समय के सदुपयोग निबंध | Essay On Samay Ka Sadupyog In Hindi

नमस्कार आज हम समय का सदुपयोग पर निबंध Essay on Proper Utilization of Time in Hindi पढ़ेगे. हमारे जीवन में समय का क्या महत्व है विद्यार्थी जीवन में समय का महत्व और सदुपयोग क्यों उपयोगी है. इन बिन्दुओं पर आज का निबंध दिया गया हैं.

समय के सदुपयोग पर निबंध

समय के सदुपयोग निबंध | Essay On Samay Ka Sadupyog In Hindi

जीवन में समय का बड़ा महत्व है समय के सदुपयोग चाहे विद्यार्थी हो या अन्य कोई सभी के जीवन में समय का सदुपयोग करने का बड़ा महत्व हैं. समय की कीमत से हर कोई वाकिफ हैं.

जो व्यक्ति समय की कद्र नहीं करता अथवा टाइम के मुताबिक स्वयं को चला नही पाता है वह बहुत पिछड़ जाता हैं. हमें सबसे अमूल्य धन समय का सदुपयोग करना चाहिए,

तथा आलस्य का त्याग कर कल करे सो आज कर को अपने जीवन का आदर्श बनाना चाहिए. आज के इस निबंध में हम समय की कीमत और महत्व पर कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के स्टूडेंट्स के लिए छोटा निबंध प्रस्तुत कर रहे हैं.

समय का सदुपयोग पर निबंध 1

विद्यार्थी जीवन जीवन की स्वर्णिम अवस्था हैं. इस अवस्था में ही व्यक्ति का भविष्य और उसकी नीव मजबूत करती हैं. इस अवस्था में प्रत्येक विद्यार्थी को समय का सदुपयोग करना चाहिए.

बीता हुआ समय लौटकर नहीं आता, प्रसिद्ध लेखक प्रेमचन्द कहते थे ऐसी कोई घड़ी नहीं बन सकती जो गुजरे हुए घंटे को फिर से बना दे. इसलिए समय का सदुपयोग करे.

एक बच्चा विद्यार्थी जीवन में जो कुछ अर्जित करता हैं, वहीँ उसके भविष्य की नीव मजबूत करता हैं. और अपने भविष्य को अच्छा बना सकते हैं. बच्चे की शिक्षा उसके जन्म से आरम्भ हो जाती हैं. यही वह समय होता है, जब उसकी संस्कारशाळा प्रारम्भ होती हैं.

समय अनमोल होता हैं, इसलिए विद्यार्थियों को अपने समय के एक एक क्षण का सदुपयोग करना चाहिए. प्रत्येक विद्यार्थी को जीवन के हर हिस्से की दिनचर्या बना लेनी चाहिए.

यह बहुत जरुरी हैं, क्योंकि इससे जीवन व्यवस्थित हो जाता हैं. जीवन में व्यवस्था बहुत जरुरी हैं. अव्यवस्थित लोगों के कार्य कभी समय पर पूर्ण नहीं होते हैं.

समय कभी किसी का इन्तजार नहीं करता हैं. जीवन का स्वर्णिम समय विद्यार्थी काल में होता हैं. दिनचर्या नियमित होने पर परीक्षाएं और कठिन कार्य भी सहजता से हो जाते हैं क्योंकि उनके लिए पूर्ण समय मिल जाता हैं.

यह याद रखिये कि जब जीवन में समय व्यवस्थित होता हैं तो हर बड़ी से बड़ी बाधा और समस्या को दूर किया जा सकता हैं.

कभी भी खाली न बैठे, हमेशा कार्य करते रहे. आप तब भी काम करना ना छोड़े, जब वक्त और परिस्थतियाँ विपरीत होने लगे. यकीन करिये, जब आप परिस्थतियों और वक्त से हार नहीं मानते तो समय और परिस्थतियाँ सब आपके अनुकूल हो जाती हैं.

विद्याथी जीवन एक ऐसा समय होता हैं, जो मनुष्य को संकल्प करना सिखाता हैं, बाधाओं से लड़ना सिखाता हैं और उसके आत्मविश्वास को प्रबल करता हैं.

