कर्तव्य पर सुविचार अनमोल वचन | Duty Quotes In Hindi कर्तव्य यानि ड्यूटी हमारी नैतिक प्रतिबद्धताएं है यह व्यक्ति की इच्छा और अनिच्छा पर निर्भर करते है जिसमें किसी बाहरी शक्ति का दवाब कार्य न करकें वह कर्तव्य का पालन आंतरिक अन्तः प्रेरणा से करता हैं.
आज के इस लेख में हम कर्तव्य पर सुविचार Responsibility & Duty Quotes के बारे में विद्वानों तथा महापुरुषों के उद्धरण हिंदी में जानेगे.
कर्तव्य पर सुविचार अनमोल वचन | Duty Quotes In Hindi
हम सभी के लिए अपने माता पिता समाज देश पिता पत्नी बेटे के प्रति अलग अलग नैतिक कर्तव्य होते हैं. देश के प्रति व्यक्ति के जो ड्यूटी होती है जिन्हें हम मौलिक कर्तव्य के रूप में जानते हैं.
यानि कर्तव्य का अर्थ बाहरी दवाब से नही बल्कि स्व इच्छा से की गई जिम्मेदारियों का निर्वहन हैं.
Duty Quotes In Hindi
1#. कर्तव्यों भावनाओं में उपयोगी हैं, लेकिन अप्रियता का उद्देश्य संबंधों के संबंध में है।. (Duties are useful in emotion, but the purpose of unpleasantness is in relation to relations.)
2#. कर्तव्य की भावना के बिना काम करना भूख के बिना खाना खाने जैसा है।. (Working without the sense of duty is merely like eating food without hunger.)
3#. मैं सो गया, मैंने सपना देखा कि जीवन सुंदर है। मैं उठ गया, मुझे पता चला कि जीवन कर्तव्य है. (I slept, I dreamed that life is beautiful. I got up, I came to know that life is duty.)
4#. कर्तव्य कोई ऐसी वस्तु नहीं, जिसको नाप-जोख कर रखा और समझा जाए.
5#. आज के कार्य को टालकर आप कल की जिम्मेवारी से नही बच सकते हैं.
6#. आप किन्ही को भी जिम्मेदारी तो दे सकते है मगर विवेक को नही,
7#. उत्तरदायित्व के साथ सामर्थ्य एवं शक्ति लगी रहती हैं.
8#. कर्तव्य कठोर होता है, भावप्रधान नही।
9#. यदि आप हर वक्त जिम्मेदारी अथवा कर्तव्य नही निभाते है तो हमेशा अपने बचाव की स्थिति में पाओगे.
10#. मानवता की सेवा इंसान का पहला कर्तव्य हैं.
11#. उस जिम्मेदारी का निर्वहन करो जो आपके सर्वाधिक निकटतम हैं.
12#. कर्तव्य की पालना से ही योग्यता का जन्म होता हैं.
13#. जो कर्तव्य से बनता है, लाभ से वंचित रहता है.
14#. अधूरा काम और अपराजित शत्रु, ये दोनो बिना बुझी हुई चिंगारियो की तरह है.
15#. सफलता उन्ही को मिलती है जो अपने कर्तव्य पथ पर अटल रहते हैं.
16#. कौन जाने है चलनी कहाँ तक जिंदगानी
कर्तव्य पथ पर कब लिखी है बन्दगानी
सत्कर्म कुछ तो कर ले तू जीवन सफर में
किसको पता ये किस घड़ी मौत है आनी
कर्तव्य पर शेरो शायरी कविता
17#. यदि आप अपने जीवन के लक्ष्य को पहचान नहीं पा रहे है उसका स्रजन करना आपका मुख्य कर्तव्य हैं.
18#. कर्त्तव्य में मिठास है। -महात्मा गांधी
19#. सबसे अच्छी बात यह है कि तू अपना कर्तव्य पूर्ण कर शेष ईश्वर के सहारे छोड़ दे.
20#. लोग अपने कर्तव्यों को भूल जाते हैं पर अधिकारों को याद रखते हैं . ||
21#. कृतज्ञता एक कर्तव्य है,जिसे पूरा करना चाहिए
22#. आज जो कर्म व दायित्व आपके समक्ष है उसे पूर्ण निष्ठां एवं अविलम्ब पूर्ण करना ही आपका कर्तव्य है तथा यही आज के अधिकार की पूर्ति भी हैं.
