मोहन लाल यादव का जीवन परिचय | Mohan Lal Yadav Biography In Hindi MP New CM मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री कौन है डॉ मोहन यादव जीवनी हिस्ट्री राजनीति करियर बायोग्राफी सम्पति बेटा बेटी परिवार, विवाद.
2023 के दिसम्बर माह में पांच राज्यों के चुनावी नतीजे आए तीन राज्यों में भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड जीत मिली. राजस्थान छतीसगढ़ और मध्यप्रदेश में अब सरकार बीजेपी की बनने वाली थी. पार्टी ने चुनाव प्रचार में राज्य के शीर्ष नेताओं को पीछे कर पीएम मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा. जाहिर है जीत का चेहरा भी मोदी जी के सिर पर सजा. पार्टी आला कमान अपने पूर्व निश्चय के अनुसार इन राज्यों में सीएम के नये चेहरे देने वाली थी मगर किसे. मध्यप्रदेश और राजस्थान में तो शिवराज सिंह चौहान और वसुंधरा राजे सिंधिया जैसे पूर्व CM को नजरअंदाज कर देना कोई छोटी बात थी. मगर यह हुआ किसी तरह पार्टी ने इन नेताओं को आश्वस्त कर राजस्थान की बागडौर भजन लाल शर्मा को व एमपी की कमान डॉ मोहन लाल यादव को दी.
मोहन लाल यादव का जीवन परिचय | Mohan Lal Yadav Biography In Hindi
पूरा नाम | डॉ मोहन लाल यादव |
पिता का नाम | पुनमचंद यादव |
माता का नाम | लीलाबाई यादव |
जन्म | 25 मार्च 1965 उज्जैन |
आयु | 58 वर्ष |
पत्नी | सीमा यादव |
पद | मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश |
विधायक | 2013, 2018, 2023 |
वर्ग | OBC |
डॉ मोहनलाल यादव कौन हैं (Who is Dr Mohan Lal Yadav)
डॉ मोहन लाल यादव भारतीय जनता पार्टी के एक युवा नेता एवं वर्तमान में मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री हैं. करीब दो दशक तक अपराजित रूप से सूबे के सीएम रहे शिवराज सिंह चौहान को हटाकर इन्हें नया सीएम नियुक्त किया हैं. जब विधायक दल की बैठक चल रही थी तो विधायकों की कतार में सबसे पीछे बैठे मोहन यादव का नाम लिया गया तो सभी चकित थे.
25 मार्च 1965 को उज्जैन में जन्मे मोहन लाल जी उज्जैन साउथ से 2023 में बीजेपी के सांसद बने हैं. इनके पिताजी का नाम पूनमचंद यादव हैं. ये बचपन से ही राजनीति में सक्रिय रहे हैं. छात्र जीवन से ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ने के बाद ये संगठन के कई अहम पदों पर भी अपनी भूमिका का निर्वहन कर चुके हैं.
मोहन लाल यादव का जन्म और जन्म स्थान
मध्यप्रदेश के 19 वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले मोहन लाल यादव जमीन से जुड़े एक राजनेता हैं. इनका जन्म 25 मार्च 1965 को मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में हुआ था. अपने पैतृक शहर से ही इनकी राजनीति की शुरुआत हुई और महाकाल नगरी से ही चुनाव जीतने के बाद ये मुख्यमंत्री बने हैं. बीएससी, एलएलबी, एमए, एमबीए और पीएचडी जैसी शैक्षणिक योग्यता धारी मोहन लाल जी का बीजेपी के शीर्ष नेताओं के साथ अच्छा भरोसा भी हैं. 58 वर्षीय राजनेता यादव जी के बारे में इस लेख में विस्तार से जानेगे.
मोहन लाल की पत्नी, बेटा और परिवार
दक्षिणी उज्जैन से लगातार तीन बार के विधायक रहे डॉ मोहन लाल यादव का सम्बन्ध ओबीसी समुदाय से हैं. वे जाति से यादव है. उनके पिता का नाम पूनमचंद यादव तथा माता जी का नाम लीलाबाई यादव हैं. इनकी पत्नी का नाम सीमा यादव है. दोनों के तीन सन्तान है जिनमें दो पुत्र एवं एक पुत्री हैं. ये शिवराज सिंह चौहान की सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं. यादव स्वयं उच्च शिक्षित है तथा उनके पास पीएचडी तक तक की शैक्षणिक योग्यता हैं.
