इंटरनेट पर निबंध उपयोगिता लाभ नुकसान | Essay On Internet In Hindi प्रिय मित्रों आज हम हम इंटरनेट की उपयोगिता पर निबंध आपके साथ साझा कर रहे हैं.
आज के युग इंटरनेट के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती हैं. इंटरनेट निबंध में हम कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के विद्यार्थियों के लिए 5, 10 लाइन 100, 200, 250, 300, 400, 500 शब्दों में छोटा बड़ा निबंध प्रस्तुत कर रहे हैं.
इंटरनेट पर निबंध उपयोगिता लाभ नुकसान | Essay On Internet In Hindi
नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत हैं, आज हम Advantages and disadvantage इंटरनेट के लाभ और नुकसान गुण व दोष के बारे में इस आर्टिकल में विस्तार से जानेंगे. हमारे जीवन के एक अभिन्न अंग इंटरनेट के बारे में इन पहलुओं की हमें जानकारी होनी चाहिए.
We Welcome You In Short Essay On Internet In Hindi Language Long Length Essay On Internet For School Students & Kids.
No 1 Essay On Internet In Hindi In 500 Word
वर्तमान में सूचना एवं दूर संचार प्रोद्योगिकी का असीमित विस्तार हो रहा है. इसमे अब ऐसे अनेक उपकरण आ गये है,जिनसे सारे विश्व में तत्काल सम्पर्क साधा जा सकता है.
और परस्पर विचार विमर्श किया जा सकता है. आज कंप्यूटर और सेलफोन के द्वारा सूचना और मनोरंजन का एक सुंदर साधन बन गया है. जिसे इंटरनेट कहते है. इन्टरनेट के प्रति युवाओं में विशेष आकर्षण है और इससे दूरी की बाधा समाप्त हो गई है.
इंटरनेट प्रणाली क्या है (What is the internet system)
यह एक ऐसे कंप्यूटरों एवं स्मार्टफ़ोनों की प्रणाली है, जो सूचना लेने व देने अर्थात उनका आदान-प्रदान करने के लिए आपस में जुड़े रहते है. इंटरनेट का अर्थ विश्व के करोड़ो कंप्यूटरों को जोड़ने वाला ऐसा संजाल है.
जो क्षण भर में समस्त जानकारियाँ उपलब्ध करवा देता है. प्रत्येक इंटरनेट कंप्यूटर होस्ट कहलाता है. और यह स्वतंत्र रूप से डाउनलोड किया जा सकता है.
इंटरनेट की शुरुआत कब हुई (When did the internet start)
इंटरनेट का आरंभ सनः 1960 के दशक में हुआ. शीट युद्ध के समय अमेरिका ऐसी तकनीक कण्ट्रोल करना चाहता था, जिस पर परमाणु आक्रमण का असर न पड़े. इसलिए उसने ऐसी विकेन्द्रित सता वाले नेटवर्क का आविष्कार किया, जिनमे सभी कंप्यूटरों को समान रूप से जोड़ा गया.
आगे चलकर इसका बहुउद्देश्य रूप निखरा. इससे वेबसाइटों की सरंचना, उनका रजिस्ट्रेशन, उनका संचालन एवं डाउनलोड करने से संबंधित विविध सोफ्टवेयरों का निर्माण किया गया. आज सारे विश्व में करोड़ो वेबसाइटों के रूप में इंटरनेट का संजाल फ़ैल गया है.
अब तो विडियो ऑडियो, गेम्स, डेस्कटॉप, वॉलपेपर, फोटोग्राफ, ई-बुक्स आदि अनेक बातों का परिचालन इंटरनेट से हो जाता है. इंटरनेट के ब्राउज़र को ओपन करते ही पंजीकृत वेब के द्वारा मनचाही जानकारी घर बैठे मिल जाती है. इस कारण आज इंटरनेट का असीमित प्रसार हो गया है. और सूचना एवं संचार के क्षेत्र में महाक्रांति आ गई है.
