नमस्कार फ्रेड्स यहाँ हम रेलवे स्टेशन का दृश्य पर निबंध | Essay on Railway Station in Hindi And English स्कूल स्टूडेंट्स के लिए लेकर आए हैं, सार्वजनिक उपक्रम के रूप में रेलवे भारत का एक बड़ा संस्थान है.
रेलवे स्टेशन वह स्थान होता है जहाँ से ट्रेने आती जाती है लोगों की आवाजाही चलती रहती हैं, एक व्यस्त स्थल के रूप में इसका विवरण इन निबन्धों में मिलेगा.
रेलवे स्टेशन का दृश्य पर निबंध Essay on Railway Station in Hindi & English
the short paragraph on railway station: Scene of the railway station very well each one. uncountable crowed and peoples groups go-comes here to there.
the station speaker announces train schedule and jag jug loud voices come from trains engine.
in this Essay on Railway Station in Hindi & English short paragraph giving for students, which read in class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9.
you can take help this essay write about Indian Railway Station scene in our own language.
Railway Station English Short Essay
people come from and go to distant places daily. means of communication like buses, railway trains, ship, and airplanes are pressed into service for men to undertake their journey.
last year, I had to attend a marriage party. I reached Delhi railway junction. booking window was found crowded.
selfish passengers were against ”the queue making”. coolis in red shirts were seen going up and down carrying luggage.
on the railway platform, vendors were selling their goods. ”hot tea’, ”cold sharbat”, pan and cigarettes’ were being sold like hot cakes.
passengers: ladies, gents, and children were either boarding train or leaving trains.
whistles of engines and railway train guards were frequently heard. the train was steaming in and steaming off their. the mail-trains, passenger-trains, and goods-trains were moving to and from.
रेलवे स्टेशन का दृश्य पर निबंध
लोग आते हैं और दूर-दूर के स्थानों पर जाते हैं। बसों, रेलवे ट्रेनों, जहाज, और हवाई जहाज जैसे संचार के माध्यम से लोग यहाँ वहा के स्थलों की विविध कामों से आते जाते रहते है।
पिछले साल, मुझे शादी की पार्टी में भाग लेने के लिए रेलवे प्लेटफोर्म पर जाना पड़ा। मैं दिल्ली रेलवे जंक्शन पहुंचा। वहां की बुकिंग खिड़की पर बहुत सी भीड़ थी।
सभी लोग तैसे वैसे टिकट प्राप्त करने के लिए कतार को छोड़कर आगे निकलने की फिराक में रहते है। लाल शर्ट पहने रेलवे कुली यात्रियों के माल को इधर से उधर ले जा रहे थे।
रेलवे प्लेटफोर्म पर कई छोटे बड़े स्टाल लगे हुए थे, जहाँ पर खाने पीने के सामान चाय, ठंडा, केक आदि सामान बेचा जा रहा था. इधर उधर स्त्री,पुरुष व बच्चों की टोलियाँ रेलगाड़ी को छोड़ रही थी, अथवा यात्रा के लिए अपनी ट्रेन पकड़ रहे थे.
स्टेशन पर गाड़ियों के आने जाने का विवरण सुनाने वाले लाउडस्पीकर के अतिरिक्त रेलवें गार्ड की सिटी भी आवाज दे रही थी. प्लेटफोर्म से मेल ट्रेन, यात्री गाड़ियों, और माल-रेलगाड़ियों अपने समय के मुताबिक़ निकल रही थी.