डॉ मोहनलाल यादव की व्यक्तिगत जानकारी
58 वर्ष के मोहन यादव वर्ष 1982 से सक्रिय राजनीति में जुड़े जब वे उज्जैन स्थित माधव महाविद्यालय के छात्र संघ का चुनाव लड़े इसके बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लिए भी चुनाव लड़े और प्रदेश इकाई के मंत्री तक बने. स्पष्ट वक्ता और प्रखर राजनेता ने अपने जीवन का लम्बा समय संगठन की सेवा में बिताया ये भाजपा युवा मोर्चा से भी लम्बे समय तक जुड़े रहे. संगठन से विधानसभा पहुचे तो शिवराज सिंह की केबिनेट भी कार्य किया और 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की भारी जीत के बाद चौहान के प्रस्ताव पर ही इन्हें राज्य का अगला मुख्यमंत्री भी बनाया गया.
मोहन लाल जी यादव की शिक्षा
मध्य प्रदेश के सीएम मोहन लाल यादव जी की शैक्षणिक योग्यताओं की बात करे तो यह उच्च शिक्षित है इन्होने बीएससी, एलएलबी, एमए, एमबीए और पीएचडी की डिग्रीया भी हासिल कर चुके हैं. मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उनके पास आधा दर्जन की डिग्रीया ये हासिल कर चुके हैं. इनकी अधिकतर शिक्षा मध्य प्रदेश में ही सम्पन्न हुई हैं. पीएचडी डिग्रीधारी होने के कारण भी ये अपने नाम के साथ डॉ लगाते हैं. नव निर्वाचित विधायकों में ये चंद उच्च शिक्षित जन प्रतिनिधियों में से एक हैं. पिछली चौहान केबिनेट में ये उच्च शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं.
मोहन यादव की कमाई व नेट वर्थ
अगर बात करे डॉ मोहन यादव की तो ये इस मामले में काफी धनाढ्य हैं. इन्होने अपनी कुल सम्पति 42 करोड़ जाहिर की हैं. जिनमें 32 करोड़ अचल सम्पति व करीब 10 करोड़ चल सम्पति है. वही इनके नाम 8.5 करोड़ की देनदारी भी हैं. वर्ष 2018 में इनकी सम्पति 31 करोड़ एवं 2013 के चुनाव में कुल सम्पति 16 करोड़ रु थी. अपने बिजनैस और कृषि से प्राप्त आय के चलते यादव जी ने मोटी रकम कमाई है. इनकी गिनती एमपी के अमीर नेताओं में की जाती हैं.
मोहनलाल यादव का राजनीतिक करियर
अपने बयानों से भी कई बार विवादों को जन्म दे चुके मोहन लाल यादव ने अपने राजनैतिक करियर की शुरुआत स्कूल जीवन से ही कर दी थी. पहली बार 1982 में छात्र संघ के सचिव बनने के साथ ही इनकी राजनीति में शुरुआत हुई. बीजेपी के मोहन लाल यादव को पहली बार 2013 में उज्जैन दक्षिण से विधानसभा चुनाव का टिकट मिला और ये विधानसभा में पहुंचे. इसके बाद 2018 में यही से दूसरी बार विधायक बने. तीसरी बार 2023 में मोहन लाल यादव विधायक दल के नेता चुने गये, इस तरह ओबीसी से आने वाले एक नेता राज्य के 19 वें मुख्यमंत्री बन गये.
विवाद
सार्वजनिक जीवन में लम्बे समय तक रहने वाले जन प्रतिनिधि के साथ विवाद का जुड़ना आम बात हैं. हालांकि मोहन यादव के साथ इस तरह का कोई बड़ा विवाद नहीं हुआ हैं. मगर कई दफा अपने बयानों को लेकर आम जन की चर्चा का केंद्र बन जाते हैं. 2020 के आम चुनाव के दौरान उनके एक बयान को लेकर चुनाव आयोग ने इन पर एक दिन के प्रचार की रोक लगा दी थी. मेला क्षेत्र से जमीन मुक्त मामले में भी इनका नाम कांग्रेस नेताओं द्वारा उछाला गया था. कुल मिलाकर लम्बे अरसे तक राजनीति में होने के बावजूद इनके साथ किसी तरह का बड़ा विवाद नहीं हुआ हैं.