अंगूर खाने के फायदे और नुकसान | Grapes Health Benefits & Side Effects In Hindi अंगूर फल जिसका जन्म भारत से माना जाता है. आज से 3000-4000 वर्ष पूर्व से इसकी खेती की जाती थी.
पौराणिक ग्रंथों में अंगूर को द्राक्षा नाम से जाना जाता था. अंगूर को माँ के दूध के समतुल्य पौष्टिक माना गया है. जब रोगी व्यक्ति को किसी तरह के फल अथवा कोई भी भोज्य सामग्री नही खाने को कहा जाता है,
मगर अंगूर खाने की सलाह दी जाती है. इस बात से अंगूर के महत्व को भलि भांति समझा जा सकता है. यह सभी रोगों का नाशक माना जाता है.
अंगूर खाने के फायदे और नुकसान | Grapes Health Benefits & Side Effects In Hindi
आँखों की रोशनी बढ़ाने, रक्त साफ़ करने, वीर्यशक्ति बढ़ाने तथा शरीर की कमजोरी दूर करने के लिए अंगूर का नित्य सेवन किया जाना फायदेमंद है.अंगूर का फल बेल पर एक गुच्छे के रूप में मिलता है.
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अंगूर में जल, शर्करा, सोडियम, पोटेशियम, साइट्रिक एसिड, फलोराइड, पोटेशियम सल्फेट, मैगनेशियम और लौह तत्व सबसे अधिक मात्रा में पाए जाने वाले तत्व है.
ह्रद्य के रोगी के लिए ग्रेप्स विशेष रूप से फायदा पहुचाते है. अंगूर के नित्य सेवन से फेफड़े में जमा कफ बाहर निकालने में मदद मिलती है.
इसके अतिरिक्त बार बार पेशाब व नकसीर की समस्या से परेशान लोगों के लिए अंगूर रामबाण जडीबुटी से कम नही है. शहद के साथ इसका सेवन करने से शरीर में रक्त की कमी को पूरा करता है.
तथा व्यक्ति की भूख को बढ़ाता है. गर्भवती महिलाओं के लिए अंगूर का फल इसके बीज विशेष रूप से फायदेमंद है.
अंगूर के प्रकार (Types of grapes)
आज दुनियाभर में अंगूर की खेती की जाती है, सैकड़ों किस्में चलन में है. मुख्य रूप से चार-पांच प्रकार के अंगूरों की खेती को वरीयता दी जाती है.
इसके उपयोग के आधार पर पके अंगूर, कच्चे अंगूर, गोल मुन्नका, किशमिश तथा ताजा अंगूर श्रेणियों में विभाजित किया जाता है.
रंग के आधार पर अंगूर पीले, हरे एवं काले तीन प्रकार के होते है. कुछ यूरोपीय देशों में सफ़ेद रंग के अंगूर की खेती भी की जाती है.
पके अंगूर– सामान्य रूप से उपयोग किये जाने वाली किस्म है. पीले रंग के ये अंगूर स्वाद में मीठे होते है जो मुख्य रूप से आँखों की रोशनी, पाचन शक्ति, पाक रस, मूत्र को कंट्रोल करने, वीर्यशक्ति को बढ़ाने वाले तथा कई लैंगिक समस्याओं के घरेलू इलाज के रूप में उपयोग किया जाता है.
कच्चा अंगूर– गुणों में हीन, भरी और कफ पित्तहारी और रक्त पित्त के लिए फायदेमंद है.
काली दाख या गोल मुनक्का– तक़रीबन डेढ़ इंच लम्बे ये अंगूर पित व कफ नाशक तथा वीर्यशक्ति वर्धक के रूप में घरेलू नुस्खे के रूप में अपनाए जाते है.
किशमिश- यह अंगूर का सुखा हुआ रूप है. यह अत्यंत मीठी, ठंडी तथा ह्रद्य रोग के इलाज में कारगर है. समय पर भूख प्यास न लगने वाले व्यक्ति को किशमिश खाने से तुरंत फायदा मिलता है.
ताजा अंगूर– ये खून को पतला कर बढ़ाने वाले होते है. ताजा अंगूर खून की कमी वाले व्यक्तियों को विशेष रूप से खाना चाहिए.
अंगूर खाने के फायदे (angoor, Grapes Health Benefits In Hindi)
अंगूर एक ऐसा फल है जो विश्व के लगभग सभी देशों में दिखाई पड़ता है. बहुत से लोग इसे पसंद करते है. अंगूर बेल में पलता है. तथा मांसल व पौष्टिकता से भरा होता है.
इसका का 80 प्रतिशत भाग पानी होता है. तथा इसमें विभिन्न प्रकार की शर्करा लवण और लाभदायक तत्व होते है. अंगूर एक सुगन्धित लता वाला फल है. अंगूर की पांच जातियां तीन हरे और दो काले रंग की होती है.
अंगूर में भस्म, अम्ल, शर्करा, गौंद, ग्लूकोज, कषाय, द्रव्य, साइट्रिक, हाइट्रिक, रैसेमिक और मौलिक एसिड, सोडियम और पोटेशियम और क्लोराइड मैग्नीशियम आदि होता है.
