कबड्डी खेल का इतिहास खेल के नियम निबंध History & Rules Essay on Kabaddi In Hindi

नमस्कार कबड्डी खेल का इतिहास खेल के नियम निबंध History & Rules Essay on Kabaddi In Hindi में आपका स्वागत हैं.

आज हम कबड्डी के खेल के इतिहास नियम और कबड्डी पर सरल भाषा में निबंध स्टूडेंट्स के लिए यहाँ दिया गया हैं.

खेल के उद्भव से आज की लोकप्रिय लीग्स तक इसके सफर के बारे में भी हम जानेगे.

कबड्डी खेल का इतिहास खेल के नियम निबंध History & Rules Essay on Kabaddi In Hindi

खेल नामकबड्डी
जन्मस्थलीभारत
कोर्ट में एक पक्ष के खिलाड़ी7
खेल अवधि20-20 मिनट
विश्व विजेताभारत
प्रथम अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन1936 (बर्लिन ओलिंपिक)
मैदान का आकारपुरुषों के लिए- 121/2 मी. X 10 मी.
स्त्रियों के लिए- 11 मी. X 8 मी.
पहली प्रतियोगिता1918
लोकप्रिय प्रतियोगिताप्रोकबड्डी

आजकल भले ही खेलो पर क्रिकेट का राज हो ! मगर २०१६ के कबड्डी वर्ल्ड कप के बाद यह जग-जाहिर हो गया की इसे चाहने वालो की भी कमी नहीं हैं ,नये खेलो में आजकल विश्व में सबसे तेजी से फेलने वाला खेल कबड्डी हैं.

कब्बडी भारत का पारम्परिक खेल हैं इसका जन्म हमारे देश में हुआ था, आजतक कब्बडी का जन्मदाता ही चैंपियन हैं यह इस खेल के प्रति देश की प्रतिभाओ और जन मानस का जूनून हैं,दुसरे खेलो की बात करे तो क्रिकेट का जन्मदाता इंग्लैंड आज इस खेल में हेय दर्ष्टि से देखा जाता हैं.

मगर कब्बडी में शुरुआत से आजतक हमारी महारत हासिल हैं,आज का लेख कब्बडी प्रेमियों के लिए हैं -इसमे आपको कबड्डी के इतिहास से आज तक ,कबड्डी कैसे खेलते हैं,कबड्डी खेल का मैदान और नियम और कबड्डी खेलना कैसे सीखे इन सभी बिन्दुओ पर यह लेख सग्रह किया गया हैं

हालाँकि अभी तक ऐसे कोई ज्ञात आकड़े नहीं हैं जहा से इस खेल की शुरुआत मानी जाये इसका कारण यह हैं की यह सदियो पुराना खेल हैं और जन-जन का खेल होने की वजह से इनकी शुरुआत अप्रमाणित हैं.

ज्ञात तोर पर पहली कबड्डी प्रतियोगिता 20 वी सदी के दुसरे दशक में खेली गयी जिनमे महाराष्ट्र के सामाजिक सगठनों ने इस खेल को नई पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया .

एशियाई देशो में पहली बार सन 2006 में कबड्डी खेल को शामिल किया गया और अलग से मैदान विकसित किया गया था.

सर्वप्रथम कबड्डी खेल के नियम १९२१ में बनाये गये बाद में १९२३ में फिर इनमे कुछ बदलाव किया गया और ये संशोधित नियम के साथ की अखिल भारतीय कबड्डी टूर्नामेंट में लागु किये गये.

कबड्डी का इतिहास History Of Kabaddi In Hindi

कबड्डी के प्रति लोगो में जाग्रति पैदा करने के लिए सन १९५० में आल इंडिया कबड्डी फेडरेशन की स्थापना की गयी और वर्ष १९५२ में सीनियर राष्ट्रिय चैंपियनशिप की शुरुआत की गयी.

आज के कबड्डी के सवरूप की शुरुआत १९९० में हुई जब 11वे बीजिग ओलम्पिक में कबड्डी को शामिल किया गया इस ओलम्पिक में भारत में कबड्डी में गोल्ड मेडल जीता जो बीजिग ओलम्पिक का एकमात्र पदक था.

