यातायात के साधन पर निबंध – Essay on Means of Transport in Hindi: इस निबंध में हम यातायात के साधनों (yatayat ke sadhan) के बारें में जानेंगे.
किसी भी सेवा या वस्तु को गंतव्य तक पहुँचाने के लिए एक माध्यम की जरुरत होती हैं. इसके लिए यातायात के साधनों का प्रयोग किया जाता हैं.
Essay on Means of Transport in Hindi यातायात के साधन पर निबंध
यहाँ इस निबंध में यातायात के माध्यम, साधन और यातायात से होने वाले लाभ की चर्चा करेंगे. इस निबंध में हम आपको यह बताएँगे कि प्राचीन काल में यातायात के लिए कौनसे साधनों (yatayat ke sadhan in hindi) का प्रयोग किया जाता था?
हम यह भी बताएँगे कि आधुनिक समय में किस प्रकार यातायात के साधनों का प्रयोग किया जाता हैं? इस निबंध से विधार्थियों को महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी. सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि यातायात किसे कहते हैं?
यातायात क्या है (What is transportation in Hindi)
यातायात(परिवहन) किसे कहते हैं: किसी माध्यम से वस्तुओं को एक स्थान से दुसरे स्थान तक लेकर जाना परिवहन या यातायात कहलाता हैं.
लोगो को एक स्थान से दुसरे स्थान तक जाने के लिए एक माध्यम की जरुरत होती हैं, इन माध्यम को यातायात के साधन कहा जाता हैं.
परिवहन व्य्वस्स्था हमारी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ आधार प्रदान करता है. परिवहन से ही कच्चा माल गोदामों या फेक्टरियों तक पहुँचाया जाता हैं.
कारखानों से तैयार माल की सप्लाई करने में परिवहन के साधनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं. इसलिए परिवहन हमारी अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. सरकार परिवहन की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए बजट का बहुत बड़ा हिस्सा खर्च करती हैं.
प्राचीन भारत में यातायात के साधन (Means of Transport in Ancient India)
इतिहास में परिवहन का सबसे पहला साधन पैदल चलना और तैरना था. फिर जब इंसानों और जानवरों में मित्रता शुरू हुई तो माल धोने के लिए जानवरों का उपयोग किया जाने लगा.
पत्थर के लुढकने से पहिये का अविष्कार हुआ, तब यातायात को एक नई दिशा मिली.फिर बैल गाड़ी, घोडा गाड़ी साईकिल का अविष्कार हुआ.
स्टीम इंजन ने रेल परिवहन को बढ़ावा दिया, 1903 में विमान की खोज ने हवाई मार्ग भी परिवहन का साधन बना दिया. जैसे जैसे तकनीकी बढ़ती गयी, परिवहन के नए नए साधनों का अविष्कार होता गया. आज यातायात के साधन अपनी चरम सीमा पर हैं.
यातायात के साधन (Means of transport in hindi)
बीते हुए कुछ सालों में तकनीकी ने तेज रफ़्तार से तरक्की की हैं. इसलिए यातायात की व्यवस्था और अधिक सुगम होती गयी हैं. चलिए अब हम आपको बतातें हैं कि यातायात के साधन कौनसे हैं, और किस प्रकार इनका उपयोग किया जाता हैं.
1 सड़क मार्ग यातायात (Road Transportation)
यातायात का सबसे सस्ता, सुगम और आसन माध्यम सड़क मार्ग हैं. सड़क परिवहन कितना महत्वपूर्ण हैं इसका अंदाजा आप सड़क मार्ग की लम्बाई से लगा सकते हैं. भारत की सड़कों की कुल लम्बाई 59 लाख किलोमीटर हैं, जो कि विश्व में दूसरा स्थान रखती हैं.
सड़क परिवहन लोगो, माल-सामग्री को एक स्थान से दुसरे स्थान पहुँचाने, इसके अलावा डोर टू डोर डिलीवरी को सरल बनाता हैं. इसलिए सड़क मार्ग राष्ट्रीय और अंतर्राज्य व्यापर के लिए महत्वपूर्ण हैं.
सड़क पर चलने वाले साधन – बस, ट्रक, जीप, बाइक, साईकिल, कार, एम्बुलेंस, ट्रेक्टर, दमकल, क्रेन, बैल गाड़ी इत्यादि सड़क मार्ग के माध्यम से यातायात को सुगम बनाते हैं.
जल मार्ग यातायात (Water Transportation)
बाहर के देशो से आयात करने और अपने देश से कुछ निर्यात करने की दृष्टि से जल मार्ग यातायात महत्वपूर्ण हैं. हमारे देश का 90 प्रतिशत अन्तराष्ट्रीय व्यापार जल मार्ग से ही पूरा किया जाता हैं.
