आपका हार्दिक अभिनंदन हैं, आदर्श नागरिक पर निबंध- Essay on Ideal Citizen in Hindi में हम एक राष्ट्र के उत्तम नागरिक के विषय पर निबंध प्रस्तुत कर रहे हैं.
एक आदर्श नागरिक के गुण क्या होने चाहिए उनके कर्तव्य क्या हैं इन बिन्दुओं पर आधारित यह निबन्ध class 1, 2, 3, 4, 5 ,6 ,7, 8, 9, 10, 11, 12 के students के लिए दिया गया हैं. उम्मीद करते है यह आपको पसंद आएगा.
आदर्श नागरिक पर निबंध- Essay on Ideal Citizen in Hindi
Adarsh Nagrik Par Nibandh-200 Word
किसी बड़े आदमी ने कहा है कि किसी भी राष्ट्र का विकास तभी हो सकता है जब उस राष्ट्र के व्यक्ति ईमानदार हो और वह राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य को समझते हो और कठोरता पूर्वक अपने कर्तव्यों का पालन करते हो।
जो व्यक्ति सभी प्रकार की जिम्मेदारियों का सही से पालन करता है वही आदर्श नागरिक अथवा आदर्श व्यक्ति कहलाता है।
एक आदर्श व्यक्ति होने के नाते व्यक्ति का सबसे पहला कर्तव्य यह होता है कि वह अपने देश के संविधान को माने और संविधान में जो भी बातें कही गई हैं अथवा जो भी अधिकार उसे दिए गए हैं, उसका वह पालन करें।
आदर्श नागरिक कभी भी किसी भी ऐसे व्यक्ति को समर्थन नहीं करता है जो हिंसा या फिर आतंकवाद को बढ़ावा देता है।
आदर्श व्यक्ति कभी भी अपने देश के खिलाफ एक शब्द भी नहीं सुन सकता है ना हीं वह अपनी जिंदगी में कभी भी अपने देश के खिलाफ किसी भी प्रकार की साजिश करता है या फिर किसी भी प्रकार से अपने देश को नुकसान पहुंचाने का काम करता है।
आदर्श नागरिक होने के नाते व्यक्ति का यह भी फर्ज बनता है कि वह अपने देश के नियम और कानून का पालन करें और देश में फैली हुई सामाजिक बुराइयों और भ्रष्टाचार का भी पूरी ताकत के साथ विरोध करें।
आदर्श नागरिक बाल विवाह जैसी समस्याओं का भी अपने स्तर से पूरा विरोध करता है। एक आदर्श नागरिक का यह फर्ज होता है कि अगर किसी व्यक्ति को न्याय नहीं मिल रहा है
या फिर किसी व्यक्ति के साथ अन्याय हो रहा है तो वह उसकी शिकायत पुलिस में दर्ज करवाएं। आदर्श नागरिक किसी भी प्रकार के इल्लीगल काम में शामिल नहीं होते हैं।
Adarsh Nagrik Par Nibandh-300 Word
किसी भी देश की उन्नति में उस राष्ट्र के नागरिकों का सबसे महत्वपूर्ण योगदान होता है क्योंकि जिस राष्ट्र के नागरिक अपने राष्ट्र के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित होते हैं और वह हमेशा अपने राष्ट्र की उन्नति के बारे में सोचते हैं उस राष्ट्र को दुनिया में शक्तिशाली राष्ट्र बनने से कोई भी नहीं रोक सकता।
एक आदर्श नागरिक के बहुत सारे कर्तव्य समाज के प्रति और उस देश के प्रति होते हैं जिस देश में वह रहता है। आदर्श नागरिक का सबसे पहला कर्तव्य तो यह होता है कि वह जिस देश में पैदा हुआ है.
वह सदा उस देश के प्रति ईमानदार रहे और कभी भी अपने देश से गद्दारी करने के बारे में कोई भी ख्याल अपने मन में ना लाएं।आदर्श नागरिक उस देश के सभी नियमों और कानून का पालन करता है जिस देश में वह रहता है,
क्योंकि उसे अच्छी तरह से यह पता होता है कि नियम और कानून उसे बंदिशों में बांधने के लिए नहीं बल्कि अपराध पर लगाम लगाने के लिए बनाए गए हैं इसलिए नियम का पालन करने में कोई भी बुराई नहीं है।
आदर्श नागरिक अगर आयकर दाता है तो वह अपनी संपत्ति के इनकम टैक्स को समय-समय पर सरकार को जमा करवाता है क्योंकि सरकार लोगों के टैक्स के पैसे का इस्तेमाल करके ही देश के विकास से संबंधित योजनाओं को बनाती है और जरूरतमंद लोगों को आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाती है।
आदर्श नागरिक बिना किसी दबाव में आए हुए इलेक्शन में योग्य मतदाता को वोट डालता है और अपने मताधिकार का इस्तेमाल करता है।
आदर्श नागरिक हमेशा अपने देश की सुरक्षा के लिए कुछ भी करने को तैयार होता है। आदर्श नागरिक अपने आसपास फैली हुई सामाजिक बुराइयों का डटकर सामना करता है और उसका विरोध करता है और कोई भी गलत काम देखने पर वह उस गलत काम का विरोध करता है।
आदर्श नागरिक पैसे कमाने के लिए कभी भी गलत रास्ते का इस्तेमाल नहीं करता है बल्कि वह मेहनत करके धन अर्जित करता है।आदर्श नागरिक कभी भी कर चोरी नहीं करता है ना ही वह किसी से गाली गलौज अथवा बदतमीजी से बात करता है।
आदर्श नागरिक अपने राष्ट्र के महापुरुषों का सम्मान करता है और अपने राष्ट्र की ऐतिहासिक विरासत को कभी भी नुकसान नहीं पहुंचाता है और उनका संरक्षण करता है।
उत्तम नागरिक पर निबंध 400 शब्दों में
एक राष्ट्र के तौर पर उसकी क्षमता उसके नागरिक ही होते हैं. यदि किसी राष्ट्र के नागरिक ईमानदार, कर्तव्यनिष्ठ तथा सत्य की राह पर चलने मेहनती स्वभाव के हो तो निश्चय ही वह राष्ट्र प्रगति की राह पर तेजी से आगे बढ़ता हैं.
एक अच्छा नागरिक न केवल अपने देश से बल्कि अपने वतन के लोगों, भूमि, संस्कृति व इतिहास से भी प्रेम करता हैं. आदर्श नागरिक के दिल में देशप्रेम के भाव कूट कूट कर भरे होते हैं.
अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण की बाजी लगाने के लिए तैयार रहता हैं. एक देश का आदर्श नागरिक अपने कर्तव्यों के प्रति बेहद जागरूक रहता हैं. अपने देश हित में अपने अहम दायित्वों का पालन करने में आगे रहता हैं.
एक आदर्श नागरिक स्वेच्छा से नियमों का पालन करता हैं. तथा वह अपने राष्ट्र की उन्नति में सकारात्मक योगदान देते हैं. उसके दिल में समाज व देश के प्रति पूर्ण समर्पण के भाव होते हैं.
आदर्श नागरिक राष्ट्र उत्थान के कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर भाग लेता हैं. एक तरफ वह समाज के आदर्शों एवं मूल्यों का सम्मान करता हैं बल्कि समाज में विद्यमान कुरीतियों को समाप्त करने का प्रयास भी करते हैं.
वह अपनी योग्यता, क्षमता तथा ज्ञान का लाभ परिवार व समाज को देकर उनका मार्गदर्शन करता हैं.
वही इसके विपरीत कुछ नागरिक ऐसे भी होते है जो अपने निजी स्वार्थ के वशीभूत होकर अपने देश को नुकसान पहुचाने से भी नहीं चूकते हैं ऐसे लोग समाज एवं देश के लिए बेहद नुकसानदेय होते हैं.
वही हम ऐसे लोगों के मध्य भी रहते हैं जो सदैव समाज व देशहित के विषय में सोचते हैं. एक आदर्श नागरिक न केवल अपने वर्तमान को अच्छा बनाता हैं बल्कि देश के नागरिकों की प्रेरणा का स्रोत भी बनते हैं.
हर कोई उनके नक्शेकदम पर चलने की कोशिश कर उन जैसे कार्यों को करना चाहता हैं. एक आदर्श नागरिक प्रेम भाईचारे के साथ बुराई को समाप्त कर निस्वार्थ भाव से भलाई के कार्य करते हैं.
भारत के सभी नागरिकों का यह कर्तव्य हैं कि वे एक आदर्श नागरिक बनने का प्रयास करे. वह अपनी देश के प्रति जिम्मेदारियों का पूर्ण सच्चाई के साथ पालन करने में लगर रहे.
स्वच्छता, अहिंसा, प्रेम, भाईचारा, राष्ट्रप्रेम, तथा दयालु ह्रदय ये एक आदर्श नागरिक की विशेषताएं होती हैं. जब हमारे देश का हर नागरिक आदर्शवादी होता तो देश की तरक्की को कोई बाधित नहीं कर पाएगा.