इंटरनेट से लाभ एवं हानि (Advantages And Disadvantages Of Internet In Hindi)
इंटरनेट के अनेक लाभ है. केवल कनेक्शन से किसी भी समय एवं किसी भी विषय की तत्काल जानकारी मिल जाती है. इससे छात्र, शिक्षक, व्यापारी, वैज्ञानिक, सरकारी विभाग आदि सभी सूचनाओं का आदान-प्रदान कर सकते है.
ज्ञान और मनोरंजन के साधनों के साथ ही ई-मेल, टेली बुकिंग, टेली बैंकिंग, ई मार्केटिंग आदि अनेक नई नई सुविधाएं इंटरनेट पर उपलब्ध रहती है.
इस द्रष्टि से यह बेहद उपयोगी तथा लाभदायक है. परन्तु इंटरनेट से कई हानियाँ व नुक्सान भी है. इस पर कई बार मनपसन्द सामग्री के साथ फ्री डाउनलोड करते ही ऐसे खतरे आते है जो कंप्यूटर सिस्टम को तबाह कर सकते है.
निजी सूचना तंत्र में भी सेध लगाते है. वायरस, स्पाईवेयर, और एडवेयर के कारण इंटरनेट से डाउनलोड करते ही बहुत सी हानि होती है. इससे समय धन एवं उपकरणों को नुकसान झेलना पड़ता है.
आज के समय में इंटरनेट की उपयोगिता (Uses Of Internet In Hindi )
आज इंटरनेट की सभी के लिए नितांत उपयोगिता है. व्यापारिक, शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा व्यक्तिगत कार्यो में इसकी सहायता से सारे काम साधे जा सकते है. मनोरंजन की द्रष्टि से भी इसकी बहुत उपयोगिता है.
विश्व भर में परस्पर विचार विमर्श करने तथा ज्ञान का आदान प्रदान करने में इसका महत्व सर्वोपरी है. विद्यार्थियों के लिए तो यह ज्ञान का भंडार है.
वर्तमान काल में इंटरनेट का द्रुत गति से विकास हो रहा है. और इस पर कई तरह के सॉफ्टवेयर मुफ्त में डाउनलोड किये जा सकते है.
भले ही इन मुफ्त डाउनलोड्स में कई बार हानियाँ उठानी पडती है, फिर भी सूचना एवं संचार के अनुपम साधन के साथ सामजिक आर्थिक प्रगति में इसकी भूमिका अपरिहार्य बन गई है.
इंटरनेट की उपयोगिता पर निबंध Essay On Internet In Hindi In 600 Words For Students
इंटरनेट का परिचय और व्यापकता
इंटरनेट का सामान्य अर्थ है – सूचना भंडारों को सर्वसुलभ बनाने वाली तकनीक. आज इंटरनेट दूरसंचार का अत्यंत महत्वपूर्ण और आवश्यक अंग बन चूका हैं. कंप्यूटर तथा इंटरनेट का चोली दामन का साथ हैं.
कंप्यूटर के प्रचार के साथ साथ इंटरनेट का भी विस्तार होता जा रहा हैं. घर बैठे ज्ञान विज्ञान सम्बन्धी सूचना भंडार से जुड़ जाना इंटरनेट ने ही संभव बनाया हैं.
इंटरनेट की कार्यविधि
सारे संसार में स्थित टेलीफोन प्रणाली अथवा उपग्रह संचार व्यवस्था की सहायता से एक दूसरे से जुड़े कंप्यूटरों का नेटवर्क ही इंटरनेट हैं.
इस नेटवर्क से अपने कंप्यूटर को सम्बद्ध करके कोई भी व्यक्ति नेटवर्क से जुड़े अन्य कंप्यूटरों में निहित सामग्री से परिचित हो सकता हैं. इस उपलब्ध सामग्री को संक्षेप में WWW वर्ल्ड वाइड वेब कहा जाता हैं.
भारत में इंटरनेट का प्रसार
भारत में इंटरनेट का निरंतर प्रसार हो रहा हैं. बहुउपयोगी होने के कारण हर क्षेत्र में लोग इससे जुड़ रहे हैं.
