पिकनिक पर निबंध | Essay on Picnic in Hindi & English

नमस्कार यहाँ हम पिकनिक पर निबंध | Essay on Picnic in Hindi & English लेकर आए हैं. स्कूल स्टूडेंट्स के लिए सरल भाषा में यहाँ पिकनिक के अनुभव के बारे में छोटे बड़े निबंध दिए गये हैं.

अगर आप इस विषय पर अच्छा निबंध सर्च कर रहे है तो यहाँ आपको कुछ बेहतरीन निबंध के उदाहरण मिलेगे.

पिकनिक पर निबंध | Essay on Picnic in Hindi & English

Picnic Essay For class 1, 2, 3, 4, 5 students. 200, 250, 500 words Picnic Essay paragraph have Enjoyed also used for Short and Long Picnic Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes. 

a picnic is an enjoyfull event for all school holidays and rainy season its most liked by students and teachers. a scene at the picnic spot or the picnic I enjoyed the most, giving a blow.

short Essay on Picnic in English

Picnic mean fun and frolic in the lap of nature. it removes the dullness, all hurries, and worries of life. picnic and outing are a part and parcel of students.

they add charm to our dull and boring life. our tried nerves and mind are refreshed with the help of picnics and oul-ings.

in Ganganagar, superhead is a beautiful picnic spot. many people go there for a picnic on holidays. one day all members of our family went there for a picnic.

we reached the picnic spot at 10 a.m. a cool breeze was blowing. we camped under the grove of trees and spread a carpet and relaxed for some time.

there were many students who had come on a picnic. some of the students enjoyed swimming while others were walking for water of canal looked very charming. some fishermen were busy with their fishing rods. some couples were enjoying boating.

birds were chirping and waterfowls were playing in the water. I also enjoyed swimming. my mother prepared tea. all of us enjoyed their company. then we enjoyed our lunch.

after that, we started a programme of music my oilier entertained us by singing songs. my sister told till bits. some friends gave us good songs and ghazals.

many other looters on also gathered around us and enjoyed music. both Indian And western music was played on guitar by my mother.

thus we enjoyed every minute of time. we spent at spearhead, a beautiful picnic spot. the time was passed quickly.

the sun was going down and we packed our things And started on the return journey. the memory of that day is still fresh in my mind.

पिकनिक पर निबंध (Essay on Picnic in Hindi)

पिकनिक का अर्थ प्रकृति की खुबसूरत गोदी में मौज मस्ती करना. पिकनिक का हर किसी के जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है, यह व्यक्ति की मानसिक चिंता व थकान को कम करता है. घूमना और पिकनिक छात्र जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.

थकाऊ जीवनचर्या को एक नए जोश एवं आकर्षण के साथ जोड़ने का कार्य पिकनिक ही कर सकता है. पिकनिक स्थलों की यात्रा व घूमने से मस्तिष्क व शरीर को नई ताजगी मिलती है, जो किसी अन्य से संभव नही है.

गंगानगर में, सुपरहेड एक सुंदर पिकनिक स्थान है। छुट्टियों पर एक पिकनिक के लिए कई लोग वहां जाते हैं। एक दिन हमारे परिवार के सभी सदस्य एक पिकनिक के लिए वहां गए।

हम पिकनिक स्पॉट 10 बजे पर पहुंचे, ठंडी हवा बह रही थी। हम पेड़ शाखाओं के तले अपना तम्बू खड़ा किया तथा कालीन बिछाकर कुछ समय के लिए आराम करने के लिए बैठ गये.

वहां कई छात्र थे जो पिकनिक पर आए थे। कुछ ने तैराकी का आनंद लिया जबकि अन्य नहर के पानी को निहार रहे थे यह नजारा बहुत आकर्षक लग रहा था। कुछ मछुआरे मछली पकड़ने की छड़ से व्यस्त थे। कुछ दम्पति नौकायन का आनंद ले रहे थे।

पक्षी चह-चहा रहे थे और कुछ जल में तैर रहे थे। मुझे तैराकी का भी मज़ा आया। मेरी मां ने चाय तैयार की हम सभी ने अपने साथियों के साथ चाय पी और दोपहर का खाना साथ ही खाया.

इसके बाद, हमने संगीत के एक कार्यक्रम की शुरूआत की, मेरे मित्र ने गाने गाकर हमारा मनोरंजन किया। मेरी बहन ने भी कुछ पक्तियां गाई।

कुछ दोस्तों ने हमें अच्छे गाने और गज़ल सुनाएं। पिकनिक का आनन्द लेने आए कई लोग हमे घेरकर संगीत का लुफ्त उठा रहे थे। मेरी माँ अच्छी गिटार वादक हैं, उन्होंने इंडियन तथा कई वेस्टर्न सोंग भी हमे सुनाएं.

इस प्रकार हमनें पिकनिक के हर उस पल का जमकर लुफ्त उठाया। हमने काफी समय उस शानदार पिकनिक स्थल पर बिताया, इस दौरान धीरे धीरे दिन ढलने लगा.

और हमने अपनी चीजें पैक की और वापसी की यात्रा शुरू कर दी। उस दिन की याददाश्त अभी भी मेरे दिमाग में ताजा है।

पिकनिक पर निबंध (600 शब्द)

मुझे नई नई जगहों पर यात्रा घूमने फिरने का शौक है और जीवन के वे पल याद करता हूँ जब पहली बार पिकनिक टूर पर हमारी स्कूल बस में गये थे तो आज भी उस समय की यादे ताज़ी हो जाती हैं.

प्रकृति की अनुपम छटा लिए ऐसे मनोरम स्थलों की यात्रा जीवन में ताजगी और बहुत सारा प्रत्यक्ष ज्ञान भी देते हैं.

जब मैं नौवीं क्लास में था तब हमारी स्कूल में 20 छात्रों के एक समूह को पिकनिक स्पॉट के लिए भेजा गया, यह मेरी खुशनसीबी थी कि मैं भी उस टोली का हिस्सा था. राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित माउंट आबू वह स्थान था, जहाँ मैं पहली बार पिकनिक मनाने गया था.

चारों तरफ हरी भरी घाटियों और पहाड़ों में बसा यह छोटा सा नगर बेहद रम्य हैं. राजस्थान के सबसे ऊंचे स्थानों में शुमार माउंट आबू की यात्रा के दौरान सर्दियों के दिन थे और ये आबू जाने का अनुकूल समय माना जाता हैं, इन दिनों यहाँ कड़ाके की ठंड का लुफ्त लिया जा सकता हैं.

अगर थोडा आपको माउंट आबू के बारे में बताता चलू तो यह राजस्थान का सबसे ऊंचा स्थान हैं, यहाँ स्थित गुरुशिखर राजस्थान की सबसे ऊंची पर्वत चोटी भी हैं. माउंट आबू की नक्की झील, रसिया बालम के मन्दिर और अन्य जैन मन्दिर यहाँ के मुख्य आकर्षण के केंद्र हैं.

हमारी बस आबू रोड़ से जैसे जैसे माउंट आबू की ओर बढ़ रही थी, हम सभी का कौतुहल बढ़ता ही जा रहा था. प्रकृति का इतना सुंदर हरा भरा नजारा मैंने पूर्व में कभी नहीं देखा था.

संकरी गोलाई लेती हुई सड़क एक विशाल पर्वत श्रंखला जो कि अरावली का हिस्सा हैं उनके चारों ओर घुमते हुए शिखर की ओर जा रही थी.

करीब एक डेढ़ घंटे की यात्रा के बाद हमारा दल माउंट आबू पंहुचा, हमने एक टूरिस्ट कम्पनी से बात की तथा उनके एक गाइड को लेकर हमने विभिन्न स्थानों की सैर की.

इस दौरान नक्की झील में नौकायन, सूक्ष्मदर्शी से स्थलीय नजारे, कई मन्दिरों के भ्रमण और आखिर में संतों के शिखर की यात्रा पर गये.

हम अपने इस पिकनिक भ्रमण में दो दिनों तक माउंट आबू में ही रुके, इन दिनों का अनुभव मेरा अब तक का सबसे आनन्दित अनुभव था. मानों किसी दूसरी दुनिया में जी रहे थे. ऐसे मनोहारी दृश्य हर किसी के मन मो मोह लेने वाले हैं.

अपने दोस्तों के साथ हमने कई तस्वीरे भी बनाई और खूब मौज मस्ती की, आखिर हम अपने साथियों के साथ दो दिन बाद स्कूल लौट आए.

मगर आबू की ये यादें और नजारे मुझे जीवन भर के लिए सम्मोहित करने वाले थे, जब भी उस पिकनिक यात्रा का जिक्र होता है पुरानी यादे चलचित्र की तरह आँखों के सामने चलने लगती हैं.

ज्ञानवर्धन की दृष्टि से पिकनिक से बढ़कर कोई साक्षात अनुभव नहीं हैं. जीवन की सारी थकावट और परेशानियों को भुलाकर परमानन्द की अनुभूति दिलाने वाले ऐसे रम्य स्थलों पर हम सभी को अवसर मिलने पर अवश्य जाना चाहिए.

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