कर्तव्य पर सुविचार अनमोल वचन
23. आपका कर्तव्य लक्ष्य प्राप्ति होना चाहिए, कर्तव्य पालना से ही आप सफल होंगे, और समाज में आपका नाम हो पायेगा.
24. एक नागरिक जो अपने कर्तव्यों से भागता हैं, एक नागरिक के रूप में वह नागरिक कहलाने का हक़दार नहीं हैं.
25. हमारे कर्तव्य और ज्ञान जीवन दर्शन का सबसे आवश्यक अंग हैं, यदि कोई कर्तव्य से बचता हैं तो कोई कारवाई नहीं हो पाती हैं. फिर जब दुनिया परिणाम मांगती हैं तो मुश्किलें खड़ी हो जाती हैं.
26. आत्मा को सीखाएं कि उसको अभ्यास करना हैं और अभ्यास से आप अपने और समाज का भाग्य उदय कर सकते हैं. अभ्यास के उस विचार को सच किया जा सकता हैं जो किसी दिन आपके दिमाग से निकला था.
27. आपका कर्तव्य हैं कि आप कुछ ऐसा करें जो आपके हित में हैं, कुछ ऐसा नहीं जो आपके हीत में नहीं हो.
28. कर्तव्य से ज्यादा मत कीजिये और कर्तव्य से कम मत कीजिये.
29. आपको केवल यह अधकार हैं कि आप अपने कर्तव्य की पालना करते रहे, परिणाम की कामना आप नहीं कर सकते.
30. हमारा कर्तव्य है कि हम अपनी इच्छाओं के अनुसार नहीं बल्कि अपनी शक्तियों के अनुसार काम करें.
31. नए अबसर नए कर्तव्य सीखाते हैं.
32. हमें अपने कर्तव्य के बारें में अच्छी तरह से अवगत होने के लिए अपने सर्वोतम साधनों का उपयोग करना चाहिए.
33. आप केवल वहीँ कर सकते हैं जिसको आप कर सकते हैं, उनको नहीं जिनकी केवल आप कल्पना कर सकते हैं.
34. जब हम कर्तव्य पर डटकर सुख दुःख की चिंता न करकर निस्वार्थ भावना से डटे रहते हैं तो सुख अपने आप आता हैं.
35. जिस उपाय की कोई सीमा नहीं होती हैं, जिस कार्य का कोई अंत नहीं होता हैं, उससे दूर रहो.
36. जब लोग आप पर छींटाकशी कर रहे होते हैं तब भी अपने कर्तव्य पर अड़े रहे, जब आपको परिणाम मिल जायेगा वे अपने आप शर्मिंदगी महसुस कर आपसे दूर हो जायेंगे.
37. सही काम करने के बाद और उसको पूरा करने के बाद सबसे महत्वपूर्ण यह कि आप लोगों को बताएं कि आप सहीं काम कर रहे हैं.
38. आप कर्तव्य कि पालना करके तो देखिये आपको जो ख़ुशी मिलेगी उसका कोई ठिकाना नहीं रहेगा.
39. आप खुद की संभावनाएं सोचकर नहीं जान सकते, खुद की संभावनाओ को जानने के लिए आपको कुछ करना पड़ेगा. आपको तुरंत पता चल जायेगा कि आप क्या कर सकते हैं और कितना कर सकते हैं.
40. अपने कर्तव्य में लगे रहना और चुप रहना ही बदनामी का सबसे अच्छा जवाब हैं.
41. जीवन में सब कुछ कर्तव्य से ही मिलता हैं, जहाँ जहाँ आप अपने कर्तव्यों की पालना करेंगे, वो वो आपको मिलता जायेगा.
42. अगर आप अपने कर्तव्य और दायित्व को सुरक्षित करना चाहते है तो उसको लोगों के सामने उजागर मत करों जिसको आप करने जा रहे हो.
43. हमारे कर्तव्य में वृद्धि और स्वतंत्रता शामिल होनी चाहिए
44. जब आप सोचते हैं कि जो कुछ भी हुआ किसी गलती की वजह से हुआ तो जब इसकी तहकीकात करोंगे तो आपको पता चलेगा कि यह सब कुछ आपकी गलती से ही हुआ हैं.
45. दुनिया में ज्यादातर लोग स्वतंत्रता नहीं चाहते हैं, क्योंकि स्वतंत्रता में जिम्मेदारी शामिल होती हैं. अधिकांश लोग जिम्मेदारी से डरते हैं.
