मूल्यांकन का अर्थ परिभाषा उद्देश्य प्रक्रिया सोपान विशेषताएं गुण प्रकृति व प्रकार | Evaluation Meaning In Hindi

मूल्यांकन का अर्थ परिभाषा उद्देश्य प्रक्रिया सोपान विशेषताएं गुण प्रकृति व प्रकार | Evaluation Meaning In Hindi: नमस्कार मित्रों आज हम शिक्षा विज्ञान एवं पेडागोजी के एक अहम बिंदु मूल्याकंन (Evaluation In Hindi) को यहाँ पढेगे.

meaning of evaluation in hindi Definition Objective Process Stair Features Properties Nature & Type आदि को यहाँ सरल भाषा में बताने का प्रयास किया गया हैं. हम उम्मीद करते हैं आपकों ये लेख पसंद आएगा.

मूल्यांकन का अर्थ Evaluation Meaning In Hindi

Evaluation Meaning In Hindi

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Know all About Here Meaning of Evaluation Definition Objective Procedure Stair Characteristics Properties Nature and Type.

मूल्यांकन क्या है इसका अर्थ Evaluation Meaning In Hindi

मूल्याकंन एक सतत एवं निरंतर चलने वाली शैक्षिक प्रक्रिया का नाम हैं. जो किसी शिक्षार्थी अथवा किसी क्षेत्र विशेष में किये गये मापन के बाद उसके महत्व को लेकर जो मूल्य अथवा ग्रेड प्रदान किया जाता हैं उन्हें मूल्यांकन कहा जाता हैं.

यदि कक्षा के किसी बालक की बुद्धि लब्धि के मापन के बाद 90 की अंक देकर उसे सामान्य बुद्धि की श्रेणी में रखना मूल्यांकन कहलाता हैं. यह उंच-नीच या आपसी मुटाव या स्पर्धा के ध्येय से न होकर एक शिक्षार्थी के लिए उसका आत्म विश्लेषण या अवलोकन होता है, जो उसे अपनी वास्तविक परख कराने में सहायक होता है.

मूल्यांकन की परिभाषा (definition of evaluation in hindi)

Evaluation In Hindi Meaning: शिक्षा जगत में मूल्यांकन अहम अवधारणा हैं. मापन के द्वारा जो प्रतीक एवं अंक प्रदान किये जाते हैं उन्हें परिभाषित करना मूल्य प्रदान करना ही मूल्यांकन हैं.

विभिन्न मनोवैज्ञानिकों ने इसे अपने मुताबिक़ परिभाषित करने का प्रयास किया हैं. यहाँ हम कुछ विद्वानों द्वारा प्रस्तुत मूल्यांकन की परिभाषा बता रहे हैं.

Evaluation Meaning In Hindi

  • टार्ग्सन तथा एडम्स के अनुसार मूल्यांकन करना किसी वस्तु या प्रक्रिया के महत्व को निर्धारित करना हैं. इस प्रकार शैक्षिक मूल्यांकन शिक्षण प्रक्रिया या सीखने युक्त अनुभव के औचित्य की मात्रा पर निर्णय प्रदान करना हैं.
  • अल्फ्रेड तथा टाइडमैन के अनुसार मूल्यांकन किसी अनुभव की उपयोगिता के सम्बन्ध में दिया गया निर्णय हैं.
  • वेसलें एवं कार्टराईट के अनुसार मूल्यांकन प्रक्रिया का वह अंग हैं जिसके द्वारा इस बात की जांच की जाती है कि एक निश्चि त समय में शिक्षा के उद्देश्यों की पूर्ति में कहाँ तक प्रगति हुई, उनके व्यवहार में कितना अंतर आया तथा शिक्षक ने इस दिशा में कहाँ तक सहयोग दिया. अर्थात मूल्यांकन किसी वस्तु, कार्य पद्धति व सहायक सामग्री के सम्बन्ध में दिया गया निर्णय हैं. उद्देश्य, अनुभव एवं मूल्यांकन निरंतर एक दूसरे को प्रभावित करते है तथा उच्च स्तर की प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करते हैं. मूल्यांकन आधुनिक शिक्षा प्रणाली में शिक्षा के उद्देश्य सीखने के अनुभव तथा मूल्यांकन के साधनों के मध्य निरंतर चलने वाली एक प्रक्रिया हैं.
  • मूल्यांकन छात्रों के व्यवहार सम्बन्धी सामग्री एकत्रित करने का साधन हैं.
  • मूल्यांकन शिक्षा के उद्देश्यों से घनिष्ठ रूप से सम्बन्धित हैं.

मापन और मूल्यांकन में अंतर (difference between measurement and evaluation in hindi)

मूल्यांकनमापन
मूल्यांकन का क्षेत्र अत्यंत व्यापक हैं यह छात्र के सम्पूर्ण व्यक्तित्व के सम्बन्ध में मूल्य अंकन करता हैं.मापन का क्षेत्र सिमित होता हैं मापन व्यवहार के कुछेक आयामों को ही प्रतीक प्रदान करता हैं.
मूल्यांकन के द्वारा छात्र की स्थिति का वर्णन इस प्रकार से किया जाता है कि उससे तुलनात्मक अध्ययन संभव होता हैं.मापन के द्वारा तुलनात्मक अध्ययन सम्भव नहीं हैं.
मूल्यांकन के लिए अधिक श्रम, शक्ति, साधन तथा धन की आवश्यकता पड़ती हैं.मापन के लिए अधिक समय, श्रम आदि की आवश्यकता नहीं होती हैं.
मूल्यांकन में अंक प्रदान करने के बाद मूल्यों का निर्धारण किया जाता हैं जैसे 70 अंक प्राप्त करने वाले छात्र की कक्षा में क्या स्थिति है मूल्यांकन यह बताता है कि 70 अंक प्राप्त करने वाला छात्र कक्षा में प्रथम है अथवा कुछ औरमापन का कार्य केवल अंक प्रदान करना ही हैं इसके आगे कुछ नहीं. यह केवल इतना बतायेगा कि छात्र ने अंग्रेजी में 70 अंक प्राप्त किये हैं.
मूल्यांकन के आधार पर छात्र के सम्बन्ध में स्पष्ट धारणा बनाई जा है और कहा जा सकता है कि छात्र समग्र रूप में कैसा है एवं छात्र के सम्बन्ध में पूर्ण सार्थकता के साथ भविष्यवाणी की जा सकती हैं.मापन के आधार पर छात्र के सम्बन्ध में स्पष्ट धारणा का निर्धारण नहीं किया जा सकता हैं साथ ही मापन के द्वारा सार्थक भविष्यवाणी करना भी सम्भव नहीं हैं.
मूल्यांकन में गुणात्मक तथा परिमाणात्मक दोनों ही प्रकार के निर्णय किये जाते है यह संख्यात्मक तथा वर्णनात्मक दोनों ही प्रकार का होता हैं.मापन केवल परिमाणात्मक निर्णय ही किये जाते हैं. ये केवल संख्यात्मक होता हैं.
मूल्यांकन के लिए मापन आवश्यक होता हैं.मापन मूल्यांकन का ही एक अंग हैं.

मूल्यांकन के उद्देश्य (Evaluation Meaning & aims in hindi)

  • इस बात का परीक्षण कि छात्रों ने किस सीमा तक विषयवस्तु का अधिगम किया हैं.
  • इस बात की जानकारी देना कि छात्रों की कठिनाईयाँ एवं विफलताएं क्या हैं.
  • अध्यापकों को छात्रों के उपचारात्मक शिक्षण के लिए मार्गदर्शन करना
  • छात्रों को अधिक परिश्रम तथा लग्न के साथ अध्ययन करके के लिए प्रेरित करना
  • पाठ्यक्रम तथा पाठ्यवस्तु में सुधार लाने के लिए मार्गदर्शन करना
  • शिक्षकों की कुशलता तथा सफलता के लिए विषय में निश्चित मत देना

मूल्यांकन के उपयोग (evaluation uses in hindi meaning)

Evaluation Meaning In Hindi के साथ ही आपकों मूल्यांकन को पूर्ण रूप से समझने के लिए इसके उपयोग को भी समझना चाहिए जो निम्न बिन्दुओं द्वारा स्पष्ट किया गया हैं.

पूर्वकथन तथा भविष्यवाणी– मूल्यांकन के फलस्वरूप किसी भी बालक के सम्बन्ध में स्पष्ट धारणाएं निर्मित की जा सकती हैं इन धारणाओं के आधार पर बालक के सम्बन्ध में स्पष्ट तथा सार्थक रूप से पूर्वकथन किया जा सकता हैं.

पूर्वकथन के द्वारा बालक के भावी विकास का अनुमान भी लगाया जा सकता हैं. मापन के परिणामों के आधार पर ही कहा जा सकता है कि बालक किसी विषय विशेष या व्यवसाय में आगे चलकर किस प्रकार उन्नति करेगा.

किसी छात्र ने कक्षा में इतिहास की निष्पति परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया हैं तो कहा जा सकता है कि बालक भविष्य में इतिहास की अन्य बातें समान रहने पर प्रगति करेगा.

परामर्श तथा निर्देशन- मूल्यांकन के द्वारा छात्र को परामर्श तथा निर्देशन भी प्रदान किया जाता हैं. छात्र के विभिन्न आयामों का माप करके यह निश्चित किया जा सकता हैं कि छात्र को कौन कौनसे विषयों का अध्ययन करना चाहिए उसे किस प्रकार का पाठ्यक्रम लेना चाहिए.

मापन के द्वारा व्यावसायिकता निर्देशन देने का कार्य भी किया जा सकता हैं. छात्र की रुचियों अभि योग्यता तथा रुझानों का अध्ययन करके बालक को उसकी बुद्धि तथा शारीरिक क्षमता के अनुकूल व्यवसाय चुनने को कहा जा सकता हैं.

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