मेरा प्रिय खिलौना निबंध My Favorite Toy Essay in Hindi

My Favorite Toy Essay in Hindi मेरा प्रिय खिलौना निबंध: doll, drawing, robot, gun, train, teddy bear, car ये कुछ नन्हों बच्चों के प्रिय खिलौने हैं.

आज का हमारा निबंध इसी विषय पर कक्षा 1,2,3,4,5,6  के स्टूडेंट्स के लिए मेरा प्रिय खिलौना [My Favorite Toy] का छोटा बड़ा निबंध paragraph few lines दी गई हैं.

My Favorite Toy Essay in Hindi मेरा प्रिय खिलौना निबंध

मेरा प्रिय खिलौना ~ निबन्ध

जब कभी भी मेरा जन्मदिन आता है तब मुझे मेरे जन्मदिन के मौके पर बहुत सारे गिफ्ट मिलते हैं जिसमें बहुत सारे खिलौने भी शामिल होते हैं।

यह खिलौने मुझे मेरे सहपाठियों, दादा दादी, माता-पिता और रिश्तेदारों को द्वारा दिए जाते हैं और यही वजह है कि आज मेरे पास इतने सारे खिलौने हो गए हैं कि प्रायः मै इसी बात को लेकर के उलझन में पड जाता हूं कि मैं कौन से खिलौने के साथ खेलूं?

वैसे तो मेरे पास खेलने के लिए बहुत सारे खिलौने हैं परंतु मुझे व्यक्तिगत तौर पर टेडी बेयर सबसे ज्यादा पसंद होता है, क्योंकि टेडी बियर की साइज काफी बड़ी होती है, साथ ही इसे रुई से बनाया गया होता है।

इसीलिए इसके द्वारा चोट लगने की संभावना काफी कम होती है। इसीलिए जब कभी भी मैं टेडी बेयर के साथ खेलता हूं, तब लोग मुझ पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं।

क्योंकि उन्हें पता है कि टेडी बियर के साथ खेलने पर मुझे कोई भी समस्या नहीं होगी। मेरे टेडी बेयर का नाम मैंने प्यार से गोलू रखा है। यह लाल रंग का है, जिसकी नाक और आंख काले रंग की है। इसकी आंखों को तैयार करने के लिए बड़ी बटन का इस्तेमाल किया गया है।

बता दू कि इसके सर पर एक लाल टोपी भी है। इस प्रकार यह देखने में बहुत ही मनमोहक लगता है। मैं इसके पर सो भी जाता हूं, साथ ही इसे मैं अपने ऊपर सुला भी लेता हूं।

मैं जब रात में बिस्तर में सोने के लिए जाता हूं तब मैं अपने टेडी बेयर को साथ में लेकर के ही सोता हूं। इसके साथ सोने पर मुझे काफी अच्छी नींद आती है और मुझे काफी सुकून भी मिलता है।

Remote Car My Favorite toy Doll Essay in Hindi for kids

हर बालक को खिलौना प्रिय होता हैं. मेरी आयु आठ साल है मुझे खिलौने बहुत प्रिय लगते हैं. मेरे जन्म उत्सव जैसे दिनों की मुझे लम्बे वक्त से इन्तजार हैं क्योंकि इस दिन मेरे मम्मी पापा तथा रिश्तेदार ढेर सारे टॉयज लाते हैं. उन्हें पाकर मैं अपार प्रसन्न हो जाता हूँ.

पिछले जन्मदिन के अवसर पर मेरे पिताजी मेरे लिए एक रिमोट कार लाए थे. लाल रंग की रिमोट से चलने वाली यह कार मुझे बहुत प्रिय लगती हैं. जब पिताजी मुझे बर्थडे विश करने आए तो उनके हाथ में बॉक्स था,

मुझे देते हुए कहने लगे- बेटा तेरी पसंदीदा कार लाया हूँ. मुझे अधिक उत्सुकता नहीं थी. मगर जब मैंने बॉक्स खोलकर देखा तो मैं दंग रह गया, उसे जो साधारण कार समझ रहा था. वह नहीं थी बल्कि यह रिमोट कार थी.

ऐसी शानदार कार को देखकर मैं बेहद प्रसन्न था. मैं अपने खेलकूद के अधिकतर समय को मेरी कार के साथ ही बिताता हूँ स्कूल से लौटने के बाद अपने छोटे भाई के साथ खेलने के लिए छत पर चला जाता हूँ.

मुझे कई प्रिय खिलोने लगे मगर कुछ वक्त के बाद वे बौर करने वाले लग जाते हैं मगर यह कार मुझे हर वक्त नई और मन को भाने लगती हैं. रविवार के दिन खास कर अपने दोस्तों के साथ पुरे दिन खेलता हूँ.

essay on meri gudiya in hindi

essay on doll in hindi: मेरी आयु आठ साल की हैं मुझे खिलौने से खेलना बहुत अच्छा लगता हैं. मेरे दोस्त अलग अलग तरह के साथ खेल खेलते थे. मुझे अपनी डॉल गुड़िया बहुत पसंद हैं. मेरे दादाजी ने विगत जन्मदिन पर मेरे लिए एक प्लास्टिक की गुड़िया लाए थे.

भूरे बालों एवं फ्रांक पहनी गुड़िया देखने में बेहद सुंदर लगती हैं. इस कारण यह मेरा पसंदीदा खिलौना हैं. जब भी खाली वक्त मिलता हैं मैं अपनी गुड़ियाँ के साथ खेलता हूँ.

रविवार के दिन मेरे सभी मित्र अपने अपने खिलौनों के साथ मेरे घर आते हैं तथा हम सभी मिलकर एक दुसरे के खिलौनों से खेलते हैं.

Poem on my doll in hindi

गुड़िया मेरी रानी है
लगती बड़ी सयानी है
गोरे गोरे गाल है
लम्बे लम्बे बाल है
आँखे नीली नीली है
साड़ी पीली पीली है
पड़ा गले में हार है
मुझको इससे प्यार है
अपने पास बिठाती हूँ
बर्फी से खिलाती हूँ
मीठी उसकी बातें है
गुड़िया मेरी रानी है.

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