विद्यार्थी को कुछ इस समय में ग्रहण कर लेता हैं, वहीँ उसके जीवन की पूंजी बन जाती हैं. स्वामी विवेकानंद विद्यार्थियों के लिए बहुत ज्ञान की बात कहते हैं.

उठों जागों और तब तक मत रुको, जब तक तुम अपने लक्ष्य को प्राप्त न कर लो. इसलिए विद्यार्थी जीवन से ही अपने लक्ष्य को एकाग्र होकर काम करते रहना चाहिए.

धीरे धीरे यह आपकी आदत बन जाएगी. यही आदत आपकों कामयाबी के शिखर तक ले जाएगी. विद्यार्थी काल ही व्यक्ति की सफलता और असफलता का मापक होता हैं, इसलिए इस काल में अपने समय का सही प्रयोग करे.

समय सिर्फ अकेला नहीं बदलता है, बल्कि जो लोग समय के साथ चलते हैं उन्हें भी बदल देता हैं. और महान बनाकर विश्व के सामने खड़ा कर देता हैं. इसलिए यही समय है कि खुद को तराशिये और जीवन में आगे बढिए.

समय का सदुपयोग पर निबंध 2

समय अत्यंत मूल्यवान

मानव जीवन की सबसे मूल्यवान वस्तु समय हैं. समय पर किसी का वंश नही चलता. भूली हुई विद्या, खोई हुई इज्जत, नष्ट हुआ धन, गिरा हुआ स्वास्थ्य और बिछड़े हुए मित्र या सम्बन्धी पुनः मिल सकते हैं.

परन्तु बीता हुआ समय पुनः नहीं मिलता हैं. समय के लिए समान है और समय कभी किसी की प्रतीक्षा नहीं करता. समय का सदुपयोग न करने वाला पछताता हैं, इसलिए कहा गया है, समय चुकि पुनि पछताने.

समय का जीवन का महत्व

मानव जीवन में सफलता का रहस्य समय के सदुपयोग में छिपा हैं. समय के सदुपयोग से समान्य व्यक्ति भी महान बन जाता हैं. संसार में जितने भी महापुरुष हुए हैं उनके जीवन की सफलता का रहस्य समय समय का सदुपयोग ही रहा हैं. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पंडित नेहरु समय के पाबन्द थे.

समय को टालने वाला नासमझ माना जाता हैं. आलम्ब का परित्याग और समय का सदुपयोग करने वाले व्यक्ति ही महान साहित्यकार, राष्ट्रनायक, वैज्ञानिक और आविष्कारक हुए हैं. संत कबीर ने कहा है काल करे सो आज करे सो अब करे.

समय के सदुपयोग से लाभ

जीवन में समय के सदुपयोग से अनेक लाभ मिलते हैं. इससे व्यक्ति आलसी नहीं रहता हैं. वह प्रत्येक काम उचित समय पर करने के लिए तैयार रहता हैं. शरीर के स्वस्थ रहने का रहने का रहस्य समय पर जागना, समय पर सोना एवं भोजन आदि करना हैं.

समय के सदुपयोग की आदत पड़ने से दैनिक जीवनचर्या सुव्यवस्थित हो जाती हैं तथा किसी भी काम में हानि या नुकसान नहीं उठाना पड़ता हैं. समय का सदुपयोग करना सब तरह से लाभकारी रहता हैं.

समय नष्ट करने से हानि

समय का उचित उपयोग न करने से जीवन में निराशा, असफलता, असंतोष और हानि ही हाथ लगती हैं. समय का दुरूपयोग करने वाला व्यक्ति आदमी, गप्पी, आलसी, पर निंदक, व्यर्थ घूमने वाला, नासमझ एवं कर्तव्यहीन होता हैं.

आलस्य को मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु माना गया हैं. इसी प्रकार काल या समय का सदुपयोग न करना भी मानव का सबसे ज्यादा अहित करता हैं. ऐसा व्यक्ति जीवन भर अभावों एवं कष्टों से घिरा रहता हैं.

समय का सदुपयोग कर अध्ययन करने से विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य का निर्माण होता हैं. समय पर काम करने वाले को बाद में पछताना नही पड़ता हैं.

उपसंहार

उसके हर क्षण का सदुपयोग करो. इसी व्यक्ति, समाज और राष्ट्र का हित हैं. छात्रों को तो समय के सदुपयोग पर विशेष ध्यान देना चाहिए. समय निरंतर गतिशील रहता हैं. बीता समय पुनः लौटकर नहीं आता.

सावधानीपूर्वक समय का उपयोग न करने वाले को पछताना पड़ता हैं परन्तु उससे कोई लाभ नहीं होता. सावधान और सजग रहकर समय का सदुपयोग करने से ही जीवन में सफलता के पथ पर आगे बढ़ा जा सकता हैं.

समय का सदुपयोग पर निबंध 3

समय का महत्व

मानव जीवन में समय सबसे अधिक मूल्यवान हैं. समय को काल भी कहते हैं. समय निरंतर गतिशील, क्षण भंगुर और परिवर्तनशील हैं. मनुष्य ने आज ज्ञान विज्ञान की सहायता से भौतिक साधनों पर अधिकार कर लिया हैं. परन्तु समय अपराजेय हैं.

भूली हुई विद्या, खोई हुई इज्जत, नष्ट हुआ धन, गिरा हुआ स्वास्थ्य और बिछड़े हुए मित्र या सम्बन्धी पुनः मिल सकते हैं. परन्तु बीता हुआ समय नहीं मिलता हैं.

समय सबके लिए समान हैं. और समय कभी किसी की प्रतीक्षा नहीं करता. समय का सदुपयोग न करने वाला पछताता हैं इसीलिए कहा गया हैं कि समय चूकि पुनि का पछिताने.

समय के सदुपयोग की जरूरत

मानव जीवन की सफलता का रहस्य समय के सदुपयोग में छिपा हुआ हैं. समय के सदुपयोग से सामान्य व्यक्ति भी महान बन जाता हैं. संसार में जितने भी महापुरुष हुए हैं,

उनके जीवन की सफलता का रहस्य समय का सदुपयोग ही रहा हैं. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और चाचा नेहरू समय के पाबन्द थे. वे एक एक क्षण का पूरा ध्यान रखते थे.

हरेक समाज और देश की प्रगति में समय के सदुपयोग को मुख्य कारण माना जाता हैं. समय या काल रोके नहीं रूकता, वह तो चलता ही रहता हैं, इसीलिए समय की प्रतीक्षा करने वाले नासमझ माना जाता हैं. समय का सदुपयोग जो कर सके, वही सफल जीवन जीता हैं.

समय के सदुपयोग से लाभ

जीवन में समय के सदुपयोग से अनेक लाभ मिलते हैं. इससे व्यक्ति आलसी नहीं रहता हैं. प्रत्येक काम उचित समय पर करने से बाद में पछताना नहीं पड़ता हैं. समय के सदुपयोग से अपना हित तथा समाज व देश का हित कार्य भी सध जाता हैं.

समय के सदुपयोग की आदत पड़ने से दैनिक जीवनचर्या सुव्यवस्थित हो जाती हैं किसी भी काम में हानि या नुकसान नहीं उठाना पड़ता हैं. समय ही बलाबल को साधता हैं. अतः समय का सदुपयोग करना सब तरह से लाभकारी रहता हैं.

समय के दुरूपयोग से हानि

समय का उचित उपयोग न करने से जीवन में निराशा, असफलता, असंतोष और हानि  ही  हाथ लगती हैं. समय का दुरूपयोग करने वाला व्यक्ति आलसी, गप्पी, पर निंदक, व्यर्थ घूमने वाला, नासमझ एवं कर्तव्यहीन होता हैं. ऐसा व्यक्ति जीवनभर अभावों एव कष्टों में घिरा रहता हैं.

समय का सदुपयोग न कर अध्ययन न करने से विद्यार्थियों का भविष्य खराब हो जाता हैं. समय पर काम न करने से बाद में पछताना पड़ता हैं.

उपसंहार

वर्तमान में समय को लेकर भारतीय लोग बदनाम हैं. प्रायः भारतीयों को समय का महत्व समझने वाला माना जाता हैं. समय का सदुपयोग करने से न केवल व्यक्ति का, अपितु समस्त समाज एव राष्ट्र का हित होता हैं.

इससे उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता हैं. समय का सदुपयोग ही सभी सफलताओं का मूलमंत्र हैं.

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