधिकार रहता है.

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