कोरोना वायरस पर निबंध Essay on Corona Virus In Hindi : नमस्कार दोस्तों COVID-19 से आज पूरी मानव जाति त्रस्त हो रही हैं. कोरोनावायरस संक्रमण के चलते चीन, इटली होते हुए दुनियां के सभी हिस्सों में यह जीवाणु पहुंच चूका हैं.
हम सभी ने अपने जीवन के दो अमूल्य साल कोरोना महामारी के बीच गुजारे हैं. कई लोगों ने अपने दिल अजीजों को खोया तो किन्ही ने कारोबार और घर परिवार भी खो दिया.
मसलन सभी ने लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंस के बीच जीवन के नये अनुभवों को जीया तथा जीवन की सच्चाई इस महामारी ने सामने लाकर रख दी.
आज के निबंध, भाषण, स्पीच, अनुच्छेद, लेख, आर्टिकल, पैराग्राफ में हम शोर्ट में कोरोना वायरस इन हिंदी की जानकारी बता रहे हैं. उम्मीद करते हैं आपकों यह निबंध (essay) पसंद आएगा.
Essay on Corona Virus in Hindi
Hello and Namskar Friends Today Whole World Suffering From COVID-19 (corona virus) Every Where Lockdown and Conditions Are Going To Health Emergency In India And Apart Of Globe.
Here Today We Bring Essay on coronavirus in Hindi. This Post Specially Written For Our Students Of Class 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12th.
A Detailed And Deep Study About Corona Virus Its About History meaning Causes, symptoms, preventive measures, remedies, home remedies, precautions, current condition.
कोरोना वायरस निबंध corona virus Essay in hindi
प्रस्तावना : दिसंबर 2019 के दिन से थे चीन से एक खबर निरंतर आ रही थी कि वुहान शहर में एक वायरस पनपा है जिसकी चपेट में आए दिन लोग आ रहे हैं. उस समय तक न चीन सरकार न विश्व के किसी देश या संगठन ने इसे गम्भीरता से न लिया.
आगामी दो माह में इस वायरस ने महामारी का रूप धारण कर लिया, जिसकी जद में समूचा संसार आ गया. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी अब कोरोना वायरस को वैश्विक महामारी घोषित कर दिया हैं.
इसका सर्वाधिक संक्रमण चीन के बाद इटली में देखने को मिल रहा हैं. आकार में मानव केश से नौ सो गुणा छोटे कोरोना विषाणु ने संक्रमण की इतनी तीव्र गति पकड़ी कि आज सभी देशों में स्वास्थ्य आपातकाल के हालात उत्पन्न हो चुके हैं.
कोरोना वायरस क्या है? (What is Coronavirus In Hindi? Coronavirus Kya Hai)
कोरोना वायरस विषाणुओं की ऐसी फॅमिली से हैं जो स्पर्श के द्वारा संचरित होकर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को अपना शिकार बनाता हैं. सर्दी, जुकाम, बुखार, साँस लेने की समस्या इसके प्राथमिक लक्षण हैं.
आज से पूर्व इस वायरस को पूर्व में कभी भी नहीं देखा गया था. चीन के वुहान प्रान्त से इस विषाणु के संक्रमण की शुरुआत हुई थी. 150 से अधिक देशों में यह तीव्र गति से फैला जा रहा हैं.
यह वायरस कई विषाणुओं के परिवार से संबंधित हैं जिनमें से 6 मनुष्य को संक्रमित करने वाले हैं. हाल ही में नावेल कोरोना वायरस सामने आया हैं जो तेजी से मनुष्य में संक्रमण का कारण बन रहा हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे 2019-nCoV का नाम दिया हैं.
इसका ईलाज महज इससे बचाव एवं सावधानियां ही हैं. क्योंकि अभी तक इसके निदान के लिए कोई वैक्सीन या टीका नहीं बन पाया हैं. इसलिए यदि कोई व्यक्ति बुखार, खांसी, सांस लेने में कठिनाई महसूस करता हैं तो उन्हें डरने की बजाय अपने जांच करवानी चाहिए.
कोरोना वायरस खासकर छिकने से निकलने वाली बूंदों, गले मिलने, हाथ मिलाने आदि से भी हो सकता हैं. अतः प्रत्येक व्यक्ति अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बने तथा अधिक भीड़भाड वाले स्थलों पर जाने से परहेज करे.
कोरोना वायरस नामोत्पत्ति (Corona virus nomenclature)
लातीनी भाषा में कोरोना का अर्थ होता है मुकुट या ताज. इस विषाणु के आकार की खोज के बाद इसकी आकृति में स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता हैं कि वायरस के कणों के आस पास उभरे हुए काँटों के आकार का एक मुकुट बना हैं. इसी आधार पर इसका नाम कोरोना रखा गया हैं.
