नरेन्द्र मोदी का जीवन परिचय, निबंध | Essay Narendra Modi Biography In Hindi: आज हम एक ऐसे व्यक्तित्व की बात कर रहे है जिनके नाम से राजनीतिक दौर का चलन चल पड़ा हैं.
आठ वर्षों से देश की बागडौर सम्भालने वाले मोदी जी को ईमानदारी, मेहनती और राष्ट्र वादी नेता के रूप में देखा जाता हैं. जितना जुड़ाव इनका राजनीति के साथ है इतना आध्यात्म से भी हैं.
भगवान भोलेनाथ की भक्ति इन्हें खूब रास आती हैं. देश के 15 वें प्रधानमंत्री और आजाद भारत में जन्मे पहले प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के व्यक्तिगत, सार्वजनिक तथा राजनीतिक जीवन परिचय आपके साथ पेश कर रहे हैं.
नरेन्द्र मोदी का जीवन परिचय, निबंध | Essay Narendra Modi Biography In Hindi
In Narendra Modi Biography In Hindi Language We Share Rare Information Fact About Pm Modi Life Introduction Birth, Childhood, Age, Poltical Cariore Family And Persnal Life.
नाम | नरेंद्र दामोदरदास मोदी |
जन्म | 17 सितम्बर 1950 वड़नगर, गुजरात, भारत |
माता-पिता | श्री दामोदरदास मूलचंद मोदी (पिता), हीराबेन मोदी (माता) |
पत्नी | श्रीमती जसोदा बेन चमनलाल |
भाई | सोमाभाई मोदी, अमृत मोदी, प्रहलाद मोदी, पंकज मोदी |
बहन | वासंती |
मोदी जी का कद | 170 से.मी. /5’7″फुट |
आँखों का रंग | काला |
राशी | कन्या |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
शैक्षिक सम्बद्धता | दिल्ली विश्वविद्यालय गुजरात विश्वविद्यालय |
धर्म | हिन्दू |
प्रधानमंत्री पद | 15वें प्रधानमंत्री |
कार्यालय ग्रहण | 26 मई 2014 |
वेबसाइट | www.narendramodi.in |
नरेन्द्र मोदी का संक्षिप्त परिचय- Short Narendra Modi Biography In Hindi
17 सितम्बर 1950 को वडनगर गुजरात में जन्मे पीएम मोदी की वर्तमान आयु 71 वर्ष हैं. इनका पूरा नाम नरेन्द्र दामोदरदास मोदी हैं. आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी के धुरंधर नेता के रूप में इनकी पहचान हैं.
वर्ष 2001 से 2013 तक इन्होने लगातार 13 वर्षों तक गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अद्भुत कार्य कर गुजरात के विकास मॉडल का नमूना सम्पूर्ण विश्व को दिखाया.
चाय वाले के रूप में ख्याति प्राप्त मोदी जी के बारे में कहा जाता है कि इन्होने बचपन में अपने पिता दामोदर दास मोदी के चाय की स्टॉल पर भी काम किया. बेहद अल्पायु में ही मात्र आठ साल की आयु से ही संघ के सेवक बने.
इन्होने आरम्भिक पढाई वडनगर से की तथा बाद में अहमदाबाद से स्नातक की शिक्षा अर्जित की. बताया जाता है कि नरेन्द्र मोदी ने स्नातक की पढाई के बाद घर त्याग कर सार्वजनिक जीवन व्यतीत करने लगे. यहाँ आपकों पीएम मोदी से जुड़े कुछ रोचक तथ्य एवं अहम जानकारियाँ बता रहे हैं.
नरेन्द्र मोदी के बारे में तथ्य व जानकारी | Narendra Modi Information & Fact in hindi
मोदी जी हिन्दू धर्म के अनुयायी हैं कई बार इन्हें कट्टर हिंदूवादी छवि वाले राजनेता के रूप में भी पेश किया जाता हैं. मगर देश के प्रधानमंत्री के पद संभालने के बाद इनकी छवि हिंदूवादी नेता से उदारवादी नेता के रूप में अधिक हुई हैं.
इनके पिता का नाम दामोदर दस मूलचंद मोदी तथा माँ का नाम हीराबेन हैं. इनके भाइयों में सोमाभाई मोदी, अमृत मोदी, प्रह्लाद मोदी, पंकज मोदी और एक बहिन वासंती के बारे में जानकारी बताई जाती हैं. नरेन्द्र मोदी की शादी तथा इनके वैवाहिक जीवन के संबंध में कई बाते प्रसारित हैं.
13 वर्ष की आयु में इनका विवाह यसोदा बेन के साथ सम्पन्न हुआ था. कुछ समय साथ रहने के बाद मोदीजी ने घर त्याग दिया इस तरह मात्र 4 वर्ष के वैवाहिक जीवन का समापन हो गया तथा 17 वर्ष की युवावस्था में ही उन्होंने पारिवारिक जीवन का त्याग कर दिया.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बाद में एबीवीपी के साथ ही इन्होने भारतीय जनता पार्टी की विधिवत सदस्यता प्राप्त की. ये 1998 में बीजेपी के जनरल सेक्रेटरी तथा बाद में संगठन के महामंत्री भी बने.
इनके राजनीतिक करियर के उत्थान में अटल बिहारी वाजपेयी का महत्वपूर्ण योगदान रहा. 2001 में इन्हें केशुभाई के स्थान पर राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया.
अपने पहले मुख्यमंत्री कार्यकाल में नरेन्द्र मोदी के जीवन की सबसे बड़ी घटना गोधरा काण्ड 2002 में इन्ही के शासन में घटित हुई तथा इसके बाद गुजरात दंगों के चलते मोदीजी को अपने पद से इस्तीफा भी देना पड़ा.
देश तथा दुनियां में इस घटना के चलते नरेन्द्र मोदी को गुजरात दंगों का जिम्मेदार माना जाने लगा तथा यही से उनके कट्टरवादी हिन्दू छवि को विरोधियों ने मौत के सौदागर जैसे शब्दों से भी संबोधित किया.
हालांकि विरोधियों के इन तमाम आरोपों को सुप्रीम कोर्ट तथा राज्य व देश की जनता ने पूरी तरह नकार दिया. 2002 में मोदी के नेतृत्व में हुए विधानसभा चुनाव में कुल 182 सीट्स में से 127 सीट पर बीजेपी की जीत हुई तथा इसके बाद मोदीजी ने अपनी छवि को एक आदर्श विकासपुरुष के रूप में प्रस्तुत करने की कोशिश की तथा वे अपने इस प्रयास में बहुत हद तक सफल भी रहे.
2007-2008 के चुनाव तथा इसके बाद 2012 के विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत के साथ मोदी चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने. 2014 के आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के पास नरेन्द्र मोदी जैसा चेहरा था जो हिंदूवादी तथा विकास पुरुष के रूप में देश की जनता के समक्ष प्रस्तुत किये गये.
दस वर्षों के यूपीए शासन व घोटालों से परेशान जनता ने मोदीजी को ही विकल्प चुना तथा भारी बहुमत के साथ भारतीय जनता पार्टी ने केंद्र में अपनी सरकार बनाई.
नरेंद्र मोदी का आरम्भिक जीवन तथा परिवार (Narendra Modi’s Early Life and Family)
17 सितम्बर के दिन नरेंद्र मोदी का जन्म वडनगर में हुआ था. दामोदर दास मूलचंद मोदी और हीराबेन मोदी के ये तीसरे पुत्र थे. इनके अन्य भाई तथा परिवार के सदस्यों में एक भाई दूकान चलाते है एक आई टी विभाग में कर्मचारी है तथा सबसे बड़े भाई रिटायर्ड अधिकारी है जो वर्तमान में एक वृद्धाश्रम का परिचालन करते हैं.
नरेंद्र मोदी की जाति ‘मोध-घांची-तेली हैं जिन्हें गुजरात के अन्य पिछड़ा वर्ग यानि ओबीसी की श्रेणी में गिना जाता हैं. 1980 में गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान से मोदी जी ने ग्रेजुएट किया. शुद्ध शाकाहारी खान पान का भोजन लेने वाले मोदीजी बचपन में मध्यम दर्जे के विद्यार्थी हुआ करते थे.
मोदी का राजनीतिक जीवन (Political career of Modi)
चाय और नरेन्द्र मोदी का गहरा नाता है वे हमेशा स्वयं को एक चायवाला के रूप में प्रस्तुत करते हैं. उनके जीवन की यह पृष्टभूमि प्रधानमंत्री बनाने में भी काफी कारगर सिद्ध हुई. स्वयं के बचपन तथा कठिनाइयों भरे जीवन का कई बार इन्होने राजनीतिक रैलियों के माध्यम से जनता के समक्ष रखा.
बचपन से ही राजनीति में इनकी गहरी रूचि थी वे अक्सर वाद विवाद प्रतियोगिताओं में अधिक रूचि लिया करते थे. अपने युवा काल में इन्होने भाजपा को अपना राजनीतिक दल चुना तथा एक कार्यकर्ता के रूप में इनके राजनैतिक जीवन की शुरुआत हुई.
यह वह समय था जब भारतीय जनता पार्टी के पास देशभर में कोई ख़ास न तो वोट बैंक था न ही जनता के बीच उतनी लोकप्रियता थी.
शंकर लाल वाघेला तथा नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में बीजेपी को संगठन स्तर पर मजबूत कर उनके मिशन को जन जन तक पहुचाया, जिसके नतीजेपन 1995 में राज्य में बीजेपी सत्ता में आई.
बाबरी मस्जिद ध्वस्त करने के बाद इन्होने सोमनाथ से अयोध्या की रथ यात्रा का भी नेतृत्व किया जिसके चलते देशभर में इन्हें एक हिन्दू चेहरे के रूप में पहचाना जाने लगा. अयोध्या रथ यात्रा के बाद नरेन्द्र मोदी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक रथ यात्रा की.
इन दोनों यात्राओं के साथ ही मोदी जी के जीवन का एक नया अध्याय शुरू हुआ, राज्य की राजनीति से पदोन्नति कर इन्हें भाजपा के महामंत्री का पद सौपा गया. दिल्ली से इन्हें हरियाणा और हिमाचल प्रदेश तथा गुजरात में बीजेपी के प्रसार का दायित्व मिला.
गुजरात के मुख्यमंत्री रूप में नरेंद्र मोदी (Narendra Modi, chief minister of Gujarat)
जब भी राज्य के प्रशासन और मुख्यमंत्री के दायित्व का नाम लिया जाता है तो नरेन्द्र मोदी का नाम स्वतः ही जेहन में उभर आता हैं.
ऐसा नही है कि इन्होने बहुत अधिक वर्षों तक गुजरात पर शासन किया बल्कि जिन परिस्थतियों में इन्हें गुजरात का दायित्व मिला, जिन आशाओं तथा आकांक्षाओं के साथ उन्हें जो भूमिका दी गई उन्होंने सफल निर्वहन किया.
भारतीय जनता पार्टी के 2 सीट से विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी बनने के सफर में सर्वाधिक योगदान इस शख्सियत का रहा हैं.
अपने गुजरात विकास मॉडल से इन्होने देश तथा दुनियां में लोकप्रियता पाई तथा अपनी छवि के दम पर न सिर्फ 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को भारी बहुमत दिलाया बल्कि 20 से अधिक राज्यों में भाजपा की सरकार भी बनाई.
भूकम्प की त्रासदी झेल रहे गुजरात में इन्होने बागडौर संभाली, जिसके बाद गोदरा कांड और गुजरात दंगों के आरोप भी इन पर लगे. मगर विवादित छवि से दूर जनता हमेशा उन्हें अपने सेवक के रूप में देखती रही.
सुनने में आता है कि 2001 में पार्टी का नेतृत्व इन्हें उप मुख्यमंत्री बनाना चाहता था मगर इन्होने स्पष्ट मना करते हुए कहा कि मुझे जिम्मेदारी देनी है तो पूरी दीजिए.
इन तमाम परेशानियों के बावजूद अपने जुझारू व्यक्तित्व तथा ईमानदार छवि के रूप में आज भी जनता के बीच इनकी बड़ी लोकप्रियता है. विश्व के सबसे लोकप्रिय नेताओं में नरेन्द्र मोदी की गिनती की जाती हैं.
नरेंद्र मोदी और विवाद (Narendra Modi and controversy)
भले ही आज एक ईमानदार तथा स्वच्छ छवि के प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी जी दिखाया जाता हैं मगर विवाद और आरोपों ने इनका कभी पीछा नही छोड़ा. राजनीतिक जीवन में होने के नाते आरोप प्रत्यारोप संभव हैं मगर कई बड़े विवाद भी इनकी छवि को बदनाम करने के लिए लगे.
आज भी बहुत से लोग ऐसे है जो 2002 के गुजरात दंगों के लिए नरेन्द्र मोदी को जिम्मेदार मानते हैं. हालांकि यह हिंसा गोधरा हत्या काण्ड का प्रतिशोध भर थी जिसमें एक से दो हजार नागरिक मारे गये थे.
राज्य का पुलिस बल पर्याप्त न होने के चलते इतनी बड़ी मात्रा में यह जनसंहार हुआ था. जिसके बाद मुख्यमंत्री के रूप में नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मोदी जी ने इस्तीफा दे दिया था.
बड़े उद्योग पति घरानों को लाभ पहुचाने, राफेल डील में घोटाला करने के आरोप भी प्रधानमंत्री पर लगे. मगर ये बदले की राजनीति की छीटाकशी से अधिक कुछ नहीं हैं.
देश के सर्वोच्च न्यायिक संस्थान ने इन्हें निर्दोष बताने के उपरान्त भी राहुल गांधी आए दिन प्रधानमंत्री चोर है चौकीदार चोर हैं के नारे लगा रहे हैं.
लोकसभा चुनाव 2019 और नरेंद्र मोदी (Lok Sabha Elections 2019 and Narendra Modi Hindi Biography)
लोकसभा चुनाव 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने भारी बहुमत से जीत हासिल की, और मोदी लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बने.
पीएम मोदी के लिए जीवन की सबसे बड़ी परीक्षा का समय हैं. अब उनके समक्ष दो बड़ी चुनौतियां है पहली तो समूचा विपक्ष जो अब एक गठबंधन की शक्ल ले चुका हैं, उसे पराजित कर पुनः प्रधानमंत्री बनना.
दूसरी चुनौती जनता को यह भरोसा दिलाना कि उन्होंने जो वायदे किये थे वो पुरे हुए हैं. यह चुनौती काफी बड़ी है क्योंकि संक्रमन के इस दौर में विपक्ष एकत्रित होकर हर तरफ से प्रधानमंत्री पर सीधे हमले कर उन्हें चोर साबित करने पर तुला है वही राम मंदिर, महंगाई तथा बेरोजगारी आज भी बड़े मुद्दे हैं जिनकों लेकर जनता ने नरेन्द्र मोदी को सत्ता की बागडौर सौपी थी.
कई मायनों में पिछले पांच साल भारत के इतिहास में अद्वितीय रहे. प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी ने कई ऐसे कार्यक्रमों की शुरुआत की जो आजादी के बाद से ही शुरू कर दी जानी चाहिए थी चाहे वो भ्रष्टाचार जांच कमेटी का गठन, स्वच्छ भारत, जनधन बैंक खाता, उज्ज्वला गैस योजना, घर घर बिजली जैसी सैकड़ो योजनाएं नरेन्द्र मोदी के सफल कार्यकाल की प्रतीक हैं.
देश दुनियां में भारत की छवि को सुधारने, अन्य देशों के साथ भारत के संबंध, मेड इन इंडिया हो गया विश्व के सभी देशों के समर्थन प्राप्त कर पाकिस्तान को अलग थलग करने की नीति ने भारत को नई पहचान दी हैं. अब भारत पिछड़े देशों की सूची से निकलकर तेजी से आर्थिक विकास करने वाला विकसित राष्ट्र बनने की श्रेणी हैं.
भविष्यवाणी
कई ज्योतिषियों ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में अलग अलग सन्दर्भों में भविष्यवाणी की हैं. एक ज्योतिष के अनुसार मोदीजी 2024 का चुनाव बम्पर वोटों से जीतेगे, मगर वो अपना तीसरा कार्यकाल पूर्ण करने से पूर्व ही प्रधानमंत्री पद योगी आदित्यनाथ को सौपकर राजनीति से दूर हो जाएगे.
उनका मानना है कि मोदी 2025-26 में जीवन के 75 वर्षों की आयु के बाद अपना शेष जीवन आध्यात्म में व्यतीत कर सकते हैं. कई मायनों में ज्योतिष के ये विचार संगत प्रतीत होते है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धर्म और आध्यामिकता के साथ गहरा जुड़ाव रहा हैं.
वे किशोरावस्था में ही गृह त्याग कर हिमालय चले गये थे. राजनीति में आने के बाद भी कई मौकों पर इन्हें आध्यात्म के नजदीक पाया हैं. केदारनाथ में तपस्या से लेकर काशी, गंगा तथा अन्य धार्मिक स्थलों के प्रति उनका नजरिया इस बात के प्रमाण भी रहे हैं.
ऐतिहासिक कार्य
2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बनने के पश्चात नरेन्द्र मोदी ने कई ऐसे कदम उठाएं अभियान चलाए जो सही मायनों में ऐतिहासिक रहे हैं उनके कड़े निर्णयों की बदौलत देश में जो बदलाव की बयार चली हैं, इसके लिए सदियों तक उनके योगदान को याद किया जाता रहेगा.
अपने पहले कार्यकाल के दौरान पीएम मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, घर घर बिजली, शौचालय, डिजिटल भारत, स्कील इंडिया, मेक इन इंडिया जैसे कई कार्यक्रम चलाएं जिससे देश में आधारभूत बदलाव हुए.
दूसरे कार्यकाल में कई एतिहासिक निर्णय जिनमें जम्मू कश्मीर से 370 हटाना, आतंकवाद के प्रति जीरो टोलरेंस की नीति, पाकिस्तान के साथ सख्ती से जवाब, कोविड महामारी में गरीब तबके के खानपान और रोजगार की व्यवस्था से लेकर स्वास्थ्य सेवाओं, वैक्सीन आदि में तीव्रता से काम हुए.
वर्षों से चला आ रहा राम जन्म भूमि विवाद भी मोदी के कार्यकाल में समाप्त हुआ तथा भव्य मन्दिर का निर्माण आरम्भ हुआ. देश में विकास के कार्यों के साथ दूसरे देशों के साथ मित्रतापूर्ण रिश्ते, निवेश तथा विदेशों में भारत की साख तथा भारतीयों की सुरक्षा को लेकर भी सरकार ने अहम भूमिका निभाई हैं.
Narendra Modi Real Facts: Information History In Hindi
भारत के प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी देश-विदेश के करोड़ों युवाओं के आदर्श नेता हैं. नरेंद्र मोदी के बारे में अधिकतर बातें हर कोई जानता हैं. जैसेः नरेंद्र मोदी गुजरात के एक मध्यम वर्गीय परिवार से आतें हैं. उन्होनें चाय बेचने का काम भी किया.
