आज के इस आर्टिकल में आपकों वृक्ष जीवन और सामान्य उपयोग की कुछ ऐसी Hindi Paheli With Answers ऐसी जो दिमाग को घुमा दे का सग्रह लेकर आए हैं.
hindi puzzles की दो लाइनें आपके दिमाग का दही कर रख देगी. paheliyan with answer में आपकों 50 से अधिक ऐसे puzzle questions जो आप किसी से पूछकर उन्हें फसा सकते हैं.
दूसरी तरफ ये puzzle questions आपके जनरल नालेज को इम्प्रूव करने में भी मदद करेगी.
Hindi Paheli With Answers ऐसी जो आपके दिमाग को घुमा दे
Best Hindi Paheli के आर्टिकल में आपका स्वागत हैं. यदि आप इंटरनेट पर बेहतरीन हिंदी की पहेलियो की खोज कर रहे हैं तो आपका स्वागत हैं.
आज के आर्टिकल में आपको बेहतरीन हिंदी की पहेलियाँ उत्तर के साथ मिलेगी.
Best Paheli In Hindi With Answers
- चार अक्षर का हैं मेरा नाम. गहरी छाया फल देना मेरा काम, पत्तों से कीड़े पलते, कीड़ो से हम कपड़ा बुनते-शहतूत
- ख्याति की तुम अंग्रेजी बनाओं, मेरा नाम तुम स्वत: ही पाओं, प्लाईवुड लकड़ी से बनता, वृक्ष की हरी लकड़ी चीरता-पापुलर
- हिमालय से चलकर आता, तीन अक्षर में नाम आता, दूध में मै जुड़ता जाता, जब मै बुद्धि को बढ़ाता-बादाम
- चार अक्षर का पेड़ कहलाता, फल गरीबों का सेब कहलाता, साल में दो बार फल लगता, तोता काटने हैं भागता-अमरुद
- मै गहरी छाया का राजा, बेकार होती लकड़ी ताजा, कुल तीन अक्षर का नाम आता, प्रथम कटे तो बराबर कहलाता-शीशम
- तीन अक्षर का वृक्ष कहलाता, मध्य कटे तो सिर बन जाता, अंत कटे तो शीश बन जावे, आदि कटे तो सर कहलावे-सिरस
- राजपुष्प इसका फूल कहलाता, सूखे इलाके में यह पाया जाता, तीन अक्षर का यह बताएं नाम, लकड़ी इमारत में आए काम-रोहिड़ा
- पत्ते शिव पूजन में आए काम, केवल दो अक्षर में आए नाम, नाम अर्थ से बना लता, बने सर्वथ फल से दिया बता-बेल
- इसका चार अक्षर का नाम हैं, फूलों का कविताओं में नाम हैं, फूलों की उपमा होवत भारी, कच्ची कलियों की शोभा न्यारी-कचनार
- चार अक्षर के नाम वाला, यह वृक्ष हैं बड़ा निराला, जल शुद्ध करे इसका सर्वरस, आज हम गये हैं तरस.–सहिजना
- साढ़े तीन अक्षर नाम में आए, यह एक बहुत अच्छा वृक्ष कहलाएं, दवाइयों के यह आता काम,फिर भी यह जगल कहा जाता-गम्भारी
- इसका तीन अक्षर का हैं नाम, वृक्ष आता है औषधि के काम, आदि कटे तो जवानी उतर जाती, मध्य कटे तो हिमालय बन जाती-पाढल
- तीन अक्षर का मेरा नाम, पत्तों का नही होवे काम,आदि कटे कृष्ण लीला कहलावे, मध्य कट जाए तो बात उलझ जावे.-फरास
- प्रथम कटे तो हाथ लगा दे, मध्य कटे तो नैया पार लगा दे, अंत कटे तो देश कहावे, तीन अक्षर का नाम बतावे-पाकर
- तीन अक्षर में नाम आता, औषधि में यह काम आता,प्रथम कटे तो लावा कहलाता, मध्य कटे तो नाम बतलाता–भिलावा
- तीन आखर का हैं नाम,आता अचार के काम,ठंड से नाता दूजा नाम रखता, फलरस चिपकाने के काम आता-लसोडा
- तीन अक्षर का भतेरा नाम, औषध दे करू तेरा काम, दूसरा नाम जिला कहलाता, यह सब को वृक्ष हैं बतलाता.-सिहोरा
- तीन आखर का नाम कहलाता, दूसरा नाम रात बतलाता, यह सब हैं पेड़ बतलाता, दवा छाया के काम आता-अरनी