15 वे एशियाई गेम जो दोहा में 2006 को हुए थे पहली बार एशियाई देशो के बिच कबड्डी खेली गयी इसके बाद तो हर एक विश्वस्तरीय खेल प्रतियोगिता में कबड्डी ने अपना स्थान बनाया.

कबड्डी खेल के नियम

कबड्डी खिलाडी को पोशाक में बनियान और निक्कर पहननी पड़ती हैं और पेरो में जूते पहन सकते हैं साथ की खिलाडी की बनियान की पीछे की तरफ नंबर लिखे होने चाहिए और हाथो-पैरो के नाख़ून पूरी तरह कटे होने चाहिए और किसी तरह पिन या आभूषन नहीं पहन सकते.

लोबी की चौड़ाई 1 मी. तक होती हैं कबड्डी का खेल दो टीमो के बिच खेला जाने वाला खेल होता हैं जिनमे एक टीम में अधिकतम 12 खिलाडी हो सकते हैं.

जिनमे 7 -7 खिलाडी खेलते हैं अतिरिक्त 5 खिलाडी पास ही बैठे रहते हैं जिन्हें मैच के दोरान बदलाव कर टीम के भीतर लिया जा सकता हैं

कबड्डी के खेल में कुछ स्थतियो में खिलाडी के द्वारा इस तरह के व्यवहार पर पॉइंट काटे या आउट दिए जा सकते हैं
अम्पायर या विपक्षी खिलाडियों के साथ अपमानजनक शब्द का प्रयोग करना ,रेडर का मुह बंद करना ,उन्हें मुक्का मारना या उनकी सांसे रोकने की कोशिश करना ,रेड पर जाने.

अधिकारियों को अपमानजनक शब्द कहना,से पहले 5 सेकंड का वक्त ले लेना या रेड में निर्धारित समय से अधिक समय तक विपक्षी पाले में खड़े रहना,

जानबूझकर बाल पकड़ना या धक्का या लात मारना,मैदान के बाहर खड़े होकर सलाह देना भी कबड्डी के नियमो के खिलाफ हैं ऐसा निर्धारित टाइम आउट के दोरान ही कर सकते हैं.

कबड्डी खेल पर निबंध Essay on Kabaddi In Hindi

दो टीम के मध्य खेले जाने वाला कबड्डी गेम प्राचीन खेलों में गिना जाता है. शारीरिक व्यायाम एवं स्फूर्ति की  दृष्टि से यह  अन्य सभी भारतीय आउटडोर गेम्स को मात दे देता है. 

कबड्डी का इतिहास काफी पुराना है, आज से सैकड़ों साल पूर्व इसका स्वरूप व खेलने का तरीका आज के खेल से पूर्ण भिन्न था.

आज कबड्डी जिला स्तर से अंतर्राष्ट्रीय  स्तर तक खेला जाता है. दक्षिण भारत में इसे ‘काई- पीडी’ नाम से जाना जाता है, जिसका अर्थ है पकड़े रहना. सभवत्या इससे ही कबड्डी शब्द की उत्पत्ति हुई है.

देश के  कई  भागों में इसे भिन्न भिन्न नाम से जाना है, यथा-तमिलनाडु में कबड्डी को चादूकट्टू, बंगलादेश में हद्दू, मालद्वीप में भवतिक, पंजाब में कुड्डी, पूर्वी भारत में हू तू तू, आंध्र प्रदेश में चेडूगुडू बोला जाता है.

