भारत विजन 2020 पर निबंध India Vision 2020 In Hindi

भारत विजन 2020 पर निबंध India Vision 2020 In Hindi प्रत्येक देश को एक ऐसी लक्षित दृष्टि की आवश्यकता होती हैं, जो समाज के सभी वर्गों को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ उनका समुचित विकास कर सके.

राष्ट्र स्तरीय विकास की विस्तृत रणनीति के आधार पर राजनितिक सर्वसम्मती के निर्माण हेतु यह आवश्यक हैं कि अर्थव्यवस्था के विभिन्न अभिकर्ताओ, जैसे केंद्र, राज्य एवं स्थानीय सरकार निजी क्षेत्रो की कम्पनियां, छोटे एवं लघु उद्योगों, सार्वजनिक , संस्थानों इत्यादि की जिम्मेवारी अथवा भूमिकाओं को सुनिश्चित किया जा सके.

भारत विजन 2020 पर निबंध India Vision 2020 In Hindi

भारत विजन 2020 पर निबंध India Vision 2020 In Hindi

लक्षित दृष्टि ऐसी होनी चाहिए, जो मार्ग में आने वाले जोखिमो, बाधाओं के साथ ही उनके सम्भावित समाधनो एवं उपायों की भी पहचान कर सके.

ताकि एक सामूहिक प्रयास से एकाग्र्सित होकर लक्ष्य की प्राप्ति की जा सके. इन्ही सब बातों को ध्यान में रखकर प्रत्येक देश को एक लक्षित द्रष्टि की आवश्यकता होती हैं.

उल्लेखनीय है कि भारत में योजना आयोग ने जून 2000 में डाक्टर एस पी गुप्ता ( योजना आयोग के सदस्य) की अध्यक्षता में ‘विजन फॉर इंडिया’ पर एक सिमित का गठन किया था,

जिनमे विभिन्न क्षेत्रो के 30 विशेयज्ञ को शामिल किया गया. इस समिति को दो वर्षो से अधिक के समय के विचार-विमर्श के परिणामस्वरूप सरकारी एवं निजी संस्थानों एवं संगठनो के भविष्य की संभावनाओ के मार्ग में आने वाली बाधाओं, गम्भीर मसलों एवं निर्णायक क्षणों की पहचान करने में सहायता मिली हैं.

इस समिति द्वारा निर्मित दस्तावेज इंडिया विजन 2020 (2020 का भारत) को 23 फरवरी 2003 में जारी किया गया. इसी प्रकार भूतपूर्व राष्ट्रपति डोक्टर ए. पी. जे. अब्दुल कलाम ने वर्ष 2020 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र के रूप में देखने सम्बन्धी अपने सपनों का वर्णन अपनी पुस्तक इंडिया 2020 : ए विजन फॉर द न्यू मिलेनियम में किया था.

‘विजन फॉर इंडिया’ पर योजना आयोग द्वारा गठित समिति ने दस्तावेज ‘इंडिया विजन 2020″ को तैयार करने में इस पुस्तक से भी प्रेरणा एवं सहायता ली गईं थी.

“इंडिया विजन 2020” इस अभियान में आने वाले समय में भारत के सम्मुख खड़ी विकट परिस्थितियों, प्रमुख चुनोतियो जिनमे बढती आबादी, बेरोजगारी,अशिक्षा, तकनिकी क्षेत्र एवं आधारभूत नागरिक सेवाओं में आधारभूत सरंचना, ग्रामीण और शहरी विकास, जल प्रबन्धन जैव विविधता और वैश्विक मुद्दे सम्मलित हैं.

वैश्विक समस्याओं और मुद्दों पर भारत का कर्तव्य तथा 2020 के भारत के लिए आगामी सम्भावनाओं की विस्तृत उल्लेख किया गया हैं.

2020 का भारत में सभी महत्वपूर्ण विषयों का तार्किक विश्लेषण किया जाता हैं. मुख्य रूप से देश के सभी निवासियों के लिए उतम स्वास्थ्य प्राथमिक आवश्यकताएँ और शिक्षा व रोजगार के अवसरों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए.

तेजी से बढती बेरोजगारी की समस्या 2020 का भारत का केंद्र हो सकती हैं. आगामी 2050 तक भारत को शिक्षा, तकनीक और प्रोद्योगिक क्षेत्रो में 30 करोड़ से अधिक रोजगार के नये अवसर स्रजन करने होंगे.

यकायक इतनी बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार देने की समस्या को लघु कालखंड में विभाजित कर प्रतिवर्ष 2 फीसदी अवसरों की बढ़ोतरी के फौर्मुले को लेकर आगे बढ़ना होगा.

इन नए रोजगार के अवसरों के लिए परम्परागत खेती और उद्योग के क्षेत्र इनकी कमी निरंतर सामने आएगी, तकनीक और अन्य असंगठित क्षेत्रो में नये अवसर पैदा करने होंगे.

शहरी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था और शहरों के लिए पलायन आने वाले वर्षो में 30 से 35 फीसदी बढ़ सकते हैं. इन वर्षो में विकास दर सूचकांक के लक्ष्य के साथ ही व्यक्ति की मुलभुत आवश्यकता यथा ब्लो पोएर्टी की दर जो वर्तमान में 37 फिसद हैं

उन्हें 12-13 प्रतिशत तक लाना, ढाई फीसदी तक बेरोजगारी के ग्राफ को कम करना, पुरुष और महिला साक्षरता के बिच की दीवार को पाटकर इन्हे एक नये स्तर तक ले आना, जिनका लक्ष्य निर्धारण क्रमश 94,95 फीसदी साक्षरता दर तक पहुचाना.

सकल घरेलू उत्पाद को बढाने के साथ ही देश की प्राथमिक शाला में प्रवेश प्रतिशत को बढ़ाना, प्रतिव्यक्ति जीवन आयु को 5 फीसदी तक बढाने के अतिरिक्त 5 से कम आयु की तक़रीबन 50 फीसदी कुपोषण को 8 फीसदी तक करना.

स्वास्थ्य,विद्युत खपत, 2020 का भारत में टेलीफ़ोन और कंप्यूटर की संख्या में इजाफा करना व वैज्ञानिको व अनुसंधानकर्ताओं की आवश्यकता पूर्ति के साथ ही अतिरिक्त वेतन और सुविधा, सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में कृषि क्षेत्र पर बढ़ रहे बोझ को तीन गुना कम करना.

तथा फोरेन इन्वेस्टमेंट (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) को 100 प्रतिशत तक बढाने का लक्ष्य 2020 का भारत में रखा गया हैं. सार के तौर पर India Vision 2020 में निकट समस्याए, शिक्षा रोजगार, स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों व सूखी एवं सम्पन्न जीवन के लिए व्यक्ति की आय,शिक्षा,औसत आयु,कुपोषण,तकनीकी उपलब्धता के विषयों के सपने के भारत में मुख्य स्थान दिया गया हैं.

किसी भी राष्ट्र या तंत्र के आगामी भविष्य के बारे में आकड़ो के साथ पूर्वानुमान के द्वारा कुछ प्राप्त नही होता. मगर एक सकारात्मक सोच और लक्ष्य स्थापित होने से उनकी प्राप्ति की तरफ कदम बढ़ाने में इस तरह के प्रोजेक्ट न सिर्फ सम्भावनाओं को तराशने में मदद करते हैं, बल्कि कठिनाइयो में भी मदद करते हैं.-योगेश चन्द जैन 

यह भी पढ़े

उम्मीद करते है दोस्तों भारत विजन 2020 पर निबंध India Vision 2020 In Hindi का यह निबंध आपको पसंद आया होगा, यदि आपको भारत विजन पर दिया निबंध पसंद आया हो तो अपने फ्रेड्स के साथ भी शेयर करें.

2 thoughts on “भारत विजन 2020 पर निबंध India Vision 2020 In Hindi”

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *