बाल विवाह पर नाटक Play On Child Marriage In Hindi

बाल विवाह पर नाटक Play On Child Marriage In Hindi : प्रिय साथियों  हम आपका स्वागत करते हैं. बाल विवाह पर आधारित नाटक आज हम आपके साथ साझा कर रहे हैं.

आपका सुनकर थोड़ा अटपटा लगेगा कि दुनिया के कई सारे देशों में बाल विवाह की प्रथा विद्यमान हैं प्रतिवर्ष होने वाले बाल विवाह में भारत का दूसरा स्थान हैं.

एक आंकड़े के मुताबिक भारत में 48 फीसदी बालिकाओं का विवाह 18 वर्ष से पूर्व ही हो जाता हैं. इसे बाल विवाह कहा जाता हैं.

Play On Child Marriage In Hindi

बाल विवाह पर नाटक Play On Child Marriage In Hindi

argumentative article on early marriage Play: बाल विवाह जैसी कुरीति भारत जैसे देश में आज भी हैं. यूनिसेफ के अनुसार भारत में सर्वाधिक बाल विवाह बिहार व राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में होते हैं. जबकि हिमाचल प्रदेश में सबसे कम होते हैं.

जब हम भारतीय समाज को आधुनिक सोच रखने वाले समाज के रूप में अध्ययन करते हैं तो बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियाँ चाँद में दाग की तरह प्रतीत होती हैं.

भावी पीढ़ी पर बाल विवाह का सबसे बुरा प्रभाव पड़ता हैं. अल्प आयु में ही बच्चों को विवाह के बंधन में बाँध दिए जाने के कारण पूरा जीवन आपस में बड़ी मुश्किल से बिताना पड़ता हैं.

कई बार नन्ही उम्रः में विवाह के बाद लड़के की मृत्यु हो जाने पर वह नाबालिग बच्ची विधवा बन जाती हैं.

Play On Child Marriage

बाल विवाह पर यहाँ आपके लिए विडियो के रूप में छोटा नुक्कड़ नाटक पेश कर रहे हैं. आप विद्यालय अथवा बाल विवाह पर आधारित किसी कार्यक्रम में ऐसे प्ले को प्रस्तुत कर सकते हैं.

भारत में बाल विवाह का इतिहास

कई बार हम यह नहीं समझ पाते हैं कि भारत में कब से बाल विवाह चलन में आया. क्या यह आदिकाल से भारतीय समाज का अंग रहा हैं.

उत्तर मिलेगा जी नहीं, प्राचीन भारतीय समाज में बाल विवाह के कोई प्रमाण नहीं मिलते हैं. इस कुप्रथा की शुरू आत दिल्ली सल्तनत के काल में हुई.

यह वह दौर था जब भारत पर बाहरी लुटेरे व आक्रमण कारी सत्ता पर काबिज थे. वे हिन्दूओं की विवाह योग्य लड़कियों को जबरन उठा ले जाते तथा उनके साथ मनमानी करते थे.

इस समस्या से निजात पाने के लिए छोटी उम्रः में ही बालिकाओं का विवाह कर माँ बाप निश्चिन्त हो जाते थे.

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