सर्दी पर स्लोगन | Winter Slogans in Hindi : कुदरत के अलग अलग रंग उसकी ऋतुओं में देखने को मिल जाते हैं. कभी गर्मी लू के थपेडे मारती है तो कभी बारिश और आंधी तूफान जीवन में नयापन लाते हैं. ठंड की ठिठुरन का अलग ही मजा है. जीवंत मौसम जीवन को सबसे अधिक सुकून देने वाला होता हैं.
आज के आर्टिकल में हम सर्दी ऋतु पर आधारित कोट्स स्लोगन और शेरो शायरी आदि पढ़ेगे. सवेरे की उगती किरणों के साथ तापने और दिन भर जैकेट कम्बल में लपेटे पूरा सीजन इसी दिनचर्या में गुजर जाता हैं. चलिए कुछ बेहतरीन स्लोगन आपके साथ भी साझा करते हैं.
सर्दी पर स्लोगन | Winter Slogans in Hindi
इन दिनों सर्दी अपने उरूज पर है. कहते है कड़ाके की ठंड के दिनों में पेड़ों पौधों और इंसानों का जीवन रुक सा जाता हैं. सूर्य की तपन और कम्बल की चाहत किन्ही को होती है. इन स्लोगन के माध्यम से हम भी ठंड के दिनों की अनुभूति आपके साथ साझा कर रहे हैं.
Sardi Par Nare
सलाम हैं उन नौज़वानो को
जो ठंड मे सरहद पर ख़ड़े रहते है।
ये मीठीं धूप और कोहरें की शाम है,
ये कडकड़ाती सर्दीं सनम तेरें नाम है।
इंसा से इंसा इतना ज़ल रहा है,
फ़िर भी ठंड में ब़र्फ की तरह ग़ल रहा है।
ठंड में ज़िसकी शादी हो गयी है वे बधाईं के पात्र है,
ज़िनकी नही हुईं है वो रज़ाई के पात्र हैं।
ये सर्दियो का मौंसम कोहरें का नज़ारा,
चाय के दो क़प और इंतजार तुम्हारा।
Winter Poster in Hindi
ठंड मे याद करकें ख़ोया नही जाता हैं,
सिर्फ़ रजाई तानकर सोया ज़ाता हैं।
नहानें का भी निर्णय नही ले पाते हैं,
ज़ब हद से ज्यादा ठंड बढ जाते है।
ठंड मे बच्चो को नगें पांव दौडते देख़ा हैं,
ठंड भी मासूमियत के आगे झ़ुक ज़ाती हैं।
जो क़िसी मासूम का दिल तोडकर जाये,
उसे ठंड लगें और वह रज़ाई ना पाये।
अच्छा लग़ता हैं ठंड में धूप का इंतजार,
सुबह-सुबह आलू पराठें से प्यार।
सर्दी पर शेर
ऐसी सर्दीं है कि सूरज़ भी दुहाई मांगें
जो हो पर्देश में वो किससें रजाई मांगे
-राहत इंदौरी
गर्मीं लगी तो ख़ुद से अलग हो के सो गये
सर्दीं लगी तो खुद को दोबारा पहन लिया
-बेदिल हैदरी
सूरज़ लिहाफ ओढ के सोया तमाम रात
सर्दीं से इक परिन्दा दरीचें मे मर गया
-अतहर नासिक
वो सर्दियो की धूप की तरह ग़ुरूब़ हो गया
लिपट रहीं है याद ज़िस्म से लिहाफ की तरह
-मुसव्विर सब्ज़वारी
इश्क के शोलें को भडकाओ कि कुछ रात कटें
दिल के अंगारें को दहकाओं कि कुछ रात कटें
-मख़दूम मुहिउद्दीन
ये सर्दं रात ये आवारगीं ये नीद का बोझ़
हम अपनें शहर मे होते तो घर चलें जाते
-उम्मीद फ़ाज़ली
दिन ज़ल्दी ज़ल्दी चलता हो तब देख़ बहारे जाडे की
और पाला बर्फ पिघलता हों तब देख बहारे जाडे की
-नज़ीर अकबराबादी
ज़ब चली ठंडी हवा ब़च्चा ठिठुर क़र रह गया
माँ ने अपनें लाल की तख्ती ज़ला दी रात को
-सिब्त अली सबा
Winter Slogans in Hindi
ज़ब ठंड धीरें-धीरें आने लगती है,
तब चाय की गर्मांहट भानें लगती है।
बडी अच्छी लगती हैं ठंड की राते,
और गर्लफ्रेड की प्यारी-प्यारी बाते।
प्यार तुमसें है मगर धन नही हैं,
अभी रज़ाई से निकलनें का मन नही हैं।
जो कहतें है तेरें लिए जान देगे,
उनका हम ठंड मे इम्तिहान लेगे।
तू बेवफ़ा है, जा तेरा हर क़ाम हो जाये,
भगवान करें तुझे ठंड मे ज़ुकाम हो जाये ।
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