इन बातों के अतिरिक्त नरेंद्र मोदी के जीवन से जुड़ें रोचक तथ्य (Interesting Facts) हर किसी को जानने चाहिए. पीएम मोदी जिन्हेँ भारत के अब तक के इतिहास के सबसे लोकप्रिय और चमत्कारी नेता माना जाता हैं.
- देश के प्रधानमंत्री किस जाति से सम्बन्ध रखते हैं वह मोध घांची हैं. नरेंद्र मोदी को बारे में लोग सोचते हैं कि उन्होनें अभी तक शादी नही की. ऐसा नही हैं.
- नरेंद्र मोदी शादी कर चुकें जसोदा बेन के साथ एक दौ वर्ष के बाद ही मोदीजी ने घर का त्याग कर दिया था.
- घर त्याग के बाद मोदी जी ने सन्यास अपना लिया था. और हिमालय चले गयें.
- माननीय प्रधानमन्त्री का जन्म 17 सितम्बर 1950 के दिन हुआ था. आजाद भारतवर्ष में जन्मे पहलें प्रधानमन्त्री होने का श्रेय प्राप्त हैं.
- पीएम मोदी की जन्म कुंडली स्वतन्त्रता सेनानी लोकमान्य बालगंगाधर तिलक से मिलती जुलती हैं.
- मोदीजी राष्ट्रिय स्वयसेवक संघ के सदस्य मात्र नौ वर्ष की उम्र में दीपावली के त्यौहार पर बने.
- नरेंद्र मोदी आध्यात्म से बेहद प्रभावित हैं, वे हमेशा धार्मिक कार्यो के प्रति स्वेच्छा रखते हैं.
राजनीति में आने के बाद, Narendra Modi Real Facts
- नरेंद्र मोदी साधू संतो का बेहद सम्मान करतें हैं. उनकें एक गुरु भी थे. जिनका 2015 में निधन हो गया था.
- पीएम की माता का नाम हीराबेन हैं. वे अक्सर उनसे आशीर्वाद लेने उनकें आवास पर जाते हैं.
- प्रधानमन्त्री ma पास हैं जिन्होंने पोलटिकल साइंस में एमए किया हैं.
- हीराबेन के पांच संतानों में पीएम दूसरें सन्तान हैं.
- नरेंद्र मोदी एक सच्चे देशभक्त,आदर्श राजनेता होने के साथ-साथ हिन्दी और गुजराती भाषा के कवि भी हैं.
- पीएम कई कविताएँ लिख चुकें हैं, उनकीं अधिकतर् कविताएँ देशप्रेम पर आधारित हैं.
- प्रधानमन्त्री बनने के बाद मोदी किसी भी काम को करने से पूर्व अपनी माँ का आशीर्वाद लेना नही भूलते.
- लक्ष्मण राव इनामदार उस व्यक्ति का नाम हैं जिन्होंने मोदी को आरएसएस की सदस्यता दिलाई.
नरेंद्र मोदी पर निबंध Essay On Narendra Modi In Hindi
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारत के 15 वें प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी भारतीय जनता पार्टी के सबसे लोकप्रिय नेता भी हैं. मोदी आरएसरस के सदस्य भी हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में दूसरी बार प्रधानमंत्री बने.
मोदी जी २१वी सदी के सबसे लोकप्रिय विश्व के नेताओं में गिने जाते हैं. आजाद भारत में जन्म लेने वाले वे देश के प्रथम प्रधानमंत्री भी हैं 26 मई 2014 को इन्होने प्रणव मुखर्जी ने उन्हें इस पद की गोपनीयता की शपथ दिलाई थी.
भारतीय जनता पार्टी ने अपने इतिहास में पहली बार 282 का आंकड़ा पार किया. 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के कारण उन्होंने अभूतपूर्व बहुमत हासिल करने में सफलता अर्जित की. पीएम मोदी अपने गृहराज्य वडोदरा तथा उत्तरप्रदेश के वाराणसी दोनों स्थानों से विजय प्राप्त की थी.
इन्होने गुजरात के 14 वें मुख्यमंत्री के रूप में तीन कार्यकाल पूर्ण कर चौथे चौथी कार्यावधि को 2014 तक पूरा करने के पश्चात अपना उत्तरदायित्व आनंदी बेन पटेल को सौपकर देश के प्रधानमंत्री का पद अर्जित किया.
गुजरात विवि से इन्होने पोलटिकल साइंस में स्नातकोत्तर की शिक्षा पाई हैं न केवल भारत में बल्कि विश्वभर में मोदी की ख्याति एक विकास पुरुष की हैं.
हाल ही में जारी एक वर्ल्ड रैकिंग में पीएम मोदी को विश्व के सबसे प्रसिद्ध नेता का श्रेय दिया गया हैं. इससे पूर्व टाइम्स मैगज़ीन ने उन्होंने 2013 के लिए पर्सन ऑफ द ईयर का खिताब भी प्रदान किया गया. एक राजनेता होने के साथ साथ प्रधानमंत्री मोदी हिंदी व गुजराती के अच्छे कवि एवं वक्ता भी हैं.
नरेंद्र मोदी जिनका पूरा नाम नरेंद्र दामोदरदास मोदी हैं, इनका जन्म 17 सितंबर 1950 वडनगर गुजरात राज्य में हुआ था. अच्छे आदर्श राजनेता के रूप में वे वर्तमान में देश के पन्द्रहवें प्रधानमंत्री के रूप में देश का गौरव बढ़ा रहे हैं.
देशभक्ति से ओप प्रेत नरेंद्र मोदीजी ने 26 मई 2014 को अपने पहले प्रधानमंत्री कार्यकाल की शपथ ग्रहण की थी. इससे पूर्व वे 13 वर्षों तक गुजरात राज्य के मुख्यमंत्री रहते हुए विकसित गुजरात का मॉडल तैयार किया था.
इनके पिता का नाम दामोदरमूलचंद मोदी था, जो निम्न वर्गीय परिवार थे. घर के आर्थिक हालात भी ठीक नही थे. ऐसे में पीएम ने अपना बचपन रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने में व्यतीत किया था.
स्वयं को जनसेवक कहने वाले नरेंद्र भाई मोदी बेहद सादगी भरा जीवन जीते हैं. जीवन में असीम सफलताएं अर्जित करने के उपरान्त भी उनमें तनिक अह भाव देखने को नही मिलता हैं.
इनकी माताजी का नाम हीराबेन मोदी हैं, कई अवसरों पर पीएम मोदी अपनी माताजी का आशीर्वाद लेने के पश्चात ही किसी बड़े कार्य को आरम्भ करते हैं.
नेहरू गाँधी परिवार से भारत की राजनीति को बाहर निकालने वाले नरेंद्र मोदी का परिवार उनके भाई आज भी अभावों का जीवन जीते हैं.
छोटे भाई द्वारा दशकों से शीर्ष पदों पर रहने के बाद भी अपने परिवार के लोगों के लिए किसी कार्य को करना उन्होंने मुनासिब नही समझा, भला इससे बढ़कर किसी व्यक्ति के ईमानदारी का प्रमाण क्या हो सकता हैं.
जब मोदी आठ साल के थे तथा वडनगर की स्कूल में पढ़ते थे तभी उन्होंने आरएसएस की सदस्यता ग्रहण कर ली थी. 1987 में इन्होने बाहरवी की शिक्षा वडनगर से ही पूरी की.
कॉलेज शिक्षा के साथ साथ वे संघ प्रचारक के रूप में जी जान से कार्यकर्ता की तरह काम करते रहे. 1987 में आधिकारिक तौर पर इन्हें भारतीय जनता पार्टी में स्थान मिला. पार्टी कार्यकर्ता के रूप में उन्हें मिली जिम्मेदारियों को मोदीजी ने बखूबी निभाया.
