समाचार पत्र पर सुविचार और अनमोल वचन Newspaper Quotes In Hindi

समाचार पत्र पर सुविचार और अनमोल वचन Newspaper Quotes In Hindi : भले ही आज का इन्टरनेट युग है मगर समाचार पत्रों एवं अखबारें ने अपनी उपयोगिता को अभी तक बनाए रखा हैं.  

इ न्यूज़ पेपर मुद्रित संस्करण तथा खबरों के ऑनलाइन उपलब्ध हो जाने के कारण भले ही आज अख़बार की लोकप्रियता में जरुर कमी आई है फिर भी आज भारत में विश्व के सबसे अधिक अख़बार बिकते हैं.

सस्ती कीमत तथा टिकाऊ खबरों के स्रोत समाचार पत्र का महत्व आज भी उतना ही है जितना किसी समय हुआ करता था. आज के लेख में हम समाचार पत्र पर कोट्स दार्शनिकों के अखबार के बारे में थोट्स जानेगे.

Newspaper Quotes In Hindi समाचार पत्र पर सुविचार

समाचार पत्र पर सुविचार और अनमोल वचन Newspaper Quotes In Hindi

Slogan On Newspaper In Hindi

Quotes 1: यदि एक कुत्ता आदमी को काटता है, तो यह समाचार नहीं होता है, परन्तु यदि एक आदमी एक कुत्ते को काट खाता है, तो वह एक समाचार बन जाता हैं.

Quotes 2: बुरे समाचार की प्रकृति उसके कहने वाले को प्रभावित कर देती हैं.

Quotes 3: एक समाचार पत्र जनता का सेवक होता हैं.

Quotes 4: इतिहास एक प्रकार समाचार पत्रों का खींचा हुआ अर्क होता है.

Quotes 5: समाचार पत्र सदैव किसी के हाथ में हथियार होता हैं.

Quotes 6: न तीरों को सम्भालों, न तलवार निकालों.

Quotes 7: जब तोप मुकाबिल हो, अखबार निकालो.

Quotes 8: समाचार पत्र विचारों के कब्रिस्तान हैं.

Quotes 9: समाचार पत्र दुनियां के दर्पण होते हैं.

Quotes 10: अधिकांश विद्वान अपने पुस्तकालयों में पूरे जीवन में जितना सीखते है, उससे अधिक एक सावधान पाठक कुछ अच्छे समाचार पत्र एक वर्ष में सीख लेता हैं.

Newspaper Quotes In Hindi

Slogan 1: न्यूज पेपर हमारे जीवन का है अहम हिस्सा जो समाचार दे इन्सान जैसा.

Slogan 2: जब भी हो कुछ जानने की चाहत, अखबार ही देगा आपकों राहत

Slogan 3: अपने जीवन को शानदार बनाएं, समाचार पत्र पढने की आदत बनाए.

Slogan 4: समाचार पत्र है सबकी जान, जो खबर देकर बढाता मान

Slogan 5: जो उठने के वक्त आता, नित नई खबर हमें पहुचाता है.

Slogan 6: अखबार है जिनका नाम वो है जानकारी का भंडार

Slogan 7: न्यूज का यही संसार बजी साइकिल की घंटी समझों आया अखबार

Shayari :कूड़े के ढेर से अखबारों को चुनना
मासूम बचपन को यूं देखकर मन रोता है..
इनकी मासूमियत पर भूख कहीं भारी है
नन्हे मासूमों के वो सपने कौन पिरोता है??

समाचार पत्र पर स्लोगन

आजकल के समाचार पत्रों में हो रहा है सच्चाई का लोप, सिर्फ छप रहे है बेफिजूल अनर्गल आरोप।


समाचार पत्र वर्तमान में सभ्य मानव जीवन का अभिन्न अंग है।


समाचार पत्रों और मीडिया के बिना लोकतंत्र की कल्पना भी नही की जा सकती।


लोकतंत्र में सच्चाई और न्याय को बनाए रखने में समाचार पत्रों का महत्वपूर्ण स्थान है।


समाचार पत्रों के खबरो द्वारा होता है लोकतंत्र का कायाकल्प, सुगमता से खबरों को जन-जन तक पहुंचाने का यह है मात्र विकल्प।

समाचार पत्र पढ़ते रहिए देश दुनिया की खबरें लेते रहिए


अखबार जब हाथ में आता देश दुनिया की खबर सुनाता


न्यूज़पेपर है हम सबकी जान खबर देता और रखता है मान


खबरों का है यही बाजार साइकिल की घंटी मतलब आया अखबार


जब हर खबर कि पोल है खुलती तभी सच्ची खबर हमें पढ़ने को मिलती


ज्ञान उसका हर रोज बढ़ाएं अखबार पढ़ने का जो नियम बनाये

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