- स्वर्ग जैसा हैं नाम मेरा, छाव दाव से पड़े काम तेरा, चार अक्षर मेरे नाम में आते, दूजे में कृष्ण भी कहलाते-सोनापाठा
- तीन अक्षर में आता हैं नाम आए चाव इंधन और औषधि के काम दूजा नाम बाँध कहलाता, सकल पड़े हैं बतलाता– बरना
- केरल का राज्य वृक्ष कहलावे, चार अक्षर इसके नाम में आवे, इसके फल का कवच बड़ा कठोर, तोड़ने वाले का दिखे जोर-नारियल
- तीन अक्षर का नाम बतलाए, फल इसका मेवा कहलावे, प्रथम कट जाए यह तो धन कहलाए, मध्य कटे तो भक्तो में बोला कहलाए-बदाम
- मीठे फलों के नाम वाला, फिर भी होता हैं फल वाला, तीन अक्षर का नाम बतलावे सब किसी में ख्याति कहलावे-महुआ
- खट्टी-खट्टी हो अदा मेरी,चटनी बनती सदा मेरी, तीन अक्षर में नाम आए, बीज दवा के काम आए-इमली
- चार अक्षर का नाम बतलावे, पर्याय एक गोत्र कहलाए, औषधि के हैं आए काम, भईया अब तो दो बतलाए-मोलसिरी
- दूर देशों से चलकर आया, यहाँ आकर अपना वर्चस्व जमाया, इसका हैं दो अक्षर का नाम बताया, अफारा दूर करने के काम आया-हिंग
- हिमालय में हैं मेरा वास, बनता हु मै तेरा निवास, फर्नीचर के भी काम आता, जो नष्ट करे वो पछताता-देवदार
- तीन अक्षर का नाम बतलाता, आदि कटे दलदल कहलाता, मध्य कटे बिक्री हु करवाता, अंत कटे दलदल कहलाता-सेमल
- तीन अक्षर का मेरा नाम औषध में हु आता काम, यदि का पर्याय हैं कहलाता, दूजा नाम आयरन हैं बतलाता-अगर
- चार आखर का मेरा नाम बच्चो की घुटी में आता काम, औषधीय गुण बतलाए सकल जन के काम आए-जायफल
- चार अक्षर का हैं मेरा नाम मै दवाइयों का करू काम, फल से वृक्ष नाम कहलाता, हर किसी के हु काम आता-कायफल
- मेरा दो अक्षर में नाम आता, पहाड़ी वृक्षों में गिना जाता, मै कंटीला वृक्ष कहलाता, पहाडो की शोभा बढाता-खैर
- मेरे नाम से रंग कहा जाता,साढ़े तीन अक्षर का नाम आता, मेरा फल हैं खाया जाता, शर्बत में भी काम आता-नारंगी
- साढे तीन अक्षर का नाम आता, कल्पना से मेरा गहरा नाता, वृक्षों में वृक्ष कहा जाता, श्री कृष्ण अर्जुन को बतलाता-कल्प
- साढ़े तीन अक्षर में नाम आता, रोज को हु में मिटता जाता, शिवजी का से प्रिय कहलाता, फल का मणिका बनाया जाता-रुद्राक्ष
- एक बात को तू कबूल, मेरे प्रसिद्ध फूल दाई का पर्याय कहलाता, दो अक्षर का नाम बतलाता-धाय
- पांच अक्षर का नाम बतलाता, पहाड़ी पेड़ यह कहलाता, इससे बायोडीजल निकलता, डीजल से यंत्र हैं चलता-रतनजोत
- दो अक्षर का मेरा नाम कहलावे, कच्ची कली मसाला के काम आए, दक्षिण भारत में इसका निवास, औषधीय वृक्ष हैं यह ख़ास-लॉन्ग
- एक बढ़िया गोंद देने का काम, दूजे नाम से बनता हैं गाम, दो अक्षर इसके नाम में हैं आते, पहाड़ो वनों में हैं पाए जाते-खैरी
paheli question and answer in hindi
- तीन अक्षर का देश हु, जानते लोग लाख करोड़,पीठ काटों बन जाऊ पांच अंगुली का जोड़-पंजाब
- वह चीज जो गीता में नही-झूट
- वो गईं, ये आई-नजर
- आई थी मगर देखी नही-मौत/नीद
- धूप में पैदा हुआ छाया मिली मुरझा गया-पसीना
- तीतर के दो आगे तीतर, तीतर के पीछे दो तीतर, बोलों कितने तीतर-तीन
- वो चीज कौनसी, जिसका हैं आकार, मगर नही हैं भार-अक्षर
- एक कटोरी में दो रंग का पानी-अंडा
