स्मोग की मीनिंग व अर्थ | Smog Meaning Definition in Hindi

स्मोग की मीनिंग व अर्थ Smog Meaning Definition In Hindi स्मोग और फोग ये अक्सर सुनने में आने वाले शब्द हैं, अखबार टीवी आदि में सर्दियों के मौसम में इस तरह के शब्द हमेशा ही सुनने में तो आते हैं मगर एक अनजान शब्द होने के कारण हम इसके अर्थ व स्वरूप को नही जान पाते हैं. 

Smog दो विशेष प्रकार की स्थितियों से मिलकर बनता हैं  Smoke + Fog = SMOG स्मोग को हिंदी में धुंध कहा जाता हैं.

आजकल बढ़ते प्रदूषण के कारण शहरों में धुंध के बादल सामान्य सी बात हैं इस लेख में हम इस समस्या के अर्थ, कारण, प्रभाव को विस्तार से पढेगे.

स्मोग की मीनिंग व अर्थ | Smog Meaning Definition In Hindi

सर्दियों का मौसम आते ही जीवन खुशनुमा हो जाता हैं मगर सभी के लिए नहीं, खासकर उत्तर भारत के कुछ स्थानों के लिए.

यहाँ ठंड के दिनों में कोहरे के धुए की एक चादर छा जाती हैं जिससे जिन्दगी की रफ्तार पर ब्रेक से लग जाते हैं.

आने जाने में कई सारी परेशानियां होने लगती हैं. ट्रेन, हवाई जहाज के पायलट और वाहनों के ड्राईवर के लिए यात्रा मुश्किल हो जाती हैं. कोहरा कई तरह का होता हैं, समुद्र की सतह पर बनने वाले स्मोग को सी फोग कहते हैं.

कनाडा के न्यूफाउंडलैंड द्वीप के पास ग्रांड बैंक्स नामक शहर संसार के सबसे अधिक कोहरे से प्रभावित जगह हैं. इसके बाद सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों में चिली का आटाकामा कोस्ट और इटली की पो वैली हैं.

धुंध क्या हैं इसका अर्थ व परिभाषा (what is smog Meaning & Definition in hindi)

स्मोग का निर्माण स्मोक तथा फोग जिन्हें हिंदी में कोहरा कहते है, के मिलन से होता हैं. ये कृत्रिम बादल जैसा स्वरूप वातावरण प्रस्तुत कर देते हैं, जिसके चलते दूर की छोड़ों कई बार कदमों में पड़ी वस्तु भी स्पष्ट रूप से दिखाई नही पडती हैं.

स्मोग का मुख्य कारण धूल, जलवाष्प तथा कई विषैली गैसों का मिश्रण होता हैं, उस तरह के वातावरण में इंसानों को श्वास लेने में भी कठिनाई का सामना करना पड़ता हैं.

विषभरे इस प्रदूषण के वातावरण में जलवाष्प तथा धूल के कणों के साथ नाइट्रोजन आक्साइड, सल्फर आक्साइड और कुछ अन्य कार्बनिक यौगिक का असंगामी मिश्रण का रूप ले लेते है तथा प्रकाश की उपस्थिति में ओजोन का निर्माण करते हैं.

यदि हम भारत में स्मोग से प्रभावित शहरों की बात करे तो उसका सबसे बुरा प्रभाव दिल्ली में देखने को मिलता हैं.

स्मोग के कारण (Due Causes oF smog)

धुंध, कोहरा जिन्हें स्मोग या स्मोक अथवा फोग कह लीजिए ये परिस्थियाँ हमारे पर्यावरण के लिए कतई अच्छा संकेत नही हैं. जिनकी शुरुआत पर्यावरण प्रदूषण एवं मुख्य रूप से वायु प्रदूषण के रूप में जन्म लेती हैं.

लाखों की संख्या में सड़कों को दौड़ती गाड़ियाँ, शहरों के कूड़े कचरे को जलाने से निकलने वाला हानिकारक धुआ, कारखाने व फैक्ट्रीज तथा कोयला आधारित बिजली उत्पादन स्टेशन, डीजल और पेट्रोल वाहन, सॉल्वैंट्स, क्लीनर और तेल पेंट, कीटनाशकों और प्रदूषक हवाएं स्मोग का कारण बनती हैं.