शिक्षा संस्थान, औद्योगिक प्रतिस्ठान, प्रशासनिक विभाग, मिडिया, मनोरंजन संस्थाएं, संग्रहालय, पुस्तकालय सभी धीरे धीरे इंटरनेट पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. ऐसा अनुमान है कि इंटरनेट से जुड़े व्यक्तियों एवं संस्थाओं की संख्या करोड़ो तक पहुच गई हैं.
इंटरनेट से लाभ
इंटरनेट की लोकप्रियता दिनों दिन बढ़ती जा रही हैं. इंटरनेट कनेक्शन धारक व्यक्ति किसी भी समय, किसी भी विषय पर तत्काल इच्छित जानकारी प्राप्त कर सकता हैं.
छात्र, शिक्षक, वैज्ञानिक, व्यापारी, खिलाड़ी, मनोरंजन इच्छुक तथा सरकारी विभाग इंटरनेट से ही अपनी आवश्यकता और रूचि के अनुसार सूचनाएं प्राप्त कर सकते हैं.
युवा वर्ग के लिए तो इंटरनेट ने ज्ञान और मनोरंजन के असंख्य द्वार खोल दिए हैं. ई मेल, टेली बैंकिंग, हवाई और रेल यात्रा के लिए अग्रिम टिकट खरीद,विभिन्न बिलों का भुगतान, ई मार्केटिंग इत्यादि नई नई सुविधाएं इंटरनेट पर उपलब्ध करवाई जा रही हैं.
इंटरनेट द्वारा राजनेताओं और सरकारों के कुटिल कर्मों और दोहरे चरित्रों का पर्दाफाश किया जा रहा हैं. विकलिक्स इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है. हमारे देश में कई जनहितकारी योजनाएं इंटरनेट द्वारा उपलब्ध सुविधाओं के आधार पर चल रही हैं.
इंटरनेट से हानि
आज नगरों में स्थान स्थान पर इंटरनेट ढाबे खुलते जा रहे हैं इनमें आने वाले युवा ज्ञानवर्धन के लिए कम, अश्लील मनोरंजन के लिए अधिक आते हैं. इंटरनेट के माध्यम से कंप्यूटर में संचित गोपनीय सामग्री सुरक्षित नहीं रह गई हैं.
वायरस का प्रवेश कराके उसे नष्ट किया जा सकता हैं. विरोधी देश एक दूसरे की गोपनीय सूचनाएं चुरा रहे हैं. इंटरनेट ने साइबर अपराधों को जन्म दिया हैं. इंटरनेट से अब व्यक्ति की निजता भी असुरक्षित हो गई हैं.
इंटरनेट का भविष्य
इंटरनेट का सदुपयोग मानव समाज के लिए वरदान बन सकता हैं. इंटरनेट सारे विश्व को एक ग्राम के समान छोटा बना रहा हैं. लोगों को पास पास ला रहा हैं. इंटरनेट के साथ अनेक संभावनाएं जुडी हुई हैं.
भविष्य में एक मर्यादित और नियंत्रित इंटरनेट व्यवस्था विश्व में राजनीतिक अनुशासन, विश्वव्यापी जनमत के निर्माण तथा एक अधिक सुलझे हुए मानव समाज की संरचना में सहायक हो सकती हैं.
No- 3 इंटरनेट पर निबंध- Essay On Internet In Hindi In 650 Words
प्रस्तावना
वर्तमान वैज्ञानिक युग में कंप्यूटर के आविष्कार के साथ टेलीफोन, मोबाइल, टेलीविजन, टेलेक्स, ई मेल, ई कोमर्स फैक्स इंटरनेट आदि संचार साधनों का विकास हुआ हैं.
आज बहुत से जन संचार साधनों का असीमित विस्तार होने से जहाँ सूचना प्रोद्योगिकी का विकास हुआ हैं. वहां संचार सुविधाओं में आश्चर्यजनक क्रांति आने से सूचना आदान प्रदान अत्यंत सहज हो गया हैं.
