Nagendra Singh Biography In Hindi | नगेन्द्र सिंह का जीवन परिचय पूर्व अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के अध्यक्ष और भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त रह चुके डॉ नगेन्द्र सिंह राजस्थान के डूंगरपुर के सिसोदिया राजपरिवार से ताल्लुक रखते थे.
भारत सरकार ने इन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित भी किया. साल 1988 में इनका हेग में देहांत हो गया था.
नगेन्द्र सिंह का जीवन परिचय | Nagendra Singh Biography In Hindi
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पूरा नाम | डॉ. नागेन्द्र सिंह |
जन्म | 18 मार्च, 1914 |
जन्म भूमि | डूंगरपुर, राजस्थान |
मृत्यु | 11 दिसम्बर, 1988 |
मृत्यु स्थान | नीदरलैंड |
पिता | महाराजा श्री सर विजय सिंह |
माता | महारानी देवेन्द्र कुंवर साहिबा |
प्रसिद्धि | अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के अध्यक्ष |
पुरस्कार | पद्म विभूषण’ (1973), ‘कामा पुरुस्कार’ (1938) |
विद्यालय | सेंट जॉन्स कॉलेज, कैम्ब्रिज |
18 मार्च 1914 को डूंगरपुर के राज परिवार में नगेन्द्र सिंह का जन्म हुआ. मेयो कॉलेज, आगरा विश्वविद्यालय और केम्ब्रिज कॉलेज लंदन से इन्होने अपनी शिक्षा प्राप्त की.
नगेन्द्र सिंह ने जिनेवा विश्वविद्यालय, स्वीटजरलैंड विश्वविद्यालय , मद्रास, दिल्ली, उदयपुर, बम्बई तथा बनारस विश्वविद्यालय में अध्यापन का कार्य किया.
वह यू एन कमिशन ऑन इंटरनेशनल ट्रेड लो, इंडियन सोसायटी ऑफ इंटरनेशनल लॉ, मेरीटाइम लॉ एसोसिएशन ऑफ इंडिया के उपाध्यक्ष तथा इंटरनेशनल लॉ एसोसिएशन के सचिव रहे.
नगेन्द्र सिंह भारतीय संविधान सभा के सदस्य भी रहे. ये भूटान के संवैधानिक परामर्शदाता भी थे. इन्होने राज्य और केंद्र सरकार के अनेक पदों पर कार्य किया.
ये राष्ट्रपति गिरी के सचिव और भारत के मुख्य सूचना आयुक्त भी रहे. ये अंतर्राष्ट्रीय सामुद्रिक कानून के विश्वविख्यात विधिवेता थे. 1966, 1969 एवं 1975 में इन्होने संयुक्त राष्ट्र संघ महासभा में भारत का प्रतिनिधित्व किया.
1972 में वह अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय हेग के न्यायधीश बने. 1981 में दूसरी बार अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के न्यायायिक, उपाध्यक्ष एवं बाद में मुख्य न्यायधीश भी रहे एवं इस पद पर रहते हुए ही 11 दिसम्बर 1988 को हेग में इनका स्वर्गवास हुआ.
राजस्थान सरकार ने कानून एवं न्याय के क्षेत्र में 15 अगस्त 2013 को इन्हें राजस्थान रत्न पुरस्कार देने की घोषणा की.