kumar vishwas biography In Hindi| कुमार विश्वास का जीवन परिचय-51 वर्षीय आधुनिक हिंदी साहित्यकार कवि और आम आदमी पार्टी के संयोजक (संस्थापक सदस्य) बेहद आकर्षक छवि के राजनेता और कवि हैं|
कुमार विश्वास के बारे में कहा जाता हैं| उन्होंने अपनी प्रेमिका के लिए कविताएँ लिखना शुरू किया|
कुमार विश्वास का जीवन परिचय Kumar Vishwas Biography In Hindi
अन्ना ह्न्जारे के भ्रष्टाचार विरोधी आन्दोलन में सक्रिय भूमिका निभाने के बाद इन्होने राजनीती में कदम रखा| आज के इन्टरनेट युग में इनका नाम सबसे अधिक पसंद किये जाने वाले साहित्यकारों में शुमार हैं|
कुमार विश्वास व्यग्य के जरिए अपनी बात कहना पसंद करते हैं| आएये कुमार विश्वास के जीवन परिचय में जानते हैं poem shayari wife age poem list family और उनके जीवन में अब तक घटित सम्पूर्ण घटनाओं का सक्षिप्त परिचय|
जीवन परिचय बिंदु | About kumar vishwas |
पूरा नाम | कुमार विश्वास |
धर्म | हिन्दू |
जन्म | 10 फ़रवरी 1970 |
जन्म स्थान | ग़ाज़ियाबाद, उत्तर प्रदेश |
माता-पिता | डॉ॰ चन्द्रपाल शर्मा,रमा शर्मा |
विवाह | मंजू शर्मा |
बच्चें | कुहु विश्वास, अग्रत विश्वास |
राजनैतिक पार्टी | आम आदमी पार्टी (अभी सदस्य नहीं) |
कविताएँ | कोई दीवाना कहता है तुम्हे मैं प्यार नहीं दे पाऊँगा |
डॉ॰ कुमार का जन्म 1970 को बसंत पंचमी के दिन डॉ॰ चन्द्रपाल शर्मा के घर हुआ | इनका पैतृक गाँव पिलखुआ हैं जो उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद जिले में पड़ता हैं|
विश्वास के पिता चन्द्रपाल चरण सिंह कॉलेज में प्रवक्ता रह चुके हैं| इनकी माताजी का नाम रमा शर्मा हैं| कुमार विश्वास ने आरम्भिक शिक्षा अपने गाँव पिलखुआ से ही प्राप्त की| पिलखुआ की वर्तमान आयु 51 वर्ष हैं|
कुमार विश्वास का आरंभिक जीवन Kumar Vishwas Early Life, age
राजपूताना रेजिमेंट इंटर कॉलेज से विशवास ने 12th पास की| पिता चन्द्रपाल शर्मा की इच्छा पर इन्हे इंजिनियरिंग के लिए दाखिला दिलवाया| मगर कुछ ही महीनों बाद उनका मन नही लगा और इंजीनियरिंग में नही लगा और छोड़ दी|
डॉ॰ कुमार का मन हिंदी साहित्य में अधिक था, इस कारण इन्होने हिंदी साहित्य में ग्रेजुएशन कर ma किया| इसी विषय में विशवास ने पीएचडी के लिए कौरवी लोकगीतों में लोकचेतना विषय पर शोधकार्य आरम्भ किया|
कुमार विश्वास का करियर kumar vishwas Career
मात्र 24 वर्ष की उम्र में कुमार विश्वास हिंदी साहित्य के स्टेट प्रवक्ता बन चुके थे| पहली बार 1994 में राजस्थान के हिंदी साहित्य के रूप में अपनी सेवाए आरम्भ की| कुछ वर्षो के बाद इन्होने आचार्य और हिंदी के प्राचार्य के रूप में पढ़ाने का भी कार्य किया|
यदि आज डॉ॰ कुमार की कवि यात्रा को देखा जाए तो वे बेहद और सक्रिय साहित्यकार हैं| वे हिंदी पत्रिकओं के लिए लिखते हैं और अध्ययन भी करते हैं| कुमार विश्वास कविताओं के अतिरिक्त गीत और शायरी भी लिखते हैं| कई हिंदी सिनेमा की फिल्मों में इनके गानों को आजमाया जा चूका हैं|
डॉ॰ कुमार ने दत्त की चाय गर्म हिंदी फिल्म में अभिनेता के रूप में अभिनय भी कर चुके हैं| एक नजर कुमार विश्वास के राजनितिक करियर पर|
कुमार का राजनैतिक करियर Kumar Vishwas Political Career
अब तक कुमार विश्वास एक राष्ट्रभक्त और जनचेतना के विषय पर लिखने वाले कवि और शिक्षक थे| जब अन्ना हजारे ने 2011 में जन लोकपाल को लेकर आन्दोलन किया तब कुमार विश्वास हजारे की आम आदमी टीम के मुख्य सदस्य बने| इसके बाद जब अरविन्द केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी की नीव रखी तो कुमार विश्वास भी आप के संस्थापक सदस्य बने|
डॉ॰ कुमार ने 2014 के लोकसभा चुनाव में आप पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ा मगर उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा| राहुल गाँधी से हार से पहले उन पर गलत तरीके से पार्टी को फंड देने का आरोप भी लगा|
जब अन्ना हजारे दिल्ली के जन्तर मन्तर में जनलोकपाल को लेकर आन्दोलन कर रहे थे तो उनके मुख्य सहयोगियों में कुमार विश्वास भी एक थे.
