सरकार पर सुविचार अनमोल वचन | Government Quotes In Hindi

Government Quotes In Hindi (सरकार सुविचार) : हम सामान्य तौर पर सभी जानते है कि सरकार क्या होती हैं, सरकार क्या कार्य करती हैं अथवा गवर्नमेंट कैसे बनती हैं.

वर्तमान में लोकतांत्रिक व्यवस्था है लोगों द्वारा सरकारे चुनी जाती हैं. तथा वह जनहित का कार्य करती हैं. आज हम लोकतंत्र, नेताओं, राजनीति, सरकार पर सुविचार (Government Quotes) पढ़ेगे और जानेगे दार्शनिकों के इस सम्बन्ध में क्या थोट्स हैं. 

सरकार पर सुविचार अनमोल वचन | Government Quotes In Hindi

सरकार पर सुविचार अनमोल वचन Government Quotes In Hindi

1#. वह शासन सर्वोत्तम होता है जो सर्वोत्तम शासन करता हैं. leadership quotes


2#. शासित की स्वीकृति, सहमति के बिना चलने वाली सरकार गुलामी की परिभाषा हैं. great leader quotes


3#. प्रत्येक सरकार से चीते की अपेक्षा अधिक डरना चाहिए.


4#. सबसे बड़ी बुराई एक कमजोर सरकार होती हैं.


5#. ईमानदारी होने की कला पूरी तरह शासन का रहस्य हैं.


6#. कोई भी व्यक्ति दुसरे व्यक्ति की सहमति के बिना उस पर शासन करने के योग्य नही होता हैं.


7#. राज्य व्यक्ति के लिए होता हैं न कि व्यक्ति राज्य के लिए.


8#. प्रत्येक सरकार में गिरावट तब आरम्भ होती हैं जब उन सिद्धांतों का क्षय होने लगता हैं जिन पर उसको स्थापित किया गया हैं.


9#. मतदान गोली से अधिक शक्तिशाली हैं.


10#. लोकतंत्र का अर्थ है विवाद द्वारा शासन परन्तु यह प्रभावी तभी होता है जब जनता को व्यर्थ बातें करने से रोका जा सके.


11#. जब सरकार के चार स्तम्भों धर्म, न्याय, परामर्श एवं कोष में कोई एक विशेष रूप से हिल जाता हैं अथवा दुर्बल हो जाता हैं, तब लोगों को अच्छे मौसम की प्रार्थना करने की आवश्यकता होती हैं.

सरकार पर सुविचार

सरकार अपनी सत्ता का उत्कृष्ट रूप अपनी शासन व्यवस्था के द्वारा प्रदर्शित करती है।


अगर सरकार मज़बूत होगी तो देश का भविष्य सर्वोच्च साबित होगा।


सरकार में अगर ईमानदार लोगों का साथ है तो सरकार का स्वरूप सर्वोत्तम होगा।


सरकार का निर्माण देश के लोगों द्वारा होता है और सरकार की कार्यप्रणाली सरकार के रूप में कार्यरत लोगों द्वारा संचालित होती है जो देश को उज्जवल बना सकती है।


समाज का निर्माण सही रूप से तभी होता है जब सरकार मज़बूत होती है। सरकार अच्छी होगी तो राष्ट्र की नींव सुदृढ़ होगी।


सरकार का असर पूरे समाज पर पड़ता है और लोगों की जीवनशैली भी प्रभावित होती है।


सरकार वो छत्रछाया है जिसकी मज़बूती अपने आश्रितों के लिए सहायक सिद्ध होती है।


मनुष्य की जिंदगी में समाज में घटित क्रियाकलापों का असर होता है।


सरकार को चलाने वाले लोग अगर अपने दायित्वों के प्रति इमानदार होगें तो समाज का विकास होगा।


सरकार राष्ट्र विकास की सीढ़ी है अगर सरकार सुचारू रूप से चलेगी, पूर्ण रूप से नियोजित की जाएगी, सही संदर्भों को ध्यान में रखकर आगे बढ़ेगी तो जनता की नज़र में एक अच्छी सरकार का रूप प्रस्तुत करेगी।