यह सबसे पहले जानवरों में उत्पन्न हुआ तत्पश्चात इसनें मनुष्यों को अपनी चपेट में लिया. चीन के वुहान शहर की हुआनन सीफ़ूड होलसेल मीट मार्केट में मृत जानवरों का मांस विक्रय किया जाता था, एक जीव के संक्रमित होने के बाद यह सभी में फैलता गया और धीरे धीरे पूरी दुनिया को इसने जकड़ लिया.
कोरोना वायरस के लक्षण
कोविड 19 अब तक दुनिया के 190 देशों में जा चूका हैं. तकरीबन साढ़े चार लाख लोग इसके शिकार है जो जीवन एवं मृत्यु के बीच के संघर्ष को झेल रहे हैं. अब तक पन्द्रह हजार मौते हो चुकी हैं.
देश व दुनिया में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लॉक डाउन और हेल्थ एडवाइजरी जारी की गई हैं. लोगों को कोरोना वायरस से बचने के लिए घर पर ठहरने, मास्क पहनने, बार बार हाथ धोने की सलाह दी जाती हैं.
जब कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति छीकता है तो उसके थूक के कण हवा में प्रवाहित होते है जिनके साथ कोरोना वायरस के विषाणु भी वातावरण में प्रविष्ठ कर जाते हैं. जो किसी भी व्यक्ति के स्पर्श से उसके शरीर में प्रविष्ट हो सकते हैं.
ये साँस के द्वारा मानव शरीर को अपना घर बनाते हैं तथा फेफड़ो आदि अंगों में छिपक जाते हैं तथा मानव प्रतिरक्षी तंत्र को विफल कर व्यक्ति को बीमार कर देते हैं जिससे उसकी मृत्यु तक हो जाती हैं.
कोरोना वायरस प्रभावित व्यक्ति में जुकाम के सभी लक्षण पाए जाते हैं. धीरे धीरे उसे बुखार और सुखी खांसी आने लगती है और श्वास लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ता हैं. संक्रमण के आरंभिक लक्षण दिखने में पांच दिन तक का समय लग सकता हैं.
यह व्यक्ति के प्रतिरक्षी तंत्र पर निर्भर करता है कि कोरोना के लक्षण उसमें कब प्रकट होते हैं. WHO के अनुसार संक्रमित व्यक्ति में कोरोना लक्षण दिखने में 14 से 24 दिन का समय भी लग सकता हैं.
यहाँ ध्यान देने योग्य बात यह है कि स्वस्थ दिखने वाले व्यक्ति में भी कोरोना वायरस का संक्रमण हो सकता हैं यदि हम उसके साथ बैठे है तो बहुत सम्भव है कि उसके बीमार पड़ने से पूर्व हम बीमार हो जाए. इसलिए सदैव सावधानी रखे चाहे आप घर पर ही क्यों न हो.
कोरोना वायरस का प्रभाव Coronavirus effect in Hindi
यदि हमें कोरोना के घातक प्रभावों को समझना है तो उन देशों की स्थिति को समझना चाहिए जहाँ ये अपने तीसरे चरण में मानव जाति के काल के रूप में सामने आया हैं.
चीन में पनपे इस वायरस से तकरीबन एक लाख लोग संक्रमित हुए मगर चीन ने दुनिया को अँधेरे में रखते हुए प्रभावितों एवं इसकी चपेट में आए लोगों की सही जानकारी नहीं दी हैं. कोरोना का दूसरा सबसे बड़ा प्रभावित देश इटली रहा हैं.
विश्व के सर्वाधिक देशों के पर्यटक इटली आते हैं चीन के सबसे अधिक लोग भी इस देश के भ्रमण के लिए आते हैं अतः इसका खामियाजा भी इटली को भुगतना पड़ा. जहाँ आज सरकार ने देश को भगवान भरोसे छोड़ दिया हैं.
नित्य 600 से 700 लोग मौत के शिकार हो रहे हैं. मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए कब्रगाह कम पड़ गये हैं. अर्थियों को कंधा देने वाला कोई नहीं हैं रोजाना हजारों नये केस आ रहे हैं.
पिछले कुछ दिनों में एक थ्योरी सामने आ रही हैं कि चीन ने जैविक हथियार के रूप में कोरोना को जन्म दिया तथा विष कन्या ओं के द्वारा इसे इटली जैसे देशों में फैलाकर समूचे विश्व के लिए संकट खड़ा कर दिया हैं.
बहरहाल सच्चाई जो भी हो आज का समय सतर्कता बरतने का हैं. भारत अभी कोरोना वायरस के दूसरे स्टेज में हैं देश में चंद सौ मरीज हैं 9 लोगों की मृत्यु हुई हैं.
हमारे वैज्ञानिक निरंतर इसके ईलाज का विकल्प तराश रहे है. हमें अच्छे कल के लिए प्रार्थना करने के साथ ही इस समय सरकार और चिकित्सा तंत्र की सहायता करनी चाहिए.