ग्रीष्म ऋतु पर निबंध | Essay On Summer Season For Kids In Hindi

नमस्कार आज का निबंध, ग्रीष्म ऋतु पर निबंध Essay On Summer Season For Kids In Hindi पर दिया गया हैं, 

class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 Students के लिए गर्मी के मौसम पर सरल भाषा में यहाँ निबंध दिया गया हैं. गर्मी ऋतु में जनजीवन कैसा होता है इस बारे में यह सरल निबंध दिया गया हैं.

ग्रीष्म ऋतु पर निबंध Essay On Summer Season In Hindi

ग्रीष्म ऋतु पर निबंध Essay On Summer Season In Hindi

भारत में बारी बारी से छः ऋतुएँ आती हैं. वसंत, शरद, शिशिर और हेमंत. वंसत की समाप्ति के बाद ग्रीष्म ऋतु का आगमन होता हैं, हिन्दू कालदर्शक के अनुसार गर्मी के मौसम की अवधि चैत्र से ज्येष्ठ माह तक होती हैं.

वही अंग्रेजी कलैंडर के अनुसार यह ऋतु अप्रैल से जुलाई तक चलती हैं जिसमें जून माह में यह अपने चरम पर होती हैं. गर्मियों की छुट्टियाँ भी इसी सीजन में मिलती हैं.

हम जानते है कि पृथ्वी की घूर्णन गति के कारण तथा दिन रात बनते है तथा परिक्रमण गति के कारण ऋतुएँ बदलती है इसे पृथ्वी की वार्षिक गति के रूप में भी जाना जाता हैं.

हम जानते है कि पृथ्वी सूर्य के चारो ओर परिक्रमण करती है. हमारी पृथ्वी का अक्ष साढ़े छियासठ डिग्री तक झुका होता हैं पृथ्वी के सतह के इस झुकाव के कारण ही सीधी किरने न पड़कर ये तिरछी पडती हैं और ऋतुएँ बदलती रहती हैं.

जब सूर्य एवं पृथ्वी के बीच की दूरी सबसे कम होती हैं, तथा इसके कारण अधिक गर्मी पडती है और ग्रीष्म ऋतु का आगमन हो जाता हैं. तीन महीने की पूर्ण अवधि में तापमान सामान्तया उच्च ही रहता हैं.

भारत में इस समय अधिकतर स्थानों का ताप मान 45 से 50 डिग्री सेल्सियस के मध्य ही रहता है जिससे जनजीवन काफी प्रभावित होता हैं.

दुनियां के अलग अलग भागों में ग्रीष्म ऋतु काल में भिन्नता पाई जाती हैं. भारत में इसका समय लगभग समान ही रहता है जो कि अप्रैल से जुलाई के प्रथम सप्ताह तक अमूमन रहता हैं.

परिवर्तन प्रकृति का मूल नियम हैं यदि सालभर सर्दी, गर्मी या बसंत रहे तो उनका कोई महत्व नहीं रह जाता हैं. जबकि तेज ठंड एवं सुहावने मौसम के बाद ग्रीष्म ऋतु का आगमन वातावरण में नयापन ले आता हैं.

ग्रीष्म काल में दिन की अवधि बड़ी तथा राते ठंडी होती हैं. दिन का तापमान अधिक होने से मौसम अत्यधिक गर्म रहता हैं जबकि राते कुछ हद तक शीतलता देती हैं.

जून का महिना ग्रीष्म ऋतु का सबसे भयानक रूप लेकर प्रस्तुत होता हैं. सूर्य जैसे आग बरसा रहा हैं. लू और तेज हवाओं से पूरा वातावरण गर्माहट से उबल जाता हैं.

भयंकर गर्मी के दुष्परिणाम से मानव मात्र ही नहीं सभी जीव प्रजाति व्याकुल हो उठती हैं. जल की कमी और तेज गर्मी के चलते हरे भरे दरख्त भी सूखने लगते हैं.

जल संग्रहण के लिए बनाए गये जलाशय तथा भूतल का पानी खत्म हो जाने से देश के कई भागों में पानी के गहरे संकट का सामना करना पड़ता हैं. गर्मी से राहत पाने के लिए लोग घरो, दफ्तरों में पंखों तथा एयर कंडिशनर का सहारा लेते हैं.

कई बार विद्युत् कटौती के चलते ये यंत्र भी गर्मी भगाने में विफल नजर आते हैं. जून के जाते जाते लोग मानसून के आने की कामना करते हैं.

गर्मी से प्रताड़ित लोग जब वर्षा को देखते है तो उनकी प्रसन्नता का ठिकाना नहीं रह जाता हैं. मगर कई बार यूँ ही बिन बरसे बादल बरखा के लिए तरसा भी देते हैं.