इंटरनेट
संचार नेटवर्क कुछ कंप्यूटरों का समूह होता हैं जिन्हें आपस में सूचनाओं तथा संसाधनों के सुगम आदान प्रदान के लिए जोड़ा जाता हैं. इसी प्रकार से पूरे विश्व में फैले हुए अलग अलग नेटवर्कों को आपस में जोड़ दिया जाता हैं. जिसे हम इंटरनेट के नाम से जानते हैं.
अतः इंटरनेट कई नेटवर्कों का एक नेटवर्क या अंतर्जाल हैं. इंटरनेट को संक्षेप में नेट भी कहा जाता हैं. अतः इंटरनेट संसार में व्याप्त सूचना भंडारों को आपस में सम्बद्ध किये जाने तथा उन्हें किसी स्थान पर उपलब्ध कराए जाने की आधुनिक वैज्ञानिक संचार माध्यम हैं.
इंटरनेट की रचना और कार्यविधि
हालांकि इंटरनेट विश्वभर में फैला एक नेटवर्क हैं, फिर भी कई कारणों से यह एक छोटे शहर की अनुभूति देता हैं. इसमें भी वहीँ सेवाएं होती हैं. जो किसी शहर में मिलती हैं. यदि आपकों अपनी मेल प्रेषित करनी या प्राप्त करनी हैं तो आप इस कार्य को करने के लिए इंटरनेट में इलेक्ट्रॉनिक ऑफिस होते हैं.
जिनमें ऑनलाइन लाइब्रेरी मिल जाती हैं. जिसमें हजारों लाखों की संख्या में पुस्तकें होती हैं. जिन्हें सुविधानुसार पढ़ा जा सकता हैं. इसी प्रकार इंटरनेट पर उपलब्ध चैट रूमस किसी शहर में दिन रात चलने वाली कॉफ़ी शॉप की तरह होते हैं. जहाँ लोग अपने मित्रों के साथ बैठकर बातें कर सकते हैं.
इसके साथ ही पिक्चर देख सकते हैं. सामान क्रय विक्रय कर सकते हैं. कहीं के भी रेडियो स्टेशन सुन सकते हैं. ये सभी कार्य इंटरनेट की सुविधा के विभिन्न आयामों को दर्शाते हैं.
कार्यविधि की दृष्टि से इंटरनेट से अपने कंप्यूटर को जोड़कर व्यक्ति दूसरे सभी कंप्यूटर में समाहित सामग्री को उपलब्ध करके सरलता से अपने उपयोग में ले सकता हैं.
समस्त संसार के कंप्यूटरों में समाहित विविध प्रकार की सूचना सामग्री www वर्ल्ड वाइड वेब कहा जाता हैं. इंटरनेट में शामिल होने के लिए अपनी वेबसाइट स्थापित करनी पड़ती हैं. फिर रूचि के अनुसार सम्बन्धित वेबसाइट से सम्बन्ध स्थापित करके जानकारी प्राप्त होती हैं.
उपयोग और दुरूपयोग
इंटरनेट आज की संचार सेवाओं में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता हैं. घर बैठे बटन दबाते ही वांछित सूचनाओं का आदान प्रदान बड़ी सरलता से किया जा सकता हैं.
अतः यह असीम ज्ञान तक पहुचने का अजस्र स्रोत हैं. इसके द्वारा उन सभी विषयों की जानकारी प्राप्त की जा सकती हैं जिन्हें व्यक्ति के द्वारा केवल सोचा जा सकता हैं.
अध्यापक, विद्यार्थी, डॉक्टर, व्यापारी तथा अन्य शिक्षित समुदाय अपने विचारों एवं समस्याओं के हल हेतु आदान प्रदान तेजी से लम्बी दूरियों के बीच कर सकता हैं.
अतः इंटरनेट हमारे लिए आज की व्यस्तता भरी जिन्दगी के लिए अति उपयोगी हैं. परन्तु कुछ शरारती तत्व इस नेटवर्क में वायरस प्रवेश कराने के प्रयास कर सूचनाओं का दुरूपयोग करने से नहीं चुकते.