46. जब आप शिकायत करते हैं, तो आप खुद को शिकार बनाते हैं.
47. खुद को सजा देना सीखो, अपने आप को कभी माफ़ मत करों.
48. जिम्मेदार होना एक बहुत बड़ा विशेष अधिकार हैं, यह किसी को भी पूर्ण विकसित इंसान की पहचान कराता हैं.
49. जिम्मेदारी लेना और उसको अपने बलबूते पूरा करना एक महान उपलब्धि हैं.
50. मनुष्य को चाहिए कि वह अपनी समस्याओं के लिए चारों और के वातावरण को दोषी नहीं ठहराएं. अपनी गलती स्वीकार करो और सीखो कि आपने कर्तव्य को पूरा करने में कहाँ गलती की थी.
51. आप सौ तरीके से सोच सकते हैं, लेकिन उन सौ तरीको को आप कर्तव्य में नहीं बदल नहीं सकते.
52. लोगों की समस्या यह हैं कि वे कर्तव्य को एक समय की नजर से देखते हैं.
53. जब आप कुछ करने की जिम्मेदारी लेते हैं, तभी आपकी शक्ति का पता चल जाता हैं.
54. मानव के सुख और नैतिक कर्तव्य आपस में जुड़े हुए हैं.
55. ख़ुशी की परवाह मत करो, अपने कर्तव्य की पालना करो.
56. एक दर्दनाक तरीके से पूरा किया गया कर्तव्य आपके अगले कदम को आसन और मजेदार बना देता हैं.
57. जब आप इस बात पर यकींन कर लेते हैं कि आपके जीवन के लिए आप ही जिम्मेदार हैं तब आप किसी और को दोष नहीं देते हैं. वास्तव में यह जीवन में आगे बढ़ने के बारें में हैं.
58. यहाँ जो कुछ भी हैं सब आपको ही करना हैं, आप न तो परिस्थिति को बदल सकते हैं न मौसम को बदल सकते हैं, न ही आप लोगों को बदल सकते हैं, आप केवल खुद को बदल सकते हैं.
59. जैसे जैसे आपका बचपन ख़त्म हो रहा हैं आप वयस्कता की ओर बढ़ रहे हैं उसी के अनुरूप आप पर जिम्मेदारी बढ़ रही हैं.
60. दूसरा मौका मिलने पर पहली गलती को सुधारने की जिम्मेदारी बढ़ जाती हैं.
61. अपनी खुद की परेशानी को देखना और उसको लेकर चिंता में बैठना एक व्यर्थ काम हैं इसके बजाय आप इसको खुद की गलती मान कर अगले कर्तव्यों में शुद्धता लानी चाहिए.
62. किसी काम की जिम्मेदारी ले और अपने आप पर पूरा भरोसा करें, वहीँ करें जो आप करना जानते हैं और करना चाहते हैं. दुनिया कभी भी आपको कुछ ऐसा दे सकती हैं, जिसकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी.
63. कुछ लोग जीवन में किसी से अनुमति नहीं माँगना नहीं चाहते हैं, उनको चाहिये कि वे अपने कन्धों पर कोई जिम्मेदारी उठायें और अपने कर्तव्य का पालन करें. कर्तव्य परायण इंसान को न तो कोई आदेश देता हैं न उनको कोई अनुमति की जरूरत होती हैं.
64. जिम्मेदारी और ख़ुशी को आपस में जोड़ने का बढ़िया तरीका यह हैं कि आप अपने कर्तव्य को समय पर पूरा करें.
65. ख़ुशी आपकी जिम्मदारी हैं, यदि आप खुश होने के लिए दूसरों पर निर्भर रहते हैं तो आपको लम्बे समय तक निराश रहना पड़ेगा.
66. यह उम्मीद न करें कि लोग आपको ख़ुशी देंगे, अपनी ख़ुशी का मालिक खुद बने. जिम्मेदार और एक स्वतंत्र इंसान बने.
67. जब तक आप अपने जीवन की जिम्मेदारी स्वीकार नहीं करते, तब तक कोई और आपकी जिंदगी चलाता है.
68. कर्तव्य को पूरा करने का मतलब होता हैं कि – आप एक जिम्मेदार इंसान हैं, आप अपनी ख़ुशी के मालिक हैं, आप एक स्वतंत्र पक्षी हैं दुनिया आपके पंखो को काट नहीं सकती.
bahot sundr sabhi line aekdam best he
dhanywad