ऑनलाइन लाइब्रेरी पर निबंध । Essay On Online E Library In Hindi

नमस्कार मित्रों आज हम ऑनलाइन लाइब्रेरी पर निबंध । Essay On Online E Library In Hindi पढेंगे। तेजी से हमारे जीवन का अहम हिस्सा बनने वाले ई पुस्तकालय के बारे में यह निबंध स्पीच भाषण अनुच्छेद पैराग्राफ यहाँ स्टूडेंट्स के लिए दिया गया हैं,चलिए जानते है ई पुस्तक और ऑनलाइन लाइब्रेरी के बारे में।

ऑनलाइन लाइब्रेरी पर निबंध । Essay On Online E Library In Hindi

400 शब्द : ई लाइब्रेरी पर निबंध

आज के इस डिजिटल जमाने में अधिकतर लोग इंटरनेट से जुड़ चुके हैं और इंटरनेट आज के समय में ज्ञान वृद्धि का एक बहुत ही बढ़िया जरिया बनकर के सामने आ रहा है।

जहां पहले लोगों को किताबें पढ़ने के लिए लाइब्रेरी जाना पड़ता था, वहीं अब ऑनलाइन लाइब्रेरी आ चुकी है। आप घर बैठे ही ऑनलाइन लाइब्रेरी के माध्यम से अपनी पसंदीदा किताबें और अखबार पढ़ सकते हैं। यह सब डिजिटल लाइब्रेरी के कारण संभव हो पाया है।

ऑनलाइन लाइब्रेरी के द्वारा आप सिर्फ किताबें ही नहीं पढ सकते हैं बल्कि आप किताबों को खरीद भी सकते हैं अथवा किताबों को पीडीएफ फॉर्मेट में डाउनलोड भी कर सकते हैं।

ऑनलाइन लाइब्रेरी में आपको हजारों किताबें बिल्कुल मुफ्त में पढ़ने के लिए मिलती हैं। इसके लिए ना तो कहीं पर आने की आवश्यकता होती है ना ही कहीं पर जाने की आवश्यकता होती है।

आप घर बैठे ही इंटरनेट का इस्तेमाल करते हुए अपने कंप्यूटर पर भी ऑनलाइन लाइब्रेरी के माध्यम से किताबों को पढ़ सकते हैं या फिर अपने स्मार्टफोन के जरिए ही ऑनलाइन लाइब्रेरी की किताबों को पढ़ सकते हैं।

इंटरनेट पर आपको विभिन्न फॉर्मेट में किताबें मिल जाती है परंतु सबसे अधिक किताबें पीडीएफ फॉर्मेट में ही होती है जिसे की पोर्टेबल डॉक्यूमेंट फॉर्मेट कहा जाता है।

पीडीएफ फॉर्मेट में जो किताबें उपलब्ध होती हैं, उसमें शब्दों के साथ-साथ आपको फोटो भी दिखाई देती है। इसलिए किसी भी सब्जेक्ट को आप आसानी के साथ समझ सकते हैं।

कंप्यूटर या फिर मोबाइल के जरिए जब हम ऑनलाइन लाइब्रेरी का लाभ लेते हैं तब हमें पुस्तकों को पढ़ने के लिए ईबुक नाम के सॉफ्टवेयर की आवश्यकता पड़ती है।

ऑनलाइन लाइब्रेरी के जरिए ई बुक को पढ़ने के लिए कुछ ऐसे हार्डवेयर साधन बनाए गए हैं जिसकी सहायता से हम ई बुक को खरीद भी सकते हैं, जिनमें से सबसे लोकप्रिय हार्डवेयर साधन एमाजॉन का किंडल है। इसके साथ ही एप्पल इंक का आईपैड भी है, जिसके जरिए हम आसानी से घर बैठे ऑनलाइन लाइब्रेरी का बेनिफिट प्राप्त कर सकते हैं।

अगर कोई व्यक्ति अपनी खुद की e-book बना करके उसे इंटरनेट पर अपलोड करना चाहता है तो वह पीडीएफ फॉर्मेट में अपनी ईबुक को इंटरनेट पर अपलोड कर सकता है या फिर वह भी अपनी किताब को अमेजॉन किंडल पर अपलोड कर सकता है।

मार्केट में मिलने वाली कई पुस्तकें अब हमें खरीदने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि अब ऑनलाइन लाइब्रेरी के जरिए हम उन सभी पुस्तकों को घर बैठे ही पढ़ सकते हैं। इसके लिए हम इंटरनेट पर मौजूद अलग-अलग प्रकार की वेबसाइट का इस्तेमाल कर सकते हैं।

कुछ वेबसाइट पर हम बिल्कुल फ्री में किताबों को पढ़ सकते हैं तो कुछ वेबसाइट पर किताबों को पढ़ने के लिए हमें मामूली सी फीस अदा करनी पड़ती है।

जैसे-जैसे इंटरनेट की पहुंच लोगों तक होती जा रही है, उसे देखते हुए आने वाले भविष्य में सभी किताबें ऑनलाइन लाइब्रेरी में आ जाएंगी ताकि व्यक्ति कहीं पर भी अपनी मनपसंद किताबों को पढ़ सके।

700 शब्द : ऑनलाइन लाइब्रेरी निबंध

हमारा विश्व तेजी से डिजिटल की ओर बढ़ रहा है घर बैठे ऑनलाइन खरीददारी, शिक्षा परामर्श आदि तेजी से लोकप्रिय हुए है। इंटरनेट की इस देन का सर्वाधिक लाभ शिक्षा को मिला हैं। जिससे आज हमने पारम्परिक शिक्षा के साथ साथ ई शिक्षा की तरफ कदम बढ़ाए हैं।

अब ऑनलाइन पुस्तकालय की अवधारणा को पाठकों द्वारा बहुत पसंद किया जाने लगा हैं। पूर्व में समाचार पत्र पत्रिकाओं तथा पुस्तको का एकमात्र स्रोत शहर या कस्बे में स्थित पुस्तकालय ही माने जाते थे। शिक्षा के केंद्र के रूप में यहाँ पुस्तकों को संचित करके रखा जाता था। तथा पाठक को वहां जाकर अध्ययन करना पड़ता था।

पुस्तकालय की नियमावली के अनुसार निर्धारित समयावधि में जाकर ही पुस्तके पढ़ी जा सकती थी। मगर अब बदलते वक्त में ई लाइब्रेरी आज हम सभी के स्मार्ट फोन के रूप में द्वार तक आ पहुंची है।

जिस गति से अन्य साधन सुविधाओं को हम ऑनलाइन प्राप्त कर रहे है उसी अनुरूप लाइब्रेरी ने भी अपने नवीन स्वरूप का वरण किया है जो समय की मांग के साथ तेजी से विकास को प्राप्त कर पाया हैं।

ऑनलाइन लाइब्रेरी के दौर में पढ़ने के लिए कही जाने अथवा किसी भवन में घण्टो तक कैद होकर बैठने की आवश्यकता नहीं रह गई हैं। अपने स्मार्ट फोन की मदद से कहि चलते फिरते यात्रा करते खाते पीते निशुल्क और सशुल्क पुस्तकों को न केवल पढ़ सकते है बल्कि इच्छीत समय के लिए सहेज कर भी रख सकते हैं।

नित्य हम इंटरनेट पर कई पीडीएफ फाइल्स को  ब्राउज करते है ये ऑनलाइन पुस्तकालय की मूल सामग्री ही है। जहाँ हम अपनी पसंद व आवश्यकता के अनुसार पुस्तक को पीडीएफ या ई बुक के रूप में सुरक्षित रख सकते हैं। तथा अपने खाली समय मे पढ़कर समय का सदुपयोग भी कर सकते हैं।

ऑनलाइन पुस्तकालय /लाइब्रेरी के लिए हमारे फोन में एक अलग तरह के सॉफ्टवेयर की जरूरत पड़ती है जो मोबाइल एप्पलीकेशन के रूप में निशुल्क मिल जाती हैं। अमेजन कम्पनी की ई लाइब्रेरी टूल किंडल इसका सर्वश्रेष्ठ उदाहरण हैं।

आज इंटरनेट पर सैकड़ो ऐसी विश्वसनीय साइट्स है जहां से लगभग सभी मुद्रित पुस्तकों को डाऊनलोड करके पढ़ा जा सकता हैं। साथ ही यदि आप कुछ लिखने के शौकीन है तो भी अपनी पुस्तक को टाइप कर अथवा स्कैन करके ऑनलाइन लाइब्रेरी या पुस्तकालय में जोड़ सकते हैं।

ऑनलाइन लाइब्रेरी के इतिहास की बात की जाए तो महज कुछ ही वर्षो पूर्व में शुरू हुए इस कंसेप्ट ने आज इंटरनेट पर धूम मचा रखी हैं। अब पारम्परिक पुस्तकालयों से अधिक पाठक ई लाइब्रेरी विजिट करते हैं।

धर्म शास्त्र, दर्शन, राजनीति, खेल, चिकित्सा लगभग प्रत्येक क्षेत्र और विश्व मे बोली जाने वाली अधिकतर भाषाओं की ई पुस्तक यहाँ सरलता से उपलब्ध हो जाया करती हैं।

पुस्तकालय के इस नवीन व आधुनिक स्वरूप की अत्यधिक लोकप्रियता के कई कारण हैं। पहला इसकी सरलता और सुगमता हैं। अब लोगों के पास घण्टों तक एक स्थान पर बैठकर पढ़ने का समय नहीं रहा हैं।

ऐसे में ई पुस्तकालय कम शुल्क में समय की बचत के साथ न केवल पुस्तक उपलब्ध करवाता है बल्कि इसे अपने फोन में सेव करके रखने की सुविधा भी देता हैं।

ऑनलाइन लाइब्रेरी पढ़ने के समय के बंधन से भी मुक्ति दिलाता हैं। इसके बन्द होने या खुलने का कोई समय पाबन्दी नही हैं दिन हो या रात जब चाहे आप अपनी लाइब्रेरी से पुस्तकों का अध्ययन आरम्भ कर सकते हैं।

पहले लाइब्रेरी तक आने और जाने का काफी समय व्यर्थ हो जाता था, जबकि अब यह दूरी खत्म हो चुकी हैं। खासकर विद्यार्थियों एवं विभिन्न विषयों पर रिसर्च करने वाले लोगों के लिए ऑनलाइन लाइब्रेरी किसी ईश्वरीय देन से कम नहीं हैं।

किसी विषय पर रिसर्च अब सरलता से की जा सकती हैं। अलग अलग भाषाओं के लेखकों तथा उनकी सामग्री के स्रोत तक पहुंचना प्रत्येक व्यक्ति के वश से बाहर की बात थी मगर ई लाइब्रेरी के कारण यह सम्भव हो पाया हैं। किसी विषय विशेष के विद्वान की पुस्तक को पढ़ने के साथ ही उस तक अपना सम्पर्क भी साधा जा सकता हैं।

डिजिटल लाइब्रेरी का एक लाभ यह भी है कि पाठक किसी पुस्तक को पढ़ने के बाद अपने अनुभव के अनुसार पुस्तक समीक्षा भी लिख सकता हैं।

जो नवीन पाठकों को सम्बन्धित पुस्तक के चयन में मददगार साबित होता हैं। इसके अलावा अपने पसंदीदा लेखकों की नवीनतम पुस्तक की सूचना भी ई लाइब्रेरी में अविलम्ब प्राप्त की जा सकती हैं।

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