इण्डिया अगेंट्स करप्शन नामक संस्था लोकपाल के विचार को लेकर आम आदमी पार्टी के रूप में परिणित हुई. 26 नवम्बर 2012 को जब अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी का गठन हुआ तो उस समय कुमार ने भी पार्टी की सदस्यता ले ली. और 2013 के दिल्ली चुनाव में वे काफी सक्रिय नजर आए.
2014 के लोकसभा चुनावों में कुमार ने अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा, मगर उन्हें पराजय का मुहं देखना पड़ा. 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुमार विश्वास प्रत्याशी नहीं बने मगर पार्टी की चौतरफा जीत में उनका बड़ा योगदान था.
कुमार विश्वास का काव्य, कविताएँ Kumar Vishwas Poem List
डॉ॰ कुमार हिंदी के वर्तमान समय के सबसे प्रसिद्ध कवि हैं, इन्टरनेट और सोशल मिडिया पर सबसे अधिक अनुसरण किये जाने वाले पहले कवि हैं| ये अक्सर कविता पाठ और कवि सम्मेलन में सक्रिय रहते हैं| हजारो की संख्या में डॉ॰ विश्वास ने देश विदेश के सम्मेलनों में हिस्सा लिया हैं|
इन्होने भारत के अतिरिक्त अमेरिका, आबुधाबी, दुबई, सिंगापूर, ब्रिटेन, नेपाल जैसे देशो में भी कविता पाठ में हिस्सा लिया हैं| भारत में डॉ॰ विश्वास ने असंख्य कविता पाठों में भाग लिया हैं और ले रहे हैं| आधुनिक हिंदी के साहित्यकार नीरज जी ने इन्हे निशा-नियामक की उपमा दी हैं|
कुमार विशवास ने कई कविता पुस्तको की रचना की हैं, जिनमे उनकी 2 रचनाए प्रकाशित हो चुकी हैं| इक पगली लड़की के बिन और कोई दीवाना कहता है जैसी पुस्तके आधुनिक और नवींन विषयों पर लिखी गयी हैं|
देश दुनिया में घटित किसी भी समयसामयिक घटनाओं पर इनकी कविताएँ अक्सर देखने को मिलती हैं| एक नजर कुमार जी की कविताओं पर|
कुमार विश्वास की कविताएँ पोएम्स
- होठों पर गंगा हो, हाथों में तिरंगा हो
- मैं तो झोंका हूँ
- बात करनी है, बात कौन करे
- देवदास मत होना
- साल मुबारक
- तुम्हे मैं प्यार नहीं दे पाऊँगा
- एक पगली लड़की के बिन
- रंग दुनिया ने दिखाया है
- हो काल गति से परे चिरंतन
- महफ़िल महफ़िल मुस्काना तो पड़ता है
- बाँसुरी चली आओ
- हार गया तन-मन पुकार कर तुम्हें
- नेह के सन्दर्भ बौने हो गए
- उनकी ख़ैरो-ख़बर नहीं मिलती
- तुम्हारा फ़ोन आया है
- प्रीतो!