इस प्रकार इंटरनेट ने अपराध जगत में साइबर अपराधी की एक नई फौज खड़ी कर दी हैं. अब इस अपराध को रोकने के लिए कानून बनाया गया हैं.
उपसंहार
विज्ञान के इस युग में नयें नयें आविष्कार जहाँ मानव कल्याण की दृष्टि से किये जाते हैं. वही उन आविष्कारों के साथ हानियाँ भी अपने आप जुड़ जाती हैं.
लाभ और हानि मनुष्य की सोच पर निर्भर हैं. सार यह है कि इंटरनेट हमारे लिए उपयोगी हैं और सभी इसका सदुपयोग कर लाभान्वित होवे.
इंटरनेट निबंध Essay On Internet In Hindi
पहले लोगों के शौक खेलना, पढ़ना, संगीत सुनना, चित्र बनाना, फोटोग्राफी इत्यादि हुआ करते थे. आजकल उसे शौक के बारे में पूछिए तो हर दस में सात लोगों का जवाब होगा इंटरनेट सर्फिंग.
और कमाल तो यह हैं कि इन्टरनेट के माध्यम से खेलने, पढ़ने, संगीत सुनने और चित्र बनाने जैसे शौक पूरे किये जा सकता हैं. यही कारण हैं कि इसे कोई जादू तो कोई विज्ञान का चमत्कार तो कोई ज्ञान का सुपर हाईवे कहता हैं.
आप इसे जो भी कहिये किन्तु इस बात में कोई संदेह नहीं कि सूचना क्रांति की देन यह इंटरनेट न केवल मानव के अति उपयोगी साबित हुआ हैं. बल्कि संचार में गति एवं विविधता के माध्यम से इसने दुनियां को बिलकुल बदल कर रख दिया गया हैं.
सूचना एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक संसाधनों को साझा करने के लिए विभिन्न संचार माध्यमों में आपस में जुड़े कम्प्यूटरों एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का समूह, कम्प्यूटर नेटवर्क कहलाता हैं.
और इन्ही कंप्यूटर नेटवर्कों का विश्वसनीय नेटवर्क इंटरनेट हैं. शीत युद्ध के दौरान सन 1969 में अमेरिका प्रतिरक्षा विभाग ने युद्ध की स्थिति में अमेरिकी सूचना संसाधनों के संरक्षण आपस में सूचना को साझा करने के उद्देश्य से पहली बार कुछ कंप्यूटरों के एक नेटवर्क अरपानेट की स्थापना की.
इसी संकल्पना के आधार पर अन्य कंप्यूटर नेटवर्कों का निर्माण हुआ, जो आगे चलकर विश्वस्तरीय नेटवर्क इंटरनेट के रूप में तब्दील हो गया. इसमें विश्वभर के कंप्यूटर नेटवर्क एक मानक प्रोटोकॉल के माध्यम से जुड़े होते हैं.
दुनियां के किसी भी व्यक्ति को इंटरनेट के स्वामी की संज्ञा नहीं दी जा सकती. इसका मुख्यालय अथवा केन्द्रीय प्रबंध नहीं हैं. कोई भी व्यक्ति जिसके पास किसी भी व्यक्ति जिसके पास किसी इंटरनेट सेवा प्रदाता कम्पनी की इंटरनेट सुविधा हैं अपने कंप्यूटर के माध्यम से इससे जुड़ सकता हैं.
आज विश्व के कुल 6.8 अरब से भी अधिक लोगों में से लगभग 2 करोड़ लोग इंटरनेट से जुड़े हुए हैं. अमेरिका में इंटरनेट से जुड़े लोगों की संख्या सर्वाधिक, पूरे विश्व का सर्वाधिक लगभग 20 प्रतिशत हैं भारत में ऐसे लोगों की संख्या 6 करोड़ से अधिक हैं. पूरे विश्व में इंटरनेट से जुड़ने वाले लोगों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही हैं.