एक तरफ गर्मी का मौसम बहुत सारी तकलीफे तो लाती है मगर वही कुछ बेहतरीन सौगाते भी अपने संग ले आती हैं. सभी के प्रिय एवं फलों के राजा कहे जाने वाले रसीले आम, खरबूजे, ज्यूस और आइसक्रीम का आनन्द उठाने का मौसम भी हैं.

बेला, जूही, चमेली जैसे पुष्प बागों की महक से हर किसी का दिल खुश कर देता हैं. बच्चों के लिए ग्रीष्म ऋतु में लस्सी, शरबत और ठंडे पेय पदार्थ आदि बहुत भाते हैं.

गर्मियों में दिन बड़ा होने से इसका फायदा सभी को मिलता ही हैं. साथ ही घूमने फिरने तथा स्वीमिंग मनोरंजन के लिए भी काफी समय मिल जाता हैं.

दूसरी तरफ बच्चों के लिए गर्मियों की छुट्टियों की सौगात लेकर आती हैं. तेज गर्मी में हिल स्टेशनों पर घूमने का अवसर भी इस ऋतु में ही देखने को मिलते हैं.

गर्मी के मौसम में अधिक तापमान होने के कारण कुछ सावधानी बरतने की भी आवश्यकता होती हैं. ऐसे समय में शरीर में कुछ भी मुशीबत होने का खतरा बना रहता हैं.

अधिक ताप के कारण शरीर में पानी की कमी भी हो जाती हैं. इस कारण दिन में कई बार भरपूर पानी पीना चाहिए. वैसे सभी प्रकार की ऋतुओं का अपना महत्व हैं. वैसे हमें ग्रीष्म ऋतु हमें संघर्ष की प्रेरणा देती हैं.

एक तरफ बंसत की समाप्ति के बाद गर्मी से बैचेनी बढने लग जाती हैं. ठीक इसी तरह हमारा जीवन भी सुख और दुःख तथा परेशानियां आती रहती हैं.

ग्रीष्म ऋतु हमें संघर्ष की प्रेरणा देती हैं. जिस तरह तेज गर्मी के बाद बरखा की ठंडी फुहारे चैन देती हैं उसी तरह जीवन के विकट हालातों के बाद ही सुखमय जीवन की शुरुआत होती हैं.

Garmi Ka Mausam Essay In Hindi गर्मी का मौसम हिंदी निबंध

भारतवर्ष में मुख्य रूप से चार मौसम और छः ऋतुओं को मान्यता दी गई हैं. ग्रीष्म ऋतु अथवा गर्मी का मौसम, वर्षा ऋतु, शीत ऋतु और वसंत ऋतु आदि को मौसम भी माना गया हैं.

14 जनवरी की मकर सक्रांति के साथ ही गर्मी ऋतु आरम्भ हो जाता हैं. जो जून जुलाई में शरद काल विषुव पर इसकी समाप्ति मानी गई हैं. आज के समर सीजन में हम बच्चों के लिए ग्रीष्म ऋतु पर निबंध, भाषण, पेरोग्राफ उपलब्ध करवा रहे हैं.

सर्दी, गर्मी, वर्षा और बसंत – चार ऋतुएँ हमारे देश में समय पर आती जाती रहती हैं. हमारे देश का भौगोलिक परिवेश ऐसा हैं कि इसके अधिकतर राज्यों में गर्मी अधिक पड़ती हैं.

हर मौसम के लाभ और हानि हैं. गर्मी में जहाँ हमें आम और आइसक्रीम खाने को मिलते हैं, वहीँ पसीने और लू से हम सब परेशान हो जाते हैं.

गर्मियों में जब आप स्कूल से आते हैं तो आपका मन पंखे की शीतल हवा में बैठने का करता हैं. न गर्मी का मौसम अपने साथ ढेर सारी बीमारियाँ भी लाता हैं. इसलिए आप सभी इस मौसम में अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखे और निम्नलिखित सावधानियां बरते.

गर्मी के गर्म दिन उपहार न होकर दंड हैं. यह सहन शक्ति से परे होते हैं. और हमे असहज एवं आलसी बना देते हैं. प्रातः सूर्योदय का समय एक सुहावना दृश्य प्रस्तुत करता हैं.

सूर्योदय के पूर्व का दृश्य भी अत्यंत रोमांचक होता है. शांत शीतल वातावरण मोहल दृश्यावली एवं मंद मंद ठंडी बहार आत्मा को प्रसन्न कर देती हैं. चिडियों की चहचाहट मन को आनन्दित कर देती हैं.

कुछ समय पश्चात ही हमें पूर्व दिशा में सुनहरे वृत के दर्शन होते हैं. सूर्य की रश्मियाँ इस समय चुभती नहीं हैं. किन्तु जैसे जैसे दिन चढ़ता हैं. गर्मी बढने लगती हैं.