- जिसने खरीदा,उसने नही किया प्रयोग, जिसने किया प्रयोग, उसने देखा नही-कफ़न
- मै गोल-गोल, मै पीला-पीला, दुसरे की थाली में लगता बड़ा-लड्डू
paheliyan in hindi
- एक चीज ऐसी देखे चोर मगर चुरा ना सके-विद्या धन
- हम माँ बेटी, तुम माँ बेटी, चलो बाग़ में चले, तीन आम तोड़कर पूरा-पूरा खाएं-नानी, माँ, बेटी
- ऐसा बताओं कौन शैतान, नाक पर बैठे पकड़ें कान-ऐनक
- स्थिर हैं, मगर दिन-रात चले-सड़क
- बिना हाथों के, बिन पैरो के, घूमें इधर-उधर-अखबार
- जैसे-जैसे मुझे तलाशो, दिल की अड़चन खोलों, प्यार मेरे से पाओगे, रूह की भुख मिटाओगे-किताब
- छोटा सा सिपाही, उसकी वर्दी खीच कर उतारी-केला
- एक चीज आई ऐसी, सुबह चार टांगो पर, दोपहर को दो पर, शाम को तीन पर-बचपन, जवां, बुढ़ापा
- जिस के लगे, उस को मारे, हैं वो हत्यारा, न वो फासी लगे न जाए जेल लगता सबको प्यारा-चाक़ू
- छोटी सी पिद्दनी, पिद्द पिद्द कर दी, सारे बजार की, लीद इकट्ठी कर दी-झाड़ू
paheli question and answer in hindi
- उते मै हरि सी, हेठ लाल हां, अमीर ते गरीब, सब दे नाल, हां-हरी मिर्च
- देखों मेरा कमाल, लाओ ता हरी, ल्हाओ ता लाल-मेहँदी
- देखो मेरी तक़दीर, मेरी टीढ़ जन्मों लकीर-कणक का दाना
- बारां जुवाक ती पोतेप्यो दा नां दस खोते-साल ,महिना, दिन
- पिच्छो खांवा, अग्गो कढा,32 फौजी, कल्ली नार, कर दी वार, ना मन्ने हार-जीभ और दांत
- बिच बाजार में सामने सबके, थैला लेके आया चोर, बंद दूकान का ताला खोला, सारा माल ले गया बटोर-डाकिया
- गोरा चिट्टा खूब हु, पर पहनू नही पाजामा, माँ को तो भाई नही, फिर भी बच्चो का मामा-चंदा मामा
- मुझ से बड़ी पेट में ऊँगली, सर पर रखा पत्थर. गोल-गोल रूप हैं, मेरा बूझो जल्दी उत्तर-अंगूठी
- जितनी ज्यादा सेवा करता, उतना घटता जाता हु, सभी रंग का नीला-पीला, पानी के संग भाता हु-साबुन
- तुम न बुलाओ मै आ जाउगी, न भाड़ा न किराया दुगी,घर के हर कमरे में रहूगी, पकड़ न मुझकों तुम पाओगे, मेरे बिन तुम न रह पाओगे, बताओं मै हु कौन?-हवा
hindi riddles
- गर्मी तुम मुझको खाते, मुझको पीना हरदम चाहते, मुझसे प्यार बहुत करते हो, पर भाप बनू तो डरते भी हो-पानी
- मुझमे भार सदा ही रहता, जगह घेरना मुझको आता, हर वस्तु से गहरा रिश्ता, हर जगह मै पाया जाता-गैस
- ऊपर से निचे बहता हु, हर बर्तन को अपनाता हु, देखो मुझको गिरा न देना, वरना कठिन हो जाएगा, भरना-द्रव्य
- लोहा खिचू ऐसी ताकत हैं, पर रबड़ मुझे हराता हैं, खोई सुई मै पा लेता हु, मेरा खेल निराला हैं-चुंबक
- ऐसा कौनसा काम हैं, जो एक आदमी पुरे जीवन में एक बार ही करता हैं और वही काम औरत हर रोज करती हैं-मांग में सिंदूर लगाना
- मुर्गी अंडा देती हैं और गाय दूध देती हैं, पर ऐसा कौन हैं जो अंडा और दूध दोनों देता हैं-दुकानदार
- ऐसी कौनसी चीज हैं, जिसके पास गर्दन तो हैं मगर सिर नही हैं-बौतल
- फूल हैं यह काले रंग का, सिर पर हमेशा सुहाए, तेज धूप में खिल-खिल जाता, पर छाया में मुरझाए-छाता
- आपके ही घर पर आए तीन अक्षर का नाम बताए, शुरू के दो अति हो जाए, अंतिम दो से तिथि बन जाए-अतिथि
hindi puzzles
- एक राजा की अनौखी रानी, दुम के साथ वो पीती पानी-दिया और बाती