कंप्यूटर नेटवर्क का आविष्कार सूचनाओं को साझा करने के उद्देश्य से किया गया था. पहले इसके माध्यम से हर प्रकार की सूचना को साझा करना संभव नहीं था, किन्तु अब सूचना प्रोद्योगिकी के इस युग में दस्तावेजों एवं ध्वनि के साथ साथ विडियो का आदान प्रदान करना भी संभव हो गया हैं.
इंटरनेट वरदान या अभिशाप पर निबंध
इंटरनेट एक संचार क्रांति पर निबंध
इंटरनेट वह जिन्न हैं जो आपके सभी आदेशों का पालन करने को तैयार रहता हैं. विदेश जाने के लिए हवाई जहाज का टिकट बुक कराना हो, किसी पर्यटन स्थल पर स्थित किसी होटल का कमरा बुक कराना हो.
किसी किताब का आर्डर देना हो, अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए विज्ञापन देना हो, अपने मित्रों से ऑनलाइन चैटिंग करनी हो, डॉक्टरों से स्वास्थ्य सम्बन्धी सलाह लेनी हो या वकीलों से कानूनी सलाह लेनी हो, इंटरनेट हर मर्ज की दवा है.
इंटरनेट ने सरकार, व्यापार और शिक्षा को नयें अवसर दिए हैं. सरकार अपने प्रशासनिक कार्यों के संचालन विभिन्न कर प्रणाली प्रबंधन और सूचनाओं के प्रसारण जैसे अनेकोनेक कार्यों के लिए इंटरनेट का प्रयोग करती हैं
कुछ वर्ष पहले तक इंटरनेट व्यापार और वाणिज्य में प्रभावी नहीं था. लेकिन आज सभी तरह के विपणन और व्यापारिक लेन देन इसके माध्यम से संभव हैं.
इंटरनेट पर आज पत्र पत्रिकाएँ प्रकाशित हो रही हैं रेडियो चैनल उपलब्ध हैं और टेलीविजन के लगभग सभी चैनल भी मौजूद हैं. इंटरनेट के माध्यम से आज शैक्षणिक पाठ्यक्रमों का संचालन किया जा सकता हैं
विश्व के एक छोर से दूसरे छोर तक स्थित पुस्तकालय से जुड़कर किसी विषय का विशेष ज्ञान प्राप्त किया जा सकता हैं.
कोई भी व्यक्ति अपनी संस्था तथा उनकी गतिविधियों, विशेषताओं आदि के बारे में इंटरनेट पर अपना वेबपेज बना सकता हैं, जिसे करोड़ो लोग अपने इंटरनेट पर देख सकते हैं
विश्व व्यापी संजाल यानि वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) वैश्विक पहुंच का सर्वोत्तम साधन सिद्ध हो रहा हैं. इंटरनेट सेवा प्रदाता कम्पनियाँ मामूली शुल्क लेकर उपभोक्ताओं को इंटरनेट सेवा प्रदान करती हैं.
भारत में इंटरनेट सेवा की शुरुआत बीएसएनएल ने सन 1995 में की थी. अब जिओ, एयरटेल, रिलायंस टाटा, वोडाफोन जैसी दूरसंचार कम्पनियाँ भी इंटरनेट सेवा उपलब्ध करवाती हैं.
पहले ई मित्र के माध्यम से दस्तावेजों, छवियों का आदान प्रदान ही किया जाता था, अब ऑनलाइन बातचीत का प्रयोग लगातार बढ़ रहा हैं और चैटिंग के माध्यम से हम किसी भी मुद्दे पर बहस कर सकते हैं.
इंटरनेट के माध्यम से मिडिया हाउस ध्वनि और दृश्य दोनों माध्यम के द्वारा ताजातरीन खबरें व मौसम सम्बन्धी जानकारियाँ हम तक आसानी से पंहुचा रहे हैं.
नेता हो या अभिनेता, विद्यार्थी हो या शिक्षक, पाठ्क हो या लेखक, वैज्ञानिक हो या चिंतक सबके लिए इंटरनेट समान रूप से उपयोगी साबित हो रहा हैं.