भारत के 12 बड़े बन्दरगाहो से अरब, यूरोपियन देशों, पूर्वी एशियाई देशो के साथ बड़े बड़े व्यापर के समझौते इसी मार्ग के माध्यम से होते हैं. जलीय मार्ग को और अधिक सुगम बनाने के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही हैं.
भारत कच्चा पेट्रोल(crude oil), चावल, मसाले, दूध के उत्पादों को जलीय मार्गों से आयत और निर्यात करता हैं. जल में चलने वाले साधन – नाव, याच, जहाज, पनडुब्बी, सी-प्लेन इत्यादि.
वायुमार्ग यातायात (Air Transportation)
वायुमार्ग परिवहन का एक नवीनतम किंतु सबसे महंगा साधन हैं. हवाई मार्ग से बहुत कम समय में बड़ी दुरी तय की जा सकती हैं, इसलिए यह परिवहन का सबसे शीघ्र बढ़ता हुआ साधन हैं. हवाई हमलों में वायुमार्ग के साधन बखूबी भूमिका निभाते हैं.
हवाई मार्ग के साधन भूकंप, बाढ़ जैसे दुर्घटनाग्रस्त क्षेत्रों तक पहुंचकर सहायता करने में मुख्य भूमिका निभाते हैं.
हवाई मार्ग के साधन – एरोप्लाने, हेलीकाप्टर, जेट, फ्लाइंग कार इत्यादि.
रेलमार्ग यातायात (Train Transportation)
रेल परिवहन सड़क परिवहन की तुलना में सस्ता होता हैं. मालगाड़ियाँ एक साथ बहुत अधिक मात्रा में माल की ढुलाई कर सकती हैं, इसलिए लगने वाला ईंधन दुसरें माध्यम की तुलना में कम होता हैं.
बंदरगाहों से बड़े बड़े कंटेनरों को देश के अन्य हिस्सों तक पहुँचाने के लिये मालगाड़ियाँ का उपयोग किया जाता हैं, वर्तमान में सरकार मालगाड़ियों की गति को बढ़ाने के लिए इनकी अलग से पटरी की व्यवस्था कर रही हैं. जिससे अर्थव्यवस्था को दुगुनी गति मिलेगी.
बहुत बड़ी आबादी को एक स्थान से दुसरे स्थान तक ले जाने के लिये रेल मार्ग सस्ता माध्यम हैं. हमारे देश में रेल नेटवर्क की लम्बाई 68 हज़ार किलोमीटर हैं. सरकार रेल परिवहन को बेहतर बनाने के लिए विदेशों की सरकार के साथ मिलकर काम कर रही हैं.
रेल यातायात ने साधन -रेल, मालगाड़ी, बुलेट ट्रेन, मेट्रो इत्यादि.
पाइपलाइन यातायात मार्ग (Pipeline Transportation)
पाइपलाइन अन्य यातायात के साधनों की तरह औपचारिक साधन नहीं हैं. पाइपलाइनों के माध्यम से गैसों और पेट्रोल को रिफाइनरी तक पहुँचाया जाता हैं.
पाइपलाइन को जमीन के अन्दर, पानी के अन्दर या जमीन के ऊपर बनाया जा सकता हैं. पाइपलाइन एक पर्यावरण हितैषी माध्यम हैं. इससे किसी प्रकार का प्रदुषण नहीं होता हैं.
इंटरमॉडल ट्रांसपोर्टेशन मल्टीमॉडल (Intermodal Transportation)
इंटरमॉडल ट्रांसपोर्टेशन क्या होता है: दो देशों के मध्य एक ट्रेड को पूरा होने के लिए कई चरणों से गुजरना पड़ता हैं. पहले मुख्य लोकेशन से माल को लोड किया जाता हैं.
फिर एक बंदरगाह से दूसरी बंदरगाह तक और उसके बाद ट्रक या मालगाड़ी की सहायता से उसको गंतव्य तक पहुँचाया जाता हैं.
इस प्रकार ट्रेड में बहुत समय खर्च होता हैं. इसलिए समय और लागत को बचाने इन चरणों को सरल बनाया जाता हैं. इसके लिए इन चरणों कों एक विशेष मॉडल से पूरा किया जाता हैं, इसे इंटरमॉडल ट्रांसपोर्टेशन कहते हैं.
यातायात के साधनों से लाभ (benefits of transport)
हमारे देश की आर्थिक स्तर का मजबूत होना यह नहीं दर्शाता हैं कि यहाँ विनिर्माण उद्योग बहुतायत हो रहा हैं, बल्कि परिवहन सेवा का मजबूत होना हैं.
किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए उतम परिवहन का होना बहुत आवश्यक हैं. भारत सरकार ने 2021-22 वितीय वर्ष के लिए 18 हज़ार करोड़ का आवंटन किया हैं.
यातायात हमारे देश की आर्थिक स्थिति को बढ़ावा देता हैं और सांस्कृतिक रूप से हमको जोड़कर रखता हैं. यहाँ पर यातायात के साधनों के कुछ लाभ और महत्व दिए गए हैं.
- परिवहन से हम लोग आसानी से एक स्थान से दुसरे स्थान तक यात्रा कर पाते हैं. यातायात के साधन दुरी की समस्या का समाधान करते हैं.
- यातायात के साधनों से किसानों का सामान सही समय पर मंडी या कारखाने तक पहुँच पाता हैं. इससे कृषि को बढ़ावा मिलता हैं, और देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होती हैं.
- हमारे देश में उत्पादित सामान को दुसरे देशो तक निर्यात करने के लिए या जरुरी सामानों को आयात करने के लिए यातायात के साधनों का प्रयोग किया जाता हैं.
- परिवहन प्रणाली की गुणवत्ता में सुधार होने से समय बचता हैं, जिसके परिणाम-स्वरूप विकास की दर में तेजी आती हैं.
- यातायात की सुगमता से वस्तुओं की कीमतों में कमी आती हैं, जिससे खरीद में बढ़ोतरी होती हैं.
- आसानी से यातायात मिलने पर पर्यटन को बढ़ावा मिलता हैं, इससे सांस्कृतिक धरोहरों की मर्यादा बढती हैं.
- अन्तराष्ट्रीय पहचान को बढ़ाने और संबंध मजबूत बनाने के लिए परिवहन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
- यातायात के साधनों के निर्माण और संचालन करने के लिए कर्मचरियों की आवश्यकता होती हैं, इससे देश मे रोजगार को बढ़ावा मिलता हैं.
- परिवहन से ही गांवों और शहरों का संबंध बनता हैं, और आपस में जुड़ पाते हैं.
- यातायात के सधनो पर लगने वाले कर से सरकार की आमदनी होती हैं.
यातायात के साधनों से होने वाली समस्याएं (problems caused by means of transport)
लगातार यातायात प्रणाली में सुधार से यह सेवा और अधिक बेहतर होती गयी लेकिन इसके कुछ दुष्परिणाम हैं जो निरंतर बढ़ते जा रहे हैं.
बेहतर परिवहन प्रणाली को स्थापित करने के लिए ऐसे अनेक कदम उठाने पड़े, जो पर्यावरण के विरुद्ध थे. यहाँ कुछ नकारात्मक प्रभाव और चुनौतियाँ हैं, जिनसे उभरना सरकार के लिए एक टेढ़ी खीर हैं.
- रेलों की गेज को बनाने के लिए बड़े बड़े पहाड़ों और जंगलों की कटाई की जाती हैं, जिसकें परिणाम-स्वरूप पर्यावरण का संतुलन बिगड़ जाता हैं.
- वाहनों की संख्या में निरंतर वर्द्धि से वायु की गुणवत्ता का स्तर गिरता जा रहा हैं.
- अधिक भीड़ वाले इलाकों में ट्रैफिक लगने से ध्वनि प्रदुषण की समस्या बढ़ जाती हैं.
- हमारे देश में प्रतिदिन 415 लोग रोड की दुर्घटना से मर जाते है, जिसमे अधिकतर 5 से 29 साल के युवा हैं.
- यातायात को सुगम बनाने के लिए रोड को रौशनी से प्रकाशित किया जाता हैं, इससे प्रकाश प्रदुषण बढ़ता हैं.
- जल मार्ग यातायात में जहाजो से निकलने वाला ईंधन निरंतर पानी में घुलता जाता हैं, इससे जल में घुलित ऑक्सीजन की कमी होती हैं. इसके अलावा उच्च ध्वनि से जलीय जीवों के स्वास्थ्य और जनन क्रिया पर बूरा असर पड़ता हैं.
- सड़कों पर चलने वाले भारी वाहनों से आयल टपकता रहता हैं, यह आयल पानी के साथ बहकर खेतों और जल स्रोतों में चला जाता हैं. इससे उर्वरकता प्रभावित होती हैं.
- हवाई मार्गों में चलने वालें साधनों से पक्षियों की मुक्त उड़ान में अवरोध उत्पन्न होता हैं.