- मैं तुम्हें ढूंढने स्वर्ग के द्वार तक
कुमार विश्वास को प्राप्त अवार्ड और उनकी सफलताएं
कुमार विशवास ने निम्न शहरों में स्थित कॉलेज में आयोजित कवि सम्मेलन में स्टेज परफॉर्मेंस दी है।
- आईआईटी रूडकी
- बिट्स पिलानी
- जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय
- एनआईटी पटना
- एमएनआईटी इलाहबाद
- आईआईएम लखनऊ
- एनआईटी त्रिची
- एनआईटी जालन्धर
- एलएनसीटी भोपाल
कुमार विशवास सिर्फ इंडिया तक ही कार्यक्रम करने की बंदिशों में नहीं बंधे, उन्होंने इंडिया के बाहर इंटरनेशनल लेवल पर भी विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम को अटेंड किया है जिसमें सिंगापुर, अबू धाबी, दुबई, मस्कट जैसे देश शामिल हैं।
साल 1994 में कुमार विश्वास को डॉ कुंवर बेचैन काव्य सम्मानित प्राप्त हुआ था। कुमार विश्वास को काव्य कुमार अवॉर्ड, पुरस्कार कमेटी की तरफ से साल 1994 में ही प्राप्त हुआ था।
साहित्य भारती के द्वारा इन्हें डॉक्टर सुमन अलंकरण अवार्ड साल 2004 में मिला था, वहीं साल 2006 में साहित्य श्री अवार्ड, कुमार विश्वास को हिंदू उर्दू कमेटी की तरफ से दिया गया था। इसके अलावा कुमार को डॉक्टर उर्मिलेश जन चेतना समिति, बदायूं के द्वारा गीत श्री अवार्ड साल 2010 में दिया गया था।
कुमार ही वह व्यक्ति हैं, जिन्होंने चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के कुल गीत को लिखने का काम किया था। बता दे कि, कुमार विशवास एक कवि तो है ही, साथ ही वह एक समाज सुधारक और सामाजिक व्यक्ति भी है। इन्होंने समाज की सेवा करने के लिए बहुत सारे काम किए हैं। सिविल सोसाइटी के सक्रिय मेंबर के तौर पर भी कुमार विशवास हमेशा एक्टिव रहते हैं।
कुमार विश्वास के विवाद
कुमार विश्वास ने राजनेता रहते हुए अपने लेखन का काम और कविता करने का काम कभी भी बंद नहीं किया। इसलिए अक्सर कविता गाने के दरमियान उनके साथ कुछ विवाद भी जुड़ गए और कई बार उन्हें लोगों की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, साथ ही उनके ऊपर पॉलिटिकल हमले भी किए गए।
एक बार गलती से कुमार ने वाल्मीकि समुदाय के खिलाफ कुछ बयान दे दिया था जिसके कारण वाल्मीकि समुदाय को वह बयान नागवार गुजरा। ऐसे में संजय गहलोत नाम के एक व्यक्ति ने कुमार के खिलाफ पुलिस थाने में वाल्मीकि समाज की भावनाओं को आहत करने का केस दर्ज करवाया था जिसमें यह आरोप लगाया गया था कि उन्होंने जो बयान दिया है, वह वाल्मीकि समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाता है।
कुछ न्यूज़ चैनल ने एक बार आम आदमी पार्टी के पॉलिटिकल नेताओं पर एक स्टिंग ऑपरेशन किया था जिसमें यह बात सामने निकल कर के आई थी कि आम आदमी पार्टी के कुछ नेता पार्टी फंड में दान देने के लिए इल्लीगल तरीके का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन नेताओं में मीडिया के द्वारा कुमार विश्वास का नाम भी लिया गया था।
हालांकि आम आदमी पार्टी के तरफ से जवाबी कार्यवाही करते हुए जिस मीडिया पोर्टल ने इस खबर को दिखाया था उस मीडिया पोर्टल के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर के ऊपर पुलिस थाने में एफ आई आर दर्ज करवा दी गई थी, जो मामला अभी भी कोर्ट में विचाराधीन है।
ये मॉडर्न जमाने के हिंदी साहित्य के बहुत ही शानदार कवि हैं। कई लोग तो इन्हें हिंदी साहित्य के लिए एक वरदान भी मानते हैं। कुमार के कारण ही आज के जवान लोग हिंदी साहित्य में इंटरेस्ट ले रहे हैं और उनके बीच हिंदी भाषा का सम्मान भी बढ़ रहा है।
इनकी देखा देखी कई लोग अब हिंदी भाषा में यूट्यूब जैसे प्लेटफार्म पर और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फेमस कवियों की कविता भी गा रहे हैं और अपने द्वारा रचित की गई कविता की लाइन भी गा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर उपलब्धि
अगर कुमार की सोशल मीडिया पर उपलब्धि के बारे में बात करें तो सोशल मीडिया पर जितने भी अन्य हिंदी भाषा के कवि है उनसे ज्यादा लोग कुमार को पसंद करते हैं और इन्हें फॉलो करते हैं। इसके अलावा राजनीति के साथ विश्वास का नाम जुड़ा हुआ होने के कारण कई लोगों इनका सपोर्ट करते हैं।
Sir mujhe toh dr kumar vishwas ji shree ram shree krishna ji ke avtar lagte hai