अंगूर फल भी है और आहार भी और हलवे भी भांति मीठा और स्वादिष्ट है. अंगूर को केवल एक लाभदायक फल नही बल्कि एक सम्पूर्ण फल की संज्ञा दी है. वर्तमान काल में आहार विशेयज्ञ अंगूर खजूर बल्कि किशमिश को भी एक सम्पूर्ण आहार मानते है.
जिससे शरीर के लिए सभी आवश्यक तत्वों की पूर्ति होती है. इस आधार पर मनुष्य थोड़े से अंगूर या किशमिश खाकर शारीरिक व वैचारिक गतिविधियों के लिए बड़ी मात्रा में ऊर्जा जूटा सकता है.
अंगूर फल एक ऐसा फल है. जिससे कई बीमारियाँ दूर की जा सकती है. फलों में अंगूर को सर्वोत्तम माना जाता है. अंगूर बलवर्धक और सौदर्यवर्द्धक फल है.
अंगूर ऐसा फल है जो रोगी को उस वक्त दिया जा सकता है कोई रोगी को कोई खाद्य पदार्थ की मनाही है. अंगूर खाने के कई लाभ है.
अंगूर खाने के फायदे लाभ व गुण की जानकारी (Grapes Health Benefits & Side Effects In Hindi)
- अंगूर में पानी की मात्रा अधिक होती है. इसके साथ ही इसमें शर्करा, सोडियम, पोटेशियम, साइट्रिक एसिड, फ्लोराइड, पोटेशियम सल्फेट, मैग्नीशियम और आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है. जो एक व्यक्ति के स्वस्थ रहने के लिए परिहार्य है.
- यह फल आँखों की रोशनी व चमक बढ़ाने में बहुत लाभकारी है तथा शरीर में रक्त की कमी को भी दूर करता है.
- कई वैज्ञानिक अनुसंधानों से यह सिद्ध हो चूका है कि हार्ट मरीज के लिए अंगूर का फल बेहद फायदेमंद होता है. गौरतलब है कि अंगूर में एक ऐसा रसायन पाया जाता है, जो ह्रद्य की व्रदाव्स्था को रोकता है.
- साथ ही अंगूर कम कैलोरी का फल है, जो व्यक्ति की आयु को बढ़ाता है और इसका नियमित सेवन करने से वह वृद्धावस्था की अवस्था को उम्रः से पूर्व प्राप्त नही करता है. तथा वह अपने जीवनकाल के दौरान पूरी तरह फिट रहता है.
- अंगूर के फल व बीजों में ए बी सी जैसे आवश्यक विटामिन तथा पोटेशियम, मैग्नीशियम, आयरन और फास्फोरस जैसे तत्व भी पाए जाते है, जो एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए आवश्यक होते है.
- शरीर पर छोटी मोटी चोट लगने या खून बहने की स्थति में शहद के साथ अंगूर का जूस मिलाकर रोगी को दिया जाए तो हुई रक्त की कमी की तीव्रता से पूर्ति की जा सकती है.
- सूखी खासी के लिए- बादाम की गिरी, मुलहटी, बीज निकली मुनक्का, सब 10-10 ग्राम बारीक करके चने के बराबर गोलियां बनाए. दो दो गोली मुह में डालकर दिन में चार चार चूसें.
- स्त्रियों के लिए- ग्रपेस का ताजा रस 50 ग्राम रोजाना पिलाने से हाजमे की खराबी, पेट फूलना, कब्ज, सिर दर्द, गशी दौरे, चक्कर आना, अफारा आदि में आराम देता है.
- मिर्गी के लिए- अकरकरा 10 ग्राम को बारीक करके 20 ग्राम मुनक्का में खूब रगड़कर माजून बना ले. मुनक्के के बीज निकालकर फेक दे. वजन खुराक 2 ग्राम 15-20 दिन दूध के साथ सेवन करे. यह कौड़ियों की दवा है, फिर देखे कितना फायदा करती है.
अंगूर के अन्य फायदे व घरेलू उपयोग (Grapes Health Benefits Fayde In Hindi)
- टीबी, कैंसर और ब्लड-इंफेक्शन जैसी प्राणघातक बीमारियों से बचने के लिए grapes का नियमित उपयोग करना फायदेमंद है.
- डायबिटीज के रोगियों के लिए angoor एक अच्छा माध्यम है, यह रक्त में शर्करा की मात्रा को कम करता है तथा लौह तत्व की पूर्ति का कार्य भी करता है.
- माइग्रेन के दर्द की समस्या कई लोगों में पाई जाती है, जो इस फल के रस का नियमित सेवन से निदान संभव है, जो लोग angoor का सेवन करते है उन्हें इस बिमारी के दुष्परिणाम नही भुगतने पड़ते है.
- ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में हाल ही में खोजी गई तकनीकों में अँगूर का महत्वपूर्ण स्थान है, यह कई दिल के रोगों से भी बचाता है.