स्मोग की समस्या और इसका दुष्प्रभाव (smog Problem and its side effects)

आप सोच रहे होंगे कि स्मोग की समस्या सर्दियों के मौसम में ही क्यों आती हैं. इसकी वजह यह है कि सर्दियों के मौसम में हवा की गति सबसे धीमी होने के कारण ऐसा होता हैं.

शहरी इलाकों में हवा की कम रफ़्तार के कारण इसमें धुंए तथा प्रदूषणकारी तत्वों की मात्रा बढ़ जाति हैं, जिसके कारण ये एक विषैली गैस का स्वरूप धारण कर लेती हैं.

स्मोग न केवल इंसानों, जानवरों, पेड़ पौधों के लिए हानिकारक हैं बल्कि यह भूमि प्रदूषण को भी बढ़ावा देता हैं. ओजोन की एक सतह के रूप में पूरे शहर को घेर लेती हैं जो बेहद हानिकारक हैं.

इससे न केवल विजिबिलिटी कम होती हैं बल्कि चर्म, दमा रोगों का कारण भी बनती हैं. समूचा शहर मानों रेंग कर चल रहा हो, गाड़ियां देरी से चलने के कारण हमारे समूचे सिस्टम पर इसका बड़ा प्रभाव पड़ता हैं.

दिल्ली में स्मोक व प्रदूषण बढने का एक बड़ा कारण पड़ोसी राज्य भी हैं. दिल्ली से जुड़े सभी राज्यों में खेती प्रचुर मात्रा में की जाती हैं.

एक ऋतु की फसल लेने के बाद किसान अपने खेतों के घास फूस को जलाकर अगामी फसल के लिए इसकों तैयार करते हैं, जिससे बड़े स्तर पर प्रदूषण फैलता हैं.

इसके अलावा भी दिवाली जैसे पर्व के अवसर पर पटाखे तथा आतिशबाजी इस माहौल को बद से बदतर बना देती हैं.

स्मोक को रोकने के उपाय (know about smog in hindi)

अब तक हम जान चुके हैं कि स्मोक की समस्या को इतना भयानक बनवाने का कारण हम ही हैं. इसका दुष्परिणाम भी हम लोगों को ही विविध तरीके से भोगना पड़ रहा हैं.

सरकार भी इस दिशा में पहल कर रही हैं. ओड एवन जैसे सिस्टम को दिल्ली में लागू कर इसे रोकने के प्रयास किये जा रहे हैं.

हमें इस प्रकार के प्रयासों में सहभागी बनकर इस समस्या को खत्म करने के प्रयत्न करने चाहिए. सरकार व न्यायालय को भी चाहिए कि वे अनियंत्रित प्रदूषण फैलाने वाले कारखानों के सम्बन्ध में भी कठोर नियम बनाकर उसकी पालना सुनिश्चित करवाएं.

स्मॉग से बचने के उपाय (Prevention of Smog in Hindi)

सर्दियों का मौसम है smog की समस्या आम तौर पर हमें दानव की तरह घेरे ही रहेगी. Prevention of Smog के रूप में हम कुछ स्टेप उठाकर इसके नकारात्मक प्रभाव से बच सकते हैं.

  • घर से बाहर कम निकले केवल आवश्यकता होने पर ही जाए तथा अपने मुहँ पर मास्क लगाकर ही घर से निकलें.
  • यदि आप नित्य वाकिंग के लिए निकलते है तो सुबह के समय को ही चुने अन्य वक्त में घर न छोड़े.
  • इंडोर गेम्स एवं एक्सरसाइज पर अधिक ध्यान दे जिससे बच्चें कम से कम बाहर निकल सके.
  • यदि आँखों में परेशानी का सामना कर रहे हो तो बार बार स्वच्छ जल से आँखे धोए.
  • स्वयं की गाडी से कम ही बाहर निकले टैक्सी अथवा मेट्रो के जरिये आने जाने को ही चुने, यदि आवश्यक हो तभी गाड़ी लेकर जाए तथा गाडी के शीशे हमेशा बंद रखे.
  • घर में एक छोटा बगीचा बनाए, यदि स्थान नही हो तो गमलें जरुर रखे जिससे कुछ स्वच्छ वायु तैयार कर सके.

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