मेरा प्रिय खेल My Favourite Game Essay In Hindi & English

games are beneficial in two ways. first, they give thrill, fitness, and pleasure. secondly, they build our body strong, active, and smart. agility also comes through games.

there are many kinds of games. some of them are foreign white others are Indian. foreign games like cricket, tennis, football are costly. Indian games like kabaddi and kho kho etc. are not costly.

they are quite cheap and easy. kabaddi gives me more pleasure than any other game. so MY FAVOURITE GAME is Kabaddi.

how to play Kabaddi information– it is not a complicated game. it is played in a very easy way. we require a small field. the field is divided into two parts. a line is drawn in the middle of the field.

then the players are divided into two teams and the game began. a player from one of the teams goes to the other side beyond the middle line. he tries to touch a player of the opposite them.

while he does so he repeats the word kabaddi- kabaddi in one breath. the opposite team tries to catch him and hold him till he forces to breathe in. if he is forced to breathe, he is declared dead and goes out of the team.

if he returns to his side the body that is touched by him is declared dead. the game continues till one in the team loses all his players.

l like this game for many reasons. it is cheap. requires no big playground. it requires no material. gives fun and pleasure. it makes us stronger, alert, and vigilant. we can play it anywhere. it is useful for health. it does not require much time. it is not boring.

Indian games are disappearing while foreign games are catching popularity. it is bad thing kabaddi should be introduced in all schools, colleges, and universities.

it is our ancient game. it is a symbol of our national pride. MY FAVOURITE GAME ESSAY ends with a lot of thanks for reading this.

हिंदी निबंध

खेल दो तरीकों से फायदेमंद हैं। सबसे पहले, वे रोमांच, फिटनेस और खुशी देते हैं। दूसरी बात, वे हमारे शरीर को मजबूत, सक्रिय और स्मार्ट बनाते हैं। फुर्ती भी खेल के माध्यम से आती है।

कई प्रकार के खेल हैं। उनमें से कुछ विदेशी हैं अन्य भारतीय हैं। क्रिकेट, टेनिस, फुटबॉल जैसे विदेशी खेल महंगे हैं। कबड्डी और खो खो आदि जैसे भारतीय खेल महंगे नहीं हैं।

वे काफी सस्ते और आसान हैं। कबड्डी मुझे किसी अन्य खेल की तुलना में अधिक आनंद देता है। इसलिए मेरा पसंदीदा खेल कबड्डी है।

कबड्डी की जानकारी, कैसे खेलें- यह एक जटिल खेल नहीं है। यह एक बहुत ही आसान तरीके से खेला जाता है। हमें एक छोटे से खेल मैदान की आवश्यकता है। मैदान दो भागों में बांटा गया है। मैदान के बीच में एक मध्य रेखा खींची जाती है।

सभी खिलाड़ियों को दो टीमों में बांटा जाता है और खेल शुरू किया जाता है। किसी भी एक टीम में से एक खिलाड़ी मध्य रेखा से परे दूसरी तरफ जाता है। वह उनके विपक्षी  टीम के एक खिलाड़ी को छूने की कोशिश करता है।

इस दौरान बारी लेने वाला खिलाड़ी, एक सांस में कबड्डी-कबड्डी शब्द दोहराता है। विपक्षी टीम के खिलाड़ी उसे पकड़ने की कोशिश करते है और जब तक उसकी सांस टूट नही जाती है या विपक्षी टीम के खिलाड़ियों द्वारा मध्य रेखा पर पहुचने से पूर्व उसे पकड़ लिया जाता है. तो उस खिलाड़ी को आउट घोषित कर दिया जाता है.

अगर वह अपने पक्ष में लौटता है तो उसके द्वारा छुआ जाने वाला खिलाड़ी आउट घोषित किया जाता है। खेल तब तक जारी रहता है जब तक किसी टीम के सभी खिलाड़ी आउट नही हो जाते है.

मैं इस खेल को कई कारणों से पसंद करता हूं। यह सस्ता है। कोई बड़ा खेल का मैदान की आवश्यकता नहीं है। इसके लिए कोई सामग्री की आवश्यकता नहीं है।

मज़ा और खुशी देता है। यह हमें मजबूत, स्मार्ट और सतर्क बनाता है। हम इसे कहीं भी खेल सकते हैं। यह स्वास्थ्य के लिए उपयोगी है। इसे ज्यादा समय की आवश्यकता नहीं है। यह उबाऊ नहीं है।

निरंतर भारतीय खेल गायब हो रहे हैं जबकि विदेशी खेल लोकप्रिय हो रहे हैं। यह सभी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में कबड्डी के खेलों का आयोजन करवाया जाना चाहिए।

यह हमारा प्राचीन खेल है। यह हमारे राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है। मेरा प्रिय खेल निबंध यही समाप्त होता है, इसे पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद्.