- अंगूर चेहरे की सुन्दरता व त्वचा की कोमलता के लिउए बहुत लाभकारी है, इसमें पाया जाने वाला विटामिन a त्वचा को कोमल व सुंदर बनाता है.
- किडनी के पीड़ितों के लिए यह बहुत फायदेमंद है. जिनकी किडनी खराब हो चुकी है, अथवा ठीक तरह से कार्य नही करती है. उन्हें डॉक्टर द्वारा भरपूर मात्रा में अंगूर के रस का सेवन करने की सलाह दी जाती है, इसमें मौजूद पोटेशियम तत्व किडनी को ठीक करने में सहायता प्रदान करता है.
- सूखें हुए अंगूर का उपयोग शराब में भी किया जाता है, grapes शराब को भारत में बीयर के रूप में उपयोग किया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिहाज से गुणकारी है.
- अंगूर के पत्तों में काला नमक मिलाकर यदि नित्य सेवन किया जाए तो गुर्दे से सम्बन्धित बीमारियों से लाभ पहुचता है. स्वास्थ्य शोधों के अनुसार यदि खाना खाने के ठीक30 मिनट बाद अंगूर का रस (जूस) पीया जाए तो यह खून बढ़ाने का सबसे तेज तरीका है. इसके सेवन से पेट से जुड़ी कई समस्याओं से छुटकारा मिलता है. बार बार नकसीर आने की स्थति में इसकी दो बूंद नाक में डालने से नकसीर रूक जाती है.
अंगूर का बीज एवं इसके फायदे (grape seed benefits in hindi)
अंगूर से शराब बनाई जाती है, वही फैफडे के कैंसर की वजह बनती है. दूसरी तरफ उन्ही के बीजों से कैंसर के सफल इलाज का दावा हाल ही के वैज्ञानिक अनुसन्धान द्वारा किया गया है.
यदि इसे सच माने तो इन बीजों से मात्र 48 घंटो में कैंसर का सफल इलाज किया जा सकेगा. अंगूर का बीज किस तरह आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, जानिये इन बिन्दुओं से.
- इस बीज में पाया जाने वाला जेएनके प्रोटीन बिना किसी हानिकारक प्रभाव के 70 फीसदी कैंसर संक्रमित कोशिकाओं को समाप्त करने की क्षमता रखता है.
- इनके नियमित व संतुलित उपयोग से 48 घंटों में इन संक्रमित कोशिकाओं को समाप्त किया जा सकता है.
- अंगूर के बीज से एक बहुपयोगी तेल का निर्माण भी किया जाता है. पश्चिमी देशों में हजारों साल पूर्व इसका उपयोग आँख व त्वचा से जुड़ी बीमारियों को ठीक करने में उपयोग किया जाता था.
- इस तेल में विद्यमान पॉलीअनसेचुरेटेड वसा भविष्य में कई प्राणघातक बीमारियों के इलाज में कारगर साबित हो सकता है.
अंगूर खाने के नुकसान व हानिकारक प्रभाव (Grapes Health Side Effects In Hindi)
इसमें कोई दो राय नही है, कि हर वस्तु के दो पहलु होते है, अंगूर खाने के बहुत सारे फायदे है तो इसके कई सारे नुकसान भी है. यह निर्भर करता है हम किसी चीज का किस स्तर तक किस तरीके से उपयोग करते है.
अत्यधिक सेवन हमेशा नुकसानदायक ही होता है. आपकों अँगूर का सेवन करना चाहिए, अथवा नही चाहिए. यह निर्णय आप इन फायदे व नुकसान को अच्छी तरह समझने के बाद लेने में समर्थ है.
अंगूरों में अधिक फाइबर, प्रोटीन तत्व अधिक होने की वजह से इसका अधिक उपयोग करने से शरीर में कैलोरी की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे पेट के कई रोग गैस, कब्ज, दस्त, पाचनक्रिया अनियमित आदि समस्या हो सकती है. साथ ही तेजी से वजन भी बढ़ सकता है.
अंगूरों का अधिक सेवन से आपकी किडनी में समस्या हो सकती है, तथा उलटी गैस तथा कब्ज की दिक्कत का सामना भी करना पड़ सकता है, इसलिए इसका सिमित मात्रा में ही प्रयोग किया जाना लाभकारी है.
प्रसूता को विशेषकर इस विषय पर चिकित्सकीय परामर्श के बगैर इस्तमोल से बचना चाहिए. अंगूरों के अधिक सेवन से पित्ती, लाल-लाल धब्बे, साँस लेने में कठिनाई हो सकती है,
साथ ही कुछ लोग फ्रिज में बंद कर grapes का उपयोग करते है, जो कि गलत है. फ्रिज में रखने से इसके पोषक तत्वों का क्षय आरम्भ हो जाता है.
कहा जाता है कि काले अंगूर का छिलका आसानी से पेट में जा कर पचता नहीं है। यह गर्भवती महिला के पेट में जा कर उनके पाचन तंत्र को कमजोर कर देता है.