घर से बाहर गये लोग तपते सूरज से बचने के लिए वापिस आने लगते हैं. दोपहर तक सूरज आग के गोले के समान लाल हो जाता हैं. इस तप्ती दोपहरी में किसान भी हल चलाना बंद कर छाँव में बैठ जाते हैं.

घरों के खिड़की दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं. लोग पंखों, कूलरों एवं वातानुकूलित ठंडे कमरों में बैठना पसंद करते हैं. किन्तु कुछ को अपने काम पर ही जाना होता हैं. वह पसीने में भीग जाते हैं. कपड़ों में पसीने की महक से सभी असहज हो जाते हैं.

गर्मी के मौसम में दोपहर का समय सबसे गर्म होता हैं. सूरज की तेज किरणें धरती को झुलसा डालती हैं. गर्मी सहनशक्ति के बाहर होती हैं एवं तेज रोशनी से आँखे चौधियां जाती हैं.

सांयकाल जब सूरज ढलने लगता हैं तो लोग बाहर निकलना प्रारम्भ कर देते हैं. बाग़ बगीचे, सार्वजनिक जगह एवं बाजारों में चहल पहल आरम्भ हो जाती हैं. लोग आइसक्रीम एवं ठंडे शर्बतों पेयों का मजा उठाते हैं.

आधुनिक विज्ञान ने गर्मी के मौसम को आरामदेह बना दिया हैं. किन्तु एक धनी व्यक्ति ही ग्रीष्म ऋतु का आनंद उठा सकता हैं. एक धनवान के लिए गर्मी गर्म नहीं शीत ठंडी नहीं हैं. यह लोग सभी ऋतुओं का आनन्द लूट सकते हैं.

गर्मी से बचने के उपाय
  1. स्वच्छता और सफाई का ध्यान रखें. अपने आसपास गंदगी न होने दे. गंदगी में अनेक मक्खी मच्छर पनपते हैं और आपकों बीमार करते हैं.
  2. तेज धूप में जाने से बचें. यदि जाना ही पड़े तो अपने साथ छाता और सूती कपड़ा रखे ताकि तेज धूप और लू से आपका बचाव हो सके.
  3. पानी का अधिक सेवन करें. पानी का सेवन हर मौसम में करना चाहिए, लेकिन गर्मी के मौसम में तो इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए.
  4. आप पानी को नारियल पानी, ग्लूकोज, लस्सी, नींबू पानी और शरबत के रूप में भी ले सकते हैं. यह पोषक एवं स्वादिष्ट दोनों होगा. और आपकों भी स्वस्थ रखेगा.
  5. गर्मी के मौसम में तेज धूप और लू में घर के बाहर खेलने से बचें. सुबह और शाम के समय ही खेले तो उत्तम हैं.
  6. हमेशा ताजा और पौष्टिक भोजन करें. बासी भोजन का सेवन करने से आपकों कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं.
गर्मी के मौसम के लाभ

यह तो स्वाभाविक हैं. कि गर्मी के मौसम में हमें अन्य ऋतुओं की तुलना में अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ता हैं. लू और गर्मी से बेहाल हो जाता हैं. इस मौसम की कई हानियाँ हैं.

इस सीजन में बस की यात्रा करना नर्क की यात्रा के समान लगता हैं. मगर जिस तरह गर्मी के मौसम के नुक्सान हैं उसी तरह कुछ लाभ भी हैं.

गर्मी ऋतु में पर्यावरण में ठंडी जलवायु के कारण पनपे बहुत सारे कीट समाप्त हो जाते हैं जिससे पर्यावरण स्वच्छ हो जाता हैं. तथा हमें थोड़े समय के लिए बीमारियों से राहत मिल जाती हैं.

वहीँ इस मौसम में हमें आम जैसा रसीला फल खाने को मिलता हैं. जिसका नाम सुनने भर से ही मुहं में पानी आना शुरू हो जाते हैं.

कई तरह के शर्बत शरबत ,लस्सी ,गन्ने का रस ,नारियल पानी ,ठंडा पानी मन को बेहद शुकून देता हैं. बच्चों के लिए सबसे पसंदीदा वस्तु आइसक्रीम के ठेले नजर आने लग जाते हैं.

यह भी पढ़े

उम्मीद करता हूँ दोस्तों आपकों ग्रीष्म ऋतु पर निबंध Essay On Summer Season For Kids In Hindi का यह लेख पसंद आया होगा.

गर्मी के मौसम पर दिया गया हिंदी निबंध अच्छा लगे तो अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे. आप इस तरह के ज्ञानवर्धक निबंध पढना चाहते हैं तो हमारे ब्लॉग को नियमित विजिट करे.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *