स्वास्थ्य ही धन है कविता Poem On Health Is Wealth In Hindi

Poem On Health Is Wealth In Hindi – स्वास्थ्य ही धन है कविता: दोस्तों आज हम ऐसे संसार में जी रहे है जहाँ सच्चे धन को कोई महत्व नहीं दिया जाता हैं.

हमारी संस्कृति में जहाँ स्वास्थ्य को ही धन माना है हम उन मूल्यों को भूलकर बस धन को ही सब कुछ मान बैठे हैं.

धन कमाने में दिन रात उचित अनुचित कर्मों में लगे रहते है मगर हमने अपने स्वास्थ्य की तरफ ध्यान देना गंवारा नहीं समझा तो एक दिन ऐसा भी आएगा.

जब हमारी हेल्थ हमारा साथ नहीं देगी और सारी दौलत धरी की धरी पड़ी रहेगी. स्वास्थ्य के इसी महत्व को समझने के लिए यहाँ शोर्ट हिंदी कविता दी गई हैं.

Poem On Health Is Wealth In Hindi

Poem On Health Is Wealth In Hindi

हरेक भारतीय को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनना चाहिए क्योंकि स्वस्थ नागरिक ही मिलकर एक हेल्दी समाज व देश का निर्माण करते हैं. इसके लिए हमें अपनी आदतों से करना होगा.

हम बुरी आदतों का त्याग कर सवेरे जल्दी उठना, व्यायाम करना, पौष्टिक खाना खाना, अच्छा परिश्रम करना आदि आदतों को अपनाना होगा. तभी हमारा स्वास्थ्य अच्छा बना रह सकता है तथा हम बीमारियों से दूरी बना सकते है.

स्वास्थ्य ही धन है या पहला सुख निरोगी काया की कहावत पर आधारित सुंदर कविता आपकों यहाँ बता रहे है जिन्हें स्कूल के बच्चों को बतानी चाहिए ताकि वे भी अपनी हेल्थ की वेल्यु को समझ सके तथा उसकी केयर करना शुरू करे.

स्वास्थ्य ही धन है कविता 1

स्वास्थ्य है जीवन मे
सबसे अमूल्य धरोहर
ध्यान रखना जरूरी
जिदगी ना बन जाये मजबूरी।
रखिये हमेशा इसका ध्यान
परिवार का होगा कल्याण।
कोई भी हो कितना विद्वान
इसके बिना ना हो सके महान।।

स्वास्थ्य ही धन है कविता 2

“जीवन मे वह खुशहाल रहा
अच्छे स्वास्थ्य बिना जीवन बेकार है
स्वास्थ्य ही जीवन का आधार है

जीवन के लिए अनमोल है
अच्छा स्वास्थ्य अनमोल है
अब हम रखेगे स्वास्थ्य का ख्याल
ना करेगे अब कोई विचार

सुबह जल्दी जागेगे
नित्य व्यायाम हम करेगे
हरी हरी सब्जियां खाएगे
खुशहाली का जीवन जीते जाएगे

स्वास्थ्य ही धन है
अच्छे स्वास्थ्य बिना धन बेकार है
स्वास्थ्य बिना जीवन बेकार है
स्वास्थ्य ही जीवन का आधार है”

स्वास्थ्य पर कविता

स्वास्थ्य जिसका ठीक रहा
जीवन में वह खुशहाल रहा
अच्छे स्वास्थ्य बिना जीवन बेकार है
स्वास्थ्य ही जीवन का आधार है
जीवन के लिए अनमोल है
अच्छा स्वास्थ्य अनमोल है
अब हम रखेंगे स्वास्थ्य का ख्याल
ना करेंगे अब कोई विचार
सुबह जल्दी जागेंगे
नित्य व्यायाम हम करेंगे
हरी हरी सब्जियां खाएंगे
खुशहाली का जीवन जीते जाएंगे
स्वास्थ्य ही धन है
अच्छे स्वास्थ्य बिना धन बेकार है
स्वास्थ्य बिना जीवन बेकार है
स्वास्थ्य ही जीवन का आधार है

Health Par Kavita सेहत की सैर

जो सुबह – सुबह करोगे खुले आसमां के नीचे सैर।
आसमां से बरसायेगा खुदा अच्छे स्वास्थ्य के बैर।।

बैर ही नहीं सभी ताजे फल – मेवे खायें।
खाते वक्त बोलें कम अच्छी तरह चबायें।।

चबायें निवाला 40 बार घुल जाये मुंह की लार।
पेट दर्द में यह तरीका ही कर देगा उपचार।।

उपचार से तो कही बार बचायेगा 1 घंटे का योग।
बॉडी को थोड़ा कष्ट देकर करो 21 दिन प्रयोग।।

प्रयोग में लो दूध – छाछ, हरी ताजी सब्जी।
छू हो जाएगी पेट से तुम्हारे भैया कब्जी।।

कब्जी के लिए खाने के 1 घंटे बाद तक ना लें पानी।
जाएगी जरूर कब्जी पुरानी हो या खानदानी।।

खानदानी खाना खायें ना लें फ़ास्ट फ़ूड।
बॉडी खुद कहेगी यू आर वैरी गुड।।

गुड़ खाने के साथ लोगे जो थोड़ा सा।
ऊर्जा मिलेगा तुमको बहुत बड़ा सा।

बड़ा भारी हो रहा यदि तुम्हारा पेट।
खाने के बाद घूमो 2 कि.मी. मत जाओ लेट।।

लेटने से चार घंटे पहले खाना खा लो।
खाने के 2 घंटे बाद दांत जरा चमका लो।

चमका लो बॉडी को भी डालकर पानी ठंडा।
फुर्ती और स्फूर्ति का जबरदस्त यह फंडा।।

यह फंडा स्वास्थ्य का कैसा लगा बताइए।
अच्छा लगा तो जीवन में जरूर अपनाइए।।

स्वस्थ्य तन और स्वस्थ्य मन

हो स्वस्थ्य तन और स्वस्थ्य मन,
रहें जागरूक जन-जन,
स्वास्थ्य है सबका अधिकार,
मिले सभी को यह उपहार।
दूध, दही अब खाये हम,
व्याधि दूर भगायें हम,
मिलकर गीत ये गायें हम,
स्वस्थ्य तन और स्वस्थ्य मन,
रहें जागरूक जन-जन।
ना कोई कस्बा ना टोला छूटे,
स्वास्थ्य,चिकित्सा घर-घर पहुचें,
लोगो तक अब बात ये पहुँचे,
हो स्वस्थ्य तन और स्वस्थ्य मन,
रहें जागरूक जन-जन।
योग-ध्यान अपनायें हम,
प्रकृति का साथ निभायें हम,
हो स्वस्थ्य तन और स्वस्थ्य मन,
रहें जागरूक जन-जन।

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