अब इसके माध्यम से न सिर्फ उच्च शिक्षा हासिल की जा सकती हैं, बल्कि रोजगार की प्राप्ति में यह सहायक साबित होता हैं. विभिन्न प्रकार के सर्वेक्षण एवं जनमत संग्रह इंटरनेट के द्वारा भली भांति हो सकते हैं.
इंटरनेट के कई लाभ हैं तो इसकी कई खामियाँ भी हैं. इसके माध्यम से नग्न दृश्यों तक बच्चों की पहुच आसान हो गई हैं. कई लोग इंटरनेट का दुरूपयोग अश्लील साइटों को देखने और सूचनाओं को चुराने में करते हैं.
इससे साइबर अपराधों में वृद्धि हुई हैं. इंटरनेट से जुड़ते समय वायरसों द्वारा सुरक्षित फाइलों के नष्ट या संक्रमित होने का भी खतरा बना रहता हैं. इन वायरसों से बचने के लिए एंटी वायरस का प्रयोग आवश्यक होता हैं.
इन सबके अतिरिक्त बहुत से लोग इस पर अनावश्यक और गलत आंकड़े एवं तथ्य भी प्रकाशित करते हैं. अतः इस पर उपलब्ध सभी आंकड़ों एवं तथ्यों को हमेशा प्रमाणिक नहीं माना जा सकता.
इनके इस्तमोल के वक्त हमें काफी सावधानी बरतने की जरूरत पड़ती हैं. इस तरह इंटरनेट यदि ज्ञान का सागर है, तो इसमें कूड़े कचरे की भी कमी नहीं.
यदि इसका सही इस्तमोल करना आ जाए तो इस सागर से ज्ञान प्रगति के मोती हासिल होंगे और यदि गलत इस्तमोल किया जाए तो कूड़े कचरे के अलावा कुछ भी हाथ नहीं लगेगा.
इंटरनेट पर उपलब्ध ज्ञान के सागर एवं इस माध्यम का सही ढंग से समुचित उपयोग मनुष्य की तरक्की में अहम भूमिका निभाएगा, अतः आने वाली पीढ़ी को इसका सही इस्तेमाल सिखाना अति आवश्यक है अन्यथा यह बच्चों के हाथ में धारदार तलवार साबित होगा.
इंटरनेट और इसके लाभ और नुकसान | Internet ke Fayde Aur Nuksan in Hindi
आज से १० साल पहले और आज के सामाजिक जीवन में आसमान जमीन का अंतर देखा जा सकता हैं. इंटरनेट क्रांति के कारण विश्व तेजी से बदला हैं.
इंटरनेट ने आधुनिक युग में व्यक्ति के जीवन को बेहद और जानकारियों से सम्पन्न बना दिया हैं. आज हमें उन लोगों को धन्यवाद देना चाहिए जिन्होंने हमें यह अमूल्य उपकार दिया है जिसकी बदौलत आज एक व्यक्ति घर बैठे कोई सूचना, सामग्री, धन आदि का आदान प्रदान कर सकता हैं.
विश्व के हर कोने में आज इंटरनेट की सहायता से ज्ञान पहुँच रहा हैं. इंटरनेट का उपयोग व्यापार, शिक्षा, चिकित्सा, परिवहन, स्कूलों, कालेजों, पारंपरिक कार्यक्रम आदि में धडल्ले से किया जा रहा हैं.
अपने शुरूआती समय में इंटरनेट बहुत कम सेवाओं के साथ शुरू हुआ था. ईमेल सेवा तथा इंटरनेट ब्राउज तक ही सिमित था धीरे धीरे इसके बदलाव आते गये और आज हर एक कार्य घर बैठे ही इंटरनेट की मदद से किये जा सकते हैं.
आज इंटरनेट हमारे जीवन का एक अभिन्न बन चुका हैं. साथ ही अब यह हमारी जरूरत भी हैं. सुबह से शाम तक व्यक्ति अपना अधिकतर समय इसी पर गुजार रहा है. इंटरनेट ने हमे तमाम सारी सुविधाएँ प्रदान की हैं.
हम कोई भी जानकारी पा सकते है किसी से भी ऑनलाइन बात कर सकते हैं. Facebook, WhatsApp, Hike, Twiiter जैसे सोशल प्लेटफार्म के जरिये आज पूरा विश्व एक गाँव का रूप ले चुका हैं.
आज इंटरनेट हर व्यक्ति हर बच्चे तक पहुँच चुका हैं. भले ही सूचना क्रांति के इस साधन ने हमें तमाम सुविधा दी है मगर आज यह एक लत और खतरा बनता जा रहा हैं.
हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक़ भारत दुनिया के सबसे बड़ा इंटरनेट उपभोक्ता देश हैं. हमें इंटरनेट का विवेक के साथ उपयोग करना चाहिए, हमारे उपयोग पर ही इसके फायदे और नुकसान लाभ हानि निर्भर करते हैं.
इंटरनेट के फायदे (Internet ke Fayde in Hindi)
- इंटरनेट की मदद से आज यह संभव हो पाया है कि एक जिज्ञासु किसी भी विषय के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
- दुनियां के किसी कोने में बैठे व्यक्ति अपने दोस्तों रिश्तेदारों से सम्पर्क साधा जा सकता हैं.
- किसी क्षेत्र विशेष में योग्य व्यक्ति कलाकार अपनी कला, ज्ञान, प्रतिभा को लोगों तक पहुचाकर अपनी पहचान और पैसे दोनों कमा सकते हैं.
- सोशल मीडिया की मदद से व्यक्ति अपने भावनाओं को अन्य लोगों के साथ भी शेयर कर सकते हैं.
- विद्यार्थियों के लिए इंटरनेट वरदान साबित हुआ हैं अब वे इसकी मदद से दूसरे शहर जाने या कोचिंग लेने की बजाय जटिल विषयों की तैयारी घर बैठे विशेष्यज्ञों की मदद से कर सकता हैं.
- बिजली का बिल हो या पानी का , टेलीफ़ोन का भी साथ में ले लेना, सिनेमा की टिकट्स बुक जैसे कामों के लिए अब सरकारी दफ्तरों की लाइन लगाने की आवश्यकता नहीं रह गयी हैं. अब घर बैठे ही टिकट बुक और बिलों का भुगतान किया जा सकता हैं.
- ऑनलाइन खरीददारी और इंटरनेट बैंकिंग से रुपयों का लेनदेन और अधिक सरल हो गया हैं.
- आज व्यक्ति सोशल मीडिया की मदद से अपनी छवि को अच्छी बना सकता हैं.
इंटरनेट के नुकसान (Internet ke Nuksan in Hindi)
- इंटरनेट का सबसे अधिक नुकसान हमारे यूथ और बच्चों को हो रहा है, वे चैटिंग, विडियो और गेम्स में समय की बर्बादी करते हैं.
- फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसी सोशल साइट्स पर अन्य लोगों के व्यक्तिगत जीवन में दखल देना या ट्रोल करना आम बात हो गयी हैं.
- इंटरनेट पर आज अश्लील सामग्री का भंडार है जिनसे आज बच्चे उम से पूर्व ही युवा बनते जा रहे हैं.
- नकली प्रोफाइल और फेक न्यूज इंटरनेट की सबसे बड़ी देन है जिससे व्यक्ति कई बार ठगा सा महसूस करता हैं.
- तेजी से ऑनलाइन ठगी के मामले सामने आ रहे हैं, लोग नकली साइट्स की मदद से इस व्यवसाय को अपना रहे हैं.
- इंटरनेट ने निश्चय ही व्यक्ति के व्यवहार को बहुत हद तक गिराने में योगदान दिया हैं किसी को गाली देना या उनकी भावनाओ को आहत करना आम बात हैं.
- लोग अधिक और जल्दी पैसे कमाने के तरीके आए दिन बनाते है और लोगों को लूटते हैं.
Very good ? nice essay