संतुलित आहार पर निबंध Essay on Healthy Food in Hindi: हेलों दोस्तों, आज हम बात करने जा रहे हैं. संतुलित आहार, भोजन अथवा जिसे कह सकते हैं पौष्टिक आहार balanced diet पर.
जीवन में सभी चीजों के मध्य संतुलन और सामजस्य होना बेहद जरुरी हैं. तभी जीवन रुपी यह साइकिल ठीक से चल पाएगी.
संतुलित भोजन निबंध में खासकर बच्चों के लिए संतुलित आहार पर छोटा निबंध और पेरोग्राफ यहाँ बता रहे हैं. परीक्षा के दृष्टिकोण से भी आप इस एस्से को याद कर सकते हैं.
Essay on Healthy Food in Hindi संतुलित आहार पर निबंध
खाना हम सभी खाते हैं. खाते और पीते समय हम दूध, दलिया, फल, जूस का सेवन भी करते हैं. आजकल फास्टफूड चलन में हैं. फास्ट फूड जितनी तेजी से बनता हैं,
उतनी ही तेजी से वह शरीर को नुक्सान भी पहुचाता हैं. दूध दलिया, फल, और जूस को प्रारम्भ से ही भोजन में शामिल करने के लिए कहा जाता हैं.
दूध– दूध एज्मात्र ऐसा संतुलित आहार हैं, जिसका व्यक्ति बचपन से वृद्धावस्था तक उपयोग करता हैं. दूध अपने आप में सम्पूर्ण आहार माना जाता हैं. इसमें पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं.
यह हमारे शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान कर उसे मजबूत बनाता हैं. बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार करता हैं. और शरीर का शारीरिक और मानसिक विकास करता हैं.
दूध को प्रकृति का कल्याण पेय कहा गया हैं. इसमें केल्शियम, पौटेशियम, प्रोटीन, फास्फोरस, राइबोफ्लेविन, नियासिन, विटामिन ए, डी और बी 12 होते हैं. दूध स्मरण शक्ति में वृद्धि करता हैं. दूध अत्यंत गुणकारी हैं. इसे आज से ही अपने आहार में शामिल कर लीजिए.
दलिया-दलिया एक सुपाच्य पदार्थ हैं. इसे गेहूं को दरदरा पीसकर बनाया जाता हैं. स्वास्थ्य के लिए दलिया बहुत लाभदायक हैं. इसे नाश्ते में शामिल अवश्य रूप से करना चाहिए. दलिया खाने से वजन कम होता हैं. यदि प्रतिदिन दलिए का सेवन किया जाए तो पूरे दिन शरीर में ऊर्जा बनी रहती हैं.
शरीर में ऊर्जा के कारण मेटाबोलिज्म सिस्टम भी बढ़िया रहता हैं. दलिया में भरपूर एंटी ओक्सिडेंट होते हैं, जो शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकाल देते हैं. और शरीर को स्वस्थ बनाते हैं.
दलिया खाने से हीमोग्लोबिन बढ़ता हैं. इन्हें दूध फल के साथ नमकीन या मीठा बनाया जा सकता हैं. इसमें यह पोषक तत्व होने के साथ साथ स्वादिष्ट भी लगता हैं.
फल-प्रतिदिन फल का सेवन करने से बीमारियाँ दूर रहती हैं. और सेहत अच्छी होती हैं. यह कहावत तो आप सबने सुनी होगी कि एक सेब रोज खाओ और डॉक्टर को दूर भगाओ.
सभी फल गुणकारी होते हैं. सेब में जहाँ विटामिन ए प्रचुर मात्रा में होता हैं. वही खट्टे फल जैसे संतरा, आम आदि में विटामिन भरपूर होते हैं.
बच्चों को मौसमी फलों का सेवन अवश्य करना चाहिए. इन दिनों आम, लीची, हरे बादाम, जामुन और तरबूज का सेवन करना चाहिए. इनका सेवन करने से गर्मी नहीं सताती हैं और शरीर को ठंडक मिलती हैं.
जूस– आप जिन फलों का सेवन करने से घबराते हैं, उन्हें जूस के रूप में ले सकते हैं. जूस बेहद स्वादिष्ट लगता हैं. आम, गन्ना, संतरा, अनार, मौसमी, घृतकुमारी, नीम्बू, आंवला बाजार में सहजता से मिल जाते हैं.
घृतकुमारी और आंवला जैसे जूस का सेवन तो अनेक बीमारियों से बचाता हैं. आप सभी अपनी पसंद के अनुसार जूस का सेवन कर सकते हैं और स्वयं को स्वस्थ रखकर सुखी व अच्छा जीवन जी सकते हैं.
मोटा मनुष्य ही स्वस्थ होगा, यह कोई अनिवार्य शर्त नहीं हैं. किसी भी शरीर के आकार का इंसान स्वस्थ हो सकता हैं. जीवन में कामयाबी के लिए अच्छे स्वास्थ्य का होना बहुत जरुरी हैं.
विशेष कर विद्यार्थी जीवन में स्वास्थ्य का बड़ा महत्व हैं. यदि स्टूडेंट्स पूर्ण रूप से स्वस्थ नहीं होगा तो वह हमेशा औरों से स्वयं को कमजोर महसूस करेगा, पढ़ाई लिखाई में उसका मन नहीं लगेगा तथा पिछड़ जाएगा.
संतुलित भोजन खाने से हमारा स्वास्थ्य भी अच्छा रहता हैं. अच्छे संतुलित आहार में सभी प्रकार के पोषक तत्व सम्मिलित होते हैं. शरीर के लिए आवश्यक विटामिन, प्रोटीन, खनिज तत्व आदि शामिल किये जाते हैं.
दूध, घी, मक्खन, हरी सब्जियों के सेवन से हमारी सेहत अच्छी रहती हैं. विद्यार्थी को समय पर भोजन करने की आदत विकसित करनी चाहिए. साथ ही उन्हें अच्छे स्वास्थ्य से जुड़ी पुस्तकों सेहत की देखभाल से जुड़े लेख नित्य पढने चाहिए.
व्यक्ति के स्वस्थ रहने के लिए उसे स्वच्छता पर भी ध्यान देना चाहिए. उनके पहनने के कपड़े, सोने के बिस्तर, अपना कमरा आदि भी साफ़ सुथरे होने चाहिए. जहाँ आप अधिकतर समय बीताते हैं वहां पर्याप्त मात्रा में रोशनी भी होनी चाहिए.
अधिक समय तक सोते रहना अच्छे स्वास्थ्य की निशानी नहीं हैं. हमें जल्दी सोकर जल्दी उठने की आदत विकसित करनी चाहिए.