भारत के शिक्षा मंत्री कौन हैं Education Minister of India 2024: भारत के वर्तमान में शिक्षा मंत्री कौन है उनका नाम है धर्मेंद्र प्रधान.
नरेंद्र मोदी की केबिनेट में हुए पिछले बदलाव के बाद उन्हें शिक्षा मंत्री बनाए गये हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दे भारत के Shiksha Mantri का अलग से कोई प्रावधान नही होता था. मानव संसाधन विकास मंत्रालय का केबिनेट मंत्री को अब शिक्षा मंत्री कहा जाता अहिं.
भारत के शिक्षा मंत्री कौन हैं Education Minister of India 2024
2014 में बनी नरेंद्र मोदी सरकार में सबसे पहले स्मृति ईरानी इस पद पर थी. जिन्होंने 26 मई 2014 से 5 जुलाई 2016 तक शिक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया था. 5 जुलाई 2016 से सितम्बर 2019 तक प्रकाश जावडेकर ही शिक्षा मंत्री रहे वर्तमान में धर्मेंद्र प्रधान देश के शिक्षा मंत्री हैं.
HRD मंत्रालय में केंद्रीय शिक्षा मंत्री का जिम्मा धर्मेंद्र प्रधान के पास हैं, समस्त राज्य में शिक्षा प्रणाली के लिए उनके साथ दो अन्य राज्य शिक्षा मंत्री भी कार्य करते है,
वर्तमान में डॉ. सत्यपाल सिंह, श्री उपेंद्र कुशवाहा इस भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं. क्या आपकों पता है कि भारत के पहले शिक्षा मंत्री कौन थे तथा किस शिक्षा मंत्री को भारतरत्न से सम्मानित किया जा चूका हैं.
कौन हैं भारत के शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक (Who is the Education Minister of India In Hindi)
उत्तराखंड बीजेपी के लोकप्रिय नेता रमेश पोखरियाल भारत के वर्तमान शिक्षा मंत्री हैं. ये हरिद्वार से सांसद हैं. रमेश जी उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. पीएचडी तक शिक्षा प्राप्त कर चुके निशंक कवि भी हैं.
निशंक पहली बार 1999 में विधानसभा सदस्य चुने गये. वर्ष 2009 से 2011 के मध्य ये उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे. डॉ निशंक कई अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों से साहित्य पर शोध भी कर रहे हैं.
साहित्यिक विधा के धनी रमेश पोखरियाल जी बचपन से ही कविताएँ और कहानियां लिखते आए हैं. वर्ष 1983 में इनका पहला कविता संग्रह समर्पण नाम से प्रकाशित हुआ हैं.
निशंक जी अब तक दस कविता संग्रह, 12 कहानी संग्रह 10 उपन्यास दो पर्यटन ग्रंथ, 6 बाल साहित्य सहित 50 से अधिक पुस्तकों का प्रकाशन करवा चुके है. रमेश पोखरियाल जी को साहित्य क्षेत्र में कई दर्जन राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं.
राजनैतिक जीवन में व्यस्तता के बावजूद ये लेखन के कार्य में लगे हुए हैं. पोखरियाल जी ज्योतिष विधा के समर्थक है तथा ज्योतिष को एक श्रेष्ठ विज्ञान मानते हैं. उन पर फर्जी डायरेक्टरेट की डिग्री के आरोप भी लगे हैं.
बहरहाल जो भी हो बहुप्रतिभा के धनी, और सुलझे हुए व्यक्ति के रूप में इनकी पहचान हैं. भारत में इनके शिक्षा मंत्री रहते हुए तीन दशकों बाद नई शिक्षा नीति को मंजूरी मिली हैं. निश्चय ही इनके गूढ़ और भारतीयत्व के विचारों की छाप इस में देखी जा सकेगी.
भारत के पहले शिक्षा मंत्री कौन थे (first Shiksha Mantri Of India)
आजादी के बाद नेहरु केबिनेट में तत्कालीन शिक्षाविद् अबुल कलाम आजाद को शिक्षामंत्री का कार्यभार दिया गया था.
वे महान स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ साथ हिन्दू मुस्लिम एकता के प्रबल पक्षधर, भारत विभाजन के विरोधी, राष्ट्रवादी मुस्लिम थे. पेशे से कवि, लेखक एवं पत्रकार रह चुके कलाम ने 15 अगस्त 1947 को शिक्षामंत्री का पदभार ग्रहण किया था.
22 जनवरी 1958 तक वों इस पद पर रहे. 10 साल 5 महीने की अवधि तक रहने वाले वों भारत के प्रथम एजुकेशन मिनिस्टर थे. ये कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में गिने जाते थे, 1923 और 1940 में दो बार कांग्रेस अध्यक्ष भी चुने गये थे. इनकी मृत्यु के बाद भारत के सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारतरत्न से उन्हें नवाजा गया.
भारत के शिक्षा मंत्रियों की सूची (Shiksha Mantri List Of India)
- मौलाना अबुल कलाम आज़ाद
- के एल श्रीमाली
- हुमायूं कबीर
- एम सी सी छागला
- फखरुद्दीन अली अहमद
- त्रिगुण सेन
- वी.के. आर वी। राव
- सिद्धार्थ शंकर राय
- एस नूरुल हसन
- प्रताप चंद्र चंदर
- करन सिंह
- बी। शंकरंद
- शंकरराव चव्हाण
- शीला कौल
- के.सी. पंत
- स्मृति ईरानी
- प्रकाश जावडेकर
- रमेश पोखरियाल निशंक
- धर्मेंद्र प्रधान