सरकार लोगों की सहमति से निर्मित होती है और सरकार के कार्य से लोग ही प्रभावित होते हैं।


ऐसे कितने शासकों ने अपनी कुशलता के माध्यम से एक सुदृढ़ सरकार का गठन किया जो इतिहास में अपना नाम अंकित कर गए।


सरकार वो घर है जहाँ रहकर उसके माहौल व परिवार के सदस्यों के व्यवहार स्वरूप सुख दुख की अनुभूति होती है।


सरकार एक व्यक्ति से नहीं चलती बल्कि एकत्व रूप से सभी लोगों के सम्मिलित रूप से चलती है।


सरकार की सुदृढ़ता जनता के मतों व कार्यप्रणाली पर निर्भर करती है।


सरकार अगर सही नहीं होती तो उसका असर पूरे देश पर पड़ता है।


जनता का दायित्व है कि समाज में एक अच्छी सरकार का प्रारूप तैयार हो इसलिए सही व काबिल उम्मीदवार को निष्पक्ष रूप से वोट करे तभी राष्ट्र के लिए अच्छा होता है।


सरकार के रूप में काबिल, वादे निभाने वाले अच्छे उम्मीदवारों का चयन हो तो राष्ट्र विकसित होता है।


सरकार बनाना हो तो सच्चाई, ईमानदारी को ढाल बनाओ।


जनता के हित में कार्य करने वाली सरकार एक अच्छी सरकार के रूप में मानी जाती है जो जनता के प्रति उनकी परेशानियों को दूर करने वाली व समाज में उनके लिए सुख प्रदान करने वाली होती है।


एक अच्छी सरकार जनता के अधिकारों का ख्याल कर उनके अधिकारों के मूल्यों को बनाए रखती है। ह्रास नहीं होने देती है।


सरकार के रूप में नेता दोस्त बने तो अच्छा है लेकिन दुश्मन की भूमिका निभाने वाले कभी सरकार का मज़बूत गठन नहीं कर सकते हैं।


सरकार को हर वर्ग, जाति, धर्म, समाज लोगों का ध्यान कर नियम बनाने चाहिए।


एक विकसित राष्ट्र स्वार्थ से फलीभूत नहीं हो सकता है उसमें जनहित की कामना नहीं होती है।


गरीबों की आवाज़ को सरकार दफन न करे यही अच्छी सरकार की सर्वश्रेष्ठता होती है।


मनुष्य का कर्तव्य है कि सही उम्मीदवार को वोट करे न कि जान पहचान, भाई भतीजावाद के चक्कर में पड़े।


नेता अपने कार्यों व काबिलियत से उम्मीदवार बनें एवं वादे के नाम पर पालन भी करें तो सरकार के लिए अच्छे नेता साबित होते हैं।


प्राचीन काल से आज के आधुनिक काल में अनेक बदलाव आए लेकिन सरकार का प्रारूप शासक व्यवस्था पर ही निर्भर होता है। शासक सही तो क्रिया प्रणाली की रूपरेखा सही होती है।


जनता झूठे वादों में ना फंस कर अपनी सही समझ से सरकार के रूप में ईमानदार व सच्चाई और अच्छाई को निभाने वाले उम्मीदवार को वोट दें।


अगर सरकार शक्तिशाली होगी तो राष्ट्र का गौरव और सम्मान बना रहेगा और दुश्मनों से भी कोई खतरा नहीं होगा।


सरकार के उम्मीदवार के रूप में नियुक्त कई नेता भ्रष्टाचार से सरकार दूषित करते हैं इसलिए सही वोट करना चाहिए और सही सरकार को देश के सम्मुख समक्ष लाना चाहिए।


जनता अगर सोच समझ कर सरकार के रूप में सही उम्मीदवार को चुने तो एक सुदृढ़ विकसित सरकार बनती है।


सरकार के वादे व्यर्थ हो जाते हैं अगर वह पूरे नहीं होते हैं।


सरकार का दायित्व देश में शांति बनाए रखना, बेरोज़गारी, गरीबी, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि के संदर्भ में उचित कदम उठाना होता है जिनका पालन कर सरकार विकास की ओर अग्रसर हो जाती है।


सरकार के कार्यालय में अक्सर महंगाई एक बहुत बड़ी समस्या के रूप में समक्ष आती है जो लोगों के जीवन पर काफी असर करती है, जिसको दूर कर सरकार अपना स्वरूप महान बना सकती है।


जनता को सरकार से डरने की ज़रूरत नहीं है बल्कि सरकार का निर्माण करने वाली जनता से सरकार को फर्क पड़ सकता है।


सरकार अगर अपने कर्मचारियों की तरक्की व विकास के बारे में सोचें तो यह भविष्य के लिए शुभ संकेत होगा।


सरकार का फर्ज़ है कि वह जनता की खुशियों का ख्याल रखे और जनता का भी फर्ज़ है कि सरकार का सही कार्य में सहयोग दे क्योंकि सरकार एक तरफा नहीं होती है बहुयामी स्वरूप प्रदर्शित करती है।


पैसे से कभी अच्छी सरकार का गठन नहीं होता है।


सरकार एक दूसरे की सरकार का मान रखे तो देशों के मध्य अच्छे रिश्ते स्थापित होते हैं।


सरकार जनता का इस्तेमाल करने के लिए नहीं बल्कि जनता की सुविधा अनुसार उनके अधिकारों को पूरा करने व उनके लिए एक अच्छी सरकार के रूप में स्थापित होती है।


सरकार में आपसी रंजिश का भाव ना आए तो अच्छा है। सरकार में एकता भाव मज़बूती प्रदान करता है।


एक अच्छी सरकार ही जनता की खुशी और जनता के जीवन के बारे में सोचती है एवं उनके हित स्वरूप कार्य करती है तभी जनता भी अपना उचित सहयोग दे पाती है।


सरकार जनता द्वारा निर्मित होती है जो जनता में इतनी शक्ति होती है कि वह समाज में एक अच्छी सरकार का चुनाव करे।


सरकार अच्छी होगी तो राष्ट्र रहेगा लेकिन अगर सरकार अच्छी नहीं हुई तो राष्ट्र की डोर कमज़ोर पड़ जाएगी।


अगर सरकार को चलाने वाले अच्छे हैं तो सरकार राष्ट्र के लिए आदर्श बन जाती है।


स्वतंत्रता का अधिकार हर मनुष्य के पास है उसमें सरकार रुकावट नहीं डाल सकती है।


सरकार जनता को अपने कार्य से दर्शित कराए कि सरकार का चुनाव अच्छा है या बुरा यह उन पर निर्भर है।


सरकार का निर्माण आसान कार्य नहीं होता है सही सरकार का गठन सोच समझकर ही होता है।


सरकार द्वारा बनाए गए नियम व कानून ऐसे हों कि जनता भी बार-बार ऐसी सरकार को वोट करे।


आज़ाद फिज़ा का माहौल बनाये ऐसी सरकार बनना जनता को भी आज़ादी देगा।


सरकार में अगर बेईमानी आ जाए तो सरकार की नींव कमज़ोर पड़ जाती है।


सरकार के रूप में नियुक्त नेता अगर जनता और देश के प्रति वफादार रहें तो एक अच्छी सरकार बन सकती है।


जनता का अधिकार व दायित्व होता है कि सही सरकार के रूप में उचित उम्मीदवारों को वोट दे और चयनित कर समाज के प्रति अपने दायित्व का निर्वाह करें।


सरकार के रूप में कार्यरत नेता अगर अपने वादों पर खरे उतरें तो सोने पर सुहागा होता है और नेताओं की ईमानदारी, विश्वास, सच्चाई से सरकार का भला होता है और जनता का जीवन खुशी स्वरूप पार लग जाता है।


सिर्फ चुनाव लड़ना ही काफी नहीं होता है नेताओं को अपनी ज़िम्मेदारी भी सही रूप से निभानी चाहिए तभी सरकार का रूप सर्वश्रेष्ठ होता है।  

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