कबड्डी का इतिहास व जन्म (History of Kabaddi)

स्फूर्ति के इस दमखम खेल का जन्म कब हुआ, इसे पहली बार कब व कहाँ खेला गया. इस सम्बन्ध में कोई पुष्ट जानकारी नही है. कहा जाता है कि महाभारत काल में कबड्डी का जन्म भारत में ही हुआ. अभिमन्यु व कौरवों के बिच संग्राम के दौरान इसकी झलक मिलती है.

मगर सभी लोग इस पर एकमत नही है. दूसरी तरफ ईरान इस खेल को अपने देश से जोड़ता है. यह सच है कि कबड्डी जितना लोकप्रिय भारत में है, अन्य किसी देश में नही है, चाहे वो ईरान हो या अन्य एशियाई देश.

देश के ग्रामीण जनमानस की रग रग में इस खेल का जूनून ही इस बात का सबूत है, कि यह भारतीय खेल था.कबड्डी का वर्तमान स्वरूप 1920 के दशक में महाराष्ट्र से शुरू हुआ, इसी समय इस खेल के नए नियम बनाए गये. तथा पेशेवर खेल के रूप में कबड्डी को भी शामिल किया जाने लगा.

1936 के बर्लिन ओलम्पिक में पहली बार कबड्डी को शामिल किये जाने के बाद विश्व के लोग इससे परिचित हुए. भारत में 1938 में इसे राष्ट्रीय खेलों में सम्मिलित किया गया. आजादी के बाद 1950 में अखिल भारतीय कबड्डी संघ (आल इंडिया कबड्डी फेडरेशन) बनाया गया.

1971 में पाकिस्तान से स्वतंत्र हुए बांग्लादेश ने कबडडी को अपने राष्ट्रीय खेल के रूप में मान्यता दी. 1980 में इसकी पहली एशियन कबड्डी प्रतियोगिता शुरू हुई.

भारत में खेले गये एशियन गेम्स 1982 एवं इसके बाद बीजिंग एशियन गेम्स में भी कबड्डी को शामिल किया गया था.

कबड्डी के नियम (rules of kabaddi in hindi)

  1. जिसकी कबडडी जाने की बारी है वह खिलाड़ी बिना सांस तोड़े कबड्डी कबड्डी बोलेगा.
  2. उसे टच लाइन पार करनी है, अन्यथा वह आउट माना जाएगा.
  3. अगली लाइन बोनस लाइन है. उसको एक पैर से पार कर दूसरा पैर थोड़ा हवा में थोड़ा भी थोड़ा भी उठाने पर एक बोनस अंक अतिरिक्त मिलेगा.
  4. इस दौरान जितने भी खिलाड़ियों को छू कर, मध्य रेखा को छू लेगा, उतने ही अंक उस टीम को मिलेंगे.
  5. यदि वह पकड़ा जाता है तथा मध्य रेखा तक नही पहुच पाता है, तो वह आउट माना जाएगा. साथ ही विपक्षी टीम को एक अंक मिलेगा.
  6. कबड्डी में आउट खिलाड़ी उसी क्रम में वापिस पाले में आएगे, जिस क्रम में वे आउट हुए है.
  7. 20 मिनट बाद 10 मिनट का मध्यांतर होगा. मध्यांतर के बाद 20 मिनट का खेल और होगा.
  8. जिस टीम के ज्यादा अंक होगे, वह टीम विजेता बन जाएगी.

कबड्डी की प्रमुख प्रतियोगिताएं (Kabaddi tournaments)

जैसा कि उपर जिक्र किया जा चुका है. यह एक ऐसा खेल है जो घर मोहल्ले से अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक खेला जाने वाला आधुनिक खेल है.

हाल ही के वर्षों में इसकी बढ़ती लोकप्रियता के चलते कई बड़े टूर्नामेंट का आयोजन भी किया जाता है. जिनमें स्टार स्पोर्ट्स प्रो कबडडी टूर्नामेंट तथा वर्ल्ड कबड्डी लीग के अतिरिक्त खेले जाने वाले मुख्य टूर्नामेंट ये है.

Asia Kabaddi Cup– ये सभी एशियाई देशों के मध्य खेली जाने वाली महाद्वीपीय प्रतियोगिता है. वैसे भी अधिकतर कबड्डी को चाहने वाले फैन्स इसी रीजन के है.

पहली बार एशिया कबड्डी कप 2011 में ईरान में खेला गया, इसके अगले साल इसका आयोजन पाकिस्तान में हुआ, जिसे पाक टीम द्वारा जीता गया था.

Circle style की इस प्रतियोगिता का अगला ख़िताब वर्ष 2016 में भी पाकिस्तान के द्वारा जीता गया, जिसमें भारतीय टीम दूसरे स्थान पर रही.

एशियाई खेल– एशियाई खेलों में भारत का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है, दो साल के अंतराल से आयोजित इस प्रतियोगिता को पहली बार कबड्डी को 1990 में बीजिंग में हुये एशियाई खेलों में शामिल किया गया था।

पहले एशियाई खेल में भी भारत द्वारा स्वर्ण पदक जीता था. इसके बाद अब तक हुए 7 आयोजनों में भी भारत ने गोल्ड मैडल जीता है.

कबड्डी विश्वकप – इस खेल की सबसे बड़ी प्रतियोगिता है. 2010 के बाद इसका आयोजन हर वर्ष एक नये स्थान पर किया जाता है. जिसमे विश्व की बड़ी टीम हिस्सा लेती है.

कबड्डी विश्वकप का पहला आयोजन 2004 में किया गया, इसके बाद ये 2007 व 2010 क्रमशः तीन वर्षों के अंतराल से खेला जाता था.

कबड्डी विश्व कप 2017 का आयोजन भारत के अहमदाबाद शहर में हुआ था, जिसमें भारत ने ईरान को कड़े मुकाबले में हराते हुए खिताब अपने नाम किया था. इस टूर्नामेंट में अभी तक भारत का दबदबा कायम है.

महिला कबड्डी विश्व कप– यह एक महिला प्रतियोगिता है. 2012 में इसका पहला आयोजन हुआ था. इसके बाद 2014 में इसका अगला टूर्नामेंट खेला गया था.

भारतीय महिला कबड्डी टीम ने इन दोनों संस्करणों को अपने नाम कर यह जता दिया था, कि वो ही कबड्डी के असली बादशाह है.

प्रो कबड्डी लीग – आईपीएल की बिसात पर शुरू किया गया यह कबड्डी टूर्नामेंट बेहद लोकप्रिय है. 2014 में इसका पहला आयोजन किया गया था. इसे स्टार स्पोर्ट्स प्रो टूर्नामेंट भी कहा जाता है.

स्टार स्पोर्ट्स 1,2 और hd पर इसका हिंदी व अंग्रेजी में सीधा प्रसारण होता है. विश्व स्तर पर कबड्डी की मार्केटिंग और प्रमोशन में इस खेल प्रतियोगिता का महत्वपूर्ण स्थान रहा है.

इसके अतिरिक्त यूके कबड्डी कप और विश्व कबड्डी लीग जिसका आयोजन क्रमशः इंग्लैंड व संयुक्त राज्य अमेरिका में होता है. काफी लोकप्रिय टूर्नामेंट है.

FAQ

वीवो प्रो कबड्डी 2022 का आयोजन कब हुआ?

22 दिस॰, 2021–5 फ़र॰, 2022

कबडडी के मैदान में कितने खिलाड़ी एक टीम की ओर से खेलते हैं?

सात

भारत के गाँवों में सर्वाधिक खेला जाने वाला खेल कौनसा हैं?

कबड्डी

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