करंट अकाउंट क्या होता है | Current Account Information In Hindi

करंट अकाउंट क्या होता है | Current Account Information In Hindi: हमने आपकों इससे पूर्व के कई आर्टिकल में बैंक के बारे में खातों के प्रकार, लोन व ड्राफ्ट्स के बारे में काफी जानकारी दी थी.

आज हम करंट अकाउंट के बारे में बात करने वाले हैं. करंट अकाउंट जिसे आम भाषा में चालू खाता कहा जाता हैं. इसके अतिरिक्त दूसरे प्रकार का बैंक अकाउंट जिन्हें सेविंग अर्थात बचत खाता कहा जाता हैं.

दोनों प्रकार के खातों में क्या अंतर है तथा करंट अकाउंट कैसे खुलवाएं इसके लिए किन किन डोक्युमेंट की आवश्यकता रहती हैं तथा इसके लाभ हानि के बारे में हम चालू खाता क्या है चालू खाते की पूरी जानकारी यहाँ शेयर कर रहे हैं.

करंट अकाउंट क्या होता है Current Account Information In Hindi

करंट बैंक अकाउंट क्या होता हैं कैसे खाता खुलवाएं: सामान्य व्यक्ति बैंक में जाकर दो प्रकार से खाता खुलवा सकते हैं. सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट. दोनों प्रकार के खातों की शर्तों तथा नियमों व उपयोग के सम्बन्ध में बहुत सारे अंतर हैं.

दोनों अकाउंट पूर्णतया एक दूसरे से भिन्न होते हैं. आमतौर पर लेन देन के लिए व्यापारिक खाते के रूप में करंट अकाउंट का उपयोग किया जाता हैं.

अक्सर इस प्रकार के खाते में किसी तरह की देनदेन सीमा (लिमिट) नही होती हैं. आप दिन भर में चाहे इतनी बार इस खाते में लेन देन कर सकते हैं.

चालू खाते में खाताधारक को जमा राशि पर ब्याज नामात्र ही मिलता हैं. रोजाना लेन देन करने वाले व्यापारियों के लिए इस टाइप का खाता विशेष उपयोगी होता हैं.

अपने अकाउंट में जमा राशि से अधिक पैसा निकालने की सुविधा जिसे ओवर ड्राफ्ट कहा जाता हैं, की सुविधा इस प्रकार के खाते में दी जाती हैं.

How To Open Current Account Information

Demand Deposit Account यानि आवश्यकता के अनुसार जमा निकासी का खाता करंट अकाउंट ही होता हैं, क्यों खुलवाएं चालू खाता और इसके खुलवाने का प्रोसेस आपकों इन पॉइंट्स के जरिये बताया गया हैं.

  • आमतौर पर करंट खाते पर इंटरेस्ट नही मिलता हैं, मगर कई बार बैंक अपने ग्राहकों को एक निश्चित रकम निश्चित समय तक अकाउंट में रखने पर ब्याज देने के ऑफर भी प्रस्तुत करती हैं.
  • अधिकतर बैंक द्वारा चालू खाते में अपने ग्राहकों को एक विशिष्ट रकम रखने को कहा जाता हैं. जिसे वह निकासी नही कर सकता हैं. यदि ग्राहक नियमों का उल्लघन करता है नियमानुसार पेनल्टी भी वसूली जाती हैं.
  • proprietors, partnership firms, public and private companies, trust श्रेणी के अधिकतर लोगों द्वारा करंट खाता खुलवाया जाता हैं. चलिए अब आप इस प्रकार के खाते की बेसिक जानकारी प्राप्त कर चुके ही होंगे. अब आपकों बैंक में जाकर खाता कैसे खुलवाएं इसकी जानकारी यहाँ प्रदान कर रहे हैं.

बैंक में करंट अकाउंट कैसे खुलवाएं व आवश्यक दस्तावेज सूची (How to open a Current Account in the bank and the necessary documents list)

पैन कार्ड, अपना निवास पते का प्रूफ, भागीदारी समूह के खाते के लिए पार्टनरशिप डीड, कम्पनीज के लिए अपने उद्यम का प्रमाण पत्र, चेक बुक आदि जरुरी दस्तावेज हैं.

  1. खाता खुलवाने के लिए आपकों निर्धारित प्रपत्र अथवा उनकी फोटोकॉपी में मांगी गयी सम्पूर्ण डिटेल्स भरकर इसे बैंक की शाखा में जमा करवाना होगा.
  2. अपने खाते के प्रकार में करंट अकाउंट को चुने तथा आवश्यक फील्ड्स को पूर्ण करे.
  3. यदि आप फॉर्म भरते वक्त किसी तरह की परेशानी का सामना करते है तो बैंक कर्मचारी की मदद भी ले सकते हैं.
  4. इसके अतिरिक्त आप बैंकर्स अथवा ईमित्र पर भी बैंक का अकाउंट फॉर्म भर सकते हैं, जिसकी हार्ड कॉपी आपकों बैंक में जाकर अपने डोक्युमेंट व हस्ताक्षर के साथ जमा करवानी होगी.