उनकी पार्टी के प्रति ईमानदारी एवं लग्न मेहनत से उच्चाधिकारी बेहद प्रसन्न हुए तथा वर्ष 2000 में इन्हें गुजरात के मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बनाया, वे बड़े अंतर से राज्य के मुख्यमंत्री बने.
उनके लिए यह सफर बेहद कठिनाइयों भरा था. 2002 के दंगों में मुख्यमंत्री रहते हुए गुजरात में व्यापक साम्प्रदायिक हिंसा हुई जिनमें हजारों लोग मारे गये थे. इस पर सीएम मोदी ने स्वेच्छा से मई 2002 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
यह समय मोदीजी के राजनितिक करियर का सबसे कठिन समय था. चारो ओर से उन पर दवाब था विपक्षी दलों द्वारा उन पर दंगे भड़काने तथा मुसलमानों को मरवाने के संगीन आरोप उन पर लगे.
उस समय भारत के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी थे, उन्होंने इस विषय पर मोदी को अपने राजधर्म निभाने की बात कही थी. यही वो वक्त था जहा से मोदी का करियर समाप्त भी हो सकता हैं.
मगर बेदाग़ छवि के नेता मोदीजी को न्यायालय द्वारा क्लीन चिट दे दी गई, यही से लोगों ने उन्हें कट्टर हिन्दुत्ववादी नेता के रूप में छवि दे दी गई.
विपक्षी पार्टिया हमेशा उन्हें दंगों के मुख्य आरोपी मानते रहे, मगर वे अपने गुजरात विकास एजेंडे पर अटल थे. निरंतर अपने लक्ष्य को ध्यान में रखकर कार्य करते रहे.
गुजरात की जनता ने उन्हें हमेशा वो सम्मान दिया जिनके वो हकदार थे. 2014 में उनकी का गुजरात विकास मॉडल चुनावी मुद्दा बन गया तथा विकास पुरुष के रूप में इन्हें भारत की जनता ने प्रधानमंत्री पद तक पंहुचा दिया.
देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री के रूप में मोदीजी ने भारत के प्रधानमंत्री रहते हुए कई बेमिसाल कार्य किये, कई ऐसी योजनाएं शुरू की जिनका केंद्र बिंदु देश की गरीब जनता एवं किसान थे.
नोटबंदी, उज्ज्वला योजना, घर घर बिजली, GST, सर्जिकल स्ट्राइक, डिजिटल इंडिया, कौशल भारत, भामाशाह योजना, स्वच्छ भारत, आधार योजना, जनधन योजना जैसी तमाम स्कीम्स के जरिये देश के स्तर को उठाने का कार्यक्रम पीएम मोदी ने आरम्भ किये.
वे सोशल मिडिया अपने रेडियों कार्यक्रम मन की बात तथा विभिन्न माध्यमों से तकनीक के द्वारा देश की जनता तथा बच्चों के निरंतर सम्पर्क में रहते हैं. भारत के विकास के नये एजेंडे के तौर पर मोदीजी ने तक़रीबन विश्व के सभी देशों की यात्रा की,
तथा उन्हें भारत आने का न्यौता दिया, जिसका नतीजा आज देखने को मिल रहा हैं. कई बड़ी कम्पनियां भारत में अपना निवेश करना चाहती हैं. राफेल जैसी डील ने भारत के रक्षा मंत्रालय एवं वायु सेना को एक नई पहचान दिलाई हैं.
योग तथा स्वच्छता जैसे सामाजिक मुद्दों के प्रति उन्होंने जनजागरूकता बढ़ाने का प्रयत्न किया हैं. आज भी मोदीजी भारत के इतिहास के सबसे प्रसिद्ध प्रधानमंत्री हैं,
इनका अनुमान सोशल मिडिया पर उनकी फोलोविंग, देश के अधिकतर राज्यों में उनकी पार्टी की सरकार, मोदी की रैलियों में उमड़ता जनसैलाब, विश्व के बड़े बड़े नेताओं द्वारा मोदीजी व भारत की प्रशंसा इस बात का द्योतक हैं.