- यह कोनसी चीज हैं जिसको अगर जमीन पर फैंको तो टूटती नही, अगर पानी में फैको तो टूट जाती हैं-परछाई
- वो क्या हैं जिसकी चार टाँगे हैं, पैर हैं फिर भी चल नही सकता-टेबल
- वो क्या हैं जो हमेशा आपके साथ होते हैं फिर भी आप उन्हें कही न कही छोड़ देते हैं-उगलियों के निशान
- ऐसा कौनसा अपराध हैं जिसे करने की कोशिश की जाए तो सजा हैं अगर कर लिया जाए तो कोई सजा नही-आत्महत्या
- जो मुझे बनाता हैं वही मुझे सुन पाता हैं, मै क्या हु-सोच, विचार
- वो क्या है जिसमे आप सब ले लेंगे तो भी कुछ बच जाएगा-सबकुछ
- वो क्या हैं जो सदियों पुराना हैं लेकिन फिर भी हर महीने नया हैं-चाँद
- जब आप टेलीफोन में मौजूद सभी अंको का गुणाक करोगे तो क्या उत्तर आएगा-0
- जितना ज्यादा मै बढुगा, उतना कम आप देख पाओगे-अँधेरा
puzzle in hindi
- रौशनी मुझे बनाती पर अँधेरा मुझे मारता-परछाई
- अगर एक मुर्गा सुबह अंडा देता हैं, तो उसके मालिक को कब मिलेगा-कभी नही
- एक लड़का और लड़की मोटर पर जा रहे थे. तभी एक पुलिसवाले ने उनको रोका और बिच का रिश्ता पूछा तो लड़का बोला- इसका ससुर मेरे ससुर का बाप हैं, बताओं उस लड़के और लड़की के क्या सम्बन्ध हैं-सास और दामाद
- दो बेटे और दो बाप सर्कस देखने गये, उनके पास तीन ही टिकट थी फिर सबने सर्कस कैसे देखा-क्युकि तीनों ही थे दादा,पिता और पोते
- वो क्या हैं जो कहने भर से टूट जाती हैं-ख़ामोशी
- मै सब के पास हु फिर भी मुझे कोई खो नही सकता-परछाई
- 5 और 9 के बिच ऐसा कौनसा चिह्न लगाए जिससे आने वाली संख्या 5 से अधिक और ९ से कम हो-दशमलव
- वो क्या हैं, जिसके कारण हम दीवार के पार भी देख सकते हैं-खिड़की
- जितना तेज आप भागते हो इसे पकड़ना उतना ही मुश्किल होता हैं-साँस
maths paheli in hindi with answer
- चार पाँव पर चल न पाए, चलते को भी बिठाए-मेहँदी
- मारे से वह जी उठे बिन मारे मर जाए-परछाई
- चल पड़ती तो चल जाती, बिना सहारे ठहर न पाती-कुर्सी
- छोटे से मियाँ जी, दाढ़ी सौ गज की-ताला
- एक घर में राजा सोए, दुसरे में पाँव पसारे-ढोलक
- दिन में मुर्दा रात में जिन्दा-भुट्टा
- मुंह पर पानी छिड़का क्यों, सुनार खाली बैठा क्यों-सांकल
- मेरा भाई बड़ा शैतान, बैठे नाक पर पकड़ें कान-साइकिल
- साथ-साथ मै जाती हु, हाथ नही आती मै-अंगूठी
- हरा आटा लाल पराठा, सखियों ने मिलकर बाटा-बया का घौसला
puzzle questions in hindi
- दिन में लटकी, रात में अटकी-सुई-धागा
- सिर पर पत्थर, पेट में अंगुली-दीपक की रौशनी
- सदा करू चौकीदारी, मेरे दम पे दुनियादारी-लोटा पीकदान
- एक लड़का जन्म का हीना, जिन ने देखा तिन थू-थू किना-दीपक
- गोल-मोल और छोटा मोटा, हर दम वह जमीन पर लोटा, खुसरो कहे यह न झूठा, जो न बुझे अक्ल का खोटा-सोना न था
- आगे-आगे बहिना आई, पीछे-पीछे भईया, दांत निकाले बाबा आए, बुरका ओढ़े मइया-चश्मा
- फ़ारसी बोली आइना, तुर्की सोच न पाइना, हिंदी बोलते आरसी, आए मुह देखे जो उसे बताए-दर्पण
- बीसों का सर काट लिया, ना मारा ना खून किया-नाख़ून
एक दर्जी ने जामा सिया बिन धागा बिन सुई जगह जगह पेहबंद लगे यह क्या हिकमत हुई