चालू खाता होने के फायदे (Advantages of Current Bank Account)

कोई व्यक्ति क्यों करंट अकाउंट खुलवाएं इसके क्या फायदे अर्थात लाभ हैं इन्हें हम कुछ बिन्दुओं के जरिये समझने का प्रयास करते हैं.

  1. बैंक चालू खाता धारक ग्राहक को अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान के लिए भुगतान को मैनेज करने की सुविधा देता हैं.
  2. इस खाते से असीमित और अनियमित रूप से जमा रकम को निकालने की अनुमति होती हैं.
  3. करंट अकाउंट में धन जमा कराने की कोई लिमिट भी नहीं हैं अल्प शुल्क के साथ जितनी बार चाहे उतनी बार ग्राहक पैसे खाते में जमा करवा सकते हैं. साथ ही होम ब्रांच की बाध्यता भी नहीं हैं, किसी ब्रांच या माध्यम के जरिये धन जमा किया जा सकता हैं.
  4. ग्राहक अपनी सुविधा के अनुसार लेनदारों को चेक, पे आर्डर अथवा डिमांड ड्राफ्ट के जरिये धन का भुगतान कर सकता हैं.
  5. बैंक चालू खाता धारक को ओवर ड्राफ्ट की सुविधा भी देता हैं.
  6. भले ही चालू खाते में ब्याज दर न्यूनतम हो परन्तु लेन देन की सुविधा की दृष्टि से यह उत्तम खाता हैं.
  7. करंट खाते से फ्री इन्वार्ड रेमिटेंस की सुविधा भी मिलती हैं अर्थात किसी भी जगह से धन की निकासी और जमा किया जा सकता हैं.
  8. टैक्स सीमा के तहत कितनी भी बड़ी राशि को खाते से निकाला जा सकता हैं.
  9. उद्यमी वर्ग की नियमित आवश्यकताओं, व्यापार उत्थान में करंट अकाउंट बेहद मददगार हैं.
  10. इन्टरनेट बैंकिंग एवं मोबाइल बैंकिंग का लाभ भी करंट अकाउंट में मिलता हैं.

चालू खाता के नुकसान (Disadvantages of Current Bank Account)

अगर करंट अकाउंट के कुछ नुकसानों की बात करें तो ये निम्नवत हैं.

  1. सेविंग या एफडी की तुलना में Current bank Account में जमा राशि पर बेहद अल्प ब्याज मिलता हैं इससे उद्यमी अतिरिक्त लाभ से वंचित हो जाता हैं.
  2. निरंतर निकासी और जमा की प्रक्रियाओं के शुल्क का भार ग्राहक पर पड़ता हैं इससे अतिरिक्त शुल्क अदा करने पड़ते हैं.
  3. कागज़ी कार्यवाही और प्रिंट वर्क के चलते बहुत सारा समय भी व्यय हो जाता हैं.
  4. व्यावसायिक लेन देनो पर बैंक को शुल्क अदा करना पड़ता हैं.
  5. भले ही चालू खाते में पैसे जमा कराने की कोई सीमा निर्धारित नहीं हैं मगर इसकी निकासी को लेकर बंधन हैं.

करेंट अकाउंट डेफिसिट (what is Current Account Deficit)

आपने कई बार करंट अकाउंट डेफिसिट शब्द अवश्य सुना होगा, आपको बता दे यह टर्म अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और इकोनॉमिक से जुड़ी हैं जिसका एक बैंक खाता धारक के साथ उतना प्रत्यक्ष सम्बन्ध नहीं हैं फिर भी लगे हाथ जान लीजिए कि करंट अकाउंट डेफिसिट क्या होता हैं.

सरल शब्दों में कहे तो यह आयात निर्यात के बीच के असंतुलन को दर्शाने वाली टर्म हैं. हमारा देश कई चीजे अपने यहाँ बनाता हैं तथा उनका निर्यात करता हैं तो कुछ चीजे आयात करता हैं.

एक उदाहरण के लिए हमने अमेरिका से एक वित्तीय वर्ष में 1000 रु की चीजे खरीदी बदले में हमने यूएस को 800 रु का सामान बेचा, अतः हमारे करंट अकाउंट में 200 रु का डेफिसिट यानी घाटा हुआ हैं.

यह घाटा देश की कुल अर्थव्यवस्था के 2.50 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए, इसका सीधा असर देश के विदेशी मुद्रा भंडार पर पड़ता हैं.

जिससे देश में बाहर से आने वाली चीजों की कीमत का बैलेंस रहता हैं. अन्तोगत्वा बड़े करंट अकाउंट डेफिसिट का नतीजा आम जनता को महंगाई के रूप में